क्या बोध, बुद्धि की पराकाष्ठा है? Difference between Buddhi & Bodha / Dr HS Sinha

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  • čas přidán 5. 09. 2024

Komentáře • 96

  • @IrfanAli-db6kb
    @IrfanAli-db6kb Před rokem +10

    हे गुरुवर!
    अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी दी आपने।
    बुद्धि ( सत्य और असत्य को आंकने की छमता)
    बोध : सत्य की अनुभूति
    विवेक : बुद्धि मे बढ़ोतरी
    मन : मस्तिष्क का उत्पादन ,इंद्रियों को ओर ले जाता है।
    इन्द्रियां: नियंत्रण नहीं तौ पतन की ओर अग्रसर परिणाम विवेकहीन।
    अंत ता: बोध बुद्धि की पराकाष्ठा है✔️

  • @thesecretyoga
    @thesecretyoga Před rokem +22

    मन सवार , बुद्धि सारथी और इंद्रियां घोड़े है । पहचान क्या है ? मन सोचता है , बुद्धि बोध यानी प्रेरणा करती है और इंद्रियां इन दोनो में से किसी एक का अनुगमन करती है । मन का अनुगमन करने पर भटकती है और बुद्धि का अनुगमन करने पर सीधे मार्ग पर चलती है ।

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +6

      बुद्धि सत्य और असत्य को आंक लेती है ( प्रेरणा अलग विषय है)
      बोध: सत्य की अनुभूति।
      नियंत्रण इन्द्रियां पतन को रोकती हैं।
      विवेक: बुद्धि का उत्थान कम ज्यादा करता है...
      यदि कम है तौ भौतिक( विज्ञान) का सच पता करता है यदि ज्यादा है तौ अध्यात्म से सत्य को खोज लेता है।💞🙏💞

    • @thesecretyoga
      @thesecretyoga Před rokem +2

      @@IrfanAli-db6kb perfectly said.❤️🙏

    • @sadynasty
      @sadynasty Před rokem +2

      Bhut khub....🙏

    • @gurindersinghgurindersingh6568
      @gurindersinghgurindersingh6568 Před rokem +2

      Bahut sundar paribashdi aap ne bro 👌👍
      Lakin Mann or budhi se bi Upar ikk Cheej or hai or vo hai chatanya jis ko atma bi kehte hai , 🙏🏻

    • @thesecretyoga
      @thesecretyoga Před rokem +2

      @@gurindersinghgurindersingh6568 चेतना एक लूप है भाई जी जिसका जन्म बुद्धि और मन के संयोग से होता है , मन ही आत्मा है पर ये यहां आत्मा से अभिप्राय अंतर मन से है , शब्द आत्मा का अर्थ है आत+मनन यानी जो सोचे और गति करे।ब्रह्म का अर्थ है जो ब्रह+ मनन यानी जो सोचे और फैले । आत्मा मन और ब्रह्म बुद्धि ही है । बुद्धि को सागर और अंतर मन को उसमें विश्राम पाते नारायण या सूर्य भी प्रतीक रूप में बोलते है। दोनो के संयोग से उठने वाले बादल यानी मेघ ही नारद है यानी नार ददाती अर्थात जल देने वाले । हमारे भीतर ये नारद ही " विचार" है जो न ठहरते है और न इनको तीन लोको में भ्रमण करने से कोई रोक सकता है । इन विचारों का उद्गम मन-बुद्धि के संयोग से होता है इसलिए नारद सदेव नारायण नारायण करते है ।
      साधारण रूप में मन शब्द का प्रयोग बाहरी मन के संदर्भ में होता है जो विषयमुखी होने से सदेव भटकता है । इसलिए बाहरी मन को monkey mind भी कहते है ।

  • @rohitsuri5982
    @rohitsuri5982 Před rokem +3

    KAMAAL Hai.
    Stay Blessed. Guru ji
    PARNAM.

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +1

      Physics,above to the physics and psychophysics nicely explained by Hounarable Scholar ✔️

  • @Praveen-kh3zw
    @Praveen-kh3zw Před rokem +5

    गुरुजी के श्रीचरणों को प्रणाम।
    हम बहुत खुश और धन्य हैं कि आपको सुनने का अवसर मिला। आपने हमें जीवन को विभिन्न आयामों में देखना सिखाया है। आपका ज्ञान और समझ अनमोल है।
    विकास जी, आपके प्रयासों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। आपके बिना हम इस महान विनम्र व्यक्ति को सुनने में सक्षम नहीं होते।

  • @nandikishorepradhan2782
    @nandikishorepradhan2782 Před rokem +2

    Is age me guruji ke yadaas gajab hai

  • @way2vikrampotdar
    @way2vikrampotdar Před rokem

    सत्य accept करना.लाख लाख प्रणाम गुरुजी.

