Piaagio ape e city electric auto लेने बालो के लिए विशेष जानकारी emi कीमत Lone बारिकियों से समझाया

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  • čas přidán 27. 04. 2022
  • जय बाबा विश्वकर्मा आपका स्बागत् है आपका अपने युटुब चैनल auto tech sid पर आशा करता हूं कि आप सभी कुशल मंगल से होंगे आपके लिए piaagio ape e city का पूरी जानकारी लेकर आया हूँ गाड़ी का मोटर आन रोड कीमत लोन महीने कि किस्त सीधे showroom से जानकारी मिलेगी betttery का गारंटी कितने दिन कि है सारी बातें बताई है तो चैनल को लाइक शेयर susbcribe करें धन्यबाद

Komentáře • 195

  • @satinderdang7345
    @satinderdang7345 Před rokem +4

    इससे तो अच्छा है बैटरी रिक्शा लेने में फायदा है

  • @maheshbulunge1584
    @maheshbulunge1584 Před rokem +3

    Bhai betery+cng kijiye to चढण पे आराम से चलेगी aur speed-60/70 तक होणे,300km चलने चाईये,prise=1,80,000/-

  • @PARVEZKHAN-wl7os
    @PARVEZKHAN-wl7os Před 2 lety +20

    300 KM RUNNING HONA CHAHIYE LITHIUM BATTERY ELECTRIC AUTO YA DABBALE BATTERY HONA CHAHIYE 1 ST BATTERY DOWN HO JAI TO 2ND BATTERY SE RUNNING HONA CHAHIYE OR HOME CHARGING HONA CHAHIYE

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @shekhazim804
    @shekhazim804 Před rokem +13

    बहोत महंगी है इसकी कीमत 2 200000 से कम की कीमत होनी चाहिए ताकि हर आदमी इसको ले सके 335000 मिलेगा तो महंगी है क्योंकि फाइनेंस करके 450000 लाख पड़ेगी जोकि बहुत महंगी है

  • @abhilakhsinghyadav3619
    @abhilakhsinghyadav3619 Před rokem +5

    केबल खूबी बता रहे हो कमियां तो बताओ एक साल में बाड़ी टूट जाती है ऐसे लगता है पैसा बर्बाद चला गया बैटरी बहुत महिगी है दोबारा दलबाना दूसरा लेने के बराबर है

  • @RahulSharma-rm1dt
    @RahulSharma-rm1dt Před rokem +2

    Very nice

  • @ajayrajput3217
    @ajayrajput3217 Před 11 měsíci +1

    ना कस्टमर केयर फोन उठाते हैं ना कोई जवाब है अगर इसे पर हम कमा रहे हैं तो फाइनेंस कैसे भरेंगे यह सब डुप्लीकेट कामा चल रहे हैं हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है 1 महीने से गाड़ी खरीदी है

  • @imAbhi
    @imAbhi Před 8 hodinami

    Sara government ka paisa ye दाम बढ़ा कर ले लिए, अच्छा धंधा है! जागो ग्राहक जागो, 2 lakh maximum kimat honi chahiye usse jyada nhi...

  • @AbdulRasheed-lq4de
    @AbdulRasheed-lq4de Před rokem

    I am from Chennai

  • @vinodparas6410
    @vinodparas6410 Před rokem +12

    आने वाले समय में ई रिक्शा फैल हो जायेगा क्योंकि चढ़ाई पर नहीं चढ़ पाता

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

    • @mauryafhalawaranddekoresan5084
      @mauryafhalawaranddekoresan5084 Před rokem +1

      हा भाई किऊ की आने वाले समय में आप को आसमान में सवारी लेकर जानी पड़ेगी तभी तो चढ़ाई पर नही चढ़ पाएगा

  • @surajkumarverma5937
    @surajkumarverma5937 Před 2 lety +1

    💯💯💯💯💯💯

  • @munishsingh1561
    @munishsingh1561 Před 2 lety +1

    Good Auto Thriweler

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      वाओ वाओ गुड आटो
      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @sahaalom452
    @sahaalom452 Před 2 lety +1

    Wow 😲

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      वाओ वाओ
      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @ATAURRAHMAN-qi6rs
    @ATAURRAHMAN-qi6rs Před rokem +3

    battery kitne ki padegi garantee k baad

  • @RamKishan-th7sq
    @RamKishan-th7sq Před rokem +1

    jab charging 3' 4ghante hoga keya kamayga

  • @ajayrajput3217
    @ajayrajput3217 Před 10 měsíci +1

    यह इलेक्ट्रिक भेजो आप पर है जो यह लोग बताते हैं कि इसकी वारंटी में यह है वह है और बाद में खरीदने के बाद बताते हैं कि इसके आपको चार्ज मेरे साथ भी धोखाधड़ी हुई है

  • @HARISHKUMAR-uh1fx
    @HARISHKUMAR-uh1fx Před 2 lety +1

    Very Nice Auto. Piago

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      पैसा डालोगे तब पता चलेगा अच्छाई का
      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती हे

  • @deppakkumar2148
    @deppakkumar2148 Před rokem +1

    Sokes me saja ke rakhia di sar

  • @nitishyadav9293
    @nitishyadav9293 Před rokem

    Bihar jamui

  • @daljeetwadhwan5681
    @daljeetwadhwan5681 Před rokem +1

    Sir apki shop kaha par hai

  • @rameshvaland9064
    @rameshvaland9064 Před rokem +2

    300 km chhale aisi betari chhahiye aur kimmat jyada he

  • @mohdnaushad0511
    @mohdnaushad0511 Před 2 lety +2

    Sar ismein ek problem hai jaise ki gadi ke pahiye Ke Niche Agar Ek eint ya pathar a Jaaye ya Halka Sa chadhai ho to Gadi ekadam Se uthta Nahin Hai Piche Karke yani back Karke aur uske bad Aage ko badhega aur agey kar ne par hal ka sa jhatka lagta hai aur

