कृपया एकंर से अनुरोध है कि प्रेमानंद जी महाराज को कथावाचक समझने की भूल न करें वह एक महान संत है यदि उन्हें समझना है तो उन्हें अच्छे से सुनना होगा ,वे एक अद्भुत व्यक्तित्व है
प्रेमानंद जी अपने आस पास उवको को नचाते है आस्था और राधा के नाम पर। और यही युवा आगे चलकर इनकी मर्दानगी खत्म हो रही है और ये युवा हिजड़े बन रहे हैं बिंदी,गहन,मेकअप करना महिला का आभूषण है पुरुषों का नही है
Wo v kathavachak hi he... Mere hisab se satyavachak whi he jo sri krishna sri ram ke charitra ko sahi dhang se prastut kare... Bas love story pe focus na kare jivan ek sangharsh he ramayan, mahabharat whi he k adharm ke s Sath kaise lad has jaye... Aj taq maine kisi v bhagwat puran ki katha sunane wale ko radha ke topic ke alawa aur kuch sunate hue nhi suna he... Sri krishna bht kuch the mahabharat me bht kuch charitra he sri krishna aur vidur he, sri krishna and arjun he, sri krishna and draupadi he aise bht kuch sikhshyaniya visay he wo kabhi kisi bhagwat katha me jyada sunate hue maine nhi suna he... Ved to aur complex he do granth to thik se suna dete ye log to badi meherbani hoti
दुनियां के चांडाल और जिहादी आपके उपर चौतरफा हमला कर रहे हैं, आप उनसे बचेंगे तब न, बचने ही नहीं देंगे, आपके खिलाफ आपके खुद के बच्चों को खड़ा कर देंगे......कई उदाहरण हैं कॉन्वेंटेड स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को पता ही नहीं हैं की उसकी सिवलाइजेशन हैं उसने पूरी दुनियां को संरक्षण दे रखा हैं उसके बराबरी की किसी के पास कोई धर्म संस्कृति नहीं हैं, सनातनी हिंदू धर्म संस्कृति की जो आदर्श शिक्षाएं हैं, इन्हें अंग्रेजों ने देश को लूटने के लिए सभी गुरुकुल बंद कराए और कॉन्वेंट स्कूल खोले, अब उन्हीं स्कूलों में काले अंग्रेज पैदा हो रहे हैं जो गोरे अंग्रेजों से भी ज्यादा खतरनाक हैं, जितना इन्होंने (अंग्रजोंने)नहीं लूटा ढाई सौ सालों में..... उनसे सौ गुणा ये चांडाल काले अंग्रेज़ लूट चुके हैं, और दलितों के नाम परआरक्षण के नाम से बुद्धिष्ठों के नाम पर आज भी लूट रहे हैं,......... हमारे नेताओं ने हमे अपना धर्म ही नहीं जानने दिया, और हम कहते हैं की दूसरे धर्म से बचो ,अब हम किससे बचें.......??.........
कया आपका मतलब ईजुकेशन और टेरनींग का संबंध धार्मिक शिक्षा से है तो माफ किजीयेगा उन लोगों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर केवल विश्वास करना सिखाया जाता है न उनके पास ना विवध वेद हैं न ग्रंथ है ना उनको कनफयूंजन है हमारे साथ उनकी तुलना नहीं हो सकती
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते, हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है। गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है। गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
मैं खुद एक चमार जाति से हूं पर गौतम भाई के बात से मैं पूरा सहमत हूँ सभी लोगों से कहना चाहता हूं आप सभी जातियों में मत बटो सभी भाइयो से कहना चाहता हूँ आप अपने नाम के आगे सनातन धर्म का टाइटल लगाए जय श्री राम जय हिंद जय भारत जय भीम आप सभी गुरु जी को तहेदिल से धन्यवाद❤❤❤❤❤❤
Aisa mat bolo bhai , jaati me mat bato khud ko, hamesha sab sirf hindu hain, sabhi hindu Yuva ko jagna bahut jaruri hai, ek hona bahut jaruri hai, jativadi khatm karo, hamesha sab sirf hindu hain, Jai hind Jai Hindu Rashtra
इस्कॉन वाले केवल और केवल कृष्ण की भक्ति की बात करते है। लेकिन आज जब हम और पूरी दुनिया मुस्लिम आतंकवाद से जूझ रही है तब भक्ति नही कृष्ण की शक्ति उनकी डिप्लोमैट पावर विनिंग हंगर जीत की भूख और दुश्मन के किसी भी तरीके से विनाश करने की दृढता की बात करने की आवश्यकता है।
Isiliye to itna atyachar ab shuru ho gaya hai kyunki Ishwar ko lekar hamesha Ishwar hai hamare sansar mein ki nahin Ishwar agar nahin hota to aap log duniya mein rahte kaise
Iskon America ke nashediyon ki bharti se bani hui hai iska itihaas toh! Parh le bhai fir pravachan dena kabhi nath pant ke baare me bhi jaan le iskon toh pakhandi hai maine kabhi unhein Shastratha karte nahi dekha be bas Iskon wali hi mangadant kahaniyaan sunate rehte hai.
भगवान कृष्ण योगी थे भोगी नहीं थे। वे वेदों के ज्ञाता थे। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन को उपदेश दिया । बाकि अवतारवाद के कारण उनके चरित्र से कोई प्रेरणा इसलिए नहीं लेता क्योंकि जो ईश्वर कर सकता हैं। वह मनुष्य नहीं कर सकता हैं। बस सब उनके भक्त बन जाओ। और रटने के लिए कृष्ण के साथ राधा जोड़ दिया । ताकि राधे कृष्ण राधे कृष्ण रटने में आसान हो जाये। और वह हमारी रक्षा कर लेंगे। और प्रेमी प्रेमिका एक दुसरे के अन्दर राधा और कृष्ण की छवि देखें भक्ति में लीन हो जाये।
इस चैनल पर जितने हिंदू सनातनी विद्वान आये है सब नफरत फैला रहे है लेकिन एक मुस्लिम विद्वान् अब्दुल्लाह तारिक आये जो सब भारत वासियों को मिलाने की और मुहब्बत की बात कर रहे थे ये विजानि बिना सर पैर की बात कर रहे है जब तक सबको साथ लेके चलने की बात नहीं होगी भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता।
पर मैं सहमत नही हूं क्या आपने भागवत और गीता को पडा है ,, अगर नही तो आप सिर्फ उड़ती हुई बात और जिसका पलड़ा भरी उसकी बात पर ही आप सहमत हो जाते है , और मेरे हिसाब से आपको भी ज्ञान नही है ,,
@@Some9562 bhagwat padhne ka koi matlab nahi bekar gappe hai .. Geeta 10 se jyada baar , alag alag types complete ho chuki hai .. Aur mai bhi Gautam ji ki baat se sehmat hu
@@avinashrai11141 kuch nahi .. Isse aap siddh karogpaoge sirf itna , ki aap manushya to nahi .. Aur agar khud ko manushya siddh bhi kar paye , to apni buddhi ko to nahi karpaoge .. Seddhi baat Budhhiheen manushya kehlaoge ..
जो भी व्यक्ति ,बाबा,साधु सनातन वेदिकधर्म के ग्रंथों को प्रमोट करने की जगह,स्वयं को प्रमोट करे और भगवान तुल्य बताए ,उसे तुरंत नकार देना चाहिए और उसपर कार्यवाही की जानी चाहिए। 🕉️🚩
❤जो वेदों को प्रमोट करेगा वही तो स्वयं को प्रमोट कर पाएगा जो वेदों को नहीं समझ पाएगा वह स्वयं को नहीं समझ पाएगा जो वेदों को समझ लेगा वही स्वयं को भगवान बतायेगा वेदों को समझना इतना आसान नहीं जितना तुम समझ रहे हो गोस्वामी तुलसीदास जी की रामचरितमानस की इस चोपाई से जानें। (लागे करन ब्रह्म उपदेशा। अज अद्वैत अगुन हृदयेसा।।) (सो तैं ताहि तोहि नहिं भेदा। बारि बीचि इव गावहिं बेदा।।)
धर्मगुरु की बहस पूरी सुनी इससे एक ही निष्कर्ष निकलता है इनको धर्म नहीं बचाना है और ना ही यह सनातन के हितेषी ऐसा लगता है यह कोई विशेष पार्टी के लिए काम करते हैं जय बाबा गरीब नाथ
Bhaiya ye sab pad k bol rhe h jaise rattu tota bolta Kisi sant se milo jisne naam ka dhyan taste kiya ho ye rattu tota to sirf rata hua bolenge Yahi to maya h jo hume santo se alag kar rhi h
@@Rajeshkumar-tv2of bhaiy ye sab Archa vigrah ko galat bata rhe h pooja krna galat bata rhe h jbki humari bhagwaan ko prapt krne ki 9 vidhi batai gyi h
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते, हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है। गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।👎 गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
@@user-oe3vh1yj8q Shrikrishna will always be a great iconic personality not only for me but for crores of Hindu people of the world whether we place any respected words before his name or not.
क्या बात कर रहे हैं भाई साहब कि ईश्वर का चरित्र हनन कोई कर सकता है?।या तो वह करनेवाले ईश्वर का विरोधी हो सकते हैं।सवाल है कि ईश्वर का विरोधी कौन हो सकता है?
@@mithileshsharma1781I am always asking the question the Krishna and all other goddess in Hindu belief were only for India. Is India a separate part of this world or whole the world is called India? The creator God must be for whole the universe.not for a part of world. Whole the veda and every hindu scriptures are studying and following only by hindus.Not whole the world's mankind follows Hinduism or believe in Hindu God. So how can you say,and proof that the universe came into existence or made by the God of hindu scriptures.
@@sasikv4255 Brother,I dont have much study and knowledge about Hindu scriptures so I am not in a position to give you 100% convincing answer but what more I could understand and I believe that when you take Lord Rama and Lord Krishna as the incarnation of God then such questions arise.So take them as the greatest personalities of human history or Hindu history instead of incarnation of God.
