गजब देश है भारत आजादी के 76 साल बाद भी जनता को अपने अधिकार नही पता है, क्योंकि स्कूल में संविधान पढ़ाया ही नही जाता, कितने लोग चाहते है की स्कूल में 5वी क्लास से ही संविधान की शिक्षा सुरू कर देना चाहिए, हाजिरी लगाओ भाई
Sub inspector se niche pad ka adhikari nahi rok sakta. Jaise ki constable, assistant sub inspector, head constable etc. Sub inspector ya usse upar ke adhikari rokwa sakte hai. Like inspector, dsp,sp etc.
भाई साहब आपकी बाते सुनने और पड़ने में ही अच्छी लगती है पर सच में जब रुकने के बाद अगर आपके द्वारा बताए अधिकार अगर पुलिस को बताएंगे तो उनके जो डंडा हैं उसका उपयोग शुरू हो जाता हैं और कुछ नही तो दूसरे किसी अपराध में घुसा देगे और कहेंगे बहुत कानून आता था न तो अब लगा अपना कानून ये ही दुनिया में। तो जो आप ज्ञान की गंगा बहाये तो थोड़ा दुनिया में क्या हो रहा हैं उसकी जानकारी आप जरूर ले ले। और मेरी बात का बुरा लगा हो तो माफ करियेगा आपका धन्यवाद
Sahi kaha recently m Massoori ja raha tha scooty m dost k sath to ek constable ne rok liya, or mene side m lagayi..... documents dikha bol rha tha, mene dikha diya bas pollution nhi tha gaadi m, wo apne kisi bhayya ki scooty le gaya tha, fir dusre 1 star wale uncle aaye unhone mujhe dikhaya bole ise pad kitne ka fine likha h, m bola 2900, hn to nikal mene bola sir meri scooty nhi h bhayya ki h, or mere pass 2900 rupee nhi h, to bole kitna h, mene bola 200, 300, dikha bol rahe the mene bhi dusre pocket m hath daal k 200 ka note nikal k dikha diya, or bola sir student hu itne hi pese h.... fir bole chal ja jldi se yaha hato😅😅😅😂 Edited- achha ek do mere bhaiyo ko lag raha h ki unhone pese liye, nahi nahi unhone 1 rupee bhi nahi liya, pr unhone mujhe side m bulaya or pese k liye pucha, fir mene politely unko sara matter smjha diya, to phir unhone kuch nhi kaha or pese bhi nahi liye.
भाई साहब अगर आपका बताया गया ज्ञान इतना ही सही है और वैसे भी आप एक अधिवक्ता महोदय है तो आप को तो जनता के हितों की रक्षा के लिए सर्वोच्च न्यायालय में एक P.I.L. दायर करके माननीय न्यायालय को इस बारे में सूचित करना चाहिए कि हमारे देश के सभी राज्यों एवं सभी केन्द्र शासित प्रदेशों की पुलिस आपके द्वारा इस विडियो में बताये हुए कानून का उल्लंघन कर रहीं हैं । ताकि सर्वोच्च न्यायालय सख्ती से इस कानून का पालन करवाने के लिए संबंधित विभागों को बाध्य कर सकें और जन हितों की रक्षा कर सकें । अन्यथा आप इस प्रकार की वीडियो ना बनाये आपसे विनम्र निवेदन है । मेरी बात में कुछ अनुचित हो तो माफी चाहूँगा क्योंकि मैं आपके जैसे कानून का जानकार नहीं हूँ ।।
ज्ञान में वृद्धि आवश्यक है परंतु मोटर व्हीकल्स एक्ट की ये जानकारी गलत है। क्यों कि एक्ट में सब इंस्पेक्टर से नीचे का अधिकारी किसी वाहन के प्रपत्र चैक नहीं कर सकता। जबकि वर्दी में नियुक्त कोई भी कर्मचारी जब आपको रुकने का इशारा करेंगा तो आपको वाहन रोकना होगा। ऐसा ना करना दण्डनीय है। कृपया गलत जानकारी ना दें।
पुलिस रेगुलेशन के अनुसार सिपाही से लेकर पुलिस महानिदेशक तक सभी पुलिस अधिकारी कहलाते है। और उन्हें एक समान कानून का ज्ञान पढ़ाया जाता, पुलिस विभाग में रेंक अनुशासन बनाने की एक व्यवस्था मात्र है।
Danda bhai aise hi nhi maar skta koi policewala.....jo police wale ye hath mein Mobile lekar khade ho jate hai challan krne ke liye....sirf Motor vehicle act 1988 ke kuch section hi puch lena hawa kharab ho jayegi police walo ki hi unhe pta hi nhi hoti sections....oolti sidhi btayenge thodi der mein bolenge jao....mere sath aisa ho chuka hai....
@@Knowledgewithshubham1 पर प्रभु बिल्ली के गले में घन्टी बांधे कौन🤔 उनसे आम जनता मुह से बात करने जाए और वे (कुछ सच्चे अच्छे) डंडे या गाली से बात करते हैं। पब्लिक बात भी करे तो सरकारी काम मे हस्तक्षेप करने का आरोप मुनाफे में लग जाए
@@SanjayMishra-ln8jf prashn puchna koi sarkari kaam mein koi hastakshep nhi kiya jata balki ye lok hit se juda hota hai....Article 19(A) of Indian constitution hume freedom of speech deta hai....or Prashan puchne adhikar human right deta hai or police ki ye duty hai ki vo jawaab de...agr gaali deta hai koi policewala to maanavadhikar ka Hanan krta hai kyoki police public servent hai police wale ko iske liye saza hogi ...agr police apni jawaabdehi se bachta hai to usko court mein challenge kr skte hai police public servent hai maalik nhi... Bevajah mein arrest bhi kr le to article 32 se aap 24 ghante ke andar bahar aa jayenge.....apne adhikaaro ka agar police wala ya koi bhi adhikari glt use krta hai to suspend alg hoga bad entry service book mein uski alg hogi....Darr ke jeeye koi to use or darate hai police wale kyoki Bharat desh aisa hai yaha pr uneducated people jyada hai......