  • @user-bz5sf9ix6v
    @user-bz5sf9ix6v Před 6 měsíci

    विकास जी, आपका प्रश्न सटीक था और गुरु जी का उत्तर भी उतना ही सटीक।
    धन्यवाद।

  • @gurindersinghgurindersingh6568

    Aap jese gyanio ki bahut abishikta samaj ko 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
    Bhagwan aap ko tandrusti 💪 bakshe🙏🏻

  • @akhileshsingh-oq3mj
    @akhileshsingh-oq3mj Před rokem +4

    Man tript ho jata hai Guru ji ki baat sun kar 🙏🙏🙏🙏🙏

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +2

      मन नियंत्रण होने लगता है, इंद्रियों की ओर अग्रसर नही होता, बुद्धि सत्य और असत्य का आंकलन कर लेती है। सत्य का बोध होने लगता हैऔर विवेक का उत्थान आनंद में परवर्तित हो जाता है।💞🤲🙏💞

  • @prashants.chahal7990
    @prashants.chahal7990 Před rokem +2

    गुरु जी को सादर नमन। गुरुजी के व्याख्यान से सदैव ही अभिभूत हो जाता हूं और गुरुजी के व्याख्यान, जीवन के प्रति नए दृष्टिकोण अपनाने को प्रेरित करते हैं।गुरुजी स्वस्थ रहें, इस कामना सहित the quest team का हृदयतल से आभार।

  • @infinite794
    @infinite794 Před rokem +1

    गुरुजी से प्रार्थना है कि कृपया सम्यक आजीविका पर भी कुछ प्रकाश डालें।
    आध्यात्मिक राहगीर के लिए आजीविका के संबंध में सर्वोत्तम कार्य कोनसा हो?
    💐🙏💐धन्यवाद

  • @ankitnegi7547
    @ankitnegi7547 Před rokem +2

    प्रणाम गुरुदेव
    महादेवजी आपकी रक्षा करे

  • @ArjunSharma-zk4yy
    @ArjunSharma-zk4yy Před rokem +1

    Pranaam Guruji.. aap gyaan ka Prakash sotra hain..🙏🏻

  • @Jyoti_jigyasha
    @Jyoti_jigyasha Před rokem +2

    गुरुदेव को नमन है

  • @vikasmutha7014
    @vikasmutha7014 Před rokem +3

    " शुद्धाद्वैतवाद " 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @shrikantsharma7062
    @shrikantsharma7062 Před rokem +4

    बहुत सुंदर व्याख्या।

  • @rohitbhardwaj90
    @rohitbhardwaj90 Před rokem +2

    Bhout badiya guru jee Aaj rasta milgya dhanyawad. App jaise logo ki bhout jarurat hai

  • @user-mh7nd7sh7h
    @user-mh7nd7sh7h Před rokem +3

    गुरु जी के चरणों में समर्पित कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏🙏 गुरू जी से निवेदन है कि एक व्याख्यान आचार्य चाणक्य पर दे कर हमारा ज्ञानवर्धन करें 🙏🙏🙏

