Podcast: क्यों सारे भगवान का जन्म भारत में हुआ? | Dharma Live | Sanatan Dharm | Ved | Puaranas

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  • čas přidán 24. 04. 2024
  • #podcast #dharmasamwad #sanatandharma #veda #purana #bhagwatgeeta #geeta #aryasamaj #trending #viral
    Podcast: क्यों सारे भगवान का जन्म भारत में हुआ? | Dharma Live | Sanatan Dharm | Ved | Puaranas | Lajpat Rai Aggarwal | Yogi Vishal Tiwari | Neha Rajpput
    Dharma Live के Podcast #DharmaSamvad में इस बार हमारे मेहमान हैं, Lajpat Rai Aggarwal जी ( वैदिक मिशनरी ), जो एक संपादक हैं और Yogi Vishal Tiwari जी ,जो Spiritual Mentor हैं, आज इस Podcast में हम जानेंगे कि क्या वाकई भगवान अवतार लेते हैं? साथ ही Vedas, Purana और सनातन धर्म से जुड़े अनेक रहस्यों पर चर्चा होगी.
    Anchor- Neha Rajpput
    Producer- Mukesh Kaushik
    Video Editor- Subodh Sinha
    Video Journalist- Dharm Ji & Jassie
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    / abplivedharma

Komentáře • 2,1K

  • @vibhutibhushangupta9763
    @vibhutibhushangupta9763 Před 13 dny +22

    मैं मंदिर नहीं जाता हूँ पर श्री Ram जी की प्राण प्रतिष्ठा के स्वरुप को टीवी पर देखते ही मेरे हाथ प्रणाम को उठ जाते हैं ये ही भगवान के अस्तित्व का प्रमाण है

    • @colorblind141293
      @colorblind141293 Před 12 dny +5

      भगवान का अस्तित्व है उसमे कोई शक नहीं। लेकिन आपके हाथ प्रणाम के लिए उठ गए वो आपकी आस्था या फिर कहूं आपके परिवार और परिवेश की आस्था है। आप सिर्फ भेड़ चाल कर रहे हैं यदि आप मंदिर नही जाते और देखा देखी प्रणाम कर लेते हैं। बुरा नही मानिएगा कुछ कॉमेंट करने से पहले 2 मिनट सोचिएगा।

    • @RaamBahadur-kk2cn
      @RaamBahadur-kk2cn Před 6 dny

      Ayodhya in India is now who is that Buddha, in the time of Buddha, there was a sage named Babar, when he armed with Buddha, met with Buddha, from that day he learned Buddhism, after losing, after Buddha's parinirvana, there was a Buddhist named Babar. Stupa was built, after the Muslim conquest, it was named Babar Masjit

  • @abhijeetshinde5116
    @abhijeetshinde5116 Před 7 dny +4

    गुरुजी जितनी आयु बची हे उतनी वेद समजनेमे लगाये और बाकी यमराज जी समजयेंगे 🙏राधे राधे 🙏🚩

  • @ajayaryasamaji
    @ajayaryasamaji Před 11 dny +8

    लाजपत राय जी को देख बहुत अच्छा लगा। आर्य जी दिल से साफ है बुजुर्ग है, कुछ लोगों को लग रहा है वो अहंकार से बोल रहे है, पर ऐसा नहीं है, मैं खुद मिला हूं, मुझे उनसे मिले 2 वर्ष हो गय, उन्होंने उस समाय मेरी पुस्तकों में अत्यंत सहायता करी थी आर्य जी। जो पुस्तकें मैंने चुन लो थी उन्होंने बिना देखे बोल दिया था अपने हिसाब से पैसे दे दो। क्योंकि मैं बालक था।
    अपको ईश्वर और लंबी उमर दे 🙏
    और मुझे आपसे दुबारा मिलने का अवसर दे।

  • @yagyabhushansharma1008
    @yagyabhushansharma1008 Před 29 dny +14

    मैं आर्यसमाज और उसके विद्वानों के प्रति श्रद्धा और सम्मान रखता हूं और जानता हूं कि वे सत्य को जानते एवम् समझते हैं परंतु यह भी जानता हूं की आम आदमी वास्तव में ज्ञानी और पंडित नही है।इस एपिसोड में कई कमेंट देखकर लगता है कि सत्य को जानने या स्वीकार करने में उनका ज्ञान समर्थ ही नहीं है।
    मेरे विचार से इस संबंध में मैं आर्य समाजियों से भी निवेदन करना चाहता हु कि वे मूर्ति पूजा को उस पहली कक्षा के बच्चे के समान समझे कि वह बच्चा अ एक अक्षर है,नही जानता वह अ से अनार ही बोलेगा अगली कक्षा में अ से अनार के साथ अमरूद,अन्नानास, अदरख भी पढ़ता है तब उसे पता चलता है कि अ से बहुत शब्द बनते हैं अ अनार नही एक स्वतंत्र अक्षर है उसी प्रकार यदि मूर्ति पूजक भी यह सत्य जान ले कि मूर्ति में भी भगवान हैं,ठीक वैसे ही जैसे कण कण में हैं,किंतु मूर्ति ही भगवान नहीं है।परंतु पौराणिक मूर्ति को ही भगवान मान बैठा है उसका ज्ञान आगे बढ़ना ही नही चाहता।

    • @Jiwandarshnam19
      @Jiwandarshnam19 Před 15 dny +1

      आपने सत्य वचन कहा है मान्यवर ❤❤

    • @dhirendrakumaryadav9977
      @dhirendrakumaryadav9977 Před 9 dny

      वाह अदभुत
      धन्य हैं
      आप को प्रणाम है

    • @user-tg8sb6dv1e
      @user-tg8sb6dv1e Před 5 dny +1

      आस्था का संबंध भाव से है, मूर्ति के रूप में भाव प्रदर्शित किए जाते हैं और उन्हें ही निहिलाया खिलाया और सुलाया जाता है।

    • @Jiwandarshnam19
      @Jiwandarshnam19 Před 4 dny

      @@user-tg8sb6dv1e 🤦‍♂🖐😃😃😃🤣

    • @bhuwanchandrapandey2525
      @bhuwanchandrapandey2525 Před 4 dny +1

      अत्यंत सहज व सरल अभिव्यक्ति।।ज्ञान का परम तो अ उ म से शब्द ब्रह्म को जान लेना है जो कि ध्वनि ॐ है जिसे माहेश्वर सूत्र में शिव के डमरू से पाण्नी महाराज ने प्रथम बार सुना,। तो *म* मकार से मौनता की अनुभूतिगम्यता हेतु हमारे सामने रख दिया। कोई सांसारिक ध्वनि नही केवल अनहद ॐ😊वही परमब्रह्म:तत्सत।।

  • @romyaromya1229
    @romyaromya1229 Před měsícem +54

    वेद सत्य विद्याओं का पुस्तक है। इसमें सब विद्या की जननी है

    • @bikashraut645
      @bikashraut645 Před měsícem +2

      Sanskaar dikhao ved me ...yagyapabit or nama Karan sanskaar dikhao ved me ..agar nehin hai toh karte kyun ho ?

    • @DuBadu-ye3kf
      @DuBadu-ye3kf Před 25 dny

      Chal be

    • @user-zx9zp4ct5t
      @user-zx9zp4ct5t Před 20 dny

      Satya koi praman nhi de sakta,ye anubhuti ka vishay, Bhagwan, Bed , aur ye sab lekar

    • @user-zx9zp4ct5t
      @user-zx9zp4ct5t Před 20 dny

      Satya ka koi praman nhi hota, praman khali anubhuti, debate ek murkhta, jo avi ho raha hai, aur Guru ji jisko khe rahe ho, unka attitude koi gayni insaan ka lakshan nhi hai,isko ( Guru ji) kaha se le aaye.

    • @rajvashisth4567
      @rajvashisth4567 Před 18 dny

      ​@@bikashraut645
      ये पता है वेद में कितने प्रकार के मुख्य विषय है ???