Radha ke naam par logo ko ab nahi lut paoge tum 3% log 97% bahujano se jeet bhi nahi paoge jab Radha Krishna yadav the to pandit yadav ko apana baap kyu nahi mante
मेरे कुछ प्रश्न है । 1- अगर मनु - शतरूपा ही पृथ्वी पर आने वाले प्रथम मानव थे तो क्या बंदर से मानव बनने का सिद्धांत गलत है क्या ? । 2- वेद यदि ब्रह्म द्वारा लिखा गया है तो ऋग्वेद में अग्नि, वायु , इंद्र , बरूण, आदि देवता से, वे बल , वीर्य , बुद्धि, सुख, तेज किसके लिए मांग रहे है ब्रह्म खुद अपने लिए । अगर आप तार्किक दृष्टि से सोचेंगे तो आपको उत्तर मिलेगा । की नहीं कोई मनुष्य अपने लिए मांग रहा है । तो वेद ब्रह्मा ने कैसे लिखा ? 3- रामायण की माने तो श्री राम का जन्म आज से 8 लाख वर्ष पहले हुआ था । परन्तु विज्ञान की माने तो आज से 3 लाख साल पहले मानव आस्तित्व में आया था । आप जरा सोचे ये कैसे हो सकता है । इन सभी बातों से स्पष्ट होता है कि धर्म किसी भगवान व ईस्वर द्वारा नहीं बनाया जाता इसे कोई मनुष्य ही बनाता है । जब हम कभी सत्य तक पहुंचेंगे तो हमे पता चलेगा कि यह सब सत्य नहीं था जो हम समझते थे । और मुझे किसी धर्म से नहीं जोड़े मैं एक जिज्ञासु मानव हु और उत्तर के इच्छुक भी । धन्यवाद 🤎
This is open challange to gautam khattar & his follower menakshi & all just go & ask this question to Sri premanandji, Rajendra dasji , Amarendra prabhuji etc about Sriji they will definetly satisfy you .
राधा ही कृष्ण की सनातनी शक्ति है| रुक्मिणी द्वापर में आयी| क्योंकि गोलोक में राधा से प्रकट हुए महालक्ष्मी ने कृष्ण को पाने की चाह रखी थी, जो द्वापर युग में पूरी हुई| जैसे पार्वती भी जांबवती बनी उसी तरह वैकुंठ स्वामिनी लक्ष्मी जी रुक्मिणी बनी| जगन्नाथ तो अनंत कोटी ब्रम्हांड के पिता और सभी शक्तियों के पति हैं|
@@shubhamnikam678 krishn ji ki sirf ek patni thi rukmini ji . --Mahabarat Radha ek fake character hai jise baad mai krishn ji ke saath joda gya to insult him . Golok bhagvat likhne wale ki kalpana hai ..farzi bakwas ..
दयानंद अंग्रेजों का एजेंट था। अधिकतर आर्य समाजी एंटी हिंदू एजेंट हैं। जो खुद को हिंदू मानता है, वो शास्त्रों को मानेगा। वेद उपनिषद, पुराण, इतिहास, ये सब हमारे शास्त्र हैं। आर्य समाज केवल वेद को मानता है, और उसकी व्याख्या भी अपने मन से करता है। अतः आर्य समाज भारत में हिंदुओ को कन्वर्ट करने की ओर ले जाने का पहला कदम है।
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
गौतम सिर्फ अपनी बात को एंकर की पीठ पर बैठ कर अपना ज्ञान सर्वोपरि करने की कोशिश की है और एंकर ने परभू की बात को Bhot कम वैल्यू di hai or aap bhi shyad bhagwat or bhagwat geeta ko पड़ा नही होगा इसलिए अगर अपने पड़ा होता तो ज्ञान होता ,,
अंकुर जी व गौतम जी की बातों दम है सच है आधुनिक युग समस्या देखते हुए माँग भी यही है इन गुरुजी का सम्मान करता हूँ मेरा विचार से सब जानते हुए भी उसका हल ढुँढने के बजाय किसी महापुरूष का आने विचार जो सनातन की रक्षा करेगा
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31 अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah Rig Veda 1। 164। 31 अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है। उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है। इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है। तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 || घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है। अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है। तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः परमम् पदम् आवभअति भूरी ta vam vastuny usmasi gamadhyai yatra gavo bhuri-srnga ayasah atraha tad urugayasya krsnah paramam padam avabhati bhuri “हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “ इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
मै यह विनम्रता पूर्वक कहता हूं कि धर्म और ईश्वर यह निजी आस्था का विषय है..चर्चा से सिर्फ मत मतांतर हो जाता है.. धर्म और धार्मिकता को जब राजनीती या अन्य बातोंमे लाय जाता है तब उसका इस्तेमाल गलत होने लगता है. इसलिये आप जिसे भी मानते हो ईश्वर, अल्लाह, God को दिलसे मानो.. लेकिन किसकी जबरन मान्यता न बदलो.. तर्कशील बनो या आध्यत्मिक शरण मे जाओ.. अपना अपना चुनाव है. 👍👍
Log Shrimad Bhagwatam sunkar Moksh pana chahte hain isliye ye business ban chuka hai. Par Bhagwad Gita hume ek manushya banati hai jiske liye time hi nahi 😭😭😭😭
इन्सान से ऊपर कोई नहीं ! यह आप पर निर्भर करता है कि आप इंसान हों या जानवर ........................? 1 भाषा का अविष्कार -इंसान द्वारा 2.लिखने वाला -इंसान 3. कागज का निर्माण -इंसान 4. वेद पुराण धर्मग्रंथों को लिखने वाला -इंसान 5.स्याही का अविष्कार -इंसान 6.पूरी दुनिया में एकमात्र बुद्धिमान जीव - इंसान 7.भगवान,अल्हा,परमात्मा ,रब, खुदा,गॉड शब्दों कि रचना करने वाला, उच्चारण करने वाला,बताने वाला, प्रमाण देनें वाला भी - इंसान 8. धर्मों कि रचना,निर्माण करने वाला - इंसान जब तक जिवित हों बस बुद्धीमान बनो, इंसानियत रखो ,इंसान होकर मुर्ख नहीं,क्योंकि आपसे से बड़ा इस प्रकृति मैं और कोई नहीं ! ईश्वर कि खोज नहीं, मानव द्वारा अविष्कार हुआ है, और ये मानव सभ्यता का आज तक सबसे विनाशकारी अविष्कार हैं.....? भाई इंसान होकर मूर्खता, भ्रांतियां, अंधविश्वास नहीं, विज्ञान अपनाओ.! जय ज्ञान - जय विज्ञान 🙏🙏🙏
इसमे से एक भी लाईन बताना, जो धर्म ग्रंथों से ली हों, आपको तो सभी धर्मं ग्रंथों कि पूरी जानकारी है ! या आप धर्म ग्रंथों को, मानव सभ्यता से पहले साबित करने कि नाकाम कोशिश कर रहे हों जय - ज्ञान जय - विज्ञान 🙏🙏 🙏
@@TheSmartEnglish एक भी धर्म ग्रंथ बताना जिसमें,मानवता,दया, और इंसानियत का पाठ पढाया हों, या बताया हो, और सुनो इंसान के द्बारा ना लिखा हो ! नहीं तो गॉड और धर्म कि सच्चाई बाहर आ जाएगी ! लेखक - भगवान, ईश्वर, अल्ला, गॉड, होना चाहिए ! अब तुम बोलो 😂😂 जय ज्ञान 🙏 जय विज्ञान 🙏 🙏
योगी राज श्री कृष्ण महाराज के पूरे जीवन चरित्र को बिगाड़ा है वह राधा रानी को जोड़ कर बिगाड़ दिया। जो मात्र एक पत्नी व्रत धारण किए जिन्होंने जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त कोई निंदित कार्य नहीं किए विवाह के पश्चात भी 12वर्ष का कठोर ब्रह्मचर्य आश्रम में रहे जिनके मात्र एक ही पुत्र प्रद्युम्न थे उन महान योगिराज श्री कृष्ण चंद्र महाराज को इतना बदनाम किया गया जिसकी कोई कल्पना भी नही कर सकता। राधा जो थी ही नहीं उसे जोड़ते है अरे क्यों अपने श्रेष्ठ महान पुरुषों को बदनाम करके पाप कर्माशय बनाते हो। और यदि कोई सत्य बोले भी तो उसे अस्वीकार कर देते हो तनिक तो बुद्धि का प्रयोग करो ईश्वर ने तर्क करने की शक्ति दी है जरा तो तर्क करना सीखो
Are iswar ko samajhne ke liye pehle sahi se bhagwat Geeta to pad lo kyu ki veda to samjhne ka samarth hai ya nehi doubt hai..samast granth ka saar hai bhagwat Geeta..kisi particular Insan ki soch mat lo..bain me kuch maal bhare hai iswar ne na to bichar karo..
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
@@sml8234 Radha is fictional ... And where did narad muni said this ?? Plz provide the refrence .. By the way we dont have any Trusted real text available of Narad muni .. Hence Mahabharat is only Evidence .😊
Khud se padhna recheck karna esse hi kisi kii baat ko nhi manna and agar koi galat lagge to mhu mai bolna u are wrong and here's the proof we can debate on that@@tarun4992
मैं (इस्कॉन ,आर्य समाज ) दोनों का सम्मान करता हु,लेकिन बात अंकुर जी और गौतम जी की ज्यादा तार्किक है। और यह भी सही है,की अभी समय हमें सनातन वैदिक धर्म का विस्तार करने का है,न कि आपस मे लड़के विरोधियों को सनातन धर्म पर उंगली उठाने का अवसर देने का है।🙏🙏
इस्कॉन वाले बात को घूम रहे हैं उनकी बातों में तथ्य नहीं है प्रमाण होना चाहिए बेहूदगी से अपनी बात पर अड़े हुए हैं अभिषेक 250 साल पहले किसी भी पुस्तक में आप राधा का जिक्र दिखाइए
कथा उसको ही करनी चाहिए जिसको आत्म ज्ञान हो फिर कोई भी कथा वाचक गलती नहीं कर सकता बिना ज्ञान के जो कथा वाचक कथा करगा उनका बुरा हाल होगा समझे राम राम राम राम राम जी
भगवान श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी और वो थी माँ रुकमणि। अब आप आर्य नमाजी बोलो या कुछ और श्री कृष्ण का चरित्र स्वच्छ और सुंदर था ये सत्य है उन्होंने गीता दिये उसे जीवन में उतारें और ज्ञान योग और कर्म योग से विश्व को आर्य बनाएं
नारी पराया धन ही है अंकुर जी। उन्हें पूरी छूट देने से वेश्यावृत्ति में लिप्त होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसलिए सनातन धर्म, बौद्ध मत, जैन मत, यहूदी मज़हब, ईसाई मज़हब और इस्लाम मज़हब में नारी को पूरी छूट नहीं दी है। आत्मा शरीर से अलग इसके पक्ष में एक भी ठोस प्रमाण नहीं है। पुनर्जन्म सबका होता है इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है, परन्तु बहुत ही कम संख्यक जीवों का पुनर्जन्म होता है, इसका ठोस प्रमाण है।
महाराष्ट्र में राधा रानी का नाम पूछ कर देखो लोग बोलेंगे कौन है यह राधा रानी भगवान श्री कृष्णा की पत्नी तो माता रुक्मणी थी. यही बोलेंगे लोग. मुख्य बात तो यह है कि स्वामी जी के पास राधा रानी के होने का कोई सबूत नहीं है इसीलिए स्वामी जी डिफॆंड करने में असमर्थ दिख रहे हैं मैं यह नहीं कह रहा आपकी राधा रानी का कोई अस्तित्व ही नहीं था किंतु राधा रानी को इतना महत्व दिया गया है की माता रुक्मणी का अस्तित्व ही नहीं दिखता.
