Piaagio ape e city electric auto लेने बालो के लिए विशेष जानकारी emi कीमत Lone बारिकियों से समझाया
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- čas přidán 27. 04. 2022
- जय बाबा विश्वकर्मा आपका स्बागत् है आपका अपने युटुब चैनल auto tech sid पर आशा करता हूं कि आप सभी कुशल मंगल से होंगे आपके लिए piaagio ape e city का पूरी जानकारी लेकर आया हूँ गाड़ी का मोटर आन रोड कीमत लोन महीने कि किस्त सीधे showroom से जानकारी मिलेगी betttery का गारंटी कितने दिन कि है सारी बातें बताई है तो चैनल को लाइक शेयर susbcribe करें धन्यबाद
इससे तो अच्छा है बैटरी रिक्शा लेने में फायदा है
Bhai betery+cng kijiye to चढण पे आराम से चलेगी aur speed-60/70 तक होणे,300km चलने चाईये,prise=1,80,000/-
300 KM RUNNING HONA CHAHIYE LITHIUM BATTERY ELECTRIC AUTO YA DABBALE BATTERY HONA CHAHIYE 1 ST BATTERY DOWN HO JAI TO 2ND BATTERY SE RUNNING HONA CHAHIYE OR HOME CHARGING HONA CHAHIYE
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
बहोत महंगी है इसकी कीमत 2 200000 से कम की कीमत होनी चाहिए ताकि हर आदमी इसको ले सके 335000 मिलेगा तो महंगी है क्योंकि फाइनेंस करके 450000 लाख पड़ेगी जोकि बहुत महंगी है
केबल खूबी बता रहे हो कमियां तो बताओ एक साल में बाड़ी टूट जाती है ऐसे लगता है पैसा बर्बाद चला गया बैटरी बहुत महिगी है दोबारा दलबाना दूसरा लेने के बराबर है
Very nice
ना कस्टमर केयर फोन उठाते हैं ना कोई जवाब है अगर इसे पर हम कमा रहे हैं तो फाइनेंस कैसे भरेंगे यह सब डुप्लीकेट कामा चल रहे हैं हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है 1 महीने से गाड़ी खरीदी है
Sara government ka paisa ye दाम बढ़ा कर ले लिए, अच्छा धंधा है! जागो ग्राहक जागो, 2 lakh maximum kimat honi chahiye usse jyada nhi...
I am from Chennai
आने वाले समय में ई रिक्शा फैल हो जायेगा क्योंकि चढ़ाई पर नहीं चढ़ पाता
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
हा भाई किऊ की आने वाले समय में आप को आसमान में सवारी लेकर जानी पड़ेगी तभी तो चढ़ाई पर नही चढ़ पाएगा
💯💯💯💯💯💯
Good Auto Thriweler
वाओ वाओ गुड आटो
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Wow 😲
वाओ वाओ
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
battery kitne ki padegi garantee k baad
jab charging 3' 4ghante hoga keya kamayga
यह इलेक्ट्रिक भेजो आप पर है जो यह लोग बताते हैं कि इसकी वारंटी में यह है वह है और बाद में खरीदने के बाद बताते हैं कि इसके आपको चार्ज मेरे साथ भी धोखाधड़ी हुई है
Very Nice Auto. Piago
पैसा डालोगे तब पता चलेगा अच्छाई का
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती हे
Sokes me saja ke rakhia di sar
Bihar jamui
Sir apki shop kaha par hai
300 km chhale aisi betari chhahiye aur kimmat jyada he
Sar ismein ek problem hai jaise ki gadi ke pahiye Ke Niche Agar Ek eint ya pathar a Jaaye ya Halka Sa chadhai ho to Gadi ekadam Se uthta Nahin Hai Piche Karke yani back Karke aur uske bad Aage ko badhega aur agey kar ne par hal ka sa jhatka lagta hai aur
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Kitn down pament karne parega
Mujhey ashsha Laga
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Price is to high for a rikshabala
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Auto me kutte bahut baithte h kutto se bachav ke liye auto me full door kyo nahi dete h.!!!!
😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆
Ashish Kumar kya auto rickshaw image mil jaega
May liya hu AAP bhi lelo badiya he
kitna average deta h or kitne ka aapko Mila h
3 Sal 108000 hota hai bhai diesel
Hii
Ye auto apne ghar me charge kar sakte hai ya nhi kar sakte hai...
Aur ghar me charge karna kanooni hai ya hair kanooni hai...
Pls reply me...
