Video není dostupné.
Omlouváme se.
ये तो ब्राह्मण नहीं || आचार्य प्रशांत, वज्रसूची उपनिषद् पर (2020)
Vložit
- čas přidán 9. 07. 2020
- संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें:
acharyaprashant...
या कॉल करें: +91- 9650585100/9643750710
आप अपने प्रश्न इस नम्बर पर व्हाट्सएप्प कर सकते हैं: +91-7428348555
~~~~~~~~~~~~~
आचार्य प्रशांत संग ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में भाग लेने के लिए: solutions.acha...
~~~~~~~~~~~~~
आचार्य प्रशांत से मुलाकात हेतु, और उनकी जीवनी, कृतित्व, पुस्तकों, व मीडिया के लिए:
acharyaprashan...
~~~~~~~~~~~~~
इस अभियान को, और लोगों तक पहुँचाने में आर्थिक सहयोग दें: acharyaprashant...
~~~~~~~~~~~~~
वीडियो जानकारी: अद्वैत बोध शिविर, 26.04.2020, ग्रेटर नॉएडा, उत्तर प्रदेश, भारत
प्रसंग:
उपनिषदकार कहते हैं कि जो समस्त दोषों से रहित, अद्वितीय, आत्मतत्व से संपृक्त है, वह ब्राह्मण है ! चूँकि आत्मतत्व सत्, चित्त, आनंद रूप ब्रह्म भाव से युक्त होता है, इसलिए इस ब्रह्म भाव से संपन्न मनुष्य को ही (सच्चा) ब्राह्मण कहा जा सकता है!
इन वर्णों में ब्राह्मण ही प्रधान है, ऐसा वेद वचन है और स्मृति में भी वर्णित है !
अब यहाँ प्रश्न यह उठता है कि ब्राह्मण कौन है ? क्या वह जीव है अथवा कोई शरीर है अथवा जाति अथवा कर्म अथवा ज्ञान अथवा धार्मिकता है ?
इस स्थिति में यदि सर्वप्रथम जीव को ही ब्राह्मण मानें ( कि ब्राह्मण जीव है), तो यह संभव नहीं है; क्योंकि भूतकाल और भविष्यतकाल में अनेक जीव हुए होंगें ! उन सबका स्वरुप भी एक जैसा ही होता है ! जीव एक होने पर भी स्व-स्व कर्मों के अनुसार उनका जन्म होता है और समस्त शरीरों में, जीवों में एकत्व रहता है, इसलिए केवल जीव को ब्राह्मण नहीं कह सकते !
क्या शरीर ब्राह्मण (हो सकता) है?
नहीं, यह भी नहीं हो सकता ! चांडाल से लेकर सभी मानवों के शरीर एक जैसे ही अर्थात पांचभौतिक होते हैं,उनमें जरा-मरण, धर्म-अधर्म आदि सभी सामान होते हैं ! ब्राह्मण- गौर वर्ण, क्षत्रिय- रक्त वर्ण , वैश्य- पीत वर्ण और शूद्र- कृष्ण वर्ण वाला ही हो,ऐसा कोई नियम देखने में नहीं आता तथा (यदि शरीर ब्राह्मण है तो ) पिता, भाई के दाह संस्कार करने से पुत्र आदि को ब्रह्म हत्या का दोष भी लग सकता है ! अस्तु, केवल शरीर का ब्राह्मण होना भी संभव नहीं है !!
क्या जाति ब्राह्मण है?
(अर्थात ब्राह्मण कोई जाति है )? नहीं, यह भी नहीं हो सकता; क्योंकि विभिन्न जातियों एवं प्रजातियों में भी बहुत से ऋषियों की उत्पत्ति वर्णित है ! जैसे - मृगी से श्रृंगी ऋषि की, कुश से कौशिक की, जम्बुक से जाम्बूक की, वाल्मिक से वाल्मीकि की, मल्लाह कन्या (मत्स्यगंधा) से वेदव्यास की, शशक पृष्ठ से गौतम की, उर्वशी से वसिष्ठ की, कुम्भ से अगस्त्य ऋषि की उत्पत्ति वर्णित है ! इस प्रकार पूर्व में ही कई ऋषि बिना (ब्राह्मण) जाति के ही प्रकांड विद्वान् हुए हैं, इसलिए केवल कोई जाति विशेष भी ब्राह्मण नहीं हो सकती है !