  • @hansrajbabel
    @hansrajbabel Před rokem +1

    मेरा नाम शिव है और मैं हिमालय पहाड़ की तलहटी पर बसे एक गांव में रहता हूं .मैं एक वास्तविकता में जीने वाला मनुष्य हूं और मैं भावावेश में कोई निर्णय नहीं लेता. आप मुझे दूरदृष्टा भी कह सकते हैं.
    मेरी पत्नी का नाम पार्वती है. वह बेहद सुंदर है लेकिन सभी स्त्रियों की तरह उसका प्रत्येक निर्णय भावावेश पर ही आधारित होता है .
    हमारी बड़ी संतान का नाम कार्तिकेय है, जो बहुत ही कुशाग्र बुद्धि (स्वस्थ) बालक है लेकिन हमारा छोटा बेटा गणेश जन्म से ही प्रोजेरिया नामक बीमारी से ग्रसित है, जिसमें बालक का सिर जन्म से ही बहुत बड़ा होता है और उसमें बुढ़ापा आने का प्रोसेस बहुत तेजी से होता है .
    उसके पैदा होते ही डॉक्टर ने मुझसे कहा कि यह बच्चा अधिक से अधिक 20- 25 साल तक ही जीवित रह पायेगा .यह कभी सामान्य जिंदगी नहीं जी पाएगा और जीवन भर आप पर बोझ बना रहेगा .
    मैंने पार्वती से कहा कि ऐसा बच्चा इस दुनिया में जीकर भी क्या करेगा .इस पर ही पूरा ध्यान केंद्रित हो जाने के कारण हम कार्तिकेय पर भी ध्यान नहीं दे पाएंगे और उसका विकास भी अवरुद्ध हो जाएगा. इसके बौझ के कारण तुम्हारा अपना स्वास्थ्य भी खराब हो जाएगा इसलिए इसका इस दुनिया में न रहना ,हम सभी के लिए भी और स्वयं इसके लिए भी अच्छा है.
    लेकिन मातृमोह के कारण पार्वती ने मुझसे कहा कि तुम कितने निर्दयी हो शिव, अपने ही बच्चे के बारे में ऐसा कैसे सोच सकते हो. आइंदा कभी मेरे सामने ऐसी बात मत करना .मुझे भगवान और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान पर पूरा भरोसा है और मैं अपने बेटे का अच्छे से अच्छा इलाज करवाऊंगी. देख लेना वह बिल्कुल स्वस्थ हो जाएगा क्योंकि मेरा भगवान मेरे साथ अन्याय नहीं कर सकता है
    अब मेरे पास मौन रहने के अतिरिक्त कोई उपाय नहीं था.
    कुछ दिनों के बाद पार्वती कार्तिकेय को मेरे पास छोड़कर, इलाज के लिए गणेश को लेकर मुंबई आ गई, जहां बहुत बड़े बड़े डॉक्टर रहते थे. उसने गणेश के इलाज के लिए पैसा पानी की तरह बहा दिया लेकिन जिस रोग का कोई इलाज ही नहीं हो तो डॉक्टर उसमें कर भी क्या सकता है .
    गणेश के असामान्य बड़े सिर के कारण मुंबई के लोगों ने गणेश को बहुत कुशाग्र बुद्धि मान लिया और उसकी पूजा करने लगे क्योंकि परंपरागत रूप से उन्हें यही बताया गया था कि बड़े मस्तिष्क वाले व्यक्ति बहुत बुद्धिमान होते हैं.
    गणेश के बोझ के कारण स्वयं पार्वती का शरीर भी झुककर दोहरा हो गया. उसका सारा आकर्षण समाप्त हो गया और वह युवा उम्र में ही प्रोढ़ जैसी दिखने लगी.
    गणेश की हालत अब बहुत ही खराब थी ,वह वेंटिलेटर पर था. पार्वती को अब मेरी कही हुई सब बातें याद आने लगी .
    उसने डॉक्टरों से कहा कि गणेश को वेंटिलेटर से उतार दीजिए. डॉक्टरों ने उसे चेताया कि अगर ऐसा किया गया तो गणेश की मृत्यु हो जाएगी लेकिन पार्वती निर्णय ले चुकी थी ,उसने फोन करके मुझसे कहा कि तुम ठीक कहते थे शिव ,मुझे उसी दिन यह निर्णय ले लेना चाहिए था .अब मैं तुम्हारे पास लौटकर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं .
    पार्वती को आप पृथ्वी के रूप में जानते हैं और मुझे आप उत्तरी ध्रुव के रूप में जानते हैं. हम दोनों वाइब्रेशन के द्वारा हमेशा एक दूसरे से जुड़े रहते हैं .अपनी नाकारा संतानों से मोह के कारण पृथ्वी अब पूरी तरह झुक चुकी है और अब उसने अपनी नाकारा संतानों का मोह त्यागकर स्वयं के मेरुदंड को सीधा करने का निर्णय ले लिया है .वह समझ गई है कि गणेश जैसे रोगी बालक को भी भगवान समझ लेने वाली धार्मिक बुद्धि वाली और हमेशा भगवान से मांगती रहने वाली ऐसी जड़ संतानें इस पृथ्वी पर जीकर भी क्या करेगी .
    पृथ्वी ने अब दक्षिणी ध्रुव (नीचे) की तरफ झुकना छोड़कर उत्तरी ध्रुव (ऊपर) की तरफ बढ़ने का निर्णय ले लिया है.
    मैं पार्वती के इस निर्णय से बेहद खुश हूं .हमें संतानों की संख्या पर नहीं बल्कि उनकी गुणवत्ता पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
    अब इस दुनिया में सिर्फ वही लोग जीवित रहेंगे जो भगवान को नहीं मानते हैं और जिनके भीतर संघर्ष करने की क्षमता है.
    मैं चित्त हूं कार्तिकेय मन है पार्वती बुद्धि है और गणेश अहंकार है. अहंकार के मरने के बाद ही हमारी बुद्धि सही मार्ग पर आती है.