Ye auto aap apne ghar par charge kar sakte hai gair kanooni nahi hai sirf ghar ka arthing majboot hona chahiye
@@autotechsid6889 thanks bhaiya
Main parthala sector 122
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
जब तक बैटरी वाली आटो ५००कीलोमीटर की रेंज नहीं देगी और ५ सवारी को लेकर चडाई पर ४० के रफतार मेंआसानीं से नाहीं चडेगी तब तक कामयाब नाहीं होगी
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Correct
9
Mahindra ki EV Treo kamyab hai
Sahi baat he
Ise achha to ecco Lena he bhai..
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Fly mode ka option nhi dikh raha hai🧐
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Battery ka price hi to mehenga hai 100000 lakh raupay 3 saal baad itna costly padega chalne walo ko ky fayda
Battery kabhi bhi pure change nahi hoga.. Lithuam mai. Small small plate hota hai ohi change hoga. Pure cabinet nahi
good 👍
वाओ वाओ गुड
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Yah sorum Kahan hy
3 year ke baad battery life khatom.baadme battery kharid ne ke liye paise nahi hai 100000, lakh rupeia.
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Muzaffarpur me hai kya
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Charge ghar per ho jayegi ya charging station per jana hoga
चार्ज घर पर हो जायेगा
Railway pull par chd jata h kya load bharke 400 kg 500 kg .
Yes 100%
मेरे सिटी रिक्शे मैं Eastman का 150 Amp का बैटरी लगा हुआ है औऱ मुझे Voltsman का 18 Amp का चार्जिंग दिया है चार्ज करने के लिए। क्या ये सही है ये बात बताए प्लीज् भाई लेकिन मैं ये बात को जानना चाहता हूँ कि Voltsman का 18 Amp चार्जिंग को छोड़ कर क्या मैं Voltsman का 18 Amp से भी हाई पावर वाला चार्जिंग यानी Voltsman का 25 Amp वाला चार्जिंग सीटी रिक्शा मैं चार्ज करने के लिए मिल सकता है मार्केट मैं या कपनी मैं प्लीज् जरूर बताओ भाई प्लीज्।। क्या कपनी हाई पावर वाला चार्जिंग यानी Voltsman का 25 Amp वाला चार्ज करने के लिए बनाती हैं क्या।मैं ये बात जानना चाहता हूँ प्लीज् ये बात बताओ
Aap mahindra tero ka fast charger ek bar use karke dekhiye
यह गाड़ी जैसे शहर में ब्रिज बने हुए हैं उसके ऊपर तीन सवारी लेकर नहीं चलेगी यह मैं गारंटी देता हूं अंजन की होड़ नहीं करेगी यह गाड़ी फेल होगी
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Hooghly ka e-rickshaw is best
Alwar Rajasthan mein Lena chahata hu with warranty
मिल जाएगा राजस्थान मे आप अपने नजदीकी showroom मे पता कर लीजिये । वारंटी तो आपको कहीं भी पूरे भारत मे सेम हि मिलेगा
Jharkhand plamau me melega kya
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
mai Nepal se hu Nepal me Lena chah ta hu
Nepal ke showroom me pata kijiye milega
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Battery itnii heavy dalo jode 150 km chale
Aa gaya hai high range ka. Tyre size bhi big hai
purches karne hi
Battery wala showroom kahan padega Muzaffarpur mein kahan hai
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
भाइयों इसे मत खरीदे मैंने खरीद के मैं पछता रहा हूं इसमें कोई वारंटी में बताते हैं और बाद में उसे पैसे आते हैं
Mujhe chaiya kitna daoun prement kitna lagega me tripura agartala
भाई बिहार मे तो 65 हज़ार डाउन पेमेंट मे गाड़ी मिल जाती है त्रिपुरा मे आप पता कर लीजिये क्योंकि अलग अलग राज्य मे अलग क़ानून लागु होता है
Sir mujhe lena h oto
Aap apne njdiki showroom me pata kar sakte hai
Nitish kumar
Hi sir mujhe yah auto pasand hai lekin showroom kidhar hai
गया ज़िला बिहार मे है ये showroom लेकिन आप जहाँ रहते है वहां पर भी मिल जाएगा आप showroom मे जाके पता कर लीजिये कमेंट के लिए धन्यवाद
@@autotechsid6889 gaya me kaha pe hai?
