बस करो, अब बहुत हुआ! || आचार्य प्रशांत, अष्टावक्र गीता (2024)
Vložit
- čas přidán 8. 06. 2024
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#acharyaprashant
वीडियो जानकारी: 12.04.2024, वेदांत संहिता, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ स्वयं को न जानने का नुकसान क्या है?
~ बाहर से पाया हुआ उल्टा प्रभाव कब डालता है?
~ समय और ऊर्जा का सही निवेश कैसे करें?
~ कामना व्यर्थ क्यों है?
~ क्या कोई वस्तु हमारी ज़िंदगी को ऊँचा कर सकती है?
संगीत: मिलिंद दाते
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आचार्य जी की आवाज ऋषियों की आवाज हैं।❤❤
जब से आप को सुनना शुरू किया है तब से समझ आने लगा है की बहुत सारे जिंदगी में कूड़े के ढेर लगा रखे थे जो सिर्फ जीवन में गंदगी ही भरे हुए थे।
लेकिन अब आप के दिए हुए रास्ते पर चल रहा हु धीरे धीरे जिंदगी सही मार्ग पर चलने लगी है, ओर कूड़े के के ढेर खत्म हो रहे हैं।
आप का बहुत बहुत ध्यानवाद आचार्य जी ❤❤🙏🙏
Mere priye acharya ji ko koti koti naman ❤❤❤❤
दौड़त दौड़त दौड़िया ,जैती मन की दौड़ ।
दौड़त मन थिर भया,वस्तु ठौर की ठौर ।।
सन्त कबीर साहब ।।🙏🏼🙏🏼
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🏻🙏🏼♥️🌹
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी आपको कोटी कोटी प्रणाम
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 मौत से पहले शरण में, ले लो हे भगवन
कहीं देर ना हो जाए प्रभु, आप तो जानते हो मेरे उलझन
एक बार सही काम करने को, मौका मुझे भी दो भगवन
मेरे जीवन को बदलने वाला प्रवचन और सूत्र है ये ❤ धन्यवाद आचार्य जी 🙏
पाते स्वयं को विचित्र युद्ध में
रक्षा करते शत्रु जनों की
टूटते न नींद न संग्राम
राहत नहीं है चार पलों की
इधर भटकते उधर जूझते
गिरते पड़ते आगे बढ़ते
जब गीत न अर्पित कर पाओ
तो ग्लानि न लेना ओ मन
तुम्हारी व्यथित सांसों का
शोर ही संगीत है।❤❤
वर्तमान के श्री अचार्य को शत शत नमन
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏
सादर नमन,
कोटी कोटी आभार भगवन
आप स्वस्थ रहे और मस्त रहे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️
🙏
छोटे रहोगे तो तुम्हे बड़ी चीज भी मिल जाएगी तो तुम उसे कचरा बना लोगे 👍
स्वयं को जाने बिना और स्वयं को समझे बिना बाहर से जो कुछ भी करोगे, वो तुम्हारें जरा भी काम नहीं आयेगा बल्कि उल्टा प्रभाव दे जायेगा, क्योंकि उसको पाने में तुमने जितना समय लगा दिया वो लगना चाहिए था स्वयं को बदलने में
❤❤❤
बदलाव का रास्ता बाहर से होकर के अंदर कि तरफ नही आता..🙏🏻🙏🏻
Aatm avlokan krna hai
❤❤❤❤
करुणा के विषय में: ज्ञानी, करुणा वान जान बूझ कर लुटता है, समझ कर लूट जाता हैंक्योकि वो करुणा वश हित चाहता है सबका
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉.