  • @indiantraveller194
    @indiantraveller194 Před rokem +1

    राधे राधे गुरु जी । दिल आप प्रणाम 😘🇮🇳

  • @veer2806
    @veer2806 Před rokem

    Bahot se mere prashna ke jawab mil gaya.

  • @logically1028
    @logically1028 Před rokem

    बहुत सुंदर विश्लेषण...🙏

  • @hansrajbabel
    @hansrajbabel Před rokem +2

    मनुष्य शब्द मन से ही बना है .मन का अर्थ होता है ऊपर उठने की प्रवृति. पशुओं में मन नहीं पाया जाता है
    गुरुजी को कृपया मेरी नीचे वाली पोस्ट अवश्य पढ़ा देवें

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem

      मन, मस्तिष्क का उत्पादन है। जब मन बुद्धि पर हावी हो जाता है तब मनुष्य विवेक हीन कहलाता है और जब बुद्धि मन पर हावी हो जाती है तब मनुष्य विवेक पुरुष कहलाता है।

  • @chanderkanta5715
    @chanderkanta5715 Před rokem +1

    Gratitude Guruji 🙏

  • @rajeshsingh3451
    @rajeshsingh3451 Před rokem +1

    Pranam guruji 🌹

  • @manjuufoodcreations369
    @manjuufoodcreations369 Před rokem +3

    प्रणाम गुरुजी 🙏

  • @krishrajpoot8470
    @krishrajpoot8470 Před rokem

    Adbhut guru ji

  • @chanderkanta5715
    @chanderkanta5715 Před rokem +1

    We love you Guru ji 🙏

  • @SURENDRAKUMAR-jb3cg
    @SURENDRAKUMAR-jb3cg Před rokem

    Jay Jay guru ji🙏🙏

  • @SairajSawant
    @SairajSawant Před rokem +2

    Pranam guruji❤🙏

  • @chanderkanta5715
    @chanderkanta5715 Před rokem +1

    Wah kya answers aur kya questions hai ,maza aa gaya🙏

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +1

      Philosophy
      Darshan and
      Revealed granths को बुद्धि से सत्य अस्त्य को आंक सकते हैं क्या?

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +1

      Can v find right and wrong if philosophy Darshan and revelation mix together?

  • @alaknirnjan1980
    @alaknirnjan1980 Před rokem +2

    हर हर महादेव 🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱

  • @ayubtamboli6007
    @ayubtamboli6007 Před rokem

    Great

  • @333highpriestess6
    @333highpriestess6 Před rokem +2

    Sir aap kitne "Bhagyeshali" hai..
    Guru ji k itne saamne se ye sab gyan aap grahan kr parhy hai 🙏🏻

  • @arunkumargupta8194
    @arunkumargupta8194 Před rokem

    🙏❤️ koti pranam ❤️🙏

  • @vinitasahaj7608
    @vinitasahaj7608 Před rokem

    Thanks Guruji

  • @yoyo-pe5km
    @yoyo-pe5km Před rokem +1

    अंतःकरण चतुष्टय चार हैं,मन, बुद्धि,चित्त और अहंकार...नियंत्रित मन को ही बुद्धि कहते हैं

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem

      चित्त वृत्ति को नियंत्रण करना चाहिए यह योग में बाधा उत्पन्न करती है और समाधि की ओर नहीं जाने देती।
      मस्तिष्क का उत्पादन मन होता है, जैसा चित्त होगा उत्पादन भी वैसा ही होगा, बुद्धि उस उत्पादन में सत्य और असत्य को आंक लेती है। सत्य अहंकार को सात्विक बनाता है। बोध होने से सत्य (ईश्वर) के अस्तित्व की अनुभूति कराता है। अनुभूति होते ही ईश्वर से इश्क हो जाता है यह ब्रह्माण्ड फिर मिथ्या जगत होने का अनुभव कराता है।💞🤲🙏💞

