हमारा खौफ़नाक भविष्य - ऐसी होती है प्रलय || आचार्य प्रशांत (2024)
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- čas přidán 18. 04. 2024
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#acharyaprashant #dubaiflood #nature
वीडियो जानकारी: 18.04.24, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ दुबई में आए तूफान और भारी बारिश का कारण क्या है?
~ क्या दुबई में बाढ़ आना, प्रकृति की एक प्रक्रिया है?
~ प्रकृति के अधीन जाकर हम अपना नुकसान कैसे कर रहे हैं?
~ कैसे जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है?
~ पृथ्वी पर आ रही आपदाओं का प्रमुख कारण मनुष्य का भोग कैसे है?
~ ग्लेशियर के पिघलने से पूरी पृथ्वी और जलवायु में क्या परिवर्तन हो रहे हैं?
~ कैसे बढ़ता तापमान मार रहा है पृथ्वी को?
~ क्लाइमेट चेंज का कारण हमारे अन्दर कैसे छिपा है?
~ कैसे बचें अपने सर्वनाश से?
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कबीर सोई पीर हैं, जो जाने पर पीर ।
जो पर पीर न जानहिं, ते काफ़िर बेपीर ।।
कहता हूँ कहि जात हूँ, कहा जु मान हमार।
जाका गला तुम काटिहो, सो फिर काटि तुम्हार।।
संगीत: मिलिंद दाते
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Bsr 🌨️🌱⛈️🌳🌈🌹🙏💞
❤❤❤
Climate change के कारण तो सबको पता ही होते है पर हम ऐसा क्या करे ? अपनी गलतियों को केसे सुधारे आचार्य जी...
@vintikumari3958 save tree 🌲
पृथ्वी थी और रहेगी मिटेगा तो इंसान 🙏🏻
Bilkul sahi ka sir
Insan ka vikas shristi ka vinaash hai.
Ha yarr sahi
Ha ☺️ jaldi khtm ho insaan
Sahi
आचार्य जी आप ऐसी बातें बता रहे हैं जो ना कोई वैज्ञानिक ना डॉक्टर ना बुद्धिजीवी बता रहा है।
इसी लिए हम आपको पसंद करते हैं
हम आदिवासी लोग प्रकृति को मा कि तरह मानते है,पूजते है और प्रकृति को ही भगवान मानते है🌲🏞️🙏❤️
अच्छा है कि तुम पाखंडी नहीं हो 🎉
Hn इसलिए तो जंगल में पाए जाने वाले प्रजातियों को विलुप्त कर दिए खा2 के
Salla acharya ko pakhand mat bol wo jo bolte hai acche bolte hai aur jo guna dete hai hume unko smman dena chahiye n unko surakshit rakhna chahiye agar koi threat aaye to@@SarvanKumar-xn3kx
❤
जो जितना अधिक भोगेगा वो उतना अधिक कष्ट उठाएगा
Right
Wo kast nahi uthayega balki puri maanav jati
To Uska Asar Baki Logon per bhi to padega
ऐसा नहीं है भाई प्रकृति भेद भाव नही करती । वो जब रूप बदलेगी उसका असर सब पर पड़ेगा ।
#savenature
#saveearth
#achryaprasant
आध्यात्म कहता है कि जिसने भोगा वही जागा !
जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है।
Elon musk ka naam suna hai
शायद जब तक लोग climate change समझेंगें तब तक बहुत देर हो जायेगी। 😢
kabhi nhi samjhegi insaan!
Der all ready ho chuki h
पृथ्वी मां थी और रहेगी मिटेगा तो ये हैवान (इंसान)
❤
इस ब्रह्माण्ड का एक मात्र प्राणी मनुष्य ही है जो सबसे धूर्त है और उसका विनाश ऐसा होगा कि जैसे कभी उसका अस्तित्व था ही नही .......😂😂😂
प्रकृति अपना संतुलन स्वयं बनाती हैं।
यह सही बात है.