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31 अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah Rig Veda 1। 164। 31 अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है। उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है। इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है। तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 || घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है। अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है। तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः परमम् पदम् आवभअति भूरी ta vam vastuny usmasi gamadhyai yatra gavo bhuri-srnga ayasah atraha tad urugayasya krsnah paramam padam avabhati bhuri “हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “ इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
isliye to arya samaji block karte hai aur bahgte firte hai debate se aur victim card khelna chalu kar dete hai😂😂 iam block at twitter by many samaji defeated many samajis. they just play victim card😂
@@anikettandi8228abe jahil tere kuch smjh aaya bhi aam jahil hinduo ki hi ladkiya love jihad me phasti hai unhe hi kuch nhi pta hota kyuki unke maa baap jahil hote hai aur arya samaj me keval tark gyan chalta hai jativad nhi chalta isliye unke yhn mahilaye ved mantra bolti hai suitcase me pack nhi hoti bro.
@@user-vk8em2jv7f main aniket pranam bhrata gauttam khattar pragya arya rishi uvach arya samaj rahul arya aur bhi bahut hai twitter per and akur arya telegram per aur is youtube wale ne bhi mera comment shadow ban kiya hai khuch dik rha hai kuch nhi.
इस चर्चा को सभी तक पहुंचाने की जरूरत है ताकि रूढ़िवादी समझ सकें कि उनके साथ क्या हो रहा है और उनका असली धर्म क्या है। खुद को जानने का सबसे आसान तरीका है गीता 🙏🙏 हरिबोल 🙏🙏 जय सनातन
अंकुर आर्य ने कहा ईश्वर ने दुनिया बनाई यह बात भी तो अंधविश्वास ही है । क्या यह अंधविश्वास नहीं है ? सांख्य शास्त्र अनुसार मूल कारण तो प्रकृति है यही बात ज्यादा प्रामाणिक और वैज्ञानिक है और शास्त्र सम्मत है ।
कौन कहता है, सनातन धर्म खतरा में है? ये कूटनीतिक षड्यंत्र है इसको समझें- सत्य तो ये है कि सनातन को न मानने वाले खतरे में हैं, क्योंकि प्रकृति के पंचतत्व सनातन है. इसलिए सनातनी अपने आपको गौरवान्वित महसूस करें. और भ्रम से दूर रहें.
श्रीकृष्ण एक उत्तम (योगी, योद्धा, रणनीतिकार, डिप्लोमैट) थे,लेकिन उनके इन मुख्य गुणों को बताने की जगह कथावाचक रासलीला के नाम पर उनके चरित्र को बदनाम करते है।😢
राधे तू बड़भागनी बहुत तपश्या किन तीन लोक चोहदा भुवन सब तेरे अधीन । औकात है क्या राधा जी के प्रूफ मांगने की भगवान श्रीकृष्ण ने जवाब दिया था तब तुम जैसे मन्दबुद्धियो ओर अधर्मियो को तू क्या जाने हमको छाछन बेचन हारी दो किताबे क्या पड़ली चले है राधा जी को जानने ।
brithis agend dayanand ne satyarht prakash hinduo ko batne ke liy hilikha. tha baki satyatrh praksh keval murko ko acha lag sakta hai. 48 bude ka 24 ke ladki se sadi karao uttam vivah karao jo nhi kar ayega ko arya samaji nhi 😂 gadho
@SimantaKalita-r7k satyarth prakash Isliye hi padhni kyuki usme lagbhag saare mat aur dusare religion ko bataya hai hum me kya kami hai usko bataya hai Aur sab Ved Upnishad DARSHAN jaise shastr se hi bataya hau
अंकुर जी एवम गौतम जी को शत शत प्रणाम❤❤आपके विचार का विश्व में प्रचार हो आजकल बिकाऊ लोग जोर जोर से बोलकर शांति को भंग कर रहे है लोगो की बुद्धि निष्यात्मिकता नहीं होने के कारण भटक रहे है। प्रणाम
@@Users9015 chup pakhandi akhand bharat 😂arya samaj bharat me sahi se nhi hai inki demography hi nhi akhand bharat ki bat kar rha murkh kahinka kalpanao se bahar niklo bache
@@Users9015 tera arya samaj adhe se jyada hinduon ko nark bhejta hai kyuki wo manta hai murti pujak nark gami hai telegram pe arya samaji hinduon ki atanki bolte hue kya bolte hai agar dikha diya to sharm aa jaegi
सोलहवीं सताबदि से राधा जी का जिक्र आया है कृष्ण के साथ जब मुस्लिम साशकों द्वारा हिन्दु धर्म को बर्बाद करने के लिए तरह तरह का उपाय किया गया कृष्ण को चरित्र को राधा के साथ जोड़कर कृष्णा को स्त्री लम्पट बनाने का प्रयास किया गया ताकि कृष्णा को भक्त को उनसे आस्था ख़त्म हो जाये जैसे ठीक उसी प्रकार आज भी कोई महापुरुष स्त्री लम्पट हो जाये तो उसकी निंदा होने लगती है समाज मे सोलहवीं शतबादी मे बहुत् सारे मुस्लिम भी कृष्णा भक्त हो गये थे रसखान ये राधा के भक्त थे ये मुगलो का सडयंत्र था हिन्दु धर्म के भगवान का चरित्र कलंकित करने का
😂 नास्तिकों का यहाँ क्या काम। जी अपने पास रखी गीता जी में आज की संध्या /भक्ति/नियम करते समय जरूर देखिये अद्भुत रहस्य:- गीता अध्याय :- अध्याय श्लोक 👇 👇 10 श्लोक 2 :- ऋषियों की स्थिति 4 श्लोक 34:- तत्वदर्शी संत की महिमा 15 श्लोक 1 :- तत्वदर्शी संत की पहिचान 18 श्लोक 46:- सबसे बड़े ईश्वर की महिमा 16 श्लोक 34 :- शास्त्र विधि से हटने से नुकसान 7श्लोक 23,29 :- देवताओं और गीता ज्ञान दाता के आगे 9 श्लोक 21 :- महास्वर्गों से बापस आने का प्रमाण 8 श्लोक 13 :- ओम् मंत्र बृह्म का जो पूर्ण नहीं 17 श्लोक 23 :- इसमें पूर्ण परमात्मा का मंत्र जो केवल तत्वदर्शी संत बताएगा नोट :- आत्मा परमात्मा में विलीन नहीं होगी क्योंकि वेद या गीता शास्त्र में कहीं नहीं लिखा फिर कोई मन में आश्चर्य हो तब पूछियेगा अपने मन के विचार जो बनने लगें, जिज्ञासा जो उतपन्न हो। ऐसे गहरे रहस्य शास्त्रों से जानने और ज्ञान गंगा बुक मंगाने के लिए पूरा पता :- मोबाइल नम्बर :- हमें कमेंट में लिखकर भेजिये #गीता_तेरा_ज्ञान_अमृत
Vrindavan Chandra Das ji ne prarambh mei bilkul sahi kaha ki Upanishad aur Puran bhi Ved hain. Vrindavan Chandra Das ji akele hi is poore program mei vaastavik dharma ki dhwaja lekar chal rahe hain. Bohot sundar 👃
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Sab ko ved hi na banado .. Aap log besharmi se kuch bhi bol dete ho .. Jagah jagah ved ke baare mai likha hai .. Darshano mai .upanishad mai , smriti mai... Itne praman hai ki sirf Rig.Yajur.Sam .Atharva hi ved hai .. But aap kuch bhi gapod banake usko failqte rehte ho ..pehle khud padho
सबसे ड्रामे बाज ये बाबा होते है जो सुरु से बेद का अध्ध्यान नही करता उसकी केन्वल बकवास करते है पुराण कभी भी वेद और ज्ञान का हिस्सा नही रहा कहानिके अलवा कुछ नही
समस्त वक्ता विद्वान और श्रेष्ठ है। मुझे एक बात समझ में आ रही हैं कि आम जनता जिनकी चेतना या मेधा का उचित स्तर प्राप्त नहीं हो तो लीलाओं का वर्णन सोच समझ कर करना चाहिए क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति ठीक वही बात नही समझ पाता जो वक्ता कह रहा है। साथ ही कही पर भी अपने धर्म पर किसी विधर्मी की कोई टिप्पणी और फिल्म या विज्ञापन में धर्म विरुद्ध प्रदर्शन का विरोध हो।
Bhai ye debet nahi tha .sirf charcha .es liye ankur Arya and goutam khattar maryada mai reh ke apne apne paks rakha. Agar debet hota to iskon vale aate hi nahi debet mai ..Jai shree Ram
कथा वाचक भागवत वाले पौराणिक लोग गोल मलोल की बातें करते हैं कोई लिखित प्रमाण नहीं देते हैं जब ऐतिहासिक की बात पकड़ में आती है तब आध्यात्मिक की बात करने लगते हैं राधा आदिशक्ति है प्रकृति है देवी है ब्रह्म रूपा है आदि अनर्गल चर्चा करने लगते हैं और ऐतिहासिक घटना को मिटा देते हैं आज से 100 साल पहले वृंदावन में राधा का नाम प्रचलन नहीं था सभी लोग अभिवादन में जय गोपाल जी कहा करते थे पता नहीं यह राधा का नाम कहां से कूद पड़ा है हिंदू धर्म खतरे में है । अब ठुमक ठुमक कर नाचते हुए राधा के गले में हाथ डालते हुए कृष्ण की जरूरत नहीं है अब महाभारत के चक्रधारी योगेश्वर श्रीकृष्ण की जरूरत है तभी देश में अत्याचार अनाचार व्यभिचार बलात्कार मिट सकेगा। जय योगेश्वरकृष्णचंद्र जय मां रुक्मणी। ओ ! कृष्ण भक्तों बोलो घड़ी घड़ी।।
