आप जिसको चेतन समझ रहे हैं, वो भी जड़ ही है || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)
Vložit
- čas přidán 21. 06. 2024
- 🧔🏻♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं?
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquir...
⚡ आचार्य प्रशांत से जुड़ी नियमित जानकारी चाहते हैं?
व्हाट्सएप चैनल से जुड़े: whatsapp.com/channel/0029Va6Z...
📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?
फ्री डिलीवरी पाएँ: acharyaprashant.org/hi/books?...
🔥 आचार्य प्रशांत के काम को गति देना चाहते हैं?
योगदान करें, कर्तव्य निभाएँ: acharyaprashant.org/hi/contri...
🏋🏻 आचार्य प्रशांत के साथ काम करना चाहते हैं?
संस्था में नियुक्ति के लिए आवेदन भेजें: acharyaprashant.org/hi/hiring...
➖➖➖➖➖➖
#acharyaprashant
वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 30 अगस्त, 2019, अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ गीता पढ़ने पर अशान्ति मिले तो क्या करें?
~ कस्तूरी कुंडलि बसै मृग ढूँढे बन माँहि, ऐसे घटि घटि राम है दुनिया देखे नाही का क्या अर्थ है?
~ मेरे जीवन में शांति क्यों नहीं दिखती जबकि शांति सर्वत्र ही है?
~ माया को जीतने का कौन सा तरीका बताते हैं श्री कृष्ण?
~ श्रीकृष्ण को निरंतर कैसे भजें?
संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~
आचार्य प्रशांत से गीता सीखना चाहते हैं?
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00037
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी
✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
God bless all
🙏🏼 जो जाने सो देई जनाई 🙏🏼
और सुनो या ना सुनो पर ईश इपिसोड दिल से सुनो और मनन करो जानो और स्थित हो जाओ - और कुछ पुछने कि जानके कि आबस्यकता हि नहि रहेगी । जिना हि जानना हो जाए । सत सत नमन श्री कृष्ण ।
Namaste namaste 🎉
प्रणाम आचार्य जी
Aacharya ji parnam
Pranam aacharya sir 🙏🙏🙏🙏🙏
Love you aachariye ji ❤❤
🙏🏻🙏🏻धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🕉️🕉️🙏🙏
Gurujii pranam 🙏
ज्ञान की इतनी उच्च की कोटि है आज तक नहीं सुनी 🙏
Thanks
मन, बुद्धि, अंहकार क्या है, मिट्टी,धूल, पानी ,आग और हवा,
अर्थात जड़ पदार्थ जिसको आप चैतन्य समझ रहे हों, वह चैतन्य है ही नहीं वो जड़ है, बिल्कुल अपरा है वो
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺
pranam guruvar!
Paranam acharya🙏🙏🙏 ji
Good to hear you
मन बुद्दी सन्स्कार भाव सब देह या प्रकृति हि है - चेतना नहि है । चेतना तो बोध मात्र है । बोध भि तब नहि जब मै हु और मुझे बोध हो गया है बल्की तब केबल बोध हि रहे मै मिट चुका । बोध हि ब्रह्म इस अर्थ मे है । धन्य धन्य आचार्य जी।
❤❤❤❤❤❤
🙏😊
Salute sir.
आग मात्र हैं कामनाएं वासनाएं,ठहर कर देखना है ,कुछ समय बाद केमिकल शांत हो जाएगा,,बहुत सुंदर बात आचार्य जी,,शत शत नमन आपको🙏💐
❤
🕉️🙏
🙏❤
❤
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏
Sar use time to matlab yah Geeta likhi kisne kis chij per likhi kyunki panditon ne jyada failai hai aur unhen unki man ganit kahani likhiye isliye mujhe aapki baten samajh mein aati hai parantu aur sab chij mujhe bnavati lagti hai 🙏🙏😊
Y suchhm bate smjh to aati h lekin hm fir bhi yha fse huy h enhi chijo me
प्रणाम आचार्य जी 🙏
Guruji, Radha k bare me bhi kuch batao, wo kon h Khan h.🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊😊❤❤❤❤❤❤❤
Aacharya ji Pranam❤❤❤
🙏
❤❤❤❤❤❤
🙏
🙏