क्या ज्ञान को ब्राह्मण माना जाये?
ऐसा भी नहीं हो सकता; क्योंकि बहुत से क्षत्रिय (रजा जनक) आदि भी परमार्थ दर्शन के ज्ञाता हुए हैं (होते हैं) ! अस्तु, केवल ज्ञान भी ब्राह्मण नहीं हो सकता है !
तो क्या कर्म को ब्राह्मण माना जाये?
नहीं ऐसा भी संभव नहीं है; क्योंकि समस्त प्राणियों के संचित, प्रारब्ध और आगामी कर्मों में साम्य प्रतीत होता है तथा कर्माभिप्रेरित होकर ही व्यक्ति क्रिया करते हैं ! अतः केवल कर्म को भी ब्राह्मण नहीं कहा जा सकता है !!
क्या धार्मिक, ब्राह्मण हो सकता है?
यह भी सुनिश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता है; क्योंकि क्षत्रिय आदि बहुत से लोग स्वर्ण आदि का दान-पुण्य करते रहते हैं ! अतः केवल धार्मिक भी ब्राह्मण नहीं हो सकता है !!
तब ब्राह्मण किसे माना जाये?
(इसका उत्तर देते हुए उपनिषत्कार कहते हैं ) - जो आत्मा के द्वैत भाव से युक्त ना हो; जाति गुण और क्रिया से भी युक्त ण हो; षड उर्मियों और षडभावों आदि समस्त दोषों से मुक्त हो; सत्य, ज्ञान, आनंद स्वरुप, स्वयं निर्विकल्प स्थिति में रहने वाला, अशेष कल्पों का आधार रूप , समस्त प्राणियों के अंतस में निवास करने वाला, अन्दर-बाहर आकाशवत संव्याप्त; अखंड आनंद्वान , अप्रमेय, अनुभवगम्य , अप्रत्येक्ष भासित होने वाले आत्मा का करतल आमलकवत परोक्ष का भी साक्षात्कार करने वाला; काम-रागद्वेष आदि दोषों से रहित होकर कृतार्थ हो जाने वाला ; शम-दम आदि से संपन्न ; मात्सर्य , तृष्णा , आशा,मोह आदि भावों से रहित; दंभ, अहंकार आदि दोषों से चित्त को सर्वथा अलग रखने वाला हो, वही ब्राह्मण है; ऐसा श्रुति, स्मृति-पूरण और इतिहास का अभिप्राय है ! इस (अभिप्राय) के अतिरिक्त एनी किसी भी प्रकार से ब्राह्मणत्व सिद्ध नहीं हो सकता ! आत्मा सैट-चित और आनंद स्वरुप तथा अद्वितीय है ! इस प्रकार ब्रह्मभाव से संपन्न मनुष्यों को ही ब्राह्मण माना जा सकता है ! यही उपनिषद का मत है !
~(वज्रसूचिकोपनिषद)
~ असली ब्राह्मण कौन?
~ क्या जन्म से कोई ब्राह्मण होता है?
~ असली ब्राह्मण कैसे पहचाने?
~ ब्राह्मण कैसे हों?
~ क्या बहुत पाप करने के बाद भी ब्राह्मण हुआ जा सकता है?
~ क्या ब्राह्मण होने का अर्थ अविवाहित होना है?
~ विवाह, स्त्री और ब्राह्मण में क्या बातें सामान हैं?
संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~~~~~~~~~
संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें:
acharyaprashant.org/enquiry?formid=209
जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
प्रणाम आचार्य जी🙏
ब्राह्मण कौन है इस विषय को स्पष्ट करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार
कृपया करके बताने का कष्ट करें कि कबीर साहब और पंडित सर्वजीत का प्रसंग "तू कहता कागज की लेखी" पर उन्होंने मुल्लाओ और पंडितों को आड़े हाथों लिया और बताया कि किस प्रकार यह भोले भाले समाज को विपरीत दिशा में ले जाने का कार्य कर रहे हैंजिससे कि सभी लोगों को ब्राह्मण के बारे में कोई भ्रांति ना हो सके।
धन्यवाद
@@nischaypal9750 जन्म से नहीं कर्म से ब्राम्हण होता है ।
शूद्र वैश्य क्षत्रिय ब्राह्मण विश्व में सभी मनुष्यों की आंतरिक योग्यता का नाम है ना कि बाहर जैसा समाज में प्रचलित कोई व्यक्ति विशेष या जाति विशेष
क्या उपनिषद हिंदी में उपलब्ध हैं???