तुम एक हिंदू धर्म की चर्चा दिखाओ जिसमे इस्लाम, मुस्लिम ना आया हो मे तुम्हें इस्लाम और ईसाइयत की हजारों चर्चाएं दिखा दूंगा जिसमें किसी दूसरे धर्म का नाम ही नही लेते कैसा ये धर्म है जो दूसरों के सहारे चल रहा है 😂😂😂😂
Sab ko only Science journey hi jawab de skta hai 😂😂😂😂 hinduisam budhisam ki hi mahayaani shakha hai ab khul k aa chuka hai inhone khud bola k Shankaracharya ne dobara hinduisam shuru kiya kyo k unko prachhan baudh kahte hai 😮😮
कृपया एकंर से अनुरोध है कि प्रेमानंद जी महाराज को कथावाचक समझने की भूल न करें वह एक महान संत है यदि उन्हें समझना है तो उन्हें अच्छे से सुनना होगा ,वे एक अद्भुत व्यक्तित्व है
प्रेमानंद जी आध्यात्मिक संत है
प्रेमानंद जी अपने आस पास उवको को नचाते है आस्था और राधा के नाम पर। और यही युवा आगे चलकर इनकी मर्दानगी खत्म हो रही है और ये युवा हिजड़े बन रहे हैं बिंदी,गहन,मेकअप करना महिला का आभूषण है पुरुषों का नही है
😂 kuch bhi
Jo shree karishn ka apman karte he
Wo v kathavachak hi he... Mere hisab se satyavachak whi he jo sri krishna sri ram ke charitra ko sahi dhang se prastut kare... Bas love story pe focus na kare jivan ek sangharsh he ramayan, mahabharat whi he k adharm ke s
Sath kaise lad has jaye... Aj taq maine kisi v bhagwat puran ki katha sunane wale ko radha ke topic ke alawa aur kuch sunate hue nhi suna he... Sri krishna bht kuch the mahabharat me bht kuch charitra he sri krishna aur vidur he, sri krishna and arjun he, sri krishna and draupadi he aise bht kuch sikhshyaniya visay he wo kabhi kisi bhagwat katha me jyada sunate hue maine nhi suna he... Ved to aur complex he do granth to thik se suna dete ye log to badi meherbani hoti
जितना मजबूत इस्लाम और ईसाइयत का अपने बच्चों के लिए education औऱ training system है, वेसी हिंदुओं की भी होनी चाहिए।
This is the only solution
हिन्दू धर्म की सोच को सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित करना चाहिए
आपकी टिप्पणी बिलकुल सही है
दुनियां के चांडाल और जिहादी आपके उपर चौतरफा हमला कर रहे हैं, आप उनसे बचेंगे तब न, बचने ही नहीं देंगे, आपके खिलाफ आपके खुद के बच्चों को खड़ा कर देंगे......कई उदाहरण हैं कॉन्वेंटेड स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को पता ही नहीं हैं की उसकी सिवलाइजेशन हैं उसने पूरी दुनियां को संरक्षण दे रखा हैं उसके बराबरी की किसी के पास कोई धर्म संस्कृति नहीं हैं, सनातनी हिंदू धर्म संस्कृति की जो आदर्श शिक्षाएं हैं, इन्हें अंग्रेजों ने देश को लूटने के लिए सभी गुरुकुल बंद कराए और कॉन्वेंट स्कूल खोले, अब उन्हीं स्कूलों में काले अंग्रेज पैदा हो रहे हैं जो गोरे अंग्रेजों से भी ज्यादा खतरनाक हैं, जितना इन्होंने (अंग्रजोंने)नहीं लूटा ढाई सौ सालों में..... उनसे सौ गुणा ये चांडाल काले अंग्रेज़ लूट चुके हैं, और दलितों के नाम परआरक्षण के नाम से बुद्धिष्ठों के नाम
पर आज भी लूट रहे हैं,......... हमारे नेताओं ने हमे अपना धर्म ही नहीं जानने दिया, और हम कहते हैं की दूसरे धर्म से बचो ,अब हम किससे बचें.......??.........
कया आपका मतलब ईजुकेशन और टेरनींग का संबंध धार्मिक शिक्षा से है तो माफ किजीयेगा उन लोगों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर केवल विश्वास करना सिखाया जाता है न उनके पास ना विवध वेद हैं न ग्रंथ है ना उनको कनफयूंजन है हमारे साथ उनकी तुलना नहीं हो सकती
आर्य समाज वाले LIKE करे 🙏🙏
बहुत ही उत्तम संवाद, मैं आचार्य अंकुर आर्य और श्री गौतम खट्टर की बातों से पुर्णत: सहमत हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद नमस्ते जी 🙏🙏
गौतम खट्टर जी के बातों से में पूर्ण रूप से सहमत हूँ। सनातन वैदिक धर्म की जय॥ 🕉🙏🏻
Aa pravu pagol hai
I'm with gautamji but practically vrindavanchandra prabhuji also great.
Jai shri Krishna 🙏🏻🙏🏻
Hume aps m nhi ldna chiye..jbki hume pta h ki hum kitne kam ho chuke h
हम गौतम खट्टर जी से सहमत हैं
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते,
हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है।
गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।
गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
@@ujwal2358 bhai pehle baat ko samanj voh kehna KY cah rhe he ???
@@gautambhankri2141 इन लोगो को बार बार इस विषय सुना है, चार टके के लोग।
मैं खुद एक चमार जाति से हूं पर गौतम भाई के बात से मैं पूरा सहमत हूँ
सभी लोगों से कहना चाहता हूं आप सभी जातियों में मत बटो
सभी भाइयो से कहना चाहता हूँ आप अपने नाम के आगे सनातन धर्म का टाइटल लगाए
जय श्री राम जय हिंद जय भारत जय भीम आप सभी गुरु जी को तहेदिल से धन्यवाद❤❤❤❤❤❤
धन्यवाद भाई
Aisa mat bolo bhai , jaati me mat bato khud ko, hamesha sab sirf hindu hain, sabhi hindu Yuva ko jagna bahut jaruri hai, ek hona bahut jaruri hai, jativadi khatm karo, hamesha sab sirf hindu hain, Jai hind Jai Hindu Rashtra
आप सत्य है जय श्री राम 😊
Chamar bhai baba shaheb ko pado pakhand me mat pado manu wadi tum ko insan mante hi nahi
❤❤❤❤❤❤
Mai aapki baat se sahmat hu
इस्कॉन वाले केवल और केवल कृष्ण की भक्ति की बात करते है। लेकिन आज जब हम और पूरी दुनिया मुस्लिम आतंकवाद से जूझ रही है तब भक्ति नही कृष्ण की शक्ति उनकी डिप्लोमैट पावर विनिंग हंगर जीत की भूख और दुश्मन के किसी भी तरीके से विनाश करने की दृढता की बात करने की आवश्यकता है।
Isiliye to itna atyachar ab shuru ho gaya hai kyunki Ishwar ko lekar hamesha Ishwar hai hamare sansar mein ki nahin Ishwar agar nahin hota to aap log duniya mein rahte kaise
Kayar log kabhi nhi ladte ladne wale ko hindusthan ki janta murakh thakur bolte h
Iskon America ke nashediyon ki bharti se bani hui hai iska itihaas toh! Parh le bhai fir pravachan dena kabhi nath pant ke baare me bhi jaan le iskon toh pakhandi hai maine kabhi unhein Shastratha karte nahi dekha be bas Iskon wali hi mangadant kahaniyaan sunate rehte hai.
भगवान कृष्ण योगी थे भोगी नहीं थे। वे वेदों के ज्ञाता थे। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन को उपदेश दिया । बाकि अवतारवाद के कारण उनके चरित्र से कोई प्रेरणा इसलिए नहीं लेता क्योंकि जो ईश्वर कर सकता हैं। वह मनुष्य नहीं कर सकता हैं। बस सब उनके भक्त बन जाओ। और रटने के लिए कृष्ण के साथ राधा जोड़ दिया । ताकि राधे कृष्ण राधे कृष्ण रटने में आसान हो जाये। और वह हमारी रक्षा कर लेंगे। और प्रेमी प्रेमिका एक दुसरे के अन्दर राधा और कृष्ण की छवि देखें
भक्ति में लीन हो जाये।
Sahi bola bhai 🚩👍👍
जाट पात की करो विदाई सनातन सनातन भाई भाई
जय सनातन धर्म की
Ye bat arakshan khate samay socha kro na
Karoge apni behen ki dalit se sagaayi?
जाती पाती पूछत नही कोई
हरी को पूजही हरी का होई 🚩
@@user-shivam_aary sc st act , modi bhi apni jati batata hain
इस चैनल पर जितने हिंदू सनातनी विद्वान आये है सब नफरत फैला रहे है लेकिन एक मुस्लिम विद्वान् अब्दुल्लाह तारिक आये जो सब भारत वासियों को मिलाने की और मुहब्बत की बात कर रहे थे ये विजानि बिना सर पैर की बात कर रहे है जब तक सबको साथ लेके चलने की बात नहीं होगी भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता।
Gramps getting aggressive cause he's losing this debate 😂😂
I support ankur arya❤
श्री राधा रानी हमारी मां है
बस हम यही जानते हैं 😢😢
Maa ki ankh sab ki
Radha meri maa❤❤❤
गौतम जी नमस्कार। मैं आपके विचार से पूर्णतया सहमत हूं। यही सही है। जय श्री कृष्णा।
पर मैं सहमत नही हूं क्या आपने भागवत और गीता को पडा है ,, अगर नही तो आप सिर्फ उड़ती हुई बात और जिसका पलड़ा भरी उसकी बात पर ही आप सहमत हो जाते है , और मेरे हिसाब से आपको भी ज्ञान नही है ,,
@@Some9562 bhagwat padhne ka koi matlab nahi bekar gappe hai ..
Geeta 10 se jyada baar , alag alag types complete ho chuki hai ..
Aur mai bhi Gautam ji ki baat se sehmat hu
@@YT_6jhbvcAgar main Keh doon Geeta aur Ved me sirf gappe hain,kisi kaam ka nahi to aap kya karenge?
@@avinashrai11141 kuch nahi ..
Isse aap siddh karogpaoge sirf itna , ki aap manushya to nahi ..