  • @ramkrishandhakad1033
    @ramkrishandhakad1033 Před měsícem +41

    अच्छा मंच है होना ही चाहिए,,सत्य स्पष्ट होकर ही रहता है।वेदो अखिलो धर्ममूलम्।

  • @Brahmachari-df7lk
    @Brahmachari-df7lk Před 26 dny +9

    दर्शनशास्त्र का वचन है ज्ञानेंमुक्ति: यानी ज्ञान ही मुक्ति का मार्ग है | यानी जब हम वेद और दर्शन शास्त्र पढके ज्ञान प्राप्त करते हैं तब हमें परमात्मा का सही स्वरूप पता चलता है हमें परमात्मा के गुण कर्म स्वभाव के बारे में पता चलता है| बिना ईश्वर को जाने ध्यान साधना व्यर्थ है क्योंकि व्यक्ति ध्यान ही उसी चीज का करता है जिसे वह जानता है बिना ईश्वर को जाने अगर व्यक्ति ध्यान करता है तो वह ध्यान नहीं वह उस व्यक्ति की कल्पना मात्र है|
    इसलिए मैं आदरणीय गुरुजी के बाद से सहमत हूं हमें ईश्वर को वेदों एवं दर्शन शास्त्र के माध्यम से जानना चाहिए और उसके बाद ध्यान करना चाहिए|

  • @ManashaSwarnkar0830
    @ManashaSwarnkar0830 Před 27 dny +11

    वेदों का ज्ञान आज की youth के लिए अनिवार्य है। कृपया कोई भी धर्म से जुड़े सवाल और उसके सही उतर ढूँढने का सही प्रयास करे। वेदों के ज्ञान के पूर्ण ही हम सब भारत वासी हर सवाल के सटीक उतर देने योग्य बनेंगे। 🙏🏻

    • @saptsindhusindhu2084
      @saptsindhusindhu2084 Před 26 dny

      बहुत सही कहा 👍

    • @tasnimali5659
      @tasnimali5659 Před 15 dny

      Jis dharm me bahut saare bhagwan ko puja jata hai use dharm nahi pakkhand kehte hai😃😃😃kaafir

    • @Kalu69_
      @Kalu69_ Před 15 dny

      आपने कभी वेद पढ़ा है?

  • @gurjarsena6306
    @gurjarsena6306 Před měsícem +33

    आप बहुत बहुत धन्यवाद दूंगा आर्य समाज का जिन्होंने मेरे जीवन परिवर्तन किया

  • @vinodkumarkhatana2988
    @vinodkumarkhatana2988 Před měsícem +35

    अति सुन्दर संवाद सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय

  • @ooboytrends
    @ooboytrends Před 12 dny +3

    शास्त्री जी को नमन। वेद ही जीवन है। हम सभी को वेद पढ़ना और पढ़ना परम कर्तव्य है। 🚩🙏🏻

  • @user-ql6oh4xh4q
    @user-ql6oh4xh4q Před 25 dny +24

    यह सत्य है कि सत्य सनातन वैदिक धर्म ही सबसे सत्य है पर हमारे धर्म ग्रंथ में जितने भी मिलावट है उनको शुद्धि करण करना जरूरी है हरि ओम सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय 🕉️🙏🚩 जय जय श्री सीताराम

    • @rashidmohammad5050
      @rashidmohammad5050 Před 22 dny

      मैं भी यही मानता हूं कि इस्लाम धर्म ही सत्य है तो कैसे पता चलेगा कौन सही है 😂

    • @user-ql6oh4xh4q
      @user-ql6oh4xh4q Před 22 dny

      @@rashidmohammad5050 तुम्हारे कुरान और हदीस में कौन आक्रांता ने कब्जा करके उसमें मिलावट किया था तुम लोग तो बोलते हो आसमानी किताब है तो इसमें कैसे मिलावट हो गया और मिलावट हुआ है तो उसको हटा दो अच्छा रहेगा नहीं तो जाकर एक्स मुस्लिम समीर के यूट्यूब चैनल देखो

    • @Brahmachari-df7lk
      @Brahmachari-df7lk Před 21 dnem +2

      @@rashidmohammad5050 अपने धर्म ग्रंथ को पढ़िए और अपनी बुद्धि से विचार करिए की जो आपके धर्म ग्रंथ में जो बातें लिखी है वह विज्ञान की दृष्टि से कितनी सही है|आप अपने धर्म के सिद्धांतों पर डिबेट भी देख सकते हैं उससे भी आपकी बुद्धि बढ़ेगी|

    • @rashidmohammad5050
      @rashidmohammad5050 Před 21 dnem

      @@Brahmachari-df7lk yahi baat to aap par bhi fit hoti hai

    • @Brahmachari-df7lk
      @Brahmachari-df7lk Před 21 dnem

      @@rashidmohammad5050 हां भाई यह बात मुझ पर भी लागू होती है

  • @jayantpatel7734
    @jayantpatel7734 Před měsícem +30

    लाजपत जी लाजवाब है उनका कथन सच है वेद से उपर कोई किताब नहीं है, और वेद को समजने वाले ही सच है बाकी तो सब दूकाने चलाने के लिए थीक है,

    • @bikashraut645
      @bikashraut645 Před měsícem

      Ved se upar koi nehin par keval ved hi pramaan nehin hai ...yadi aisa hai..Sanskar jo karte ho yagyapabit aadi iska pramaan ved me hai kya ?

    • @jayantpatel7734
      @jayantpatel7734 Před 20 dny

      @@bikashraut645 जो वेद मे है यही प़माण है और कुछ उपनिषद जैसे की छंद उपनिषद,कठो उपनिषद तथा सत्यार्थ प्रकाश में भी हमारे 16 संस्कार को समझाया है लेकिन वोह पुरानो के संस्कार से थोड़ा अलग समझाया है जैसे कि 16 संस्कार तो है लेकिन उसे लेकर जो उनकी विधीयां है वोह पुरानो मे सिर्फ कर्मकांड में ही निपटा ली गई है सही अर्थ आप को सत्यार्थ प्रकाश में मील जायेगा और वेद सर्वोच्च हे उसका मतलब ऐसा नहीं हे की पुरान और दुसरे गंथ सही नहीं है लेकिन वोह वेद तुल्य नहीं है

    • @jayantpatel7734
      @jayantpatel7734 Před 20 dny

      @@bikashraut645 जो वेद मे है यही प़माण है और कुछ उपनिषद जैसे की छंद उपनिषद,कठो उपनिषद तथा सत्यार्थ प्रकाश में भी हमारे 16 संस्कार को समझाया है लेकिन वोह पुरानो के संस्कार से थोड़ा अलग समझाया है जैसे कि 16 संस्कार तो है लेकिन उसे लेकर जो उनकी विधीयां है वोह पुरानो मे सिर्फ कर्मकांड में ही निपटा ली गई है सही अर्थ आप को सत्यार्थ प्रकाश में मील जायेगा और वेद सर्वोच्च हे उसका मतलब ऐसा नहीं हे की पुरान और दुसरे गंथ सही नहीं है लेकिन वोह वेद तुल्य नहीं है

    • @bikashraut645
      @bikashraut645 Před 15 dny

      @@Jiwandarshnam19 संस्कार परम्पराओं की देन है ? जब आप के अनुसार वेद से भिन्न सभी अवैदिक है तब संस्कार वेद मे वर्णन ना होने के कारण अवैदिक कैसे नहीं है ? थुंक के चाटना ईसी को कहते हैं ,,। वेद मंत्र से जोडकर निष्ठावान किया जाता है ? जब विषय वेद है ही नहीं तब जोडना तो व्यर्थ ही है , कौनसा संस्कार वेद में है ? जो आप जोडने की बात करते हो ? और आप बोल रहे हैं मंत्र को पूर्णता प्रदान करते हैं ,अच्छा इसका अर्थ यह हुआ की मंत्र अपुर्ण है जीसको आप वाद मे जोडकर पुर्ण करते हो ? गझब है भाई , पर सिद्धान्त तो कुछ ओर ही कहता है की "पुर्ण से पुर्ण की उत्पत्ति होती है" तब वेद ईश्वर से उत्पन्न होने के कारण पुर्ण होने चाहिए था ,पर आपका तो कहना है की मंत्र को पूर्णता प्रदान करते हो 😊

    • @rambehariawasthi5606
      @rambehariawasthi5606 Před 15 dny

      Sabse pahle main apko dhanyawad deta hun jo aapne dharm ke vishay ko chuna.
      Pahle aap dharm ko paribhashit
      karway😂e.Meri alp jankari ke anussr dharm shabd ko bahut se
      alag alag arthon me prayog kiya
      jata hai.
      Ekdam se bhagwan eeshwar per Sam ad samajhna mushkil hai.