सभी यही सोचते है जब आप स्वयं भर्ती हो जाइए खुद ही समझ आ जायेगा । क्योंकि कोई दूसरे समाज के भर्ती नहीं होते हैं आपके और हमारे बीच से आते हैं और इसी सोच के साथ की मैं कानून ही बदल दूंगा खुद बदल जायेंगे और कुछ नहीं कर पाएंगे
Being a lawyer himself the speaker could be fishing for clients to his breathern😅 I have seen the inspectors invariably resting under the shade nearby and delegate groundwork to constables😂😂
भाई साहेब आपने बात तो 100% सही बताया हमारे samwedhan के अनुसार किंतु , ये वही पोलिस वाले हैं जो 5 रुपए मे बिक जाते है, और पुरा का पुरा प्रशानिक विभाग भ्रस्ट हैं/ कोई भी साधारण व्यक्ति पोलिस वालो से घबराता क्यों की यहा पद का दुरूपयोग करने वालों की संख्या 99.9% है/
भाई लोग प्लीज यातायात नियमों का पालन करें सड़क पर सावधानी से वाहन चलाएं! फिर भी बिना वजह कोई पुलिस अधिकारी आपको परेशान करे तो उसके लिए बहुत से विकल्प है! लेकिन यदि आप खुद ही नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं तो पुलिस वालों से बहस न करें, यदि आपने नियमों को तोडा है तो कानून के अनुसार कार्यवाही एवं दंड को चुपचाप स्वीकार कर लें और भविष्य में दुबारा कभी यातायात नियमों का उल्लंघन न करें! पहले गलती करोगे ऊपर से बहस करोगे तो चालान तो होगा ही साथ ही लाठियां भी पड़ेगी और बेइज्जती होगी सो अलग! ये यूट्यूब वाले बचाने नहीं आएंगे! सूचना जनहित में जारी! 😂😂
Sahi kaha Ye khud darr jata hoga jab ek police constable rukne ke liye kehta hoga. Bhale hi isske paas sare proof,papers complete ho or koi rule bhi na todda ho.
साहब क्या ही बात कह दिए। आप तो वकील साहब या जज साहब जान प्रतीत होते है आपसे से पुलिस नही भिड़ेंगे। लेकिन हमारी तो पूछवाड़ा लाल कर दिया जाएगा, अगर सेक्शन 132 और पिनल कोर्ट की बात करने लगेंगे! जमीन पर इंस्पेक्टर साहब से ज्यादा फोम में उनके अधीनस्थ होते हैं जो बोलते हैं की* मैं जो बोलता हूं वही कानून है।*
ये ज्ञान तक तो ठीक है लेकिन मुझे तो लग रहा आप चोरी की गाड़ी चला रहे हो तभी तो आप रुकना नहीं चाहते 😂, दरोगा जी नही होंगे तो क्या कॉन्स्टेबल अपने रहते हुए आपको चोरी के वाहन से चला जाने देगा। गलतफहमी में मत रहो पूरा विस्तृत वर्णन करो, पुलिस से ईर्ष्यावश दिया गया ज्ञान आपके लाइक कमेंट तो बढ़ा सकता है लेकिन इस ज्ञान से लोगों में निगेटिव एनर्जी जरूर उत्पन्न होगी । धन्यवाद
ये सब किताबों की बात है जो रियल लाइफ में आम जनता पर काम नही करती,, नेता,, अभिनेता बड़े बिजनेशमन को सलाम ठोंककर जाने देते हैं चाहे गाड़ी का दस्तावेज से लेकर कुछ भी न हो , और आम जनता गरीबों को तो आते देखकर ही पुलिस कितना लूटना है अंदाजा लगा लेता है।
The best way to acknowledge our rights is subject of law should be to taught in schools. Kyun ki sirf ye act ka knowledge hone se to dande hi padenge agar police Wale ka next sawal ka counter nahi hua to.