Aur agar khud ko manushya siddh bhi kar paye , to apni buddhi ko to nahi karpaoge ..
Seddhi baat Budhhiheen manushya kehlaoge ..
@@YT_6jhbvc Bas baat tumpe bhi lagu hoti hai. Bina jaane samjhe kisi bhi baat ka virodh karna murkhata hai.
जो भी व्यक्ति ,बाबा,साधु सनातन वेदिकधर्म के ग्रंथों को प्रमोट करने की जगह,स्वयं को प्रमोट करे और भगवान तुल्य बताए ,उसे तुरंत नकार देना चाहिए और उसपर कार्यवाही की जानी चाहिए। 🕉️🚩
❤जो वेदों को प्रमोट करेगा वही तो स्वयं को प्रमोट कर पाएगा जो वेदों को नहीं समझ पाएगा वह स्वयं को नहीं समझ पाएगा जो वेदों को समझ लेगा वही स्वयं को भगवान बतायेगा वेदों को समझना इतना आसान नहीं जितना तुम समझ रहे हो गोस्वामी तुलसीदास जी की रामचरितमानस की इस चोपाई से जानें।
(लागे करन ब्रह्म उपदेशा।
अज अद्वैत अगुन हृदयेसा।।)
(सो तैं ताहि तोहि नहिं भेदा।
बारि बीचि इव गावहिं बेदा।।)
राधा नाम का क्रेक्टर बाद में जोड़ा गया है। जय स्वामी दयानंद जी सरस्वती। जय आर्य समाज।
Kisne kaha aapko ye
धर्मगुरु की बहस पूरी सुनी इससे एक ही निष्कर्ष निकलता है इनको धर्म नहीं बचाना है और ना ही यह सनातन के हितेषी ऐसा लगता है यह कोई विशेष पार्टी के लिए काम करते हैं जय बाबा गरीब नाथ
अंकुर आर्य गौतम खट्टर व मीनाक्षी बहन ने वैदिक सिद्धांत को बहुत अच्छे ढंग से रखा। बहुत बहुत धन्यवाद।
Bhaiya ye sab pad k bol rhe h jaise rattu tota bolta
Kisi sant se milo jisne naam ka dhyan taste kiya ho ye rattu tota to sirf rata hua bolenge
Yahi to maya h jo hume santo se alag kar rhi h
यह तीनों समाज के वायरस है
@@Rajeshkumar-tv2of bhaiy ye sab
Archa vigrah ko galat bata rhe h pooja krna galat bata rhe h jbki humari bhagwaan ko prapt krne ki 9 vidhi batai gyi h
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते,
हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है।
गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।👎
गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
ओ३म् परमात्मने नमः
योगिराज श्रीकृष्ण का चरित्र हनन हम हिंदुओं के हीं कुछ sect कर रहे हैं यह लज्जा की बात है।
@@user-oe3vh1yj8q Shrikrishna will always be a great iconic personality not only for me but for crores of Hindu people of the world whether we place any respected words before his name or not.
Shi baat apne thik kha he
क्या बात कर रहे हैं भाई साहब कि ईश्वर का चरित्र हनन कोई कर सकता है?।या तो वह करनेवाले ईश्वर का विरोधी हो सकते हैं।सवाल है कि ईश्वर का विरोधी कौन हो सकता है?
@@mithileshsharma1781I am always asking the question the Krishna and all other goddess in Hindu belief were only for India. Is India a separate part of this world or whole the world is called India?
The creator God must be for whole the universe.not for a part of world. Whole the veda and every hindu scriptures are studying and following only by hindus.Not whole the world's mankind follows Hinduism or believe in Hindu God. So how can you say,and proof that the universe came into existence or made by the God of hindu scriptures.
@@sasikv4255 Brother,I dont have much study and knowledge about Hindu scriptures so I am not in a position to give you 100% convincing answer but what more I could understand and I believe that when you take Lord Rama and Lord Krishna as the incarnation of God then such questions arise.So take them as the greatest personalities of human history or Hindu history instead of incarnation of God.
मैं सिर्फ गौतम जी और अंकुर आर्य जी की बात से सहमत हूँ।
अंकुर आर्य एवं गौतम खट्टर जी की बातें ठीक है। यह इस्कॉन के आचार्य सीधा जवाब देने की बजाय ज्यादातर बातों को घूमा रहे हैं
Shayad aap samje hi nhi unhone kya kaha?
Isckon wale logical baat nhi kr rhe.
Aur ho jao logical aur khatm kr do sanskriti....tum logo ko angrezi padhai krwak khtm kr diya aur ab tum sanskruti khatm kr do logic laga laga k
सत्य वचन
ओउम् नमस्ते सारे सनातनी भाइयों बहनो को
श्री वृंदावन चंद्र जी ने बहुत ही सुंदर तरीके से बताया हृदय से आभार आपका |
Bahut sundar bataya prabhuji ne. Koti koti Naman
Radha ke naam par logo ko ab nahi lut paoge tum 3% log 97% bahujano se jeet bhi nahi paoge jab Radha Krishna yadav the to pandit yadav ko apana baap kyu nahi mante
Yes
मेरे कुछ प्रश्न है ।
1- अगर मनु - शतरूपा ही पृथ्वी पर आने वाले प्रथम मानव थे तो क्या बंदर से मानव बनने का सिद्धांत गलत है क्या ? ।
2- वेद यदि ब्रह्म द्वारा लिखा गया है तो ऋग्वेद में अग्नि, वायु , इंद्र , बरूण, आदि देवता से, वे बल , वीर्य , बुद्धि, सुख, तेज किसके लिए मांग रहे है ब्रह्म खुद अपने लिए । अगर आप तार्किक दृष्टि से सोचेंगे तो आपको उत्तर मिलेगा । की नहीं कोई मनुष्य अपने लिए मांग रहा है । तो वेद ब्रह्मा ने कैसे लिखा ?
3- रामायण की माने तो श्री राम का जन्म आज से 8 लाख वर्ष पहले हुआ था । परन्तु विज्ञान की माने तो आज से 3 लाख साल पहले मानव आस्तित्व में आया था । आप जरा सोचे ये कैसे हो सकता है ।
इन सभी बातों से स्पष्ट होता है कि धर्म किसी भगवान व ईस्वर द्वारा नहीं बनाया जाता इसे कोई मनुष्य ही बनाता है । जब हम कभी सत्य तक पहुंचेंगे तो हमे पता चलेगा कि यह सब सत्य नहीं था जो हम समझते थे ।
और मुझे किसी धर्म से नहीं जोड़े मैं एक जिज्ञासु मानव हु और उत्तर के इच्छुक भी । धन्यवाद 🤎
This is open challange to gautam khattar & his follower menakshi & all just go & ask this question to Sri premanandji, Rajendra dasji , Amarendra prabhuji etc about Sriji they will definetly satisfy you .
Yes❤
हरे राम हरे कृष्ण हरे कृष्ण हरे राम राम राम
राम के साथ सीता शिव के साथ पार्वती कृष्ण के साथ रुक्मणी ही हमारे भारत की शक्ति है। इनका प्रचार करो हमारे देश की शक्ति जाग जाएगी।
राधा ही कृष्ण की सनातनी शक्ति है| रुक्मिणी द्वापर में आयी| क्योंकि गोलोक में राधा से प्रकट हुए महालक्ष्मी ने कृष्ण को पाने की चाह रखी थी, जो द्वापर युग में पूरी हुई| जैसे पार्वती भी जांबवती बनी उसी तरह वैकुंठ स्वामिनी लक्ष्मी जी रुक्मिणी बनी| जगन्नाथ तो अनंत कोटी ब्रम्हांड के पिता और सभी शक्तियों के पति हैं|
@@shubhamnikam678 bakwas ... Gapod
@@YT_6jhbvc क्या बकवास ? gapod means?
@@shubhamnikam678 gapod means kuch bhi bakloli .. Bolte jana .aur usko manna ..
@@shubhamnikam678 krishn ji ki sirf ek patni thi rukmini ji .
--Mahabarat
Radha ek fake character hai jise baad mai krishn ji ke saath joda gya to insult him .
Golok bhagvat likhne wale ki kalpana hai ..farzi bakwas ..
दयानंद अंग्रेजों का एजेंट था।
अधिकतर आर्य समाजी एंटी हिंदू एजेंट हैं।
जो खुद को हिंदू मानता है, वो शास्त्रों को मानेगा।
वेद उपनिषद, पुराण, इतिहास, ये सब हमारे शास्त्र हैं।
आर्य समाज केवल वेद को मानता है, और उसकी व्याख्या भी अपने मन से करता है। अतः आर्य समाज भारत में हिंदुओ को कन्वर्ट करने की ओर ले जाने का पहला कदम है।
ओ३म्🚩🙏 सभिको
Om namah shivaya 💗
@@Ranjeet_Singh_Rajput90 राम राम 🚩🕉
गौतम खट्टर जी ने अपनी सभी बातें प्रमाण के आधार पर रखी है बहुत सुंदर इस आयु में इतना ज्ञान होना प्रेरणीय है।❤
iss dogle ka abhi apko malum nhi hai.
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
प्रभुजी की बातें शास्त्र प्रामाणिक हैं यह गौतम जी को लिमिटेड ज्ञान है
@@bhamini89प्रभु जी को तो प्रमाण तर्क आदि का पता ही नहीं है ये होते क्या हैं क्योंकि उन्होंने विधिवत गौतम जी की तरह शास्त्र अध्ययन नहीं किया
@@manishgoyal_87sahi
40:01
"Actually hm sbke pati vo hi hai " right ☑️✅❤🙏✨
गौतम जी आपकी बात को 100%सहमति
प्रभु जी तो सिर्फ गोल गोल घुमा रहे है , श्री गौतम का सबसे उत्तम विचार 👍🙏
गौतम सिर्फ अपनी बात को एंकर की पीठ पर बैठ कर अपना ज्ञान सर्वोपरि करने की कोशिश की है और एंकर ने परभू की बात को Bhot कम वैल्यू di hai or aap bhi shyad bhagwat or bhagwat geeta ko पड़ा नही होगा इसलिए अगर अपने पड़ा होता तो ज्ञान होता ,,
@@Some9562 accha ye btao tumne prhli h mahabhrat.. 😂
सादर नमस्ते इसी पोग्राम में महेन्द्र पाल आर्य निमंत्रण दिया जाए 🙏🙏🙏🌷🌷🌷
अंकुर जी व गौतम जी की बातों दम है सच है आधुनिक युग समस्या देखते हुए माँग भी यही है इन गुरुजी का सम्मान करता हूँ मेरा विचार से सब जानते हुए भी उसका हल ढुँढने के बजाय किसी महापुरूष का आने विचार जो सनातन की रक्षा करेगा
श्रीमद देवीभागवत महापुराण मे सम्पुर्ण श्री राधा कृष्ण का विचित्र चरित्र कथा दिया जो ब्रह्मवैवर्त पुराण से कई गुना अच्छा कथा दिया है
I am from Nepal
I like goutam vae
एक समज आया गौतम जी ने कहा कि ओम् ध्वज के निचे आना ही होगा तब ही सनातन रहेगा.