  • @mangatramsharma9167
    @mangatramsharma9167 Před rokem

    बिल्कुल सही है। पर आपकी विचार मैं भक्ति का मतलब है। राम का नाम बड़ा कहना चाहिए या राम का काम बड़ा है। इस पर विचार दें। धन्यवाद आपका जी। आपके चरणों में प्रणाम जी।

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +2

      नाम बड़ा या काम बड़ा
      आप का मन क्या कहता है?
      और बुद्धि क्या कहती है?
      जो भी आप का उत्तर होगा वोह आप का स्वयं का कमाया हुआ ज्ञान होगा उधार का नहीं....
      करो आत्मदर्शन 💞🙏💞

  • @MRohitg
    @MRohitg Před rokem

    Thank sir ji

  • @babitavaishnav4483
    @babitavaishnav4483 Před rokem +2

    👏❤

  • @ankityadavrl5sz
    @ankityadavrl5sz Před rokem +1

    Long live legend

  • @user-px6oh4zx8x
    @user-px6oh4zx8x Před rokem

    Guru ji pranam

  • @jagatbhavsar6649
    @jagatbhavsar6649 Před rokem +1

    👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏👏👏🙌🙌🙌🙌🙌🙌🌷🌷🌷🙏🙏🙏🙏⚘⚘unbelievable guruji bhagvadgita me bhi bhagvan ne arjun ko yahi gyan diya he 🙏🙏🙏abdhut guruji

  • @jaybharat3677
    @jaybharat3677 Před rokem

    👌🏻🙏🏻

  • @dayashankar2495
    @dayashankar2495 Před rokem +2

    Can you request Guruji to explain swa dharme nidhanam sreyah par Dharmo bhayawa.?
    What is the meaning of swadharm and pardharm here?

  • @ketansharma9215
    @ketansharma9215 Před rokem

    सर, गुरुजी से भैरव की मानव देह पर सवारी के बारे में प्रश्न कीजिये🙏।

  • @fromthedepthsofmyheart9
    @fromthedepthsofmyheart9 Před rokem +1

    हम इतना सारा ज्ञान लेते हैं इस चैनल से इसमें कोई शक नही
    पर ये बताओ गुरु जी कि हम अम्ल कब करें ।।। और किस ज्ञान पर करें
    जिंदगी छोटी है ज्ञान लेना भी है और अम्ल में भी लाना है

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +2

      हे गुरुवर? एक अमल दूसरा विश्वास
      1 . ईश्वर पर विश्वास
      2. प्रलय पर विश्वास
      अब शरीर से जो करना है वोह अमल कहलाता है । शरीर से नेक अमल क्या करना है क्या नहीं करना इसे अपनी आस्था के अनुसार जो शास्त्रों में लिखा है उसके हिसाब से जब तक जिंदगी है तब तक करें।

  • @vinayaksecurity8295
    @vinayaksecurity8295 Před rokem

    🙏

  • @dheerajsharma6195
    @dheerajsharma6195 Před rokem

    Hari om tat sat 🙏

  • @nitinmishra4493
    @nitinmishra4493 Před 5 měsíci +1

    Adrak wali chai ban rahi thhi uss din

  • @seemasahal115
    @seemasahal115 Před rokem

    🙏🙏

  • @siddhivaidya667
    @siddhivaidya667 Před rokem

    JSK🙏👏🌹

  • @bhimsenpawar2031
    @bhimsenpawar2031 Před rokem +1

    मन तो भीक मंगा है ।
    इसकी मांगे कभी रुकती ही नही ।🙄😂🤣
    ओशो महाराज ।🙏🙏🙏💮🌼🌸
    तथागत बुद्ध 🙏🙏🙏🌸🌼💮
    मा. जे .कृष्णमूर्ती 🙏🙏🙏💮🌼🌸

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +2

      यदि पतन होने से रुकना है तौ मन की ( सही और गलत ) मांग को बुद्धि से ही आंकना होगा।गलत मांग विवेकहीन कर देगी और पतन हो जायेगा।
      भौतिक पतन हमारे भीतर के पुर्जे hypothalamous,pituitary adrenal cortex and medulla glands हमे warn karenge. अध्यात्म पतन ( सत्य और असत्य) नजर अंदाज कर देगा।💞🙏🤲💞

    • @bhimsenpawar2031
      @bhimsenpawar2031 Před rokem +1

      @@IrfanAli-db6kb 👍

  • @binodroka1
    @binodroka1 Před rokem

    🪔👏🧘‍♂️

  • @Redediting9797
    @Redediting9797 Před rokem

    Good work sir 😊☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️

  • @parmanandgavade7426
    @parmanandgavade7426 Před rokem

    🙏🙏🌹🌹🚩🚩

  • @mazhermirza6518
    @mazhermirza6518 Před rokem

    Sir .zodic sign pe be Q karain guru ge sa .