आचार्य प्रशांत जी जो कहते है स्पष्ट कहते है
इंसान अपनी औकात भूल गया है, ये आत्मज्ञान की कमी से हो रहा है, आत्मज्ञान का मतलब ही है अपनी औकात परखते रहना ।
~आचार्य प्रशांत🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Wow
सही में आचार्य जी, वैसे शहर, देश जहां ज्यादा बारिश नही होती थी वहां अब भयंकर बारिश, बाढ़ आ रही है और वहां की बसावट की व्यवस्था इतने भारी बारिश झेलने के काबिल नही है।
इतनी विकास की भी क्या जरूरत जब सब विनाश ही होगा जल्द 😢😢
कुछ लोग बिना शरीर के जिन्दा होते हैं
इतना प्रयास करके आचार्य जी ने इतना बोला है climate change पे,हर एक बात अब सामने घटित होती दिख रही है।
इसमे मनुष्य का घाटा उससे प्रकृति🌿🍃 का कुछ नहीं जाता।
तीन लोक नौ खण्ड में गुरु से बड़ा न कोय 🙏🙏🙏🙏
कबीर सात द्वीप नौ खण्ड में, गुरु से बड़ा ना कोय।
करता करे ना कर सके, गुरु करे सो होय।।
आज की ये विडियो हरेक कंट्री के लोगो को देखना चाहिए, कितने लोग सहमत हो
निजता तब आती है जब आत्मज्ञान आता है🙏🏻 😊
न हमार शरीर इस लायक है कि कुछ सह सकें और न ही हमारा मन हम पृथ्वी के सबसे कमजोर प्रजाति है, पृथ्वी पर एक चौथाई मनुष्य ऐसे हैं जो मनुष्य द्वारा निर्मित दवाओं पर आश्रित है,
Proud to be an indigenous people..we have always worshiped nature ❤🏞️🌱...
आदिवासी: प्रकृति ही भगवान है
माटी कहे कुम्हार से तू क्या रोंदे मोए,
एक दिन ऐसा होएगा मैं रोंदू तोए ||
प्रकृति को नमन के बजाय भोगने की इंसान की कोशिश जो कि प्रकृति के सामने धूल के कण का शतांश से भी छोटा हिस्सा है उसका अस्तित्व पल भर में नष्ट हो जाएगा।
Prakriti hamare andhe bhogon ke liye nhi h, shakshi hona h uss ki sunderta ke, uss ki vishalta ke, 🌈🕉️🌈🌼🌻🌳🌴🌿🌾🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏Ji ha acharya ji bhog ke chakkar
me hi in
इन मनुष्यो ने पृथ्वी को बरबाद कर दिया है
अहंकार सब खा जाता है। फिर भी उसकी भूख नहीं मिटती। जैसे अहंकार आज पूरी पृथ्वी को खाने की स्थिति पर आ गया है।
इस अहंकार की भूख ख़तम हो सकती है सिर्फ़ आध्यात्मिक ज्ञान (आत्मज्ञान)से ।
प्रणाम आचार्य जी 🙏🏾❤️
Adheyatemak uteni bani avtha me nahee ashakheta hai ishe binsh to nishechar hai hee
बहुत गहरी बात है प्रकृति को समझना इंसान समझदार हो कर भी लापरवाही से जीवन जिए जा रहा है दूर का सोचता भी है तो मैं मेरे परिवार से ऊपर नहीं.....