❤0
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार
अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां
वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना
यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31
अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः
चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः
apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam
sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah
Rig Veda 1। 164। 31
अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है।
उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है।
इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है।
तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः
taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 ||
घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है।
अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे
om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine
अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है।
तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये
यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः
अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः
परमम् पदम् आवभअति भूरी
ta vam vastuny usmasi gamadhyai
yatra gavo bhuri-srnga ayasah
atraha tad urugayasya krsnah
paramam padam avabhati bhuri
“हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “
इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
The puran comes after Vedas So how it is possible The elaboration of Purana in Vedas
@@awadheshkumar2633 pp
Satya kya hai Dharm kya hai Satya hi Parmatma hai uski Sada Yad Mein Rahana hi Dharm hai
में गोतम जी और अंकुर जी और मिनाक्षी जी के विचारो से सहमत हूं और यही सही है।
मै यह विनम्रता पूर्वक कहता हूं कि धर्म और ईश्वर यह निजी आस्था का विषय है..चर्चा से सिर्फ मत मतांतर हो जाता है.. धर्म और धार्मिकता को जब राजनीती या अन्य बातोंमे लाय जाता है तब उसका इस्तेमाल गलत होने लगता है. इसलिये आप जिसे भी मानते हो ईश्वर, अल्लाह, God को दिलसे मानो.. लेकिन किसकी जबरन मान्यता न बदलो.. तर्कशील बनो या आध्यत्मिक शरण मे जाओ.. अपना अपना चुनाव है. 👍👍
अल्ला मे भी अध्यात्म है 😎😎😎
गौतम खट्टर योद्धा एक लाख चाहिए हमें! जय हिन्दू राष्ट्र 🚩
om
Sahmat hu
जिस प्रकार रामकथा भगवतम ka aayojan होता है ऐसे ही गीताजी का भी खुले मंच से आयोजन होना चाहिए कोन कोन सहमत हो
Ishwar Geeta ka gyan
Log Shrimad Bhagwatam sunkar Moksh pana chahte hain isliye ye business ban chuka hai. Par Bhagwad Gita hume ek manushya banati hai jiske liye time hi nahi 😭😭😭😭
इन्सान से ऊपर कोई नहीं ! यह आप पर निर्भर करता है कि आप इंसान हों या जानवर ........................?
1 भाषा का अविष्कार -इंसान द्वारा
2.लिखने वाला -इंसान
3. कागज का निर्माण -इंसान
4. वेद पुराण धर्मग्रंथों को लिखने वाला -इंसान
5.स्याही का अविष्कार -इंसान
6.पूरी दुनिया में एकमात्र बुद्धिमान जीव - इंसान
7.भगवान,अल्हा,परमात्मा ,रब, खुदा,गॉड शब्दों कि रचना करने वाला, उच्चारण करने वाला,बताने वाला, प्रमाण देनें वाला भी - इंसान
8. धर्मों कि रचना,निर्माण करने वाला - इंसान
जब तक जिवित हों बस बुद्धीमान बनो, इंसानियत रखो ,इंसान होकर मुर्ख नहीं,क्योंकि आपसे से बड़ा इस प्रकृति मैं और कोई नहीं !
ईश्वर कि खोज नहीं, मानव द्वारा अविष्कार हुआ है, और ये मानव सभ्यता का आज तक सबसे विनाशकारी अविष्कार हैं.....?
भाई इंसान होकर मूर्खता, भ्रांतियां, अंधविश्वास नहीं, विज्ञान अपनाओ.! जय ज्ञान - जय विज्ञान 🙏🙏🙏
बहुत सटीक कहा है जी ✅✅✅
और यह सब चीजें धर्म ग्रंथो में ही बताई गई है।
इसमे हमारा क्या योगदान है?
जो भी लिखे हो सब धार्मिक ग्रंथों से लिया गया है।
इसमे से एक भी लाईन बताना, जो धर्म ग्रंथों से ली हों, आपको तो सभी धर्मं ग्रंथों कि पूरी जानकारी है ! या आप धर्म ग्रंथों को, मानव सभ्यता से पहले साबित करने कि नाकाम कोशिश कर रहे हों जय - ज्ञान जय - विज्ञान 🙏🙏 🙏
@@Smile_kukaa तुम्हे कहाँ से पता चला मानवता क्या होती है?
इंसानियत क्या होती है?
दया क्या होती है?
यह सब धर्म ग्
ग्रंथो का ही सार है।
अब बोलो।
@@TheSmartEnglish
एक भी धर्म ग्रंथ बताना जिसमें,मानवता,दया, और इंसानियत का पाठ पढाया हों, या बताया हो, और सुनो इंसान के द्बारा ना लिखा हो ! नहीं तो गॉड और धर्म कि सच्चाई बाहर आ जाएगी !
लेखक - भगवान, ईश्वर, अल्ला, गॉड, होना चाहिए ! अब तुम बोलो 😂😂
जय ज्ञान 🙏 जय विज्ञान 🙏 🙏
योगी राज श्री कृष्ण महाराज के पूरे जीवन चरित्र को बिगाड़ा है वह राधा रानी को जोड़ कर बिगाड़ दिया। जो मात्र एक पत्नी व्रत धारण किए जिन्होंने जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त कोई निंदित कार्य नहीं किए विवाह के पश्चात भी 12वर्ष का कठोर ब्रह्मचर्य आश्रम में रहे जिनके मात्र एक ही पुत्र प्रद्युम्न थे उन महान योगिराज श्री कृष्ण चंद्र महाराज को इतना बदनाम किया गया जिसकी कोई कल्पना भी नही कर सकता।
राधा जो थी ही नहीं उसे जोड़ते है अरे क्यों अपने श्रेष्ठ महान पुरुषों को बदनाम करके पाप कर्माशय बनाते हो। और यदि कोई सत्य बोले भी तो उसे अस्वीकार कर देते हो तनिक तो बुद्धि का प्रयोग करो ईश्वर ने तर्क करने की शक्ति दी है जरा तो तर्क करना सीखो
दयानंद सरस्वती ने पाखंड का खंडन किया है ।।
Sabse bada pakhandi Dayanand hi hai
Maharshi naam lagalakar maharshi naam ki bezzatti mat karo
@@Rohit12307 nehi sanatan dharm ka hand mara hai bass aur kuchh nehi logon nka patha bhrasth kiye hain bass
Are iswar ko samajhne ke liye pehle sahi se bhagwat Geeta to pad lo kyu ki veda to samjhne ka samarth hai ya nehi doubt hai..samast granth ka saar hai bhagwat Geeta..kisi particular Insan ki soch mat lo..bain me kuch maal bhare hai iswar ne na to bichar karo..
मायावाद
so Dayanand died of poison n Meera could not
अंकुर आर्य,गौतम,जी मीनाक्षी,,जी की बाते प्रमाणिक है,,,,,
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
Ye kya hai -
Narad Muni says -
Satyam Satyam Puna Satyam Satymev Puna Puna,
Bina Radha Prasaden Mahprasado Na Vidyte.
@@sml8234 ye tumhari Ghar ki gappe hai. Jo marzi likh do Jo marzi Maan lo
@@sml8234 Radha is fictional ... And where did narad muni said this ?? Plz provide the refrence ..
By the way we dont have any Trusted real text available of Narad muni ..
Hence Mahabharat is only Evidence .😊
परंपरा प्राप्त ज्ञान ही प्रामाणिक होती है कौन से परंपरा से है ये लोग जितने लोग यहां बैठे है सबका ज्ञान अधूरा है और अशुद्ध है किसी के पास जवाब नहीं है
सनातन एकता यदि कायम रखना चाहते हैं,तो सभी धर्मगुरुओं से निवेदन है कि सबसे पहले जाती प्रथा समाप्त करने की कृपा करें।।
love you bhai iam a brahmin and i support your views we should end caste system
गौतम जी का मत सर्वश्रेष्ठ मत है,🚩🚩
Intellectuals always choose Aryasamaj 🚩
सब आर्य समाजी रिप्लाय दे रहे है.🙏
What is the criteria of to be a intellectual
Khud se padhna recheck karna esse hi kisi kii baat ko nhi manna and agar koi galat lagge to mhu mai bolna u are wrong and here's the proof we can debate on that@@tarun4992
😂😂😂😂😂
मैं (इस्कॉन ,आर्य समाज ) दोनों का सम्मान करता हु,लेकिन बात अंकुर जी और गौतम जी की ज्यादा तार्किक है।
और यह भी सही है,की अभी समय हमें सनातन वैदिक धर्म का विस्तार करने का है,न कि आपस मे लड़के विरोधियों को सनातन धर्म पर उंगली उठाने का अवसर देने का है।🙏🙏
Joot bol rahe hai aap
Debate is good way to spread dharma Adi Shankaracharya used it well too;
जबरदस्त आव्हान देणारी चर्चा होती.छान होती.मला आवडली
❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌👌👌👌
सही कहा, आर्यों की बात ही निराली है 😊
Right
इस्कॉन वाले बात को घूम रहे हैं उनकी बातों में तथ्य नहीं है प्रमाण होना चाहिए बेहूदगी से अपनी बात पर अड़े हुए हैं अभिषेक 250 साल पहले किसी भी पुस्तक में आप राधा का जिक्र दिखाइए
क्या गर्ग संहिता पर चर्चा नहीं होना चाहिए ।
धर्मो रक्षति रक्षितः🙏🙏🙏
*बहुत ही अच्छा एपिसोड है। सभी विद्वानों एवं गुरुओं ने बहुत ही बेहतरीन ढंग से अपने विचार रखे। हम सभी को सनातन धर्म के लिए हमेशा एकसाथ रहना चाहिए।* 🙏❤🚩
राधा जी की सहारा लेकर जाकिर नाईक जैसे विधर्मियों ने हजारों लोगों को धर्म परिवर्तन करा दिया
जय हो महर्षि दयानंद की
आर्य समाजियों की युक्ति बहत शानदार रहा। ❤
आचार्य अग्निव्रत जी को बुलाएं
Give wale adhik serious or karunavan h is debate me. I salute them. I naman them 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
कथा उसको ही करनी चाहिए जिसको आत्म ज्ञान हो फिर कोई भी कथा वाचक गलती नहीं कर सकता बिना ज्ञान के जो कथा वाचक कथा करगा उनका बुरा हाल होगा समझे राम राम राम राम राम जी
राधा रानी तो बहाना था लेकिन इस्लाम ही एक निशाना था यह सारे मुद्दे की बात इसी पर खत्म होती है
भगवान श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी और वो थी माँ रुकमणि।
अब आप आर्य नमाजी बोलो या कुछ और
श्री कृष्ण का चरित्र स्वच्छ और सुंदर था ये सत्य है उन्होंने गीता दिये उसे जीवन में उतारें और ज्ञान योग और कर्म योग से विश्व को आर्य बनाएं
Apki baat satya he par galat bhi
@@shadyantra गलत क्या है क्या श्री कृष्ण निब्बे थे मुझे तो समझ नही आता भागवान श्री कृष्ण को ये सब करने का समय कब मिला
@@venomreal78 kya rukmini lakshmi ji ka avtar hain
@@venomreal78aur agar haa to radha ji kyun nhi ho skti lakshmi ji ka avtar
@@venomreal78Abe gadhe skeishn hi kaal hai 😂
मुर्दो मे भि जान्न डालते जिन मे है दम ऊनके नाम है अंकूर आर्य अवर गैतम खट्टर जय हो सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय 🙏🕉️🚩
Sahi kaha bhaai .