प्रणाम गुरू देव🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏
झुन्नू बहुत खतरा मानता है गीता को 🙏🙏
चरण स्पर्श, आचार्य जी। 🙇🏻🪔
😇😇🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤
आचार्य जी आपके चरणों में प्रणाम में थोड़ा योगदान करना चाहता लेकिन मैं तो आपके सामने देख मेरे को तो मिल ही नहीं रहा है कैसे योगदान करने का
🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bas Karo Prabhu sari bate mai apane upar leti hun bahut bahut dhanyawad ji 🙏🙏
Namaskar guru ji
Naman sir ❤❤❤❤
सादर नमन आचार्य जी के पावन चरणों में🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤❤❤❤❤
🕉️🙏
Aacharya ji parnam
देह , धन ,और धर्म तीनो के पीछे भागता हुआ मन तीनों ही बाहर भागना है । इनमे से कोई भी चेतना को पाने में समर्थ नहीं हैं क्योंकि तीनों ही अलग हैं चेतन से ।
❤
भीतर अपना हो, सच्चा हो कुछ
फिर बाहर जो भी हो
जय ho❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺
1:03:33 1:03:33 Today Kabir Sahib's vani touched my heart. Thanks Sir for your contribution Golden words. Pranam
❣️🙏❣️
आपकी बातें सुनकर दिल की गहराई से निकल कर मुस्कुराहट स्वयं होंठों पर आ जाती है । इस मुस्कुराहट के लिएआपको कोटि कोटि नमन एवं धन्यवाद मेरे गुरूजी।
हम बदले क्या ?
हम अपनी क्रूर ता पहचाने और बदले
Deep knowledge thank u soo much ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
प्रणाम आचार्य जी🙏🙏🙏🙏
ये हैं झुन्नूलाल की कहानी सामने आने में करे बहुत आनाकानी ये नंगापन से है घबराता पर इसको भी पर इसको कुछ समझ नहीं आता
कोई जादू दिखाओ हे भगवन ताकी आए और कबूल करे अपनी अनशन
ये हर वक्त कोई बहाना बनाकर भागता है
कैसे इसके मालिक से इसको
Acharya jee ko mera koti koti pranam l
Sir, ur just great ... such profound teaching with multiple facits .. explained so simply for lehmen like us .. 😇
भौतिक वास्तु कभी हमें चैन नहीं दे सकती, केवल जब आत्मा और अहंकार का मिलन हो जाता है तब ही असली असली चैन मिल सकता है या केवल आत्मज्ञान से संभव है🔥🔥🔥🙏🙏
🥹🙏🙏🌈
Behad ki Param Shanti
मैं आज के ऋषि आचार्य जी को शत शत नमन करता हूं । आप न होते तो मैं आज भी भटक रहा होता ❤❤❤
Naman Acharya ji koti koti pranam...
❤🙏🙏
Aachray ji,meri to raatonki need oor gayi hai.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद मेरी जीवन में आने के लिए
Very very thankyou...
Aachary Prashant ji...
Bahut achhe se ,
Aapne *Asthavakar Geeta* ka kuchh lesson padhaya ji...🙏
देने वाले बन जाओ
सच की आवाज है आचार्य जी की आवाज
🙏🙏🙏🌈
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
Acharya ji ko mera pranam 🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी....जीवन क्या है? क्यूं है.?.खुद को जान जात है उसका जीवन सही मायनो में जिंदादिल हो जाता है..
Love you आचार्य जी।
Acharya ji parnam ❤❤❤
Dhanyabad sir...❤
🙏🙏धन्यवाद 🙏🙏
Jai shree krishana
प्रणाम आचार्य जी ❤❤
❤🙏❤🙏❤🙏❤🙏❤🙏❤🙏❤
Bahut sahi
Ram Ram guruji
प्रणाम आचार्य ji
सच की आवाज
ShaN DaaaaaR. ❤
Thanks sir, jab sunte hoon toh lagta hai ki, samajhw mein aaya aur jab daily routine mein aata hoon toh bas neti neti k ilawa kuch jyada krr nhi pata, ya karna nhi Chahta, par wk baat to hai ki, sab theek chal raha hai , yeh baat galat hai, yehe pakkka hai
🙏 ❤️ ❤️
Thanks
Very nice ❤❤❤
Verry right
and Good
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🙏💐✌️
जी जान लगाकर मूर्ति बनाई गई है एक क्षण में विसर्जित हो जाती है पर किसी तरह का अन्धविश्वास में चले गए तो जन्म जन्मांतर लग जाते हैं चेतना जागृत करने में
Aapko sunke samajhke lagta hai sakshat vedant bol rahe hai
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