  • @shyamshakya2089
    @shyamshakya2089 Před měsícem +62

    75 वर्ष k गुरु जी 101%सत्य कह रहे है वेद k अनुसार.
    Om

    • @A-KR18
      @A-KR18 Před měsícem +1

      सिर्फ उम्र से तुम नही बता सकते वो कितना ज्ञानी है😂

    • @realisticcoments283
      @realisticcoments283 Před měsícem

      आर्य समाजी बडे या तुकाराम महाराज ? तुकाराम जी कहते हैं: वेद अनंत बोलीला , अर्थ इतकाची साधिला, विठ्ठलाशी शरण जावे, निज निष्ठे नाम गावे!!

    • @user-ep1ni5xm3o
      @user-ep1ni5xm3o Před měsícem +1

      ​@@A-KR18Yajurveda Aadhya 32 mantra 3 padhke aa khud kabhi ved nahi padha joh padhe hai unhe Gyan deta hai nastik kahika😂

    • @user-ep1ni5xm3o
      @user-ep1ni5xm3o Před měsícem +1

      ​@@realisticcoments283ved bada ya tukaram ji Arya samaj wo kahta hai Jo ved mein likha hai ved virudh tum mante hoge hamm nahi

    • @realisticcoments283
      @realisticcoments283 Před měsícem

      @@user-ep1ni5xm3o वेदका हम आदर करते है; लेकिन आर्यसमाज ने वेदों का अर्थ अपने मनगढंत रूप से किया है. तुकाराम महाराज के साथ तुम्हारे स्वामीने एक कोटी जन्म लिया तो भी बराबरी नहीं हो सकती; तुकाराम महाराज वैकुंठ गये, तुम्हारा महाराज विष से मर गया.

  • @user-cn1bd2eg5c
    @user-cn1bd2eg5c Před měsícem +14

    श्रद्धेय योग योगी श्रीमान बद्रीविशाल जी,के अद्भुत,दिव्य साथ ही सरल, शालीन,सुंदर व सत्य ज्ञान को स्वभाव को मेरा सादर नमन।।

  • @exploreindia7805
    @exploreindia7805 Před měsícem +5

    I am with Aggarwal ji. Jasa jasa i listen you. I become fan of you. Now I will study Arya samaj

  • @jai_hind1.0
    @jai_hind1.0 Před měsícem +24

    अनेक अवैज्ञानिक गपोड़ गाथाओं से सटीक और कम शब्दों में बुजुर्ग गुरु जी के कथन तार्किक है।

    • @muralidharkhatua8390
      @muralidharkhatua8390 Před měsícem +1

      Guruji to nastik hai . Kya anubhab hai . Kuch nahin

    • @muralidharkhatua8390
      @muralidharkhatua8390 Před měsícem +1

      Agar jankari Lena hai to adhyatmik Iswariya Viswavidyala ko khoj kijiye

    • @muralidharkhatua8390
      @muralidharkhatua8390 Před měsícem

      Guruji ki naim par pura murkh hai

    • @muralidharkhatua8390
      @muralidharkhatua8390 Před měsícem

      Bhagwan ka parichay koi shashtra de nahi Sakta hai parantu woh aakar khud deta hai . Isliye unhen Khuda kahagaya hai.

  • @Vicu80
    @Vicu80 Před měsícem +13

    Om hi satya h🎉

  • @ajaylohani1972
    @ajaylohani1972 Před 16 dny +1

    Guruji is super

  • @Talk-qi1lc
    @Talk-qi1lc Před měsícem +8

    ईश्वर कभी आवतरित नहीं होता जब इंसानी समताये और उसके आयाम ऊपर जाने लगते है तो व्यक्ति उसे भगवान मानने लगता है

    • @shivdhanush3676
      @shivdhanush3676 Před 10 dny

      Avatar concept bhakti movement me aya i.e 4th century AD...
      Hero worship pehle se chalti aa rahi thi especially from mauryan Empire

  • @mahenderpalverma5548
    @mahenderpalverma5548 Před měsícem +28

    हमारा धर्म सत्य सनातन वैदिक धर्म है।

    • @shashiprabha9887
      @shashiprabha9887 Před měsícem

      सनातन कोई धर्म नहीं है बल्कि हम खुद सनातनी हैं

    • @user-ep1ni5xm3o
      @user-ep1ni5xm3o Před měsícem

      ​@@shashiprabha9887bhai pehle dharm shabd ka arth Jano aur sanatan shabd ka arth pehele Sandi viched Karo phir tumhe apne aap pata chal jayega ❤

    • @SanataniArya83
      @SanataniArya83 Před měsícem

      ​@@shashiprabha9887सनातन का अर्थ होता है ,सदा रहने वाला क्या आप का शरीर सदा रहेगा ? अगर आप का उत्तर" नही " है तो फिर सनातन क्या है ?

    • @shatrugunmajhi5737
      @shatrugunmajhi5737 Před měsícem

      ​@@SanataniArya83bhai tera bat sahi hai sada rahne wala sada khane wala Lekin india me 90% mit machhli khata hai ? mit machhli khane wala aadmi hindu hai ki nhi

    • @shatrugunmajhi5737
      @shatrugunmajhi5737 Před měsícem

      ​@@SanataniArya83gussa mat hona tera se jana chahte hai ye log hindu hai ki nhi

  • @ajitahlawat
    @ajitahlawat Před měsícem +30

    योगी जी बहुत बोले चुप नहीं हुए पर उत्तर कुछ भी नही दिया हां कविताएं अच्छी सुनाई 😂😂😂

    • @ashishniraula235
      @ashishniraula235 Před 13 dny +1

      आँप बताओ कि क्या सत्य हे

  • @ChanchalSharma-fu2zm
    @ChanchalSharma-fu2zm Před 20 dny +4

    योगी जैसे लोग लाखो कमा रहे है इस पाखंड की साहयता से.. लोग बड़ा सम्मान करते है क्योंकि मंत्र सुनना और पढ़ना दोनों मुश्किल है.. लोगों को मजा आता है किस्से कहानियो मे. चमत्कार से भरी कथा ओ मे...

  • @baburam-qy3hf
    @baburam-qy3hf Před 24 dny +5

    ईश्वर की वाणी वेदों को अपडेट करने की सामर्थ्य ईश्वर के सिवाय किसी में नहीं है।

  • @vipulmimansak1749
    @vipulmimansak1749 Před měsícem +9

    लाजपत जी की बातें सटीक और न्यायसंगत प्रतीत होती हैं ।।

  • @arya.bharat5409
    @arya.bharat5409 Před měsícem +6

    अग्रवाल जी से हम सहमत हैं

  • @bhanuthakur_295
    @bhanuthakur_295 Před 26 dny +10

    गुरु जी ने ईश्वर की प्रार्थना उपासना के प्रथम मंत्र का व्याकरण सहित हिंदी अनुवाद सत्य है ... वेदानुसार सत्य है
    दीवाना अंचल दीवान

  • @devendrashastri9221
    @devendrashastri9221 Před 24 dny +8

    वेद नित्य, सत्य और शाश्वत ग्रन्थ हैं ! योगी जी को यह पता होना चाहिए कि नित्य सत्य ज्ञान को कभी अपडेट किया ही नहीं जा सकता! जैसे गन्ना मीठा होता है, यह सत्य है , तो क्या भविष्य में कभी गन्ने में उसके मिठास - गुण को अपडेट करने की अपेक्षा होगी, कदापि नहीं!

    • @anuradhanandanrkyaduvanshi9489
      @anuradhanandanrkyaduvanshi9489 Před 16 dny

      Genetic modification ke bare me kya khyal hai?

    • @devendrashastri9221
      @devendrashastri9221 Před 16 dny

      @@anuradhanandanrkyaduvanshi9489 जैनेटिक मोडिफिकेशन के सम्बन्ध में स्पष्ट करें कि क्या जानना चाहते हैं

    • @devendrashastri9221
      @devendrashastri9221 Před 16 dny

      @@anuradhanandanrkyaduvanshi9489 जैनेटिक मोडिफिकेशन के सम्बन्ध में स्पष्ट करें जी, कि क्या कहना चाहते हैं

  • @AbhishekTiwari1111
    @AbhishekTiwari1111 Před měsícem +40

    महऋषि दयानंद सरस्वती जी की जय।

    • @realisticcoments283
      @realisticcoments283 Před 18 dny +1

      What is His parampara?