यह सब अनुशासन पुलिस वालों में स्वयं होनी चाहिए!साधारण मनुष्य विवादों से दूर रहना चाहते हैं,बहुत से लोग समय बचाना चाहते हैं,निस्संदेह कुछ नियम न मानने वाले चालक भी होते हैं पर यातायात के इतने नियम बना दिये गये हैं के एक बार ट्राफिक पुलिस ने रोक लिया तो बिना दो पाँच सौ लिये वे छोडने वाले नहीं हैं!और यह लूटपाट नियमों का पालन न करने के कारण नहीं होता है,बल्कि साधारण लोगों में एकता सौम्यता संवेदनशीलता आदि न होने के कारण होता है!क्योंकि कानून लूटेरों के साथ होता है,वरना अपने गाँव घर में वाहन चलाने पर काहे का नियम काहे का कागज देना चाहिए!पर नहीं सडक तो जैसे ट्राफिक पुलिस के लिए रुपयों के लदे वृक्ष हो गये हैं,कहीं भी खडा़ होकर धन की लूट शुरु कर देते हैं,और यह सब होता है बडे़ बडे अधिकारियों लोकल नेताओं विधायकों सासंदों और मुख्यमंत्रियों के जानकारी में,पर कोई विरोध नहीं कर सकता क्योंकि भारतीय कानून सामान्य लोगों को लूटने के लिए ही बनाये गये थे और आज भी बने हुए हैं!और जबतक यह कानून व कानून के रखवाले लूटने को पाप नहीं मानते तबतक ये विवश हैं लूटने के लिए!क्योंकि एैसे लोगों की चेतना मर चुकी होती है!पाप की कमाई खाने में उन्हें गर्व की अनुभूति होती है!क्योंकि पाप इनके सम्पूर्ण दैविय व्यक्तित्व का नाश कर देता है! जिससे यह असुर योनि में उत्पन्न होते हैं!इसलिए जो लोग नियमों के पालन का हवाला दे रहे हैं,या पुलिस का पक्ष ले रहे हैं वे कायर हैं,वे साहस व एकता के विरोधी हैं,वे लूटेरों के छिपे पक्षधर हैं!क्योंकि स्पष्ट रुप से लूट को नियमों का पालन करवाने वाला कहकर उनका पक्ष लेना यही दर्शाता है के उन्हें रक्षक व भक्षक का अन्तर नहीं पता है!सड़ चुका है पूरा भारतीय न्याय व्यव्यस्था सब कोई एकदूसरे को लूटने में लगा है किसके बल के आधार पर सरकार के नेता मंत्री विधायक सांसद अधिकारी कोर्ट पुलिस वकील इन्हीं के बल के आधार पर क्योंकि जिनसे धन मिलता है यह सभी उसी का पक्ष लेते हैं!सामान्य मनुष्य निरअपराध भी हो तो उसकी सुनने से भला किसको लाभ होगा!और आजका मानव समाज बिना लाभ के ईश्वर को भी कुछ नहीं मानना चाहता है तो वह भला सामान्य निर्दोष मनुष्य को जिससे के उसे कोई लाभ नहीं प्राप्त होने वाला है यह जानकर उसकी सहायता क्युँ करेगा!!हरि:ऊँ तत् सत्
Sir aap bole ke koi bhi abhikari nahi rok sakta sir Rok kar avadh wasili ke sath marpit Gunda gardi sab hoti he aur sarkar Ko sab malum hone ke badh bhi koi rok tham nahi
सर सब इंस्पेक्टर से नीचे कम का अधिकारी गाड़ी रोक सकता है चेक भी कर सकता है किंतु चालान नहीं कर सकता चालान करने के लिए सब इंस्पेक्टर या उससे उच्च रैंक का अधिकारी होना जरूरी है
सरजी सुना है सबसे ज्यादा करप्शन तो कोर्ट कचेरी में होता हैं।जो वकालती में कभी टैक्स नही भरते क्योंकि हर फीस कैश में ली जाती और आगे चलकर वही मिया लार्ड बनते हैं।
But irony is ...one has to stop their vehicle in order to know the designation of the inspector and then only he can know whether he has to stop vehicle next time or not ....but again every time same inspector will not stop for same person ...so the rule is stop whenever any inspector ask to stop otherwise you know what will happen in India with such police ....
एक बार ऐसा ही बोल दिया था तो पुलिस ने पकड़ लिया क्योंकि वो अपनी बात नहीं सुनते है। फिर वहां मेरे रिश्तेदार थे उनको बुलाया वो बोले कि बच्चा है गलती हो गई छोड़ दो। फिर पुलिस में बोल ज्यादा मत बोला कर
इस सरकार में सारी कानूनी धरी रह जाएंगे पुलिस को बहुत ज्यादा अधिकार दे दिए गए हैं अब कानून किताबों तक ही सीमित है ना रुकने पर बेचारे पीत दिए जाएंगे और सारी कानून भूल जाएंगे
सर गांव में जो थाना होती है और ओ. पी जो होती जब वह चैकिंग करता है तो उसका गाड़ी का ड्राइवर रुकता है सबको कांस्टेबल तक नहीं रहता है रोकने के लिए जो ड्राइव गाड़ी करता है वह ड्राइवर रुकता है कानून का लागू सिर्फ बड़े शहरों और बड़े आदमी के पास ही होता है छोटे-मोटे आदमी और छोटे-मोटे सारे और गरीब आदमी के लिए कोई कानून लागू नहीं होता है
Ek bar mene bhi try kiya pata chala hamanat karani padi or usse bhi shocking part ye tha ki case bhi aisa lagaya jisse mera dur dur tak koi matlb ni tha😂😂😂😂
ये बाते सिर्फ वकील के मुंह से ही अच्छी लगती है आम आदमी की इतनी हिम्मत और औकात नही है की वो पुलिस से जबान लड़ा सके
police waley galia dete hai. Gundey
Koi baat nhi. Hum bethe he 🫂
Sahi baat bhai
Koi jankari tha koi police ka radiance sabse sabse inspector ka niche Bal ki tha Saudi Kari tha sabko deta tha tum aisa kunwara banke tha
जब पुलिस पकड़ेगी तो पहले कहेँगे... ये हमारा अधिकार है... जब पुलिस के डंडे पड़ेंगे तो कहेँगे... इस अधिकार पर धिक्कार है....😅😅😅😅
बिलकुल सही कहा।
Hahahaha
😂😂😂😂
Aap baad me sab bat judge ko bta skte ho fir police par action hoga ❤
गजब देश है भारत आजादी के 76 साल बाद भी जनता को अपने अधिकार नही पता है, क्योंकि स्कूल में संविधान पढ़ाया ही नही जाता, कितने लोग चाहते है की स्कूल में 5वी क्लास से ही संविधान की शिक्षा सुरू कर देना चाहिए, हाजिरी लगाओ भाई
Fundamental rights and duties, constitution ke baare me class 5 me hi padhaya gaya tha humare school me
No one follows LAW of this land, even the lawyers in court.