ये बात आज के ब्राह्मणों को जानने की आवश्यकता है
Sahe kaha.
काश सारे शर्मा,शुक्ला,मिश्रा, पांडेय,चौबे,दुबे,ओझा,तिवारी,त्रिपाठीयो को ये बात समझ मे आये और सब अपने झूठे अहंकार से बाहर निकल कर सत्य की ओर उपनिषदों की ओर बढ़े।
मार्गदर्शन के लिए कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी 🙏
आचार्य जी,
अपने जो बताया वो में ने ये कभी नाही सुना था
सच मे आज पता चला असलीयत में ब्राह्मण कोण हे।
आपको शत शत प्रणाम
100% वेदों में सटीक व्याख्या कही गयी ब्राह्मण की। जिसकी जितनी ऊंची चेतना होगी वही ब्राह्मण।
"ब्राह्मण कौन?"
इस विषय को लेकर बहुत लोगों के मन में प्रश्न रहता है। इस विडिओ से सभी को मदद मिलेगी। धन्यवाद आचार्य जी।
Dhanywaad Akhil Bhai 🙏
सत्य से परिचित कराने के लिए आभार आचार्य जी 👏👏
इस सत्य से हमें परिचित कराने के लिए धन्यवाद आचार्य जी 🙏😊
आचार्य जी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏 आचार्य जी सत्य से तो अवगत कराते ही हैं , साथ में हिंदी भाषा की इतनी सुंदर अभिव्यक्ति , सशक्त शब्दावली , सुनकर मन शांत और आनंदित हो जाता है l
आधुनिक युग के गौतम बुद्ध हैं आप 🙏 हम सब को आपकी बहुत ज़रूरत है सर 🙏🥰❤️श्री चरणों में नमन स्वीकार करें 🙏🙏
गुरु जी आपको सादर प्रणाम,,,आपकी कथन इतने सत्य हैं कि कई बार रुला देते हैं,,,कुछ तो है जो मेरे से छूट रहा है पता नहीं क्या है,,, लेकिन है😢😞
कोटि कोटि नमन है गुरु जी कि आपने सच और गहरी बात से अवगत कराया 🙏🙏
#ब्राह्मण धर्म क्या है ये तो सभी विद्वान एवम् आचार्यों द्वारा हमे लगातार सिखाने का प्रयास किया जाता रहा है किंतु इससे परे वैश्य, क्षत्रिय एवम् शूद्र का भी वर्ण-धर्म क्या होना चाहिए?
इस विषय पर भी बात करने की आवश्यकता है।
*प्रणाम आचार्य🙏🏿*
*एक बात तो तय है आज के समय मे अगर* *कोई सौभाग्यशाली है तो वो वो है जिसको* *आचार्य जी आपका मार्गदर्शन मिल रहा है।*
*क्योंकि हर कोने से आप प्रकाश बिखेर देते* *आप सबके लिए सूर्य हो *👏👏👏👏👏❤️❤️❤️❤️❤️🍀🍀🍀🍀🍀
*janmana jayate shudra*
janam se sab shudra hi hote hai
----Rigveda
प्रणाम आचार्य जी
आपकी यह वीडियो सुनकर में अति खुश हुआ I जाति प्रथा इंसानों द्वारा ही दूषित करी गई है I पर आचार्य जी पिछले कई सौ सालों से यह ही चला आ रहा है कि जिस घर में पैदा हुए तुम उसी जाति के हो जाओगे I जनरल एवं रिजर्व केटेगरी भी इस पर चलती है कि तुम जिस जाति में पैदा हुए उसके हिसाब से ही तुम्हारी केटेगरी निर्धारित की जाएगी I आचार्य जी आज के समय में दलित समझ को बहुत कुछ झेलना पड़ रहा है I बड़े बड़े संस्थानों में भी ये सब होता है I बहुत पढ़े लिखे तथा ऊंचे पद के अधिकारियो को ये सब सहना पड़ रहा हैं I भारत के अलावा अमेरिका ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी ये सब देखने को मिल रहा है I कृपया इस समस्या का कोई हल बताये I
Pranam Acharya ji.. Apne meri ankhe khol di.. Lekin Acharya ji ajkal to wahi log apne ko Brahman samjhte Jo jati se Brahman hai aur jinka brahm se koi Lena Dena nahi hai..