आचार्य जी प्रणाम....ये वीडियो भारत देश ही नहीं दुनिया के हर इंसान ने देखना जरुरी हैं
तुम्हारा काम प्रकृति को भोगना नहीं है, भोगा किसी छोटी चीज को जाता है - आचार्य जी❤❤❤
इंसान अकेला जो स्वरचित व्यवस्था पर आश्रित है। प्रकृति से दूर होकर हम शारीरिक रूप से सबसे असुरक्षित जीव बन गए हैं और मानसिक रूप से भी।
प्रकृति से दूर होकर हमने अपनी शरीर और मन की शक्ति दोनों को खो दिया है, आप सबसे अनुरोध है जितना ज़रूरी है सिर्फ उतना ही भोग करें, ज्यादा नहीं 🙏🙏
Please sabhi log mil ke achrya ji k channel ko 100 million aur uske bad 500 million Tak ki subscribers hone chahiye 🎉
साधो तेई पीर है, जो जाने पर पीर। जो पर पीर न जानहिं, ते काफ़िर बेपीर ॥
☝🏻संत कबीर
कहता हुं कहि जात हूं, कहा जु मान हमार।
जाका गला तुम काटिहो, सो फिर काटि तुम्हार।।
~ संत कबीर
what a nice line...prakriti se dur hokar hum sharirik roop se sabse jyada kamjor prani ban gaye hai aur mansik roop se bhi...
Aur kanto jungle aur bana lo unchi unchi imarate....
💫 The Earth 🌏 is not sick .
💫 The Earth 🌏 is adjusting itself to eliminate man .
- Acharya Prashant🙏🙏🪔🪔
Hum Jhunnu log😂😂😂😂 wah Acharyaji aap bahut humorous hai...Mahaan hai aap
No one in the world at present time like you acharya ji 🌹🙅🏻♂️@Raje0397🧎🏻♂️🧎🏻♂️🧎🏻♂️
After Watching This Video Jhunnu Be Like : अब तो हम खत्म होने जा ही रहे हैं तो क्यों ना और तेजी से भोग किया जाए😢😢
मनुष्य क्या है?
मनुष्य अपनी एक सोच है, धारणा है
मनुष्य अपना मन है।
-आचार्य प्रशांत
और मनुष्य अहम भी है जो छोड़ना नहीं चाहता है और बदलना भी नहीं चाहता है बस अधिक से अधिक भोगना ही चाहता है.. हा में मनुष्य हूं ये भी मेरा अहम है 🫵😤
Ok@@money_idea
बहुत लाभदायक साबित हुआ।
Sudhrenge toh hum katai nai. Abhi during pandemic log aisi baat aisi samajh aisa gyan dikha aur baat rhe the ki dekhi humne galat kiya toh ye prakriti ne hume sabak sikhaya, . Ab hum badal jayenge but jaise pandemic gaya phir wahi loot khasot and humanity again in deep coma. Jagna jaise bahoot muskil ho gya
सभी दर्शक को विनंती है आचार्य प्रशांत जी के विङीयो मे जो सिध्दांतीक वाक्य और सुञ गुढ बाते कमेंट मे लिखा करे धन्यवाद
जब काम भरा हो आखों मे तो सच नज़र नहीं आता है l प्रणाम गुरु देव🙏🙏🙏🙏
अहम अपनी कामना के अनुसार प्रकृति को रूप देना चाहता है, पर प्रकृति को रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ता वो सिर्फ प्रतिक्रिया देती है ,जिस प्रतिक्रिया के कारण प्रकृति का नहीं हमारा ही नुकसान होता है ।✨
Modern Light Of Asia 🙏🙏🚩
जंगल से आए हुए हमें बहुत कम समय हुआ है
इसलिए हमारी आंखों को हरियाली देखना आती आवश्यक है॥आचार्य जी॥
ईश्वर ने एक बात बहुत खूब कहा है, अगर आप प्रकृति से नेचर से खिलवाड़ करोगे ना तो कभी ये प्रकृति आप से भी खिलवाड़ करेगी।❤❤
जीव का आधार सन्तुलन है पृथ्वी जैविक है यानी अस्तित्व हमारा मिटेगा पृथ्वी का नही
Aacharya sahab ke charanon Mein koti koti pranam 🙏👋🙋🔥🪔🧘