Yes sir 🎉
आप इन शब्दों को क्लियर करें कि, सब इंस्पेक्टर से नीचे कौन से अधिकारी होते हैं। मेरे समझ में कोई अधिकारी होता ही नहीं।
@@rajaramrohit6874ASI, Constable
Sub inspector se niche pad ka adhikari nahi rok sakta. Jaise ki constable, assistant sub inspector, head constable etc.
Sub inspector ya usse upar ke adhikari rokwa sakte hai. Like inspector, dsp,sp etc.
Even judges... Bulldozer chl rhe, notice bd me de rhe
भाई साहब आपकी बाते सुनने और पड़ने में ही अच्छी लगती है पर सच में जब रुकने के बाद अगर आपके द्वारा बताए अधिकार अगर पुलिस को बताएंगे तो उनके जो डंडा हैं उसका उपयोग शुरू हो जाता हैं और कुछ नही तो दूसरे किसी अपराध में घुसा देगे और कहेंगे बहुत कानून आता था न तो अब लगा अपना कानून ये ही दुनिया में।
तो जो आप ज्ञान की गंगा बहाये तो थोड़ा दुनिया में क्या हो रहा हैं उसकी जानकारी आप जरूर ले ले।
और मेरी बात का बुरा लगा हो तो माफ करियेगा
आपका धन्यवाद
Sahi baat hai
रोना और डरना बंद करो भाई
Ye sab sirf vakilon pr apply hota h😂
Sahi kaha recently m Massoori ja raha tha scooty m dost k sath to ek constable ne rok liya, or mene side m lagayi..... documents dikha bol rha tha, mene dikha diya bas pollution nhi tha gaadi m, wo apne kisi bhayya ki scooty le gaya tha, fir dusre 1 star wale uncle aaye unhone mujhe dikhaya bole ise pad kitne ka fine likha h, m bola 2900, hn to nikal mene bola sir meri scooty nhi h bhayya ki h, or mere pass 2900 rupee nhi h, to bole kitna h, mene bola 200, 300, dikha bol rahe the mene bhi dusre pocket m hath daal k 200 ka note nikal k dikha diya, or bola sir student hu itne hi pese h.... fir bole chal ja jldi se yaha hato😅😅😅😂
Edited- achha ek do mere bhaiyo ko lag raha h ki unhone pese liye, nahi nahi unhone 1 rupee bhi nahi liya, pr unhone mujhe side m bulaya or pese k liye pucha, fir mene politely unko sara matter smjha diya, to phir unhone kuch nhi kaha or pese bhi nahi liye.
सही कहा आपने
हर traffic पर पुलिस के साथ एक मानवाधिकार संगठन कार्यकर्ता की भी नियुक्ति हो तब कुछ सकारात्मक हो सकता है।
Magistrate bhi sath me ho to jyada sahi hai. Wahi faisla ho.
@@mohittomer462 मै तो बोलता हूँ जज को भी उन्ही के साथ खड़ा होना चाहिए, तुरंत फैसला😂😂😂
भाई साहब अगर आपका बताया गया ज्ञान इतना ही सही है और वैसे भी आप एक अधिवक्ता महोदय है तो आप को तो जनता के हितों की रक्षा के लिए सर्वोच्च न्यायालय में एक P.I.L. दायर करके माननीय न्यायालय को इस बारे में सूचित करना चाहिए कि हमारे देश के सभी राज्यों एवं सभी केन्द्र शासित प्रदेशों की पुलिस आपके द्वारा इस विडियो में बताये हुए कानून का उल्लंघन कर रहीं हैं । ताकि सर्वोच्च न्यायालय सख्ती से इस कानून का पालन करवाने के लिए संबंधित विभागों को बाध्य कर सकें और जन हितों की रक्षा कर सकें । अन्यथा आप इस प्रकार की वीडियो ना बनाये आपसे विनम्र निवेदन है । मेरी बात में कुछ अनुचित हो तो माफी चाहूँगा क्योंकि मैं आपके जैसे कानून का जानकार नहीं हूँ ।।
ज्ञान में वृद्धि आवश्यक है परंतु मोटर व्हीकल्स एक्ट की ये जानकारी गलत है। क्यों कि एक्ट में सब इंस्पेक्टर से नीचे का अधिकारी किसी वाहन के प्रपत्र चैक नहीं कर सकता। जबकि वर्दी में नियुक्त कोई भी कर्मचारी जब आपको रुकने का इशारा करेंगा तो आपको वाहन रोकना होगा। ऐसा ना करना दण्डनीय है। कृपया गलत जानकारी ना दें।
Thanks
Thanks a lot of you sir 🙏🏼
कृपया, आप सही जानकारी देने का कष्ट करें अन्यथा की स्थिति में किसी व्यक्ति पर ऐसे आक्षेप न करें।
Yah sab UP police ke aage😅
Yah sari Gyan Uttar Pradesh ko chhodkar har jagah lagu hota😅
एक बार ये बात मेने पुलिस वाले को समझना चाहा ,,फिर उसने मुझे अच्छे से समझा दिया 😅
क्या और कैसे समझाया भाई 😊😊😊😊
@@sarvjeetvishvakarma8473mat pucho bhai bato me kafi dard hai😂😂😂😂
😂😂
😂😂
hahahaha
श्री मान , बोलने का मौका ही नही दिया जाता ।
थाने में डाल देंगे और बेवजह इतना मारेंगे ।
उसके बाद उसी को आरोपी बना दिया जाता है।
पुलिस रेगुलेशन के अनुसार सिपाही से लेकर पुलिस महानिदेशक तक सभी पुलिस अधिकारी कहलाते है। और उन्हें एक समान कानून का ज्ञान पढ़ाया जाता, पुलिस विभाग में रेंक अनुशासन बनाने की एक व्यवस्था मात्र है।
बिलकुल सही बात है
SI अपने अधीनस्थ को आदेश देता हैं, और उसके आदेश पर कांस्टेबल रोकता हैं तब तो रोकना पड़ेगा
Written aadesh bana dega yadi koi kanun ka hawala dega to
Whn pr hona to chahiye wo
Head constable ko bhi challan krne ki power hoti hai
@@PawanKumar-zt5tx 500 tk kr skta h bss
Ha pesa vi lete hay😂😂😂😂
भाई, बहुत आसानी से बोल दिया तुमने
कभी डंडा खाये हो पुलिस का??? 😂😂😂
Danda bhai aise hi nhi maar skta koi policewala.....jo police wale ye hath mein Mobile lekar khade ho jate hai challan krne ke liye....sirf Motor vehicle act 1988 ke kuch section hi puch lena hawa kharab ho jayegi police walo ki hi unhe pta hi nhi hoti sections....oolti sidhi btayenge thodi der mein bolenge jao....mere sath aisa ho chuka hai....