    • @suryana789
      @suryana789 Před 10 dny

      🙏🙏🙏❤️❤️

    • @suryana789
      @suryana789 Před 10 dny

      ​@realistiवेद की मन्ये और किसी का नहीं ccoments283

  • @miteshmishra6429
    @miteshmishra6429 Před měsícem +60

    योगीजी मे अभी ज्ञान का अभाव है । सिर्फ़ बात घुमा रहे है तथ्यों से कुछ भी सिद्ध नहीं कर पा रहे । सनातन धर्म का आधार ही वेद है । अग्रवाल जी परम ज्ञानी है । वेद अल्पबुद्धि वालों के समझ के परे है तभी इससे पढ़ने का अधिका भी सबको नहीं था और इसलिए पुराणों की रचना की गई थी । वेद को समझने का सरल रास्ता वेदान्त है जिससे उपनिषदों के रूप मे रचा गया है । और किसीभी उपनिषद मे भी अवतार की चर्चा नहीं है । तत्वम् असि 🙏 एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति 🙏 अद्वैत वेदान्त ज्ञान को संतुष्ट करने वाला वेदों का सार ही है ।

    • @amitattafe
      @amitattafe Před měsícem +1

      Thottha channa bajje ghanna.
      Yogi ji upnishad keh rahe hamare mukhya 11 upnishad mai kaunsa avtar ki charcha hai? Upnishad bhram ki charcha kar rahe..
      Vedon mai devta aur bhramm hai

    • @umeshpdsah4441
      @umeshpdsah4441 Před 25 dny

      Ishwar sarwashaktiman hai. Nirakar bhi hai aur sakar bhi hai.
      Nirakar gyan pradhan hai aur sakar prem pradhan hai .
      Nirakar universal aur sakar personal.
      Nirakar roop me ek hai to sakar roop me anek.
      Ved gyan-vichar pradhan hai to Puran prem bhakti pradhan.
      Nirakar roop dada sashwat hai to sakar roop samay ke anusar.
      Nirakar aur sakar ek hin sikke ke do pahlu hai.

    • @virenderjoshi3865
      @virenderjoshi3865 Před 24 dny +1

      आप ने समझा नही अग्रवाल जी रट्टू है गियानी नही। इस बात को समझो

    • @kapilkushwaha2658
      @kapilkushwaha2658 Před 22 dny +3

      पहली बात तो आप पहले उसी व्यक्ति को बुलाओ जो बराबर का ज्ञान रखता हो अगर आप बुलाना चाहती हो तो अग्रवाल जी के सामने राघवाचार्य जी को बुलाओ फिर पता चलेगा अग्रवाल जी को ईश्वर अवतार लेते है कि नही

    • @Brahmachari-df7lk
      @Brahmachari-df7lk Před 21 dnem

      @@kapilkushwaha2658 बिल्कुल सही कहा आपने

  • @drjyotishankartiwari908
    @drjyotishankartiwari908 Před měsícem +15

    परमात्मा सर्वव्यापी है औरनिराकार भी है जीव और परमात्मा में अंतर इतना ही है कि जीव शरीर को धारण करता है परमात्मा शरीर को धारण नहीं करता क्योंकि इसका विशिष्ट गुण निराकार है परंतु प्रत्येक पदार्थ को यह प्रभावित करता है इसलिए यह सर्वशक्तिमान है इसलिए इस अवतार लेने की आवश्यकता नहीं होती विशिष्ट कार्य के लिए आत्मा को प्रेरित करता है इस तरह प्रत्येक पदार्थ इनके अधीन है इसलिए परमात्मा सर्वशक्तिमान है आत्मा का अवतार होता है परमात्माका नहीं इसलिए वेद कहता है परमात्मा के विषय में नत्स्य प्रतिमा अस्ति इसलिए परमात्मा शक्ति के स्रोत हैं

    • @user-km3zq9cn2h
      @user-km3zq9cn2h Před měsícem +1

      ✌️😎👌

    • @rakeshvishwakarma2563
      @rakeshvishwakarma2563 Před 15 dny

      जब शाश्वत परमात्मा पंचभूतों के द्वारा नश्वर अवतार धारण करता है, तब उसे भगवान कहा जाता है, और भगवान की ही प्रतिमा होती है, परमात्मा के विराट विश्वरूप की प्रतिमा संभव ही नहीं है ।
      आत्मा, परमात्मा का ही स्वरूप है ।
      🚩जय श्री सीताराम 🙏

    • @rajendraprasad2321
      @rajendraprasad2321 Před 11 dny

      नास्तिको वेद निन्दक:।

  • @studentssupport4687
    @studentssupport4687 Před měsícem +12

    ईश्वर निराकार है, सर्वशक्तिमान है,अगर वह इच्छा अनुसार साकार रूप धारण करते हैं तो इसमें आश्चर्य की गुंजाइश नहीं। रिषि मुनि निराकार की अराधना करते हैं। लेकिन सर्व साधारण खासकर वह जो पढ़े लिखे नहीं है उनके लिए साकार की अराधना उपयुक्त है। कर्मकांड

  • @pksharma9041
    @pksharma9041 Před měsícem +6

    Satya Sanatan Vedic Dharm 🔥❤🕉🚩

  • @ankushsaini2787
    @ankushsaini2787 Před měsícem +13

    Are wa arya ji kmal ker diya 🙌🙌🙌🙌

  • @vincentkumar7894
    @vincentkumar7894 Před 12 dny +3

    केवल पुस्तकें पढ़ने मात्र से सत्य ज्ञान असंभव है, अनुभव अधिक अवश्यक हैं.

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv Před měsícem +7

    जैसे राष्ट्र पति की कोई पार्टी नहीं होती ठीक वैसे ही सृष्टि कर्ता ईश्वर का कोई मत महजब पथ सम्प्रदाय आदि अलग से नहीं होता है।। सत्य सनातन धर्म एक है और असत्य झूठ पाखंड मन घडंत पथ अनेक है। जय वेद भगवान्। ओउम्।

  • @romyaromya1229
    @romyaromya1229 Před měsícem +15

    सही कहा गुरु जी वेद में ही केवल मंत्र है

    • @DETHEPRAKASH
      @DETHEPRAKASH Před měsícem +1

      Mantra sirf Vedo me nahi hai,agar Maa kisi bete se kah rahi waha mat jao gir jayega,to ye usake liye mantra hi hai.....

    • @bikashraut645
      @bikashraut645 Před měsícem

      Mana kisne kiya ? Par Pramaan keval ved hi hai yeh kehna galat hai ..warna toot jaoge aap

    • @amitattafe
      @amitattafe Před měsícem

      Mantra ke mayne hai jisme mann ka tran ho yani jisse mann stambhit ho prasann ho

    • @VedicYaduvanshi
      @VedicYaduvanshi Před měsícem +1

      Upanishad me bhi hai

  • @user-tg8sb6dv1e
    @user-tg8sb6dv1e Před 5 dny +1

    गुरुजी, परमात्मा अवतार लेते हैं परमात्मा कण कण में व्याप्त है वह असीम शक्तियों का मालिक है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती उसका कोई स्वरूप नहीं,वहां निराकार है, लेकिन वह हर कण कण में हर आकार में व्याप्त है जिस भाव से उसे याद करोगे उस भाव में दर्शन देंगे । जाकी भावना जैसी प्रभु मूरत देखी वैसी ।

  • @mehitabtariyal8242
    @mehitabtariyal8242 Před 2 dny

    Bahut hi gyanvardhak snwad tha, aapko sabko pranam, aage bhi jaari rakhne nivedan hai

  • @YogiLavkushTiwari
    @YogiLavkushTiwari Před měsícem +39

    परंपराओं की तुलना में विवेक महत्व दे मैं योगी जी की बात से सहमत हूँ

    • @bighnswain9051
      @bighnswain9051 Před měsícem +1

      Bedamejohebopuranmebhihe.ushukhetehegyan.bedapuranakujoalakmanatahe.boagyanhe

    • @VhghvcCcn
      @VhghvcCcn Před měsícem +4

      मैं भी योगी जी के तर्क से सहमत हूं।
      जयश्री कृष्ण।।

    • @sonusona2488
      @sonusona2488 Před měsícem +2

      agar parampara ki tulna main vivek ko priorty de to jese ki hum sab jante hai shruti ke parmpara hai hai to kya shruti parampara ko bekar samje

