सिरत अच्छी हर किसी की हो जाए। तभी हमारे घर स्वर्ग बन सकते हैं। | Sant Nirankari mission

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  • čas přidán 22. 03. 2024
  • मन की सुंदरता इसके साथ नाता जोड़ने से ही है। शरीर की सुंदरता तो हो जाती है। यो का जन्म से ही सुन्दर शकल सूरत मिल जाती है। कई और साधनों का सहारा लेकर अपनी सुंदरता को बढ़ा लेते हैं। अच्छे अच्छे वस्त्र धारण कर लेते है ताकि सुंदर लगे। जहाँ उठना बैठना हो, सुंदर लगे। तो उस प्रकार से, हमारे बाहरी आकृतियों को तो सुंदरता मिल जाती है। लेकिन उससे बात नहीं बनती है। फिर वही बात आएगी कि मन का सुंदर होना जरूरी है। और मन इससे साथ जुड़ जाए। तो फिर मन को सुंदरता मिल जाती है। फिर सूरत जाये कैसी भी हो? सूरत सुंदर नहीं है, लेकिन मन सुंदर हो गया। यानी की सीरत सुंदर हो गयी है। सूरत और सीरत में केवल मात्रा का फर्क नहीं है। सूरत और सीरत में जमीन आसमान का फर्क है। तो इसलिए ये सिरत अच्छी हर किसी की होजाए। तभी हमारे घर स्वर्ग बन सकते हैं। तभी हमारे समाज को सुंदरता मिल सकती है। और हम इस विश्व को भी इस गुलजार को भी हम सुंदर बना सकते हैं। तो यही अरदास प्रार्थना की दातार कृपा करें। आप सभी को ही ऐसी सुमति प्रदान करने सभी को ऐसी व्यवस्था प्रदान करें ताकि ये जीवन जो सीमित था जीवन है। बहुत लम्बा चौड़ा जीवन नहीं है। #babahardevsinghjimaharaj #motivation #nirankar #nirankaribabaji #nirankaribhajans #nirankarisongs #nirankarivichar
  • Zábava

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