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हल्दी को लगाते समय रखे ये महत्वपूर्ण जानकारी #desi haryanvi culture
ल्दी की खेती और उपयोग
हल्दी की खेती
हल्दी (कर्कुम लोंगा) एक महत्वपूर्ण मसाला फसल है, जो मुख्य रूप से एशिया में उगाई जाती है। इसे 'स्वर्ण मसाला' के नाम से भी जाना जाता है। हल्दी की खेती निम्नलिखित बिंदुओं के अंतर्गत की जाती है:
मिट्टी और जलवायु:
हल्दी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सर्वोत्तम होती है।
मिट्टी का पीएच 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।
हल्दी को उष्णकटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है, जहां वार्षिक वर्षा 1500-2000 मिमी हो।
बुवाई का समय:
हल्दी की बुवाई का उचित समय मानसून के आरंभ (जून-जुलाई) होता है।
हल्दी की खेती मुख्यतः कंदों द्वारा की जाती है। बुवाई से पहले कंदों को ट्राइकोडर्मा या अन्य फफूंदनाशक से उपचारित किया जाता है।
खेत की तैयारी:
खेत की गहरी जुताई और समान बनावट के बाद, खेत को 25-30 सेमी ऊंची और 60 सेमी चौड़ी क्यारियों में बांटा जाता है।
प्रत्येक क्यारी में 15-20 सेमी की दूरी पर कंदों को बोया जाता है।
सिंचाई:
पहले 3-4 सप्ताह तक नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है।
फिर, फसल की वृद्धि अवस्था के अनुसार सिंचाई की जाती है।
खाद और उर्वरक:
जैविक खाद (गोबर की खाद) और उर्वरकों (एनपीके) का प्रयोग किया जाता है।
प्रति हेक्टेयर 20-25 टन गोबर की खाद और 60-90 किग्रा नाइट्रोजन, 50-60 किग्रा फॉस्फोरस, और 50-60 किग्रा पोटाश की आवश्यकता होती है।
फसल की देखभाल:
निराई-गुड़ाई और खरपतवार नियंत्रण महत्वपूर्ण होता है।
रोग और कीटों से बचाव के लिए उचित फफूंदनाशक और कीटनाशक का प्रयोग किया जाता है।
कटाई और प्रसंस्करण:
हल्दी की फसल 7-9 महीने में तैयार हो जाती है।
जब पत्ते पीले और सूखने लगते हैं, तो फसल काटी जाती है।
कंदों को उबालकर, सुखाकर और फिर पीसकर पाउडर तैयार किया जाता है।
हल्दी के उपयोग
हल्दी का उपयोग कई क्षेत्रों में होता है:
खानपान में:
मसाले के रूप में: भारतीय व्यंजनों में हल्दी एक मुख्य मसाला है।
संरक्षक के रूप में: हल्दी का उपयोग खाद्य पदार्थों के संरक्षण के लिए किया जाता है।
औषधीय उपयोग:
सूजन और दर्द में राहत: हल्दी का प्रमुख यौगिक करक्यूमिन सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है।
प्रतिरक्षा बढ़ाने में: हल्दी की चाय या दूध प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है।
त्वचा रोग: हल्दी का लेप त्वचा के रोगों के उपचार में प्रभावी है।
कॉस्मेटिक उपयोग:
त्वचा की देखभाल: हल्दी का उपयोग फेस पैक और स्क्रब में किया जाता है।
एंटीसेप्टिक: छोटे घाव और कटने-छिलने पर हल्दी का लेप लगाया जाता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक उपयोग:
हल्दी की खेती
हल्दी (कर्कुम लोंगा) एक महत्वपूर्ण मसाला फसल है, जो मुख्य रूप से एशिया में उगाई जाती है। इसे 'स्वर्ण मसाला' के नाम से भी जाना जाता है। हल्दी की खेती निम्नलिखित बिंदुओं के अंतर्गत की जाती है:
मिट्टी और जलवायु:
हल्दी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सर्वोत्तम होती है।
मिट्टी का पीएच 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।
हल्दी को उष्णकटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है, जहां वार्षिक वर्षा 1500-2000 मिमी हो।
बुवाई का समय:
हल्दी की बुवाई का उचित समय मानसून के आरंभ (जून-जुलाई) होता है।
हल्दी की खेती मुख्यतः कंदों द्वारा की जाती है। बुवाई से पहले कंदों को ट्राइकोडर्मा या अन्य फफूंदनाशक से उपचारित किया जाता है।
खेत की तैयारी:
खेत की गहरी जुताई और समान बनावट के बाद, खेत को 25-30 सेमी ऊंची और 60 सेमी चौड़ी क्यारियों में बांटा जाता है।
प्रत्येक क्यारी में 15-20 सेमी की दूरी पर कंदों को बोया जाता है।
सिंचाई:
पहले 3-4 सप्ताह तक नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है।
फिर, फसल की वृद्धि अवस्था के अनुसार सिंचाई की जाती है।
खाद और उर्वरक:
जैविक खाद (गोबर की खाद) और उर्वरकों (एनपीके) का प्रयोग किया जाता है।
प्रति हेक्टेयर 20-25 टन गोबर की खाद और 60-90 किग्रा नाइट्रोजन, 50-60 किग्रा फॉस्फोरस, और 50-60 किग्रा पोटाश की आवश्यकता होती है।
फसल की देखभाल:
निराई-गुड़ाई और खरपतवार नियंत्रण महत्वपूर्ण होता है।