@@Knowledgewithshubham1 पर प्रभु बिल्ली के गले में घन्टी बांधे कौन🤔
उनसे आम जनता मुह से बात करने जाए और वे (कुछ सच्चे अच्छे) डंडे या गाली से बात करते हैं।
पब्लिक बात भी करे तो सरकारी काम मे हस्तक्षेप करने का आरोप मुनाफे में लग जाए
लगता है अभी पाला नही पडा है।
@@SanjayMishra-ln8jf prashn puchna koi sarkari kaam mein koi hastakshep nhi kiya jata balki ye lok hit se juda hota hai....Article 19(A) of Indian constitution hume freedom of speech deta hai....or Prashan puchne adhikar human right deta hai or police ki ye duty hai ki vo jawaab de...agr gaali deta hai koi policewala to maanavadhikar ka Hanan krta hai kyoki police public servent hai police wale ko iske liye saza hogi ...agr police apni jawaabdehi se bachta hai to usko court mein challenge kr skte hai police public servent hai maalik nhi... Bevajah mein arrest bhi kr le to article 32 se aap 24 ghante ke andar bahar aa jayenge.....apne adhikaaro ka agar police wala ya koi bhi adhikari glt use krta hai to suspend alg hoga bad entry service book mein uski alg hogi....Darr ke jeeye koi to use or darate hai police wale kyoki Bharat desh aisa hai yaha pr uneducated people jyada hai......
In8la
आप ने जीतना कहा उतना मैं पोलीस वालों कह दु तों मेरी खैर नहीं😂😂😂😂😂
ये किताबो के अंदर का कानून है रास्ते पर तो दूसरा कानून ही चलता है।
यही बात मैंने एक constable को बोल दिया था
उसने एक गाल पर थप्पड़ दिया और कहा
अब में बताऊँ कानून मैंने कहा sorry सर😂😂😂😂
🤣🤣🤣
😂😂😂😂😅
🤣 same
😅😅😂
कोर्ट जाना था ये हसी मजाक की बात नहीं है आज सहन करेगा कल दूसरा करेगा झेलना खुद को है 😊
सब कहने के लिये है बस भारत की असभ्य पुलिस किसी act को नहीं मानती है। 😮
koun literate hai aap ki msg se pata chalta hai, agar aap Aducated ho to aap ko law malum hona chahiye, police is public servant, blame mat kijiye
Magr tu helmet nhi phnega.
असभ्य पुलिस को बनाया गया है
Lgta h teri police ne kafi thukai ki huyi hai 😂😂😂😂😂😂😂😂
सभी यही सोचते है जब आप स्वयं भर्ती हो जाइए खुद ही समझ आ जायेगा । क्योंकि कोई दूसरे समाज के भर्ती नहीं होते हैं आपके और हमारे बीच से आते हैं
और इसी सोच के साथ की मैं कानून ही बदल दूंगा खुद बदल जायेंगे और कुछ नहीं कर पाएंगे
देश में अधिकार तो सब जानना चाहता है लेकिन अपने कर्तव्यों को कोई नहीं जानना चाहता है ये देश का दुर्भाग्य है
Being a lawyer himself the speaker could be fishing for clients to his breathern😅
I have seen the inspectors invariably resting under the shade nearby and delegate groundwork to constables😂😂
रोक देना भाई नहीं तो हड्डी तोड़ने में तनिक देर नहीं लगती 😂😂😂
इनके कहने मे न आना पुलिस जादू भी जानती है एक मिनट मे आपके पास से कट्टा बरामद कर लेगी फिर भुगतो।
Right
कृपया ऐसा न करें, बहुत तुड़ाई होगी नही तो😂😂।
Yahi sahi he sansar ko samaj dar bananeka bahut shandar 🎉thanks bhai
भाई साहेब आपने बात तो 100% सही बताया हमारे samwedhan के अनुसार किंतु , ये वही पोलिस वाले हैं जो 5 रुपए मे बिक जाते है, और पुरा का पुरा प्रशानिक विभाग भ्रस्ट हैं/ कोई भी साधारण व्यक्ति पोलिस वालो से घबराता क्यों की यहा पद का दुरूपयोग करने वालों की संख्या 99.9% है/
Lagta hai bhaiya kabhi haryana police ke hathey nahi chadha 😂😂😂
वकील को छू भी नहीं सकता पुलिस वाले, चाहे हरियाणा पुलिस हो या दिल्ली पुलिस ok
भाई लोग प्लीज यातायात नियमों का पालन करें सड़क पर सावधानी से वाहन चलाएं!
फिर भी बिना वजह कोई पुलिस अधिकारी आपको परेशान करे तो उसके लिए बहुत से विकल्प है!