    • @ashwanishukla3153
      @ashwanishukla3153 Před měsícem +1

      परंपरा को छोड़ देगे तो विवेक कहां से पाएंगे।

    • @YogiLavkushTiwari
      @YogiLavkushTiwari Před měsícem

      @@sonusona2488 bikul nahi
      हर परंपरा खराब हो ऐसा जरूरी थोड़ी ना है

  • @arya.bharat5409
    @arya.bharat5409 Před měsícem +12

    अग्रवाल जी सत्यबोल रहे हैं

  • @IshwarSarma
    @IshwarSarma Před 5 dny

    मेने वेदों को पढ़ा तो मुझे उसमे कुछ भी विशेष नही ज्ञान अनुभव हुआ। इसके बाद मेने अलग अलग उपनिषद पढ़ा। उसमे कुछ थोड़ा समझा। फिर मैने अलग अलग गुरुओं से पूछा ओर आज कुछ आधुनिक गुरुओं से व्याख्या सुनी। तो समझने का दायरा बढ़ा। इस हिसाब से मुझे योगी विशाल के तर्क सही लगे। की अपडेट केवल आधुनिकता के साथ समझ के लिए जरूरी है।

  • @navneetsharma7521
    @navneetsharma7521 Před 28 dny +8

    जिस परमात्मा ने विशाल ब्रम्हांड को बनाया जिसमे अनगिनत आकाश गंगाए ,तारे,ग्रह बनाये है जिसने विविध प्रकार के जीव जंतु पक्षी ,विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे बनाये और अरबों की जनसंख्या में हर व्यक्ति की पहचान और चेहरा अलग है इतनी विविधता जिस परमात्मा ने बनायीं है उसके लिए अवतरित होना कोनसी बड़ी बात है जो निराकार होकर साकर सृष्टि की रचना करता है वो खुद भी साकर रूप में प्रकट हो सकता है उस सर्वशक्तिमान ईश्वर के लिए कुछ भी असंभव नही है।

    • @ManishEntertainmentmusicCG
      @ManishEntertainmentmusicCG Před 14 dny

      सत्य ❤❤

    • @user-mk9nf4ge1b
      @user-mk9nf4ge1b Před 6 dny

      Wo kar sakata hai par karega nahi ye uski attributes ke kilaf ab tum aise bol sakte iswar sabkuch kar sakta to use bhuk bhi lag sakti bachhe bhi paida kar sakta hai aorat se ye sab kar sakata par karega nahi ye uske attributes ke kilaf hai

  • @ankursaxena1284
    @ankursaxena1284 Před měsícem +4

    आपने बिल्कुल सही कहाँ है गुरु जी ने 🙏🕉️

  • @madanpal5269
    @madanpal5269 Před měsícem +20

    विशाल योगी जी को कोटी कोटी नमन

  • @superstar9444
    @superstar9444 Před 9 dny +1

    गुरू जी ने बिल्कुल सही कहा है

  • @mahendrachandrachaturvedi5759

    सत्य सनातन वैदिक धर्म में सत्य शब्द में आपत्ति है। सत्य कहोगे तो असत्य को भी मान्यता प्राप्त होगी, अतः द्वंद है जो नहीं होना चाहिए।

  • @RakeshSharma-cx3jt
    @RakeshSharma-cx3jt Před měsícem +16

    योगी जी मैं आपसे सहमत हूं।❤❤❤ भगवान तो सिर्फ अनुभव का भगवान है।

    • @freefireroorkee
      @freefireroorkee Před měsícem +2

      Gud me neem ka anubhav ho sakte hai kya bhai

    • @mdalirahi67
      @mdalirahi67 Před měsícem +3

      Tum To yogi Ji Se sahmat Ho Gaye na Kyunki dukaan Tumhara chal raha hai na jitne bhi Brahman Samaj yogi Ji ke Baton Se Sab sahmat hai

    • @vikramraj1856
      @vikramraj1856 Před měsícem

      Nahi Abe unki baat dheyan se sun pahle thik hai wah bhagwan ko janne ki baat kar rahe hai manne ki nahi tum bhi Jano bhagwan kaun hai kaisa roop hai kya hai kya nahi​@@mdalirahi67

    • @dalveerrana4906
      @dalveerrana4906 Před měsícem

      Bhagwaan ka anubhav kis sources se hoga.... bta bhai

  • @omprakashgupta8849
    @omprakashgupta8849 Před měsícem +6

    बिखरे हुए समाज को जो एक सूत्र में बंद है वही धर्म सबसे उत्तम धर्म है

  • @SohanSingh-hi3dh
    @SohanSingh-hi3dh Před 14 dny +1

    गुरु जी ने यह बात तो ठीक कही है कि पूर्वाग्रह से प्रभावित होकर नहीं कहना चाहिए।

  • @SohanSingh-hi3dh
    @SohanSingh-hi3dh Před 14 dny +2

    उचित तो यही रहेगा कि रामभद्राचार्य जी और गुरु जी की डिबेट करवाई जाए तो शायद यह डिबेट और ऊंचाइयों पर पहुंचाई जा सके।

  • @nandkishorbodkhe364
    @nandkishorbodkhe364 Před měsícem +9

    yogi ji pranam

  • @devendrashastri9221
    @devendrashastri9221 Před 24 dny +1

    वेद आदि सृष्टि में चार ऋषियों को ईश्वर द्वारा उपदिष्ट सम्पूर्ण ज्ञान है, वेद नित्य , सत्य और शाश्वत ज्ञान हैं अर्थात् वेद ज्ञान सदैव रहने वाला, तीनों कालों में अपरिवर्तित रहने वाला और अविनाशी है ! वेद पूर्ण परमात्मा का पूर्ण ज्ञान है और पूर्ण को कभी अपडेट करने की अपेक्षा नहीं होती!

  • @abhijeetshinde5116
    @abhijeetshinde5116 Před 7 dny +1

    आज के समय पर कोई वे्दोंको समाज नाही सकता, हमारे संतोने भगवान की असीम कृपासे वेदोंका सही अर्थ निकाला हे वही पुराण, संत तुकाराम महाराज जी की गाथा और संत ज्ञानेश्वर महाराज जी की ज्ञानेश्वरी पडीये 🚩🙏🙏

  • @vandnagupta338
    @vandnagupta338 Před měsícem +6

    गुरुजी आज की जनरेशन जो अंग्रेजी माध्यम में पढ़ रही है उन्हें हमारे वेद और पुराणों का ज्ञान किस तरह समझाया जाए उस पर योगी जी काम कर रहे हैं ज्ञान आप दोनों का ही असीम है बस शिक्षक आप दोनों अलग तरह के है ।

    • @freefireroorkee
      @freefireroorkee Před měsícem +1

      Aapko agarwaal ji ka nahi pata
      Sahitya jagat me inka naam hi kafi hai

    • @freefireroorkee
      @freefireroorkee Před měsícem +1

      Kuraan ,baibel,bodho ke granth sabki khaal utari hai agarwaal ji ne. Aapk kya jano inke bare me

  • @arunthakur5350
    @arunthakur5350 Před 17 dny +2

    🙏🌹धन निरंकार जी 🌹🙏
    🙏🌹 परमात्मा को मानना और
    जानने में बहुत अंतर है 🌹🙏
    🙏🌹 परमात्मा शब्द में नहीं आ सकता और कहीं कोई जगह खाली नही है 🌹🙏

  • @jitenderdahiya3964
    @jitenderdahiya3964 Před měsícem +1

    सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय।

  • @vijendraverma799
    @vijendraverma799 Před dnem

    यह अच्छी चर्चा है। जब वेद एवं तर्कों के अनुसार सृष्टिकर्ता परमात्मा निराकार, सर्वव्यापी है तो वह सब स्थानों पर पहले ही है तो उसको अवतार लेने की आवश्यकता ही नही है। इसलिए अवतारवाद का सिद्धान्त गलत है। अतः अवतार होने प्रश्न नहीं उठता। जहां भी अवतार का समर्थन किया गया है वह भ्रमात्मक है। अवतारवाद के कारण बहुत से गलत विचार प्रचलित हो गये हैं। जब निराकार है तो परमात्मा की मूर्ती भी नहीं बनाई जा सकती। जड मूर्ति पूजा के कारण मजार पूजा भी प्रचलित हो गयी है और मूर्तियो व मजार पर चढावा चढाने का प्रचार करके जनता को चढावा चढाने के लिए प्रेरित किया जाता और चढावे को प्रचारकों व पुजारियों द्वारा उठा लिया जाति है। कुछ व्यक्ति अपने को ईश्वर या ईश्वर का अवतार बताकर चढावे आदि के द्वारा लूट रहे हैं। विद्वानों का कर्तव्य है कि वेद व तर्क के अनुसार सृष्टिकर्ता परमात्मा, आत्मा, व प्रकृति के गुणों व परिभाषा का सही सही प्रचार करके जनता से अज्ञान को दूर करें।

