दादेर गीत सुन गदगद हो जाएगा मन ! सरगुजा का दसराहा गाना । Ganga dashhara Songs
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- čas přidán 11. 06. 2023
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गंगा दशहरा के दिन दादर गाने का प्रचलन रहा है, गायन विधाओं में दादर गायन वनवासी बहुल इलाके का प्रमुख हिस्सा रहा है। युगल महिला पुरुष के बीच सवाल जवाब कर दादर गायन की प्रतिस्पर्धा होता है। हार-जीत होती। जो जीतता है उसे हारने वाले के तरफ़ से नारियल तथा मिष्ठान खिलाया जाता है।
पान ला मुँह ला करे लाल,
बेसी माया ला झिन करबे,
एक दिन हो जाही जीव कर काल।
चला चली दसराहा मेला देखे ला।।
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पान खाये सोपारी खाये छोटे छैला चले आवा रे।
मय छैला सही हो रे, तोर पान सोपारी सही आहा रे।
मोर दांत नइया तो तोर पान सोपारी ला खाओ कइसे
तोर जग मय कइसे जाओं रे। छोटे छैला चले आवा रे।
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पाकल आमा हिलाओं कइसे,
अनगइहाँ ला मिलाओं कइसे।
पांव परे लेहे रे पान मिठाई।
तांय धराये पान मिठाई सब मिल जाही रे।
कहां आहा राम, कहाँ आहां लक्षिमन
कहाँ आहाँ भरत भगवान।
राम बने राम आहां अयोध्या में लक्षिमन,
भरतपुर में भरत भगवान।
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नागर ला जोते निकले टुकू,
तंय समाचेती रह।
तेला मय हर ले जाहूँ ढुँकू
तंय समाचेती रह।
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सरगुजिहा दसराहा धंधा लोक गीत
कोन हर दिया, कोन हर तेल
कोन हर मागत है नींदरी,
कोन हर मांगेल खेल।
दिया मागेल बाती,
बाते रे मागेल तेल।
दोनों नयना मागत है निदरी,
जवानी मांगेल खेल।
दस परिसा कुइंया, बीस परीसा जोजन,
मोर धंधा ला छोरे बीन झिन करिहा भोजन।
धरे लोटा मुखारी पानी लोटा,
दस परिसा कुइया बीस परिसा जोजन।
मोर धंधा ला छोरे बीन झिन करिहा भोजन।
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जाम पके जमटी, पहारे पाके लिम।
कातो जीनिस कर उठारह कोरी सींग रहेल रे।
काटे जी घाही, तोर धंधा हर होय जंगल कर साही।
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खूंटा उपर कोठार, तिहा निम्हें दुनिया संसार रे।
बनाये गये लेहे चाक एहर होय रे कुम्हारा कर चाक।
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चांदनीपुर में चोरी करे, चिमटपुर में धराये रे,
हांथपुर में ओकर जान जाही रे।
काटे जो घाही तोर धंधा हर हवे मुड़कर डीला।
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टिटही अस गोड़ बदरी अस पेट,
मोर धंधा ला छोरे बीन झिन गाबे गीत।
कहे बाजार गये लेहे आंछी,
तोर धंधा हवे रे कपड़ा कर छाता।
,______ - Zábava
मजा आगे भैया आप मनक दशराहा गीत हर अऊअईने गीत निकालत रहल भ ईया
🎉 बहुत शानदार गाना
Nice song
good music......keep sharing
Thanks for listening