BG0920b भक्ति के विविध प्रकार - जैसे मंद, मध्यमा, उत्तमा और अद्वैत। हमारा अंतिम ध्येय परमात्मा ही है

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  • čas přidán 27. 08. 2024
  • #koham3469
    तीन प्रकार की भक्ति -
    १। मंद भक्ति जिसमें भौतिक पदार्थ पाने के हेतु परमात्मा का साधन रूप भक्ति
    २। मध्यमा भक्ति जिसमें भौतिक पदार्को साधन बनाकर परमात्माका भजन
    ३। उत्तमा भक्ति जिसमें परमात्मा ही चाहिये। आनंद सिर्फ भगवान की भक्ति से ही मिलता है। लेकिन वह भी अपने आनंद के लिये है न?
    और अंतमें भक्ति का sublimation होकर मैं (आत्मा) ही परमात्मा है यह अद्वैत भक्ति है।

Komentáře • 2

  • @rajudarji4599
    @rajudarji4599 Před měsícem

    Mukt Jovan ni Navi vyakhya sarjay Che jay Shree Krishna

    • @koham3469
      @koham3469  Před měsícem

      આભાર .... રાજુભાઈ, જય શ્રીકૃષ્ણ.🙏