  • @romyaromya1229
    @romyaromya1229 Před měsícem +12

    श्री लाजपत राय अग्रवाल जी देश के प्रतिष्ठित अमर प्रकाशन के संस्थापक है। ये अमर स्वामी के शिष्य है। गुरुकुल कांगड़ी के स्नातक है। हजारों पुस्तको के संपादक है। बहुत योग्य पुरुष है।इसीलिए वे टू द प्वाइंट उत्तर दे रहे है। योगी जी आपके सारे प्रश्न का उत्तर बहुत आसानी से मिल सकता है।प्रश्न का उत्तर नही दे रहे योगी जी

    • @alpanamittal8270
      @alpanamittal8270 Před 29 dny

      लाजपत राय जी के वर्णन किसी विद्वान के अनुसार तो नहीं लग रहे हैं....

  • @Brahmachari-df7lk
    @Brahmachari-df7lk Před 26 dny +3

    मैं वेदों को मानने वाला हूं | मेरे लिए वेद ही परम प्रमाण है| वेद में लिखा है न तस्य प्रतिमा अस्ति यानी उसे परमात्मा की कोई प्रतिमा नहीं है यानी उसे परमात्मा के समान कोई भी वस्तु या पदार्थ पूरे संसार में नहीं है| इस मंत्र से जो साफ स्पष्ट हो जाता है कि वह ईश्वर अवतार नहीं लेता बिना शरीर के वह सारी सृष्टि बन सकता है चला सकता है प्रलय कर सकते हैं अथवा अनेक अनेक काम कर सकता है तो उसे अवतार लेने की आवश्यकता नहीं है इसलिए वह अवतार नहीं लेता|

  • @user-tg8sb6dv1e
    @user-tg8sb6dv1e Před 5 dny +1

    ईश्वर का अस्तित्व है यह सच है, जिस प्रकार कुछ लोग आत्मा को नहीं मानते, लेकिन वही आत्मा शरीर से अचानक निकल जाती है तो शरीर मृत्य हो जाता है और वही आत्मा चेतन हो जागृत हो जाती है तो वही शरीर उठ खड़ा होता है ‌।

  • @user-tg8sb6dv1e
    @user-tg8sb6dv1e Před 5 dny +1

    आस्था का संबंध भाव से होता है, और भाव ही प्रदर्शित किए जाते हैं मूर्ति के रूप में खिलाना सुलाना निहिलाना आदि ।

  • @Aman_Aryavart
    @Aman_Aryavart Před měsícem +6

    आर्य समाज 🎉🎉❤❤

  • @user-mn5kt4gu3w
    @user-mn5kt4gu3w Před měsícem +10

    बिल्कुल योगी जी ने सही कहा है कि परमात्मा ज्ञान से नहीं अनुभव से उद्यान के द्वारा उसको जाना जय सकता है

    • @Brahmachari-df7lk
      @Brahmachari-df7lk Před 26 dny

      दर्शनशास्त्र का वचन है ज्ञानेंमुक्ति: यानी ज्ञान ही मुक्ति का मार्ग है | यानी जब हम वेद और दर्शन शास्त्र पढके ज्ञान प्राप्त करते हैं तब हमें परमात्मा का सही स्वरूप पता चलता है हमें परमात्मा के गुण कर्म स्वभाव के बारे में पता चलता है| बिना ईश्वर को जाने ध्यान साधना व्यर्थ है क्योंकि व्यक्ति ध्यान ही उसी चीज का करता है जिसे वह जानता है बिना ईश्वर को जाने अगर व्यक्ति ध्यान करता है तो वह ध्यान नहीं वह उस व्यक्ति की कल्पना मात्र है|
      इसलिए मैं आदरणीय गुरुजी के बाद से सहमत हूं हमें ईश्वर को वेदों एवं दर्शन शास्त्र के माध्यम से जानना चाहिए और उसके बाद ध्यान करना चाहिए|

  • @ompratap3
    @ompratap3 Před 21 dnem +2

    ईश्वर अवतार नहीं ले सकता क्योंकि वह सर्वशक्तिमान है और बिना अवतार लिए ही बिना सहायता के अपने सारे कार्यों को कर सकता है

  • @SajalRoy-tm7vr
    @SajalRoy-tm7vr Před měsícem +1

    सत्य सनातन बदीक धर्म जय हो

  • @krishnabarot7701
    @krishnabarot7701 Před měsícem +2

    हवा जब चलती हे तो उसे महसूस कर सकते है लेकिन देख नही सकते किसी आकर में या दूसरे किसी भी तरह तो इस का मतलब ये थोड़ी हुआ की हवा का अस्तित्व नहीं है, अगर कोई कहता है हवा का अस्तित्व नहीं है तो फिर वह महसूस क्यों होती है। बस इसी तरह भगवान का असित्व है जो दिखता नहीं है लेकिन उसे हम हर जगह महसूस कर सकते है शक्ति स्त्रोत से ।

  • @gauravbanga2494
    @gauravbanga2494 Před 14 dny +3

    Pandit Yogi Vishal Tiwari Ji ko shat shat naman koti koti pranaam.❤❤❤🌹🌹🌹
    Aapki saralta aur sookshm gyaan se mai bahut prabhavit hua hoon.
    Aapke shabdo me vadant ki gahraayi hai.Aap vaad me baithkar samvaad sahit jabki vivaad se rahit hain.Aapka purna jor tatva gyan ke shravan manan aur chintan per tha na ki na ki vedo aur upnishad se mantro aur richao ko sunakar apne ko gyani siddha karne ka tha.🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv Před 26 dny +2

    जीवात्मा अवतार लेता है परमात्मा नहीं क्यों कि जीव अनेक है और परमात्मा एक है।। जीवों में श्रेष्ठ जीवात्मा जो पुरुषार्थी होता है युग युग में शरीर धारण करता है ऐसे ही दुष्ट आत्मा भी शरीर धारण करते है। परमात्मा अच्छे और बुरे सबका निर्णायक है

  • @183Astropankaj
    @183Astropankaj Před 15 dny +1

    सत्य सनातन वैदिक धर्म सहि है।गुरुजी हर शब्द सहि बोल रहेहै विशाल जि ने सत्य स्वीकार करन चाहिय।

  • @ZaherVDO
    @ZaherVDO Před 22 dny +4

    विशाल जी, बातें घुमाते दिख रहे हैं। लाजपत जी, तर्क और तथ्य पर बात करते दिख रहे हैं।

    • @MrKalita-ul1nh
      @MrKalita-ul1nh Před 13 dny

      haa reh mulle tere viradari wale hain arya namazi

  • @shona2262
    @shona2262 Před 29 dny +7

    सतय कभी भी बदलता नही केवल झूठ ही अपडेट होता है. सभी मनुष्य कृत वस्तुएं संशोधन मांगती हैं. ईश्वरकृत कोई वस्तु संशोधित नहीं होती. आप उनको बिगाड अवश्य सकते हैं 🙏🕉️

  • @SanjeevKumar-lf3jp
    @SanjeevKumar-lf3jp Před 7 dny +1

    YOGI JI NE BAHUT SARAL SAMJHAYA HAI, JABKI GUR JI KE ANDAR AHANKAR PRATAIT HO RAHA HAI

  • @user-qi9co2ev1c
    @user-qi9co2ev1c Před 2 dny +1

    योगी जी बिल्कुल सही कह रहे हैं गुरुजी तो बात बात पर गर्म हो रहे हैं जिसने वेद लिखे हैं उन्होंने उपनिषद लिखे उससे सरल भाषा में और उसे सरल भाषा में पुराण लिखें तो योगी महाराज तो सही कह रहे हैं कि भैया हर मानस के लिए जन जन तक पहुंचना पहुंचने के लिए ही उनकी रचना हुई भाषयो की यह तो सिर्फ दयानंद सरस्वती को पड़कर बैठ गए कभी कुरानो भी चले जाते हैं कुरानो से अपनों को क्या काम वह जाने उनका काम जाने योगी महाराज राइट है 👍🙏