जय श्री राम 🚩
सही कह रहे हो, गौतम जी
सत्य वचन है अंकुर जी
Aisa kuch nahi hai bhai 😂
नारी पराया धन ही है अंकुर जी। उन्हें पूरी छूट देने से वेश्यावृत्ति में लिप्त होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसलिए सनातन धर्म, बौद्ध मत, जैन मत, यहूदी मज़हब, ईसाई मज़हब और इस्लाम मज़हब में नारी को पूरी छूट नहीं दी है। आत्मा शरीर से अलग इसके पक्ष में एक भी ठोस प्रमाण नहीं है। पुनर्जन्म सबका होता है इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है, परन्तु बहुत ही कम संख्यक जीवों का पुनर्जन्म होता है, इसका ठोस प्रमाण है।
महाराष्ट्र में राधा रानी का नाम पूछ कर देखो लोग बोलेंगे कौन है यह राधा रानी भगवान श्री कृष्णा की पत्नी तो माता रुक्मणी थी.
यही बोलेंगे लोग.
मुख्य बात तो यह है कि स्वामी जी के पास राधा रानी के होने का कोई सबूत नहीं है इसीलिए स्वामी जी डिफॆंड करने में असमर्थ दिख रहे हैं
मैं यह नहीं कह रहा आपकी राधा रानी का कोई अस्तित्व ही नहीं था किंतु राधा रानी को इतना महत्व दिया गया है की माता रुक्मणी का अस्तित्व ही नहीं दिखता.
Murkh lo na samjhe Radha Rani ko jao bacche abhi school me padhe jao bacche jao bacche
@@Sumit_Arya. Bhai esa nahi hai......kitne Maharastra wale ko me janta.....bahut achche se jante Radha Rani ko
आर्य बंधुओ की बात मजबूत हे
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार
अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां
वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना
यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31
अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः
चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः
apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam
sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah
Rig Veda 1। 164। 31
अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है।
उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है।
इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है।
तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः
taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 ||
घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है।
अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे
om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine
अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है।
तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये
यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः
अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः
परमम् पदम् आवभअति भूरी
ta vam vastuny usmasi gamadhyai
yatra gavo bhuri-srnga ayasah
atraha tad urugayasya krsnah
paramam padam avabhati bhuri
“हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “
इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
@@AbhishakBhardwajcorporatefilmsवेद पहले है या भगवान श्रीकृष्ण
Pehle Shri Krishna @@pk11111
@@pk11111shri krishna
Arya samaj 100% True and Real hindu sanatani baki Dramebaji subah se saam tak chalti rehti he ?.?
वैदिक वैज्ञानिक व आचार्य अग्निवर्त नैष्टिक जी को बुलाया डिबेट में। बहुत जबरदस्त क्रांतिकारी गुरु व आचार्य है
❤❤❤❤
बिल्कुल सही
Pandit mahendrapal arya, yogesh bhardwaj, rahul arya inko bulao. Prabhuji ko pta chle.
@@healthtuber8942तुम और तुम्हारे ये अधकचरे ज्ञानी सब एक जैसे हैं।
@@healthtuber8942 ,😄😄😄
48:58 akela vyakti bhi sach bol rha hai to vo satya hai ❤
Radha matlab jo aradhana karta hai o hi radha.....
आर्य समाजियों और अन्य पौराणिक सम्प्रदाय के आचार्यों में केवल शास्त्रार्थ हो सकता है चर्चा नहीं
isliye to arya samaji block karte hai aur bahgte firte hai debate se aur victim card khelna chalu kar dete hai😂😂 iam block at twitter by many samaji defeated many samajis. they just play victim card😂
@@anikettandi8228 ऐसा कुछ नहीं है
आप मुझसे बात कर सकते हैं मैं फोन नम्बर दे दूंगा अपना आप कहो तो
@@anikettandi8228abe jahil tere kuch smjh aaya bhi aam jahil hinduo ki hi ladkiya love jihad me phasti hai unhe hi kuch nhi pta hota kyuki unke maa baap jahil hote hai aur arya samaj me keval tark gyan chalta hai jativad nhi chalta isliye unke yhn mahilaye ved mantra bolti hai suitcase me pack nhi hoti bro.
@@anikettandi8228किसने ब्लॉक किया क्या विक्टिम कार्ड खेला बताना भ्राता जरा
@@user-vk8em2jv7f
main aniket pranam bhrata
gauttam khattar pragya arya rishi uvach arya samaj rahul arya aur bhi bahut hai twitter per and akur arya telegram per aur is youtube wale ne bhi mera comment shadow ban kiya hai khuch dik rha hai kuch nhi.
इस चर्चा को सभी तक पहुंचाने की जरूरत है ताकि रूढ़िवादी समझ सकें कि उनके साथ क्या हो रहा है और उनका असली धर्म क्या है। खुद को जानने का सबसे आसान तरीका है गीता 🙏🙏 हरिबोल 🙏🙏 जय सनातन
अंकुर आर्य ने कहा ईश्वर ने दुनिया बनाई यह बात भी तो अंधविश्वास ही है । क्या यह अंधविश्वास नहीं है ? सांख्य शास्त्र अनुसार मूल कारण तो प्रकृति है यही बात ज्यादा प्रामाणिक और वैज्ञानिक है और शास्त्र सम्मत है ।
Main to Qatar me Hu,kisi ne ticket nhi bheza vote dene ke liye 😢😢😢😂😂😂
गौतम बहुत भाई जी बहुत बढ़िया अच्छा ज्ञान दे रहे। एकता के ज्ञान दे रहे हैं। उनका प्रेजेंटेशन मुझेपसंद आया। हिंदू एकता होनीचाहिए 🌹🙏🌹👍
Kaise ekta hogi ved puran alag alag hai ye keh k ....sabse pehle controversy bnd karo aur ek ho jao
Do you have any proof that Puraanas are the part of Vedas?@@user-yc2kh5pw3m
इन राधा राधे वाले बातों को कितना मुश्किल बना देते हैं
कौन कहता है, सनातन धर्म खतरा में है? ये कूटनीतिक षड्यंत्र है इसको समझें- सत्य तो ये है कि सनातन को न मानने वाले खतरे में हैं, क्योंकि प्रकृति के पंचतत्व सनातन है. इसलिए सनातनी अपने आपको गौरवान्वित महसूस करें. और भ्रम से दूर रहें.
श्रीकृष्ण एक उत्तम (योगी, योद्धा, रणनीतिकार, डिप्लोमैट) थे,लेकिन उनके इन मुख्य गुणों को बताने की जगह कथावाचक रासलीला के नाम पर उनके चरित्र को बदनाम करते है।😢
Kon bdnam krta hai ? Koi bhi nhi ... or jo bhagwan hai uska koi kya bigad lega 😅😅
Unhe koi bigad nahi lega jarur lakin unke raas leela ko bata baata kar aj ki samaj jarur bigad raha hay@@dineshverma4778
kya proof hai jo krisna god hai?
