दादेर गीत हिट्स ~ सरगुजिहा दसराहा धंधा लोक गीत 05 । Ganga Dussehra folk songs Surguja CG
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- čas přidán 21. 06. 2023
- सरगुजिहा दसराहा धंधा लोक गीत
1.कोन हर दिया, कोन हर तेल,
कोन हर मागत है नींदरी,
कोन हर मांगेल खेल।
दिया मागेल बाती,
बाते रे मागेल तेल।
दोनों नयना मागत है निदरी,
जवानी मांगेल खेल।
2.दस परिसा कुइंया, बीस परीसा जोजन,
मोर धंधा ला छोरे बिन झिन करिहा भोजन।
“धरे लोटा मुखारी पानी लोटा,
दस परिसा कुइया बीस परिसा जोजन।
मोर धंधा ला छोरे बिन झिन करिहा भोजन।
3.“जाम पके जमटी, पहारे पाके लिम।
कातो जीनिस कर उठारह कोरी सींग रहेल रे।
“काटे जी घाही, तोर धंधा हर होय जंगल कर साही।
4.चांदनीपुर में चोरी करे, चिमटपुर में धराये रे,
हांथपुर में ओकर जान जाही रे।
काटे जो घाही तोर धंधा हर हवे मुड़कर डीला।
5.“टिटही अस गोड़ बदरी अस पेट,
मोर धंधा ला छोरे बिन झिन गाबे गीत।
कहे बाजार गये लेहे आंछी,
तोर धंधा हवे रे कपड़ा कर छाता।” - Zábava
बहुत बढ़िया।बचपन में बहुत देखा और सुना है।सरगुजिहा संस्कृति को दिल से सलाम।❤
Sundar geet ho
Thankyou
Nice
Thanks