  • @krishnakumarbyahut3399
    @krishnakumarbyahut3399 Před 16 dny +1

    हे योगी जी,गुरू जी ही सही,मान लीजिये थोड़े समय के लिये।इश्वर अवतार नही लिये। मगर इश्वर का एहसास गुरू जी को इस जन्म मे तो असंभव है।

  • @saurabhsingh2806
    @saurabhsingh2806 Před 27 dny +5

    रामभद्राचार्य जी से शास्त्रार्थ कराएं आर्य समाज वालो की🙏🙏🙏🙏🙏

    • @himanshudwivedi1313
      @himanshudwivedi1313 Před 12 dny

      Rambhadracharya , katha vachak jyada h, tatva charcha alag chiz h,
      Ha , shankaracharya se prashna karna uchit h

  • @sakshisaini9162
    @sakshisaini9162 Před měsícem +6

    भगवान के सब रूप है निराकार भी आकर भी ज्योति स्वरुप भी, कड़ कड़ मे भी वो है सबके अंदर भी वो है सब वो ही है उसके सिबा कुछ भी नहीं है जिसकी जैसी श्रद्धा है वैसा भगवान को मान लो उसी से बेडा पार हो जायेगा.. जय श्री राम

  • @SonuSharma-ny4zn
    @SonuSharma-ny4zn Před 12 dny +2

    Bhagwan Shiv Stya Narayan Stay Astya se bhi Kahin Bbit Jyada Unche aur Mahaan hain Sarv shresth hain Om Nmh Siwaay

  • @baburam-qy3hf
    @baburam-qy3hf Před 24 dny +2

    जो अपडेट होता है वह सत्य नहीं हो सकता है। जो अपडेट होता है वह ना सार्वकालिक है,ना सार्वभौमिक है,और ना नित्य है,ना अनादि है,ना अनन्त है।

  • @kalyankari5743
    @kalyankari5743 Před měsícem +11

    मे इस एपिसोड मे योगी विशाल जी से प्रभावित हुआ..बहुत ही सटीकता से बखान किया
    ,,वेसे मे आर्य समाज को भी सराहता हु

    • @AnnantDhyan
      @AnnantDhyan Před měsícem

      🙌🙌

    • @charlesjackson5509
      @charlesjackson5509 Před 17 dny

      एक भी प्रश्न का कोई उत्तर ही नही दिया विशालजीने। इतना घुमाया इतना घुमाया की में शिमला मनाली घूमने जाने की सोच रहा था वो प्लान कैंसल करना पड़ा। 😂🤣 मुजे लगा कुछ धर्म कर्म सीखूंगा वीडियो से, पर वो बूढ़े चाचा के अलावा कोई मुझे लॉजिकल लगा ही नही। चाचा बोले बहुत ही कम पर सीधा पकड़ के ही रखा बात को।😂

    • @kalyankari5743
      @kalyankari5743 Před 16 dny

      @@charlesjackson5509 अभी आपको बहुत कुछ सिखने की जरुरत...समझ तभी आयेगा

  • @dhananjaysingh8096
    @dhananjaysingh8096 Před měsícem +7

    सनातन धर्म की जय

  • @Jay_Shree_Krishn
    @Jay_Shree_Krishn Před 19 dny +2

    सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय 🚩

  • @user-ql6oh4xh4q
    @user-ql6oh4xh4q Před 25 dny +1

    मेरे को तो इतना खुशी है कि हमारे सनातन धर्म में इतना महान व्यक्ति हैं जो भटके हुए लोगों को राहपे लाने के लिए अपनी पूरी जीवन वैद और ग्रंथ को समझने में और जनता तक पहुंचने में अपने सारा जीवन बिता देते है इस चैनल को मैं सब्सक्राइब किया हूं यही हमारे धर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए जय सियाराम सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय

    • @kailashchandra9521
      @kailashchandra9521 Před 19 dny

      गुरु जी और योगी जी दोनो वीद्वान है परन्तु यदि अंहकार को छोड़ कर सहजता स्वीकार्यता सम्मान का सहारा लिया जाय,ओर सतर्कता से बात कही जाय, प्रमाण तब तक न मांगा जाय जब तक मंथन न करलिया जाय तो संवाद सार्थक होगा!

    • @kailashchandra9521
      @kailashchandra9521 Před 19 dny

      कृपया बताएं कि धर्म क्या है,यह प्रश्न योगी जी से व गुरुजी दोनों से है?

  • @romyaromya1229
    @romyaromya1229 Před měsícem +6

    योगी जी कोई एक प्रमाण नहीं दिया

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb Před měsícem +2

    🎉 भारत खंड ऋषि महात्माओं की धरती है यहां की सभ्यता संस्कृति सबसे अलग है। दूसरी जगह पशु प्रवृत्ति है मांस भाक्षण उनके आहार है। लेकिन भारत में कुछ लोग शाकाहारी भी है। सभ्यता संस्कृति सबसे अलगहै इसलिए भारत खंड सबसे श्रेष्ठहै।

  • @mahendrachandrachaturvedi5759

    दयानंदी महोदय, जहाँ करुण पुकार होती है वहाँ कोई न कोई शक्ति प्रकट हो ही जाती है, यह भाव भारत में ही देखने में आता है इसलिए तदनुरूप भारत में अवतार होते हैं।
    और सुनिए महाशय कोई भी कहीं भी, कभी भी पवित्र अंतहकरण से जब ईश्वर को पुकारता है तब वह उसके अंतर्स्थल में प्रकट हो ही जाते हैं।

  • @user-tg8sb6dv1e
    @user-tg8sb6dv1e Před 5 dny +1

    ईश्वर का अस्तित्व है उसे तलाशने के लिए गल ना होता है‌, ध्यान,साधना, तपस्या के मार्ग से उसकी अनुभूति और दिव्य दर्शन किए जा सकते हैं, मैं इस बात को प्रत्यक्ष प्रमाणिकता से जानता और मानता हूं । जिन देखन तीन पाईया ।

  • @AnuragSharma-fy7fj
    @AnuragSharma-fy7fj Před měsícem +6

    🙏 हरि ॐ 🙏
    यदि वह दयालु है तो वह निराकार कैसे दया तो भाव ही साकार का है ,
    स ईक्षत कथं न्विदं मद्दते स्यादिति स ईक्षत कतरेण प्रपद्या इति । स ईक्षत यदि वाचाऽभिव्याहृतं यदि प्राणेनाभिप्राणितं यदि चक्षुषा दृष्टं यदि श्रोत्रेण श्रुतं यदि त्वचा स्पृष्टं यदि मनसा ध्यातं यद्यपानेनाभ्यपानितं यदि शिश् न विसृष्टमथ कोऽहमिति ॥
    इस वचन से स्पष्ट है की परमात्मा ने विचार किया , एवं विचार मन का विषय है और मन सदा निराकार रहते हुए भी साकार में स्थित है , क्योंकि बिना किसी (बुद्धि , चेतना , शक्ति , इंद्री आदि ) साधन के उसका विचार किसी कार्य का नहीं , ठीक उसी प्रकार यदि किसी जड़ पदार्थ में गुण आदि चेतनता नहीं तो वह व्यर्थ है , एवं उस परमात्मा की रचाई श्रृष्टि में जहां भी जड़ता है वहां किसी न किसी रूप में चैतन्य है , जैसे औषधि जड़ प्रतीत होती है किंतु उसमे गुण की चेतनता है , उसी प्रकार बीज जड़ है किंतु उसमे वृक्ष के ज्ञान की चेतनता है और वह ज्ञान ही निराकार से वृक्ष रूप में आकर लेता है ,
    तो हमारा मत यही है की (निराकार एवं साकार इस विषय पर तो शास्त्रार्थ निरर्थक है) क्योंकि जब वही "ईशा वाश्यम इदम् सर्वम्" है तो वही सभी आकर रूप में व्याप्त है और यदि उसका आकार है एवं उसमे चैतन्य है तो वही निराकार रूप में ही है ।
    "ना साकार हूं ना निराकार हूं मैं भक्त के भाव से तदाकार हूं मैं" जहां जैसी दृष्टि हो वैसी ही सृष्टि है(संरचना) है । एवं जहां बात है भारत भूमि पर अवतरित होने की , भारत भूमि के सपूतों में वह प्रबल चेतना शक्ति है जो परमात्मा को पहचान लेती है । वही कहीं खंबे में देखती है , कहीं सिलबट्टे में तो कहीं मिट्टी में कहीं पक्षी में तो कहीं पशु में , जर्रे जर्रे में है झांकी भगवान की किसी सूझ वाली आंख ने पहचान की , अर्थात् भारत भूमि में वह सूझ वाली दृष्टि विकसित है जो परमात्म तत्व को पहचान ही लेटी है ।अब जैसे तिल में तेल है तो उसका प्रयोग तभी होगा जब वह अपने अदृश्य रूप का त्याग कर दृश्य रूप में बाहर आए , उसी प्रकार परमात्मा को भी अपने अदृश्य रूप का त्याग कर अपने दृश्य रूप में आना ही पड़ता है , एवं ऋषि मुनि उन्हे अवतरित करवाने वाला उपकरण सिद्ध होते हैं ।🙏 हरि ॐ 🙏