लेकिन यदि आप खुद ही नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं तो पुलिस वालों से बहस न करें, यदि आपने नियमों को तोडा है तो कानून के अनुसार कार्यवाही एवं दंड को चुपचाप स्वीकार कर लें और भविष्य में दुबारा कभी यातायात नियमों का उल्लंघन न करें!
पहले गलती करोगे ऊपर से बहस करोगे तो चालान तो होगा ही साथ ही लाठियां भी पड़ेगी और बेइज्जती होगी सो अलग!
ये यूट्यूब वाले बचाने नहीं आएंगे!
सूचना जनहित में जारी!
😂😂
👍👍👍👍👍👍
Sahi kaha
Ye khud darr jata hoga jab ek police constable rukne ke liye kehta hoga. Bhale hi isske paas sare proof,papers complete ho or koi rule bhi na todda ho.
👍
साहब क्या ही बात कह दिए। आप तो वकील साहब या जज साहब जान प्रतीत होते है आपसे से पुलिस नही भिड़ेंगे। लेकिन हमारी तो पूछवाड़ा लाल कर दिया जाएगा, अगर सेक्शन 132 और पिनल कोर्ट की बात करने लगेंगे! जमीन पर इंस्पेक्टर साहब से ज्यादा फोम में उनके अधीनस्थ होते हैं जो बोलते हैं की* मैं जो बोलता हूं वही कानून है।*
आपकी जानकारी बिल्कुल सही है ,
पर इसे follow ये system नही करता
मैं आपके विरुद्ध नही हूं पर system अपने jidd पर आकर कुछ भी कर सकता है
I checked, but traffic ke constables bhi aapko rok sakta hai. They have the power provided by law.
😂 भैया जी रोक तो नही सकता लेकिन पदवी धारी वही पर रहता है 😂
That's why experience is invaluable. Only degrees are not sufficient.
आपकी जानकारी के लिए धन्यवाद सर अब किसी ने मेरी गाड़ी रोकी तो मैं आपके बताए गए नियम उसे बताऊंगा और मैं एक देश का जिम्मेदार नागरिक बनने की कोशिश करुगा
ये ज्ञान तक तो ठीक है लेकिन मुझे तो लग रहा आप चोरी की गाड़ी चला रहे हो तभी तो आप रुकना नहीं चाहते 😂, दरोगा जी नही होंगे तो क्या कॉन्स्टेबल अपने रहते हुए आपको चोरी के वाहन से चला जाने देगा। गलतफहमी में मत रहो पूरा विस्तृत वर्णन करो, पुलिस से ईर्ष्यावश दिया गया ज्ञान आपके लाइक कमेंट तो बढ़ा सकता है लेकिन इस ज्ञान से लोगों में निगेटिव एनर्जी जरूर उत्पन्न होगी ।
धन्यवाद
H jrur
It is only in the case of accident, inhone adhura btaya h
महाराष्ट्र में तो 100 rs के लिए कोई भी पुलिस वाला या अधिकारी गाड़ी रोक लेता है ।😅😅😅
😂😂😂ha
idhar bhi utana hi rate hai
ये सब किताबों की बात है जो रियल लाइफ में आम जनता पर काम नही करती,, नेता,, अभिनेता बड़े बिजनेशमन को सलाम ठोंककर जाने देते हैं चाहे गाड़ी का दस्तावेज से लेकर कुछ भी न हो , और आम जनता गरीबों को तो आते देखकर ही पुलिस कितना लूटना है अंदाजा लगा लेता है।
Aam aadmi POLICE ko kanoon sikhayega to iske baad police wala 10 case lagake aapko aandar aur nastanabood kara sakta hai. Tiger touched = 18 wound & Police touched = 36 wound....
केसे पहचाने के रोकने वाला सब इंस्पेक्टर या पुलिस वाला❤😂😂😂
Kandhe me star hota h
Ek bolero ke saat ek jeep hogi or chalan table per ho rhi hogi samjh Jana inspector Sahab Ka bhoukal hai
मत पहचानो , कोई फायदा नहीं है इस क़ानून का 😂😂
Sub inspector ke niche koi adhikari hota hi nhi h yani koi bhi adhikari gaadi rok sakta h😅
SI means 2 star, 2 star se neeche k neech constable or head constable hota h
S.I. ke neeche A.S.I. , H.C. Aur Ct hota h
Ct b ek adikari he hotha h
As pr rule 21
@@InMyCity575dyye
Sir
Bahut badi baat batai apne
Gajab
Superb
Marvelous
End Kar diya
Mast
Ultimate
What a baat
The best way to acknowledge our rights is subject of law should be to taught in schools. Kyun ki sirf ye act ka knowledge hone se to dande hi padenge agar police Wale ka next sawal ka counter nahi hua to.