रोग और कीटों से बचाव के लिए उचित फफूंदनाशक और कीटनाशक का प्रयोग किया जाता है।
कटाई और प्रसंस्करण:
हल्दी की फसल 7-9 महीने में तैयार हो जाती है।
जब पत्ते पीले और सूखने लगते हैं, तो फसल काटी जाती है।
कंदों को उबालकर, सुखाकर और फिर पीसकर पाउडर तैयार किया जाता है।
हल्दी के उपयोग
हल्दी का उपयोग कई क्षेत्रों में होता है:
खानपान में:
मसाले के रूप में: भारतीय व्यंजनों में हल्दी एक मुख्य मसाला है।
संरक्षक के रूप में: हल्दी का उपयोग खाद्य पदार्थों के संरक्षण के लिए किया जाता है।
औषधीय उपयोग:
सूजन और दर्द में राहत: हल्दी का प्रमुख यौगिक करक्यूमिन सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है।
प्रतिरक्षा बढ़ाने में: हल्दी की चाय या दूध प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है।
त्वचा रोग: हल्दी का लेप त्वचा के रोगों के उपचार में प्रभावी है।
कॉस्मेटिक उपयोग:
त्वचा की देखभाल: हल्दी का उपयोग फेस पैक और स्क्रब में किया जाता है।
एंटीसेप्टिक: छोटे घाव और कटने-छिलने पर हल्दी का लेप लगाया जाता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक उपयोग:
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5saal K phode hai 290, phul nahi aata
october me iski jdon me chuna(kali) or sarson ki khali dal den or khatti lassi km se km 15 din purani har mahine me 1 din dalden jldi hi phool aaenge jab phool aa jaen to pani ko rok den bs nami bni rhe itna pani de
Bahut sundar sharing bhai ji❤❤❤
dhanywad bahan dekhte rhe or share krte rhen
L 2 wow looking very nice sharing . I am really very impressed .
Thank you so much
ghar की वेष्टि चीज़ों से एन पी k बनाने की जानकारी बहुत अच्छी बतायी sir🎉🎉
धन्यवाद जी सपोर्ट करते रहें जी
476...Very nice work...subs kr liya hai
500 now frnds
🙏
thanku very much
Iska beej kaha melega
manoj karora 9991755544 VPO-KARORA DISTRICT-KAITHAL HARYANA INDIA PIN CODE 136043
469...Very nice work...subs kr liya hai
NHI ABHI 511 HAI JI
भाई जी लस्सी वै हल्दी की कितनी मात्रा रखनी हे 15 लिटिर के स्प्रे टैंक में
🙏🙏
Bhut acha view hai ❤
Lk1 nice information 🎉🤝
Thankyou sir sir Kiya hm bengan Chaya mein laga sakte hai
🙏🙏 Thanks uncle ji
ਮੇਰਾ ਨਿੰਬੂ ਦਾ ਬੂਟਾ ਬਹੁਤ ਪੁਰਾਣਾ ਹੈ ਇਸ ਤੇ ਕੁਝ ਨਹੀ ਲੱਗਦਾ ਹੈ ਕੀ ਕਰੀਏ ਕਟਿੰਗ ਵੀ ਪਿਛਲੇ ਸਾਲ ਸਾਰੀ ਕੀਤੀ ਸੀ ਇਸ ਨੂੰ ਕਿਹੜੀ ਦੇਖ ਭਾਲ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੈ ਕਮੈਟ ਕਰਕੇ ਜ਼ਰੂਰ ਦੱਸੋ
Chanel subscribe kare bhai
सर मेरे बाग़ में तो सभी तरह के फल दार पेड हे सभी गर्फ्टेड हे क्या करे 🙏
Achi information hai 👌👌
👍
धन्यवाद जी अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करते रहे विडियो जी
Very good sir ji nice sering 👍🏻✅
Stay connected धन्यवाद जी अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करते रहे विडियो जी
अच्छी जानकारी
दुबे साहब धन्यवाद
🙏🙏
डागर साहब धन्यवाद अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करते रहे विडियो जी
@@desi.haryanvi.cultureजी में खुद जैविक खेती ही कर रहा हु खुद वे अपनों के लिए
@@dagarjass5785 जी बहुत बढिया बात है आपकी जैविक उगाओ ,खाओ और स्वस्थ रहो जी
बहुत ही बढ़िया जानकारी दी है। इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏।
आपका भी कमेंट करके होंसला बढ़ाने के लिए धन्यवाद जी अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करते रहे विडियो जी
Bahut badiya
Mst h uncle ji Mere liye bi bnva dena
thanku bete जरुर आप घर आओ आपके लिए बना भी देंगे और खिला भी देंगे
👌👌
Right uncle ji👏🏼👏🏼
thanku bete मिनाक्षी
Bhut badhiya 🎉
Bilkul sahi
धन्यवाद जी अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करते रहे विडियो जी
Nice information
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thanku ji keep sharing
गुड
share kren apne doston ke sath
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धन्यवाद जी अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करते रहे विडियो जी
Good
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Thanks
Bhut badiya
thanx
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Bhut badiya