Isliye mere country ki spiritual growth ruk gayi hai...
To mat smjho reservation chhor do aap log bhi.
exactly
Ab mujhe upanishad padhne hain.
आचार्य जी आपको दिल से धन्यवाद जय परशुराम
Jo Adwait mai jeeta ho wahi Brahman hai❤
आप जैसा गुरु सबको मिले , लोगो के दिमाग़ से जातिवाद खत्म करने के लिए आप सबसे उत्तम लगे मुझे , लोगो में जातिगत भेदभाव आज के युग की बहुत जटिल समस्या है
Aaj aapne mere sare doubts clear kar diye guruji 🙏
सादर प्रणाम,
आप के विचार को सुन कर, चिंतन के नये तरीका का पता चला
सादर प्रणाम आदरणीय गुरुदेव।
Mja aa gya .. Aaj rahat mili guruji..dhanyawad
आज के तथाकथित ब्राह्मण ये बातें स्वीकार नहीं कर सकते क्यूकी लंबे समय से उनका इसी भ्रम से अहम पोषित हो रहा है और अपने आपको श्रेष्ठ अनुभव करने का सुख छिनते देख कर होने वाले अवसाद को सहन नहीं कर पाएंगे।
जो व्यक्ति किसी चीज से लंबे समय से सुख पा रहा हो वो व्यक्ति (साधारण व्यक्ति)उस सुख का त्याग कैसे कर देगा?
मैं तथाकथित ब्राह्मण होने के बाद भी आचार्य जी से सत प्रतिशत सहमत हूं।ब्राह्मण कभी भी जन्मगत नहीं हो सकता है।
वाह क्या बात है!
🌺🌺🌺🌺🌺
इस वीडियो को फिरसे अपलोड कीजिये ।। ताकि आज क़धिक लोग देख सके ।।
czcams.com/video/97HCxwzL1qE/video.html
🙏
Jiske jeevan mai Brahman hai wahi Brahman hai❤❤
आप जैसा आदमी मिलना मुश्किल है
लेकिन वर्तमान में तो लोगो ने जाति को ही ब्राह्मण समझ लेते है
Vrtman me sochvaya gya h,bchpan se,or Jo dekha jata hai,vhi sanaskar me utrta h, tb ye vyvstha hai..
Ab Dhere dhere sb janenge bramhan kon or adar k yogya kyu hai..or ye sb lalchi tikadhariyo ki dukan band hogi..or smman uska hoga Jo uska hakdar hoga
Upnashids are amazing!!!!
Very good explanation Aacharya ji.😊
apna but akdom sosi hai.i congratulate apki. 100% sohi hai .thanku so much .may GOD bless you. Thanks.
आत्मा और परमात्मा का मिलन ही ब्राह्मण अंश का हकदार।ज्ञानियो के लिए।L G
प्रणाम आचार्य जी🙏🙏🙏
बहुत ही सुन्दर 💐🙏
आचार्य जी को प्रणाम करता हूँ
janm ke adhar pr jati,Vrtman me sochvaya gya h,bchpan se,or Jo dekha jata hai,vhi sanaskar me utrta h, tb ye vyvstha hai..
Ab Dhere dhere sb janenge bramhan kon or adar k yogya kyu hai..or ye sb lalchi tikadhariyo ki dukan band hogi..or smman uska hoga Jo uska hakdar hoga..
Ohm Shanti 🙏🌼
❤️ se 🙏🏻 Acharya ji ✨
*Sachha Brahmin kaun??-Jiski chetna ka star sab se upar ho..jiska laksh brahm ke alawa koi bhi na ho*
Aacharya ji aapko sunane Matra se hi Mera jivan Dhanya Ho Gaya main aapka bahut aabhari rahunga dhanyvad
thank you acharya ji
🙏🙏🥰🥰🌹🌹🌹
Aaj sachchai jaan li... Iska matlab 1% hi sachcha bharman ho...🙏
Sabhi ko is category me aane ki koshish karni chahiye...😇😇
आपके चरणों में प्रेम समर्पित करता हूँ
Thank u very much sir to tell us the real definition of Brahaman
Bilkul Sahi baat kahi hai acharya ji
❤❤
I am grateful to you dear sir 🌼🌈🤲🎤
ajj k time me brahmn 0.000001 % mtlb naa ke brabr he sb apne spiritual and intellectual pr ghmand krte he ....or dosro ko apne se km smhgte he to kese koi brahmn ho skta he ..??