Agr nhi ruka toh phir jane layak nhi chhodega 😢😢😂😂
क्यू सर दूसरों की हड्डी तुड़वाना चाहते हो...😂😂😂😂😂😂
😂
😂
😂😂😂😂
😅😅😅😅
😅😅😅
भाई पब्लिक को पिटवाना चाहता है पुलिस से 😀😀😀😀
लगता तो यही है।
आपने जो ज्ञान दिया इसका उपयोग दहशतवादी,आतंकी,गुंडे
जरुर करेंगे।
अब तो मेरा वकीलों से भी विश्वास उठता जा रहा है क्योंकि जितने law आपने बताए उनमें एक किसी को भी पुलिस नहीं मानती 😂😂😂😂😂😂
यहां तो एक होमगार्ड वाला भी गाड़ी रोक लेता है 😂😂
Right 👍👍🤣🤣🤣
यह सब अनुशासन पुलिस वालों में स्वयं होनी चाहिए!साधारण मनुष्य विवादों से दूर रहना चाहते हैं,बहुत से लोग समय बचाना चाहते हैं,निस्संदेह कुछ नियम न मानने वाले चालक भी होते हैं पर यातायात के इतने नियम बना दिये गये हैं के एक बार ट्राफिक पुलिस ने रोक लिया तो बिना दो पाँच सौ लिये वे छोडने वाले नहीं हैं!और यह लूटपाट नियमों का पालन न करने के कारण नहीं होता है,बल्कि साधारण लोगों में एकता सौम्यता संवेदनशीलता आदि न होने के कारण होता है!क्योंकि कानून लूटेरों के साथ होता है,वरना अपने गाँव घर में वाहन चलाने पर काहे का नियम काहे का कागज देना चाहिए!पर नहीं सडक तो जैसे ट्राफिक पुलिस के लिए रुपयों के लदे वृक्ष हो गये हैं,कहीं भी खडा़ होकर धन की लूट शुरु कर देते हैं,और यह सब होता है बडे़ बडे अधिकारियों लोकल नेताओं विधायकों सासंदों और मुख्यमंत्रियों के जानकारी में,पर कोई विरोध नहीं कर सकता क्योंकि भारतीय कानून सामान्य लोगों को लूटने के लिए ही बनाये गये थे और आज भी बने हुए हैं!और जबतक यह कानून व कानून के रखवाले लूटने को पाप नहीं मानते तबतक ये विवश हैं लूटने के लिए!क्योंकि एैसे लोगों की चेतना मर चुकी होती है!पाप की कमाई खाने में उन्हें गर्व की अनुभूति होती है!क्योंकि पाप इनके सम्पूर्ण दैविय व्यक्तित्व का नाश कर देता है! जिससे यह असुर योनि में उत्पन्न होते हैं!इसलिए जो लोग नियमों के पालन का हवाला दे रहे हैं,या पुलिस का पक्ष ले रहे हैं वे कायर हैं,वे साहस व एकता के विरोधी हैं,वे लूटेरों के छिपे पक्षधर हैं!क्योंकि स्पष्ट रुप से लूट को नियमों का पालन करवाने वाला कहकर उनका पक्ष लेना यही दर्शाता है के उन्हें रक्षक व भक्षक का अन्तर नहीं पता है!सड़ चुका है पूरा भारतीय न्याय व्यव्यस्था सब कोई एकदूसरे को लूटने में लगा है किसके बल के आधार पर सरकार के नेता मंत्री विधायक सांसद अधिकारी कोर्ट पुलिस वकील इन्हीं के बल के आधार पर क्योंकि जिनसे धन मिलता है यह सभी उसी का पक्ष लेते हैं!सामान्य मनुष्य निरअपराध भी हो तो उसकी सुनने से भला किसको लाभ होगा!और आजका मानव समाज बिना लाभ के ईश्वर को भी कुछ नहीं मानना चाहता है तो वह भला सामान्य निर्दोष मनुष्य को जिससे के उसे कोई लाभ नहीं प्राप्त होने वाला है यह जानकर उसकी सहायता क्युँ करेगा!!हरि:ऊँ तत् सत्
👌
वकील को साथ में बाइक चलाना पड़ेगा 😂 नहीं तो डंडा खाना पड़ेऊ😢😢😢
सारे सेक्शन धरे के धरे रह जाते हैं भाई 😂😂
You hv not described the different situations mentioned in the section
कमरे में बैठ कर हर कोई ज्ञान दे सकता हैं 🙏
पर ग्राउंड पर अच्छे अच्छों का एक कांस्टेबल पुरे जेब खाली करवा देता हैं🤣🤣
Sir aap bole ke koi bhi abhikari nahi rok sakta sir Rok kar avadh wasili ke sath marpit Gunda gardi sab hoti he aur sarkar
Ko sab malum hone ke badh bhi koi rok tham nahi
पुलिस का काम है लोगों में डर पैदा करना लोगों को डराए रखना कानून व्यवस्था को बनाए रखना। पुलिस के आगे कानून झाड़ू की वह भी आम आदमी
Ye sb baatein bs sunn ne me achi lgti h😂
😂😂🤣🤣
galat bata re hai aap sir.....esa accident k case me ho skta hai yaa animal harm k case me....stay safe , be honest.👍✌
Section Kaun sa animal harm ka ya accident case me pls clarify
Sec.132 of mvc Act ⚖️✌️
Bahut bahut dhanyavad bhaiya ji kyunki yah sab jankariyan bahut se hamare Desh mein aise public hai jinko nahin pata tha
सर सब इंस्पेक्टर से नीचे कम का अधिकारी गाड़ी रोक सकता है चेक भी कर सकता है किंतु चालान नहीं कर सकता चालान करने के लिए सब इंस्पेक्टर या उससे उच्च रैंक का अधिकारी होना जरूरी है
It means sub inspector rok skta h ?
सरजी सुना है सबसे ज्यादा करप्शन तो कोर्ट कचेरी में होता हैं।जो वकालती में कभी टैक्स नही भरते क्योंकि हर फीस कैश में ली जाती और आगे चलकर वही मिया लार्ड बनते हैं।
Jab police se samana hota hai to Aapke bataye adhikaar kaam nhi aate hai😂
❤पहले,ये कानून इन पुलिस कर्मचारीयोंको समजाना चाहिये.
ये पुलिस और कानून अंग्रेजों के बनाए है, तो अंग्रेजो के साथ जो सुलूक किया था पब्लिक ने , आज उसी को दोहराना है तब समझ में आयेगा अंग्रेजी कानून वालो को
But irony is ...one has to stop their vehicle in order to know the designation of the inspector and then only he can know whether he has to stop vehicle next time or not ....but again every time same inspector will not stop for same person ...so the rule is stop whenever any inspector ask to stop otherwise you know what will happen in India with such police ....