  • @pankajgusain6312
    @pankajgusain6312 Před rokem

    sir please kitaab likhiye

  • @govindasarkar4603
    @govindasarkar4603 Před rokem

    ❤️❤️❤️❤️🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽

  • @rohitagyat111
    @rohitagyat111 Před rokem

    🙏🙏🙏🙏🙏

  • @vinodrana7303
    @vinodrana7303 Před rokem

    Kripya karke dada ji yogikathaamrit par vichar parkt kariye🙏

  • @arvindkumarverma4057
    @arvindkumarverma4057 Před rokem

    ज्ञान के आगे क्या है.कृपया.

  • @SunilKumar-wo7ob
    @SunilKumar-wo7ob Před rokem

    🙏🌷🙏🌷🙏🌷🙏🔥✌

  • @girishpandey5409
    @girishpandey5409 Před rokem

    प्रार्थना का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है गुरदेव से कृपया मेरा ये प्रश्न पूछे----

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem

      यदि प्रार्थना भौतिक है तौ hypothalamous,pituitary adrenal cortex and medulla glands पर प्रभाव पड़ेगा और यदि अध्यात्म है तौ बुद्धि पर प्रभाव होगा , सत्य अस्त्य को जान लोगे।

    • @girishpandey5409
      @girishpandey5409 Před rokem +1

      @@IrfanAli-db6kb सर प्रार्थना हमारे लिए किस तरह लाभदायक है जरा विस्तार से समझाएं---

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem +1

      @@girishpandey5409 प्रार्थना एक वाइब्रेशन है यह ब्रह्माण्ड में जाती है,ब्रह्माण्ड जब देखते हैं तभी तक ब्रह्माण्ड है यदि नहीं देखते तौ wave जैसा है।( यही Quantam physics है इसकी नीव 1500साल पहले शंकराचार्य जी ने रखी थी) ।
      प्रार्थना भी wave का रूप धारण कर लेती हैं कितना Hz की हैं यह इंडिविजुअल पर निर्भर करता है शोध करता मानते हैं कम से कम 50Hz हों तौ अच्छा है। प्रार्थना की wave ब्रह्माण्ड से मिल जाती हैं। समस्त ब्रह्माण्ड ऊर्जा से भरपूर लवा लब भरा हुआ है ईश्वर ने सब के साधन कराए। यह प्रार्थनाएं ही हैं जिनका प्रभाव हम सब पर पड़ता है।यह शुद्ध वैज्ञानिक तरीका है। अनंत खजाने हैं इस ब्रह्माण्ड में सब यहीं से मिलेगा और इसी मे लुप्त हो जाता है। इसलिए मांगो ईश्वर सब कबूल करता है मांगना क्या है और केसे मांगना है यह आस्था पर निर्भर है।

    • @girishpandey5409
      @girishpandey5409 Před rokem

      @@IrfanAli-db6kb 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @SurajKumar-il3hi
    @SurajKumar-il3hi Před rokem

    Man ko bibek ki or kaise le jaye man to indriyo ki or jyada jane lagta h

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb Před rokem

      मन, मस्तिष्क का उत्पादन है। हमारे पांच सेंस सब cerabral cortex में जमा होकर जिसे उत्पन्न करता है उसी को मन कहते हैं।
      पक्का इरादा ( will) Karen aur senses ( चित्त) पर नियंत्रण करना सीखें।

  • @vikaspratapsingh903
    @vikaspratapsingh903 Před rokem

    Bahut bahut dhanyvad....

  • @gymboy7209
    @gymboy7209 Před rokem

    नमन ☺

  • @jitendrasinghtomar558

    गुणा गुणेषु बर्तन्ते

  • @piyushsharma4377
    @piyushsharma4377 Před rokem

    Pranam guruji

  • @Suyash-Rohit
    @Suyash-Rohit Před rokem

    प्रणाम गुरूदेव