Pranam acharya ji. ..itna sundar aur sacche mansa se aap bilkul saaf BAAT bolte hai hamare shraddheya grantho ke baremein, maan ka saara andhkar bilkul hi duur ho jate hai. Koti koti naman aapko.🙏🙏 Aapse jo mila( CZcams mein hi sahi) woh mera param sauvagya hai. Aapse amne samne milna chahta hoon. Kaise yeh ho payega, aur samvab bhi hai kya, pata nehi.
Guru ji aap duniya ko roshni dikha rhe hai🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Acharya ji ke charno mein koti koti parnam Jay Shri Radhe Radhe 🙏🙏
जिस व्यक्ति की उच्च चेतना हो वही ब्राह्मण है। जीव ब्राह्मण नही होता है।
प्रणाम
आभारी 🙏
Pranam acharyajee love you
प्रणाम आचार्य जी🙏🙏💐💐❤❤
Apko koti koti naman Acharya ji, Aaj ki generation ko Aapki aur aap jese Acharya ji ki sakt jarurt h Bharat mein... Kevel tbhi hum bharat ko naya bharat bna skte h... otherwise Western culture ka India toh h hi....Jai shree radhe 🙏
अद्वितीय , जय श्री राम
Jai shree ram
Aaj pata chala sacchayi👍
आचार्य जी आपका इस बात को स्पष्ट करना सच में बहुत ज़्यादा अच्छा है। हमारा समाज आज गलत मान्यताओ पर चल रहा है जिसे ठीक करने की बहुत ज़रूरत है वार्ना यह समाज की ही दुर्गति करेगा। हमारे लिए ज़रूरी है कि अपने अहंकार को त्यागकर हम आचार्य जी के निर्देशानुसार बदलाव लाए। और आपस में द्वेष हमें ही और तोड़ेगा, तो ये भी ज़रूरी है कि किसी और बेवकूफ़ ( तथाकथित धर्मनिन्दक) की फालतू बातों पर भरोसा करके धर्म को गाली देने के वजाय हम पहले वेदों और उपनिषदों को समझें।
ब्राम्हण जाति से नहीं होता लेकिन ये तो मानना ही होगा कि आज के समय में सबसे ज्यादा जातिवाद से पीड़ित खुद ब्राह्मण ही हैं जातिवाद की समस्या भविष्य में और मजबूत होती दिख रही इसका अंत कैसे हो इसका उपाय कोई नहीं बताता।।
सत्य बात कहीं आपने।
Hta lo naam apna
Aur change it to any sc st name
Aur fir asli bhraman bn kr dikhao
😂कुछ भी....
All should have common surname like Indian, human, father's or mother's first name etc. Then no one will be caste identified. This will surely end caste and unite all citizens as one family.
Thnx for clearing doubt ...
Acharya nam sun k flower samjhe he kya ,fire he ya ...❣️❣️❣️
Pranam Guru ji
All should have common surname like Indian, human, father's or mother's first name etc. Then no one will be caste identified. This will surely end caste and unite all citizens as one family.
Yes, it might or might not end casteism but this will be surely turned into a new and more multi complex problem.
You seriously need to watch the video again.