In the bangalore even a constable can Stop you without any reason. Also can beat you if you ignore them😅
धिक्कार है इस अधिकार पर जब कहीं काम ही नहीं आता।
एक बार ऐसा ही बोल दिया था तो पुलिस ने पकड़ लिया क्योंकि वो अपनी बात नहीं सुनते है। फिर वहां मेरे रिश्तेदार थे उनको बुलाया वो बोले कि बच्चा है गलती हो गई छोड़ दो। फिर पुलिस में बोल ज्यादा मत बोला कर
कानून गया तेल लेने।😢नेता और अधिकारी जो बोले वही कानून है
हमारे बिहार में 😢मजबुर में भी बाइक, चालकों को 😢😮परेशान करते हैं 😮????
भाई ये बात गरीब आदमी पर लागू नहीं होती हैं
आपका स्वगात है उत्तर प्रदेश म जो
यंहा स्वम पुलिस कि नहीं सुनी जा रहीं है 😂😂😂😂😂
भाई साहब यह बात आपको, लोगों को नहीं पुलिस वालों को बतानी चाहिए अगर पुलिस वाले रोकेंगे नहीं तो लोग रुकेंगे नहीं
इस सरकार में सारी कानूनी धरी रह जाएंगे पुलिस को बहुत ज्यादा अधिकार दे दिए गए हैं अब कानून किताबों तक ही सीमित है ना रुकने पर बेचारे पीत दिए जाएंगे और सारी कानून भूल जाएंगे
Kahi gai baten kalpanik hai iska vastvikata Se Dur Dur Tak Koi Lena Dena Nahin😂
😂 rok lega to hum common log kya ukhad lenge 😂 court jayenge bagir फीस लिए आप केस लड़ेंगे kya 😂
No need to know , extra knowledge calls havoc.
लेकिन सर जब तक ये कानून हम पुलिस वाले को समझाएंगे तब तक तो वो हमारी चमड़ी उधेड़ देगा और जेल में बंद कर देगा
😂😂😂😂😂
हाथपैर जोडने पर. छोड दे तो खुशनशीब वरना तममन्चा मे चालान करते देर नही लगेगी।
To carry out a road check a office order specific to an officer and location is issued to him !
धन्य हो आप महाशय व्हाट्सप्प फेसबुक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर
police के नए नियम के अनुसार एक सिपाही भी आपको रुकेगा और चालान भी कर सकता है
सर गांव में जो थाना होती है और ओ. पी जो होती जब वह चैकिंग करता है तो उसका गाड़ी का ड्राइवर रुकता है सबको कांस्टेबल तक नहीं रहता है रोकने के लिए जो ड्राइव गाड़ी करता है वह ड्राइवर रुकता है कानून का लागू सिर्फ बड़े शहरों और बड़े आदमी के पास ही होता है छोटे-मोटे आदमी और छोटे-मोटे सारे और गरीब आदमी के लिए कोई कानून लागू नहीं होता है
लोग भी पुलिस वालो से बहस नही करना चाहते इसीलिए चुप चाप मामले को निबटाने में लग जाते है।
भैया मेने एक ASI को इसी सेक्शन का हवाला दिया तो उसने मेरी जेब से सौ ग्राम स्मैक बरामद कर ली।😢
हर राज्य मे ये अधिकार अलग अलग है मुंबई मे ये अधिकार कॉन्स्टेबल को दिये गये है वकील साहेब
That means you can do any offence and you should not be stopped.
amir log ko salute police walaon ki
gareeb logon ko danda police ka
Even a Head Constable has power to prosecute physically, in case of a MV violation
Right✔ in India ..... Neta, chacha vidhayak he hamre.... Fir police ne rat bhar Khatirdaari ki 🤣🤣🤣🤣🤣
Ye sab baat sunne me bahut achhi lagti hai😂
ऐसा कहनेसे ट्रॅफिक रूल तोडनेवाले और बिनधास्त हो जाएंगे.
आपने लोगोंको ट्रॅफिक रूल पालनेकी सलाह देना जरूरी है.
सर पुलिस सबसे बड़ा गुंडा है, सुबह में काम में जाना शाम को घर आना है।।हडी नहीं तोडना।।।हमे अधिकार नहीं जान ना है
होम गार्ड ही इस तरह से रोकता है जैसे अभी अभी हम पिछले चौक पर पांच सात मर्डर करके भाग रहे हैं
Sir agar koi Mandir mai Full sound awaz Mai baja Raha hai to kya kar sakte hai
Nice to see you in CZcams.. Best wises sir
Ek bar mene bhi try kiya pata chala hamanat karani padi or usse bhi shocking part ye tha ki case bhi aisa lagaya jisse mera dur dur tak koi matlb ni tha😂😂😂😂
होमगार्ड वाले ही रोकवा देते है हवलदार तो बहुत दूर की बात है😂😂😂
Aisi hi ek video dekh k maine hawaldar ko ignore kr diya tha, 2 din tak kursi pe nahi baitha mai uske baad.😢
Ye sirf aap vakil log hi kar sakte hai......or wese bhi pulice aap logo ko kabhi pakdegi hi nahi.....😅😅😅
आपका ज्ञान काम आनेवाला नहीं है क्योंकि कानून तो गाड़ी चलाने वाले ने पढ़ा है लेकिन पुलिस वाले सिपाही ने सिर्फ डंडा चलाना सीख रखा
ये बातें हमे नही पुलिस अधिकारी को बताओ तो ज्यादा अच्छा होगा😂
Law janne se kuchh nahin hoga sir, kyun ki inka istemaal karne jaoge to nuksan khud ka hi hoga...
परन्तु इस अधिकार की डिमांड तभी करना जब आप का अधिवक्ता आप के साथ हो।