सही बात है सर सारी दिक्कत गरीबों की से ज्यादा मिडिल क्लास की सर
प्रकृति को बचाने वाले हम कौन होते हें बचाना तो अपने आप को है प्रकृति से ! प्रकृति हम इंसानों से पहले थी और इंसान जब नहीं रहेगा तब भी प्रकृति रहेगी इसी लिए प्रकृति का नुक़सान हमारा नुक़सान है ! हम इंसानों ने लाखों ऐसे जीव हें जिसे हम ने लुप्त कर दिया है जो प्रकृति के सौंदर्य थे और प्रकृति के सुंदरता हम इंसान नहीं हें बाक़ी दूसरे जीव हें हम इंसानों ने तो प्रकृति को सिर्फ़ नुक़सान पहुँचाया है बाक़ी सारे जीव ने प्रकृति को सौंदर्य बनाने में अपना योगदान दिया है
साधो तेई पीर है, जो जाने पर पीर।
जो पर पीर न जानहिं, ते काफिर बेपीर।।
अति शुद्धतम वक्तव्य ❤❤❤
आचार्य जि कि समझ वहत उच्चतम है ये समझ सब को समझ हजाये तो ❤❤❤❤
Humans End is Near 😢
True
Bhamand m prithvi ki hasti itni si h jitni Ganga m pani ki ek boond, wo maha maa h, itni badi h k, ek palk bhi japke tuo hamare liye maha pralay h, 🌼🌴🌿🌾🌷🌺🌳🌻💐🌹🌼🙏🙏🙏
आजकल अमीर लोग underground bunker बना रहें।युद्ध और climat चेंज से निपटने के लिए
Vikas vikas....vinash , prakriti ko nuksaan pahucha kar inshan vikas kar rha hai, hamare samaj ne vikas ki aisi paribhasha samjhi hai, hame prakriti me samanvay bna ke rahna hai, hum logo ko is prithvi ko Sundar aur swachh, Hra bhra banana hai, Jay hind
श्री कृष्ण कहीं बाहर नहीं हैं, वो हमारे अंदर ही है बस हम ही अपने अज्ञान की वज़ह से उन्हें देख नहीं पाते हमे जल्दी से जल्दी अपने भीतर के कृष्ण को देखना होगा और अपनी पृथ्वी माँ को बचाना होगा 🙏🙏🙏🙏
Apne AAP KO bachana hai
❤
आत्मज्ञान का मतलब है, अपनी औकात परखते रहना, कोटि कोटि नमन आचार्य जी🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
I am not sad about me or other humans but about animals. Just protect them and let humans die alone
आज बहुत कुछ जानने को मिला, पृथ्वी और जानवर के बारे में
प्रकृति से दूर रहकर हम शारीरिक रूप से सबसे असुरक्षित जीव बन गए हैं, और मानसिक रूप से भी, दुनिया के किसी प्रजाति में अवसाद, डिप्रेशन, मेंटल हेल्थ,की उतनी बड़ी समस्या नहीं है, जितनी कि मनुष्य में है,
पृथ्वी थी और रहेगी मिटेगा तो इंसान
इतना अच्छा ज्ञान और बोध का कंटेंट बहुत कम यूट्यूब प्रदान कर पता है ,सुन कर बहुत शांति मिली
हमारे यहां कल बहुत भयानक आग लगी थी कुछ गांव भी जले हैं
और हम बाल-बाल बचें
आपकी भविष्यवाणी सही हुई
मनुष्य अपनी एक सोच है, धारणा है, मनुष्य अपना मन है
~ आचार्य प्रशांत
Main To chahti hun 100 karod layak mile❤ aur Aacharya Prashant ji Pradhanmantri bane Hamare Desh Ka
एक भयानक उथल - पुथल होना जरूरी लगता है ।🙏
Agree
please be a vegetarian and save the nature from destroy
सर आप ही जैसे भगवान इस देश को बचा सकते है Adv ( Dr) S Q Kazim
गीता भीतर से वह मुक्त करती है वृत्ति से और बाहर से मुक्त करती है संस्कृति से जब आप मुक्त हो जाते हो तब आप जगत और प्रकृति के लिए {निष्काम कर्म } हो जाते हो l
~आचार्य प्रशांत
प्रकृति में एकदम छोटा सा बदलाव और पूरी मानव जाति समाप्त !