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @NiranjanKumar-cw3ik
    @NiranjanKumar-cw3ik Před 3 měsíci

    Kitn down pament karne parega

  • @abdulmonnan8647
    @abdulmonnan8647 Před 2 lety +1

    Mujhey ashsha Laga

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @Aniruddhabhai
    @Aniruddhabhai Před 2 lety +7

    Price is to high for a rikshabala

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @IrfanKhan-hi6mr
    @IrfanKhan-hi6mr Před rokem +4

    Auto me kutte bahut baithte h kutto se bachav ke liye auto me full door kyo nahi dete h.!!!!

  • @kaisarahmad3184
    @kaisarahmad3184 Před 9 měsíci +1

    😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆

  • @user-jr8ox7vn6i
    @user-jr8ox7vn6i Před 11 měsíci

    Ashish Kumar kya auto rickshaw image mil jaega

  • @nikhileshbagde3712
    @nikhileshbagde3712 Před rokem +1

    May liya hu AAP bhi lelo badiya he

  • @doggyslove1364
    @doggyslove1364 Před rokem +1

    3 Sal 108000 hota hai bhai diesel

  • @ravendravishwakarma3960

    Hii

  • @sanju-er7hd
    @sanju-er7hd Před rokem +2

    Ye auto apne ghar me charge kar sakte hai ya nhi kar sakte hai...
    Aur ghar me charge karna kanooni hai ya hair kanooni hai...
    Pls reply me...

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem

      Ye auto aap apne ghar par charge kar sakte hai gair kanooni nahi hai sirf ghar ka arthing majboot hona chahiye

    • @sanju-er7hd
      @sanju-er7hd Před rokem

      @@autotechsid6889 thanks bhaiya

  • @janalmay8328
    @janalmay8328 Před rokem +1

    Main parthala sector 122

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @hathayoga8154
    @hathayoga8154 Před 2 lety +54

    जब तक बैटरी वाली आटो ५००कीलोमीटर की रेंज नहीं देगी और ५ सवारी को लेकर चडाई पर ४० के रफतार मेंआसानीं से नाहीं चडेगी तब तक कामयाब नाहीं होगी

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem +1

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

    • @mohammedashrafullah4410
      @mohammedashrafullah4410 Před rokem +1

      Correct

    • @shivamandal8744
      @shivamandal8744 Před rokem

      9

    • @gopalthakuri9108
      @gopalthakuri9108 Před rokem

      Mahindra ki EV Treo kamyab hai

    • @Abbu_ka_shahazada
      @Abbu_ka_shahazada Před rokem

      Sahi baat he

  • @makwanabrothers152jsk3
    @makwanabrothers152jsk3 Před rokem +1

    Ise achha to ecco Lena he bhai..

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @nambhari6153
    @nambhari6153 Před 2 lety +4

    Fly mode ka option nhi dikh raha hai🧐

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @chetanmoon5966
    @chetanmoon5966 Před rokem +1

    Battery ka price hi to mehenga hai 100000 lakh raupay 3 saal baad itna costly padega chalne walo ko ky fayda

    • @ravibhushan2352
      @ravibhushan2352 Před rokem

      Battery kabhi bhi pure change nahi hoga.. Lithuam mai. Small small plate hota hai ohi change hoga. Pure cabinet nahi

  • @shyamjisrivastava1447
    @shyamjisrivastava1447 Před 2 lety +2

    good 👍

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      वाओ वाओ गुड
      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @HappyBasketball-lk4cs
    @HappyBasketball-lk4cs Před 3 měsíci

    Yah sorum Kahan hy

  • @SriCCDas
    @SriCCDas Před rokem +1

    3 year ke baad battery life khatom.baadme battery kharid ne ke liye paise nahi hai 100000, lakh rupeia.

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @VikashKumar-yy4ey
    @VikashKumar-yy4ey Před 2 lety +1

    Muzaffarpur me hai kya

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @apnaeducationadda8551
    @apnaeducationadda8551 Před rokem +1

    Charge ghar per ho jayegi ya charging station per jana hoga

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem

      चार्ज घर पर हो जायेगा

  • @neerajmakkar5705
    @neerajmakkar5705 Před rokem +2

    Railway pull par chd jata h kya load bharke 400 kg 500 kg .

  • @SANJAY_VLOG_369
    @SANJAY_VLOG_369 Před rokem +1

    मेरे सिटी रिक्शे मैं Eastman का 150 Amp का बैटरी लगा हुआ है औऱ मुझे Voltsman का 18 Amp का चार्जिंग दिया है चार्ज करने के लिए। क्या ये सही है ये बात बताए प्लीज् भाई लेकिन मैं ये बात को जानना चाहता हूँ कि Voltsman का 18 Amp चार्जिंग को छोड़ कर क्या मैं Voltsman का 18 Amp से भी हाई पावर वाला चार्जिंग यानी Voltsman का 25 Amp वाला चार्जिंग सीटी रिक्शा मैं चार्ज करने के लिए मिल सकता है मार्केट मैं या कपनी मैं प्लीज् जरूर बताओ भाई प्लीज्।। क्या कपनी हाई पावर वाला चार्जिंग यानी Voltsman का 25 Amp वाला चार्ज करने के लिए बनाती हैं क्या।मैं ये बात जानना चाहता हूँ प्लीज् ये बात बताओ

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem

      Aap mahindra tero ka fast charger ek bar