भक्त का हर पलभक्ति में ही बीतता है | सेवा, सुमिरण, सत्संग करते हुए सभी अपनी भक्ति को मजबूत करते जाएं

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  • čas přidán 26. 02. 2024
  • भक्त का हर पल
    भक्ति में ही बीतता है
    भक्त ने जब एक बार
    ब्रह्मज्ञान की रोशनी ले ली
    तो फिर इनका हर पल
    ही उज्ज्वल है।
    इनका हर पल भक्ति
    में ही बीतता है।
    हमें प्यार में इस
    तरह डूबना है कि
    हर तरफ, रोम-रोम
    और इस ब्रह्माण्ड में,
    प्यार ही प्यार हो
    और सबका जीवन
    प्रेमाभक्ति में बीतता
    चला जाए।
    अगर भक्ति में जीवन
    बीत रहा है तो मन
    हमेशा आनंद की
    अवस्था में ही रहेगा।
    भक्त यही मानता है कि
    प्रभु ने मेरे लिए सब कुछ
    अच्छा ही किया हुआ है।
    यह पूर्ण है और इसका
    इंतजाम भी पूर्ण है।
    अगर हर पल
    परमात्मा याद है
    तो निःसंदेह हम
    भक्ति ही कर रहे हैं।
    जिस तरह आटो
    पायलट मोड में
    विमान अपने आप
    ही उड़ान भरता है,
    इसी तरह भक्त
    अपना विश्वास,
    अपना ध्यान,
    परमात्मा के साथ
    जोड़े रखता है
    और उसके सभी
    कार्य सहज रूप में
    होते चले जाते हैं।
    दातार कृपा करे कि
    सेवा, सुमिरण, सत्संग
    करते हुए सभी अपनी
    भक्ति को मजबूत
    करते जाएं।
    - सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज
  • Zábava

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