साधो तेई पीर है, जो जाने पर पीर,
जो पर पीर न जानहि,ते काफिर बेपीर।
नमन आचार्य जी 🙏🏻🙏🏻♥️💐
प्रकृति माँ है,
पत्नी नहीं।
उसे नमन करो
भोग नहीं।
जो भी कोई प्रकृति को
अर्थात् देवी को
भोग की वस्तु समझेगा
घोर दुख पाएगा।
~आचार्य प्रशांत
प्रकृति माँ हैं, पत्नी नही,
उसे नमन करो, भोगों नही।
अद्भुत व्याख्या ❤❤
Prakriti hi maa qki hum uski god m sote. It's true.
Climate catastrophe is a spiritual problem, and it can only have a spiritual solution.
~ AP ❤
Charn isparsh pranam Achary ji aap satya bole rahe Adheyatmiy bedheroy vedna bhitar se insan ko bahut rulata bahar hum Aam byakti lagta h bhirame behum me ji rahe logo bo dard vedna bedheroy bhitar nhi othata jitana Atemigyan ke sach ke pirti prem vedna othati h
जब इंसान खुद को खुदा समझ लेगा और प्रकृति🌿🍃 के साथ दुर्व्यवहार करेगा।तो इसका दंड जरूर मिलेगा।🙏🙏
Mujhe khusi hh iss chennal par janta carriminaty or r2h se jyada h❤
"Naman! My dear Aacharya Ji"
8:48 आचार्य जी ने सही कहा "Save the planet' कहना भी बचकाना है| प्रकृति तेरे आने से पहले भी थी और तेरे जाने के बाद भी रहेगी, बेटा तू अपनी बचा 😂
Acharya ji ❌ we have to become like acharya ji ✅. Tabhi jeevan saarthak hai
इंसान अपनी औकात भूल गया है, क्यों कि उसमें आत्म ज्ञान नहीं है,
Atema geyan hai pahuch nahee hai anjane me peyog hota hai par bo maya me rahate
नमन आचार्य जी🙏🙏❤️ दुबई कि न्यूज़ कल पढा था मैंने ।मुंबई मे भी बारिश हुई है बहुत हि ज्यादा
Insaan lupt ho jaye wahi achha hai
हुक्मे अन्दर सब को बाहर हुक्म ना कोई नानक हुक्मे जो बुछे ता हुमै कहै ना कोई
गुरुजी आपने बिलकुल सत्य जानकारी दी है और यही सत्य है
आपको दिल से कोटि कोटि प्रणाम ❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
तुम इस दुनिया में कहीं से आए नहीं हो तुम इस मिट्टी से उठे हो और तुम इस मिट्टी से उठे हो क्यों कि यहां पर कुछ विशेष परिस्थितियां थीं तुम उन्हीं परिस्थितियों से छेड़छाड़ कर रहे हो, तुम दोबारा मिट्टी हो जाओगे
~आचार्य प्रशांत
Acharya ji पिछले 10-15 साल से theory में समझा समझा केर थक चुके है ,🤦♂️
पर अब प्रैक्टिकल के रूप मैं हो रहा है 🙂
देखते है हम इंसान अब भी सुधारते है कि नहीं 🙏🙏
हम नहीं सुधरेंगे क्यों हमें बस अपना देखते हैं ना
बहुत सुंदर बात कही आचार्य जी 😮
Aachary, ji,aapko,koti, koti, parnam 🙏
प्रकृति के दृष्टा बनो,दूर से आनंद लो
प्रकृति को भोगा नहीं जाता।
Saf ho jaye Puri duniya
Aaj kl ke log rakshas ban gaye . Kuchh log ko chhod kar insan hawan ban gaya .
Pranam acharya ji 🙏🍁
Aap aaj ke time ke Swami Vivekananda hai hamare liye❣️
हमारे समाज को सही दिशा दिखाने वाले आचार्य जी को प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
सच्ची बात सत्य से समझाने के लिए आचार्य जी नमन सही दृष्टि के लिए साधुवाद❤❤❤❤