बंदउ प्रथम महीसुर(ब्राह्मण) चरना।
मोह जनित संशय दुःख हरना ।।। तुलसीदास जी
Samjh nhi paaye tum
Pranam
धन्यवाद प्रभु 🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🌹🌹
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏💐
Ye question mere man me bhi tha acharya ji
Hare krishna 🥰🥰🙏
Guru ji apka jitna bhi dhanyawad kiya jaye kam hai 🙏🙏🙏par krapya apna dyan rakhiyega jisne bhi jatiwad ki khilaf bola hai uske liye dikkate peda ki gai hai baki bhagwan apko dirghaau pradan kare esa bhagwan se prathna karuga or hamesa logo ko sahi marg sikhte rahe jisse ko kisi dhogi ka gyan leke bhatak na jaye
प्रणाम आचार्य जी🙏
ब्राह्मण कौन है इस विषय को स्पष्ट करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार
कृपया करके बताने का कष्ट करें कि कबीर साहब और पंडित सर्वजीत का प्रसंग "तू कहता कागज की लेखी" पर उन्होंने मुल्लाओ और पंडितों को आड़े हाथों लिया और बताया कि किस प्रकार यह भोले भाले समाज को विपरीत दिशा में ले जाने का कार्य कर रहे हैंजिससे कि सभी लोगों को ब्राह्मण के बारे में कोई भ्रांति ना हो सके।
धन्यवाद
Pronam guru jii
Satsatnaman Acharyaji
Satya Vachan
Great
Thanks aacharya...ji.aapne hmari sari smsya ka hal bta diya....🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏
Special thanks Guruji
Namaskar achary ji,
सत प्रतिशत सत्य 👌🙏👍
Pranaam acharya 👏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏शत शत नमन
Right
धन्यवाद आदरणीय आचार्य जी सादर प्रणाम
🙏 नमन आचार्य जी।
Meri ek friend bhi brahman family se hai, use pandit ji ne bola other cast me shadi karogi to brahm dosh lagega, baccho ka life spoil hoga, aanewale 1000 janm kharab honge, aap ki rai kya hai aacharya ji plzz explain 🙏🙏
आचार्य जी... हमारे यहां के पंडितो ने कुंडली के नाम पर गंध मचा रहै hain...वो शादी नहीं होने दे रहे हैं..बोलते हैं कुंडली नहीं मिल रही..खासकर बनियो के घर में ब्रम्हाणो ने सबसे ज्यादा gandgi faila rakhi hai
Great man thanks
Pranaam Acharya ji🙏
Acharya ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम अाचार्यजी, हम नेपालसे, हमे भी ये ग्रन्थ चाहिए भा। क्या उसमे साकारस्य विनासाेस्ति निराकारस्य शून्यत्वात्...... इत्यादि मन्त्र भी है? बतायें।
बिमल जी नमस्कार 🙏
किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए फाउंडेशन के स्वयंसेवकों से सम्पर्क किया जा सकता है।
9643750710, 9650585100
Naman.guruji
आप उधाहरण दीजिए ब्राह्मण है कौन, इस देश्मे 5 बड़े व्यक्ति के नाम दीजिए को आपके विचार से ब्राह्मण है।
Kabirdas, Raidas, Meera, Soordas, J krishnamurthy, SN Goenka, Bulleh Shah, Gautam Buddha, Mahavira, Vasudeva Krishna, Guru Gobind Singh, Mohammad etc
@@adityashandilya3238 bhi muhammad kab se tumhe BRAHMAN dikhne laga,jara uska jeevan charitra dekho hinduo se nhi balki maulanayon se hi suno, spasht ho jayega ki wo tanik bhi brahman nhi tha.
@@adityashandilya3238 bhi muhammad kab se tumhe BRAHMAN dikhne laga,jara uska jeevan charitra dekho hinduo se nhi balki maulanayon se hi suno, spasht ho jayega ki wo tanik bhi brahman nhi tha.
@@user-nv8nd6gt8v
Jeevan me jo kuch ghatta hain usme baahri vataavaran kaa bahut bada haath hota hain. Parshuram mahakrodhi the phir bhi unhe brahman kaha gaya, Itni pechida cheez ko itne halke me mat le. Aapko agar baat nahi acchi lag rahi to uska main kuch nahi kar sakta. Quran padhenge to usme bhi samaantaaye milengi aapko baaki buddha purushon jaisi, tamaam kharaabiya bhi hain lekin wah sabme hain, use hatane kaa kaam hi sabka hain.
@@adityashandilya3238 मेरे सबसे बदे आदर्श कबीर साहब है क्योंकि मैंने कबीर के जीवन को पढा है और उन्के द्वारा रचित कुछ रचनाओं का भी अध्यन किया है और मैने क़ुरान और हदीस (जो की मुहम्मद कि जीवन और आचरण से से निकली पुस्तक है) वो भी पढी है जिसमें मुझे ब्राह्मणत्व कही भी नहि दिखा
अगर आप चाहे तो मै us आयत और सुरा संख्याओं को quote कर सकता हूँ फिर आप ही निर्धारित करियेगा।
Thankyou acharya ji for Knowledge 🙏🙏🙏🙏
Pranam Acharya ji
Pranam guru ji🙏
pranam guru ji dhanywad
🙏🙏🙏❤️😇