कलंकित आशाराम बापू और उसके अंधभक्त
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- čas přidán 25. 02. 2024
- आशाराम बापू को एक लड़की के साथ छल करने का जुर्म प्रमाणित होने के बाद ही सजा सुनाई गई थी।यह वही आशाराम है जिसने न केवल संत समाज को कलंकित किया था वरन भारतीय संस्कृति को भी अपूर्णीय क्षति पहुंचाई गई थी। लेकिन उसको निर्दोष करार देते हुए उसे न्याय दिलाने की मांग करते हुए भरतपुर से जयपुर तक तथाकथित न्याय यज्ञ यात्रा निकालने वालों से यह पूछा जाना चाहिए कि क्या आशाराम बापू निर्दोष था। क्या कानून ने उसके साथ पक्षपात किया था। भारत में आज भी न्यायालय पर भरोसा कायम है। फ़िर क्यों न्यायिक फैसले पर उंगली उठाई जा रही हैं।
Dhurt
Dhhougi
वाह संस्कृति को धूमिल करने वाले का सम्मान
न्यायालय ने उचित फैसला किया है। इस तरह से रेली निकालना न्यायालय का अपमान है।
न्यायालय के फैसले का सरासर अपमान
उचित सजा मिली
Uchit sja mile
दुनिया में अंध भक्तों की कोई कमी नहीं है
kort ke feshle ka samman kro
Esko or kdi sja Milne chahiye
Santo ke pirti ashtha ko nst karane vale ko or kdi sja do
Jesi krni vesi bhrni
और कड़ी सजा सुनाई जाये।
न्यायालय का हमेशा सम्मान करना चाहिए।
सन्त समाज को बदनाम करने वाला पाखंडी
😂
पाखंडी को सज़ा मिली है
बाप --बेटा दोनों ही।