  • @alpanasharma5482
    @alpanasharma5482 Před měsícem +2

    Yogi ji apke samjhane ka tarika shandar hai

  • @shyamshakya2591
    @shyamshakya2591 Před 13 dny +1

    Great lajpat ji

  • @Vaidikdhara
    @Vaidikdhara Před 9 dny +1

    महर्षि दयानंद सरस्वती जी महाराज की जय कृणवन्तोविश्मार्यम् 🙏🚩

  • @user-gc8jz8uw1y
    @user-gc8jz8uw1y Před měsícem +6

    आर्य समाज के गुरु जी सही कह रहे हैं क्या ईश्वर ने वेद में कहा है कि हम राम कृष्ण और शंकर भगवान के आए थे धरती

  • @rksinghrajput9279
    @rksinghrajput9279 Před měsícem +3

    Jaye Shree Hari Vishnu🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @user-tg8sb6dv1e
    @user-tg8sb6dv1e Před 5 dny +1

    ईश्वर इस ब्रह्मांड के कण कण में व्याप्त है , जिसे आम आदमी साधारण आंखों से नहीं देख सकता उसके लिए पवित्रता ,साधना, आत्मा शुद्धि, कठोर जप तप जैसे मार्गो से आगे बढ़ते हुए परमपिता परमेश्वर की मर्जी से सुकृति होने पर दिव्य अनुभव यह दर्शन होते हैं ।

    • @tusharbiswas2910
      @tusharbiswas2910 Před dnem

      इश्वर कन कन में है तो साण्डस टट्टी में भी इश्वर है क्या ?????

  • @abhijeetshinde5116
    @abhijeetshinde5116 Před 7 dny

    गुरुजी बुद्धी के दम पर बोल रहे हे, और योगी जी भक्ती, गुरु के कृपा, बुद्धी के परे हो कर बोल रहे हे.🙏

  • @kailashchaturvedi7184
    @kailashchaturvedi7184 Před měsícem +6

    भारत भगवान का हृदय भगवान हृदय में ही रहते हैं अंग में नहीं

    • @Brahmachari-df7lk
      @Brahmachari-df7lk Před 26 dny

      भाई आज से ढाई 3000 साल पहले एक ही आर्यावर्त देश था उसमें चक्रवर्ती राजा शासन करते थे| जैस श्री रामचंद्र जी अपने समय में पूरे आर्यावर्त देश के चक्रवर्ती राजा थे| पहले तो देश ही एक था| आपके अनुसार देश मतलब हृदय पहले तो देश ही एक था तो पूरा संसार ही भगवान का हृदय होना चाहिए मतलब आपके अनुसार तब ईश्वर तो कहीं भी अवतार ले सकता था तो भारत में ही क्यों|
      मैं वेदों को मानने वाला हूं | मेरे लिए वेद ही परम प्रमाण है| वेद में लिखा है न तस्य प्रतिमा अस्ति यानी उसे परमात्मा की कोई प्रतिमा नहीं है यानी उसे परमात्मा के समान कोई भी वस्तु या पदार्थ पूरे संसार में नहीं है| इस मंत्र से जो साफ स्पष्ट हो जाता है कि वह ईश्वर अवतार नहीं लेता बिना शरीर के वह सारी सृष्टि बन सकता है चला सकता है प्रलय कर सकते हैं अथवा अनेक अनेक काम कर सकता है तो उसे अवतार लेने की आवश्यकता नहीं है इसलिए वह अवतार नहीं लेता|

    • @user-xb2et2ql3p
      @user-xb2et2ql3p Před 20 dny

      @@Brahmachari-df7lk
      नाम ब्रह्मचारी है... और परमात्मा को रे ते कहकर संबोधित कर रहे हो... ये क्या तरीका है !
      -------------------------------------------------
      कह रहे हो.. की मै वेद को मानने वाला हूँ /
      तो क्या....
      ये संस्कार वेदों से सीखे हो !
      जरा बताना मुझे.. मैं जानने का इच्छुक हूँ ?? ऊँ.

    • @Brahmachari-df7lk
      @Brahmachari-df7lk Před 20 dny

      @@user-xb2et2ql3p प्रिय भ्राता श्री, टाइपिंग में कोई भी प्रकार से गलती हो उसके लिए माफी चाहूंगा।
      कृपया करके बोल की खाल मत निकालो।

    • @user-xb2et2ql3p
      @user-xb2et2ql3p Před 20 dny

      @@Brahmachari-df7lk
      मिस्टेक एक बार होता है.. बार बार नहीं /
      खैर ---
      मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता...
      मैने ये तुम्हारे लिए कहा.. की अपवाधबोध से बचो !
      -----------------------------------------------------------
      अब मैं.. चलना चाहूंगा ---
      हमसे कुछ पूछने की इच्छा है तो पूछ लो ?? ऊँ.

  • @drjyotishankartiwari908
    @drjyotishankartiwari908 Před měsícem +4

    दुख का कारण क्या है आत्मा शरीर को धारण करता है शरीर के दुख सुख का अनुभव करता है परमात्मा शरीर को धारण नहीं करता इसलिए दुख सुख से पड़े हैं इसलिए परमानंद के आसन पर प्रतिष्ठित है आत्मा और परमात्मा में इतना ही अंतर है परमात्मा सर्वव्यापी है मगर आत्मा सर्वव्यापी नहीं है दोनों दो पदार्थ हैं अतः जीव और परमात्मा का संबंध एक प्रजापत पुत्र के समान है अतः अलख निरंजन है

    • @Talk-qi1lc
      @Talk-qi1lc Před měsícem

      दुःख का कारण सुख है क्योंकि दुःख और सुख पृथक नहीं है जब सुख होता है तभी तो दुःख होता है

  • @harishtarivalvaikar614
    @harishtarivalvaikar614 Před 25 dny +1

    1:44:20 Interesting & logical Answer by Yogiji
    आप दोनो को प्रणाम 🙏

  • @alpanamittal8270
    @alpanamittal8270 Před 29 dny +2

    सामवेद को धुनों और मंत्रों के वेद के रूप में जाना जाता है, सामवेद में 1975 मंत्र हैं जिसे 1200-800 ईसा पूर्व का माना जाता है।

  • @Abhay-nr9uj
    @Abhay-nr9uj Před 26 dny +3

    वेद नित्य जब राम हुए तब भी वेद था । जब कृष्ण हुए तब भी वेद था । जैसे कि अश्वमेध यज्ञ राम जी ने किया जो कि यजुर्वेद के 22 अध्याय में प्रतिपादित है यज्ञ को ही सब कुछ माना गया है यज्ञ में ही ईश्वर का स्वरूप देखा गया है पुरुष सूक्त में यज्ञ की या उस नारायण का स्वरूप है उसकी व्याख्या किया गया है किंतु समय हमारे यहां ऋषियों ने शास्त्र स्मृति पुराण का का लेखन किया दयानंद सरस्वती जी 18 वीं शताब्दी के हैं उससे पूर्व हमारे यहां पतंजलि की आदि गुरु शंकराचार्य जी आदि ऋषि हुए हैं उन्होंने ईश्वर को स्वीकार किया है