Swami ji bhatka rahe hain
Pahle ye tay karo kon granth sahi hain
सत्य ही धर्म है..... वेद की ओर लौटे
सत्य केवल आत्मा है बाकी सब झूठ
Toh bhagvat Gita padho
वेद क्या है 😂😂
@@Upanishad11 वेद धर्म का मूल हैं
@@baatitnisi आत्मा कहाँ है शरीर के कौन से हिस्से में हैं
राधे तू बड़भागनी बहुत
तपश्या किन तीन लोक चोहदा भुवन सब तेरे अधीन ।
औकात है क्या राधा जी के प्रूफ मांगने की भगवान श्रीकृष्ण ने जवाब दिया था तब तुम जैसे मन्दबुद्धियो ओर अधर्मियो को
तू क्या जाने हमको छाछन बेचन हारी
दो किताबे क्या पड़ली चले है राधा जी को जानने ।
Ye bas aapas me hi ladte rahenge or udhr gajvai hind hone vala hai.... Good
धर्म ग्रंथ से विरुद्ध चल रहे हैं धर्मगुरु सभी धर्म गुरु को सत्यार्थ प्रकाश पढ़ना चाहिए
pahle arya samaj Wale Gita or puran pade
styard prakas to ek kalyug k ek samnya admi ne likhi he usame galti ho skti
@@BhaskarDandotiya-vd3gc Puran Padhe Tabhi to satyarth prakash me uska khandan kiya
brithis agend dayanand ne satyarht prakash hinduo ko batne ke liy hilikha. tha baki satyatrh praksh keval murko ko acha lag sakta hai. 48 bude ka 24 ke ladki se sadi karao uttam vivah karao jo nhi kar ayega ko arya samaji nhi 😂 gadho
@SimantaKalita-r7k satyarth prakash Isliye hi padhni kyuki usme lagbhag saare mat aur dusare religion ko bataya hai hum me kya kami hai usko bataya hai
Aur sab Ved Upnishad DARSHAN jaise shastr se hi bataya hau
@SimantaKalita-r7k lavnasur ka dekha hai Mene sirf bakloli jiska jawab dia ja chuka hai lol 🤣🤣🤣
अदभुत संवाद और अदभुत ज्ञान...👏👏..हमे बस गीता के ज्ञान को अपने निजी जीवन में अपनाना है..निस्वार्थ भाव से...और इसको जीवन का उद्देश्य बनाना है।
अंकुर जी एवम गौतम जी को शत शत प्रणाम❤❤आपके विचार का विश्व में प्रचार हो आजकल बिकाऊ लोग जोर जोर से बोलकर शांति को भंग कर रहे है लोगो की बुद्धि निष्यात्मिकता नहीं होने के कारण भटक रहे है। प्रणाम
History ≠ science
History ≠ dharm
Only Arya Samaj save us❤❤❤❤❤
In dreams😂😂 mtlb 200 sal pahle sab mar rhe the😂
@@rishabhyadav6705or Kitna marna chah rahe ho or bache hi kitne ho Akhand bharat ke kitne tukde ho gye
@@Users9015 chup pakhandi akhand bharat 😂arya samaj bharat me sahi se nhi hai inki demography hi nhi akhand bharat ki bat kar rha murkh kahinka kalpanao se bahar niklo bache
@@Users9015 tera arya samaj adhe se jyada hinduon ko nark bhejta hai kyuki wo manta hai murti pujak nark gami hai telegram pe arya samaji hinduon ki atanki bolte hue kya bolte hai agar dikha diya to sharm aa jaegi
Arya namazi= islam
आप आचार्य अग्निव्रत जी को बुलाये अगली बार
Sanatan vaidik dhram ki jai . Aaj mere sabhi parsano ka uttar mil gya. DHANYAWAAD🚩🚩🙏🙏
सोलहवीं सताबदि से राधा जी का जिक्र आया है कृष्ण के साथ जब मुस्लिम साशकों द्वारा हिन्दु धर्म को बर्बाद करने के लिए तरह तरह का उपाय किया गया कृष्ण को चरित्र को राधा के साथ जोड़कर कृष्णा को स्त्री लम्पट बनाने का प्रयास किया गया ताकि कृष्णा को भक्त को उनसे आस्था ख़त्म हो जाये जैसे ठीक उसी प्रकार आज भी कोई महापुरुष स्त्री लम्पट हो जाये तो उसकी निंदा होने लगती है समाज मे सोलहवीं शतबादी मे बहुत् सारे मुस्लिम भी कृष्णा भक्त हो गये थे रसखान ये राधा के भक्त थे ये मुगलो का सडयंत्र था हिन्दु धर्म के भगवान का चरित्र कलंकित करने का
भाई एक बार राहुल आर्य को भी bulaao ❤❤
😂 नास्तिकों का यहाँ क्या काम।
जी अपने पास रखी गीता जी में आज की संध्या /भक्ति/नियम करते समय जरूर देखिये अद्भुत रहस्य:-
गीता अध्याय :-
अध्याय श्लोक
👇 👇
10 श्लोक 2 :- ऋषियों की स्थिति
4 श्लोक 34:- तत्वदर्शी संत की महिमा
15 श्लोक 1 :- तत्वदर्शी संत की पहिचान
18 श्लोक 46:- सबसे बड़े ईश्वर की महिमा
16 श्लोक 34 :- शास्त्र विधि से हटने से
नुकसान
7श्लोक 23,29 :- देवताओं और गीता ज्ञान
दाता के आगे
9 श्लोक 21 :- महास्वर्गों से बापस आने
का प्रमाण
8 श्लोक 13 :- ओम् मंत्र बृह्म का जो
पूर्ण नहीं
17 श्लोक 23 :- इसमें पूर्ण परमात्मा का
मंत्र
जो केवल तत्वदर्शी संत बताएगा
नोट :- आत्मा परमात्मा में विलीन नहीं होगी
क्योंकि वेद या गीता शास्त्र में
कहीं नहीं लिखा
फिर कोई मन में आश्चर्य हो तब पूछियेगा अपने मन के विचार जो बनने लगें, जिज्ञासा जो उतपन्न हो।
ऐसे गहरे रहस्य शास्त्रों से जानने और ज्ञान गंगा बुक मंगाने के लिए
पूरा पता :-
मोबाइल नम्बर :-
हमें कमेंट में लिखकर भेजिये
#गीता_तेरा_ज्ञान_अमृत
Bahu sundar varta huyee hai sabhi dhanyavad ke patra hai
Vrindavan Chandra Das ji ne prarambh mei bilkul sahi kaha ki Upanishad aur Puran bhi Ved hain. Vrindavan Chandra Das ji akele hi is poore program mei vaastavik dharma ki dhwaja lekar chal rahe hain. Bohot sundar 👃
सहमत
All glorious to prabhupada
Upanishad ved ka hissa hai lekin puraan nahi hai ye baat sabako jaanani chahiye
@@dkyadav7951 Puran bhi Ved hain. Ye baat swayam Upanishadon mei likhi hai ki Puran bhi Ved hain. 🙏
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Sab ko ved hi na banado ..
Aap log besharmi se kuch bhi bol dete ho ..
Jagah jagah ved ke baare mai likha hai ..
Darshano mai .upanishad mai , smriti mai... Itne praman hai ki sirf Rig.Yajur.Sam .Atharva hi ved hai ..
But aap kuch bhi gapod banake usko failqte rehte ho ..pehle khud padho
Gautam ji and Ankur Arya ji are absolutely right with facts and figures.Rahul Arya and Agnibharat ji should be called for discussion 🙏
सबसे ड्रामे बाज ये बाबा होते है जो सुरु से बेद का अध्ध्यान नही करता उसकी केन्वल बकवास करते है पुराण कभी भी वेद और ज्ञान का हिस्सा नही रहा कहानिके अलवा कुछ नही
❤जय सनातन धर्म❤
गौतम खट्टर जी की बात से मैं पूर्णतया सहमत हूं! !👌🙏
Isi Gautam Khattar ne Acharya Prashant ke upar video banaya tha gali khaya tha.
@@agentbinodbollywoodwale6656 koi kisi ko Gali de to kya kre .. ye kya Logic hai
@@agentbinodbollywoodwale6656toh isse kya ???? 😂😂
@@agentbinodbollywoodwale6656 acharya prashant khud pakhandi hai daaru baaj
Gautam ji k hisaab se kaunse sant acche h thoda unke baare me b bata do
समस्त वक्ता विद्वान और श्रेष्ठ है।
मुझे एक बात समझ में आ रही हैं कि आम जनता जिनकी चेतना या मेधा का उचित स्तर प्राप्त नहीं हो तो लीलाओं का वर्णन सोच समझ कर करना चाहिए क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति ठीक वही बात नही समझ पाता जो वक्ता कह रहा है। साथ ही कही पर भी अपने धर्म पर किसी विधर्मी की कोई टिप्पणी और फिल्म या विज्ञापन में धर्म विरुद्ध प्रदर्शन का विरोध हो।
ज्ञानी कम बोलता है,,,अज्ञानी जादा बोलता है,,ज्ञानी ज्ञान का बात करेगा,,,अज्ञानी अज्ञान का वहोत जादा बात करेगा,,,,
Rahul arya aur acharya agnivrat ji ko is debate me hona chahiye
Apne bilkul sahi kaha bhrata Shree. Ye jo prophu ved ved kar Raha hain inko mukh bandh ho jaye ga agar Acharya agnivrat naistic inke same aa jaye❤❤
Bilkul ji acharya agnivrat ji ko bulana chaiye
Bhai ye debet nahi tha .sirf charcha .es liye ankur Arya and goutam khattar maryada mai reh ke apne apne paks rakha. Agar debet hota to iskon vale aate hi nahi debet mai ..Jai shree Ram
@@manishpatel162Abe ye ritiviks hai iskcon vale nahi😂😂😂😂😂 andha gyaani
@@AnuragSharma-k3g jo bhi hai .. Lekin debate mai koi nahi ata .😅
हरे कृष्ण
कथा वाचक भागवत वाले पौराणिक लोग गोल मलोल की बातें करते हैं कोई लिखित प्रमाण नहीं देते हैं जब ऐतिहासिक की बात पकड़ में आती है तब आध्यात्मिक की बात करने लगते हैं राधा आदिशक्ति है प्रकृति है देवी है ब्रह्म रूपा है आदि अनर्गल चर्चा करने लगते हैं और ऐतिहासिक घटना को मिटा देते हैं आज से 100 साल पहले वृंदावन में राधा का नाम प्रचलन नहीं था सभी लोग अभिवादन में जय गोपाल जी कहा करते थे पता नहीं यह राधा का नाम कहां से कूद पड़ा है हिंदू धर्म खतरे में है । अब ठुमक ठुमक कर नाचते हुए राधा के गले में हाथ डालते हुए कृष्ण की जरूरत नहीं है अब महाभारत के चक्रधारी योगेश्वर श्रीकृष्ण की जरूरत है तभी देश में अत्याचार अनाचार व्यभिचार बलात्कार मिट सकेगा।
जय योगेश्वरकृष्णचंद्र जय मां रुक्मणी।
ओ ! कृष्ण भक्तों बोलो घड़ी घड़ी।।
तुम एक हिंदू धर्म की चर्चा दिखाओ जिसमे इस्लाम, मुस्लिम ना आया हो मे तुम्हें इस्लाम और ईसाइयत की हजारों चर्चाएं दिखा दूंगा जिसमें किसी दूसरे धर्म का नाम ही नही लेते कैसा ये धर्म है जो दूसरों के सहारे चल रहा है 😂😂😂😂
जलेवी क्यों बनाते हैं लोग सीधे सीधे क्यों नही कहते यह डर अच्छा नहीं लगता मुझे 😂
🙏🙏💐
😂😂😂😂
@Realintention Radha Rani ke vishay me shastrath karoge agar samarthya hai to aajao
Nhi bhiya itna faltu time nhi hai@@MadhvaDas1
Sab ko only Science journey hi jawab de skta hai 😂😂😂😂 hinduisam budhisam ki hi mahayaani shakha hai ab khul k aa chuka hai inhone khud bola k Shankaracharya ne dobara hinduisam shuru kiya kyo k unko prachhan baudh kahte hai 😮😮
बहुत बढ़िया संवाद
और भी शास्त्रार्थ होना चाहिए