Rajasthan mein hun Rajasthan se leni hai
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
200 km licvid betrry wale auto aa gye .ye lithium ka fhir kyo dhol baza rhe
Kya naam hai us auto ka
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Dukoment Kiya lagega
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Abhi 3 sal ki saving dikha rahe ho Sarkar is asali koi order la Den ki inke pass hi riksha hai unka bijali bil alag se aaega FIR kya karoge ya unke liye koi aur document banane ki jari kar den ya road tax ya road per chalne ka koi fees Laga de tab Kahan se koi kam aaega
Pure gari ko charge karne mai sirf 4/5 unit hi lagta hai
यह कहा मिलेगा हमे तुरंत खरीदना है
अरे भाई खरीद कर क्या करोगे इसमें तीन बनते चढ़ाकर चढ़ाई में नहीं चढ़ेगा यह मेरे पास पड़ा है कबाड़ भी नहीं ले रहा है
बैटरी की रेंज बहुत कम है
कम से कम 225 km चलना चाहिए
या फिर कीमत 180000 होनी चाहिए
ये मेरी राय है
बाकी सभी क्या राय है
110 nahi 150 kmtr chahia kimat batao
4 lac 30 hajar jisme 80000 subsidy hai
Aapke shop kahan per hai mujhe battery riksha Lena hai bahar ki id hai aapka to koi number nahin hai
Station road opp.. Petrol pump Gaya Bihar
Kontect dijiye
sir ji apka showroom kaha hai delhi me or apka mobile no. mil sakta hai
Kistt pe Lena h
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
मेरा गाड़ी का चोदा महीना चलराहा है, अभि रेंज 50KLM चल रहा है अभि में किया करु sir
Price Kitni Hai Iski on road
4 lac लगभग
Isako 7 sitar bnao
हिमाचल प्रदेश में कैसे खरीद सकते हैं
हिमाचल प्रदेश मे भी आपको गाड़ी मिल जाएगा कांगरा मे आपको आपे का 2 डीलर है 2 लाख 84 हज़ार showroom प्राइस है कमेंट के लिए धन्यबाद अजय कुमार जी
@@autotechsid6889 परमिट मिल जाएगा
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
गाडीकी कीममत जयाडा हे
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Wb asbe
200 km.kyion nahi banaye.
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
300+jaruri hi
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Kabari hai
Lon me kimat jada ho gaia
जब बैट्री बदलनी पड़ेगी तो कितना खर्च आयेगा?
Ye sawal sunn k ye log ki bolti band ho jaati hai...... Mileage bahut kam hai..... E riksha ka mileage k barabar hai
@@sumitkumar-ez3wj sahi kaha aapne , maine liya bahut loss hua
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती हे.
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
@@sumitkumar-ez3wj भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Tripura me ea gari he number digie
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
3 battery 🔋 or 1 battery.....🤣😜😝
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
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Are 1 lakh km ki guarantee nahin hai kya ismein Ho To Batao Chhupa Kyon rahe ho
3 साल की गारंटी है बैटरी और मोटर कि
ইস গাড়ি বাংলাদেশ মে কেসে আনা জায়গা হামকো বাতাদো পিলিজ
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
nabar.
AKAPAKISTANHAYKA3LAKSHTATANANOLUNGATERAGAREPAKISTANMEYBESH
500 km.ki batry banayey.
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Dealer ka number Hoga
Gaya hardware mart nam hai showroom ka gaya railway stations ke pas hai google par search kijiye number mil jayega aapko धन्यबाद कमेंट करने के लिए
Nahi lo
Bhai
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Electric auto riksa soroom ka çontact no. Do kisi ko pata ho to
Sir app apna namdar sand kary
Apna..n.deghia
Ph no ta
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Dam jada hai aur EMI v
34ŕ
Itni kimat iski kon dega four lakh 32 thousand ki bahut mahangi hai isse to acha hai ki petrol garhi hi hai high kon e auto bahut jabardasat hai iski range b bahut hai
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Tooo costlyyy
Bahut costly hai
इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर दोड पडती है
Yes sahi kaha
Bhai AVN bahanon yah gadi nahin Lena yah sabse MHA chutiya service centre iska hai ham gadi lekar khud fanse hue hain yah gadi mein battery ka problem mein 18 din Laga uske bad rs 2500 transporting ka Paisa bhi liya
टोटल बकबास कम्पनी है सावधान रहो भाइयो इस कम्पनी से 👍
भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है
Piaago.wala.deli.sa.paar.ha.srinager.sa.nahy
Rajasthan mein milegi to bolna
Jaipur udaipur ratlam me ape ka showroom hai
Aap aapna no de
Fraud fraud, Main toh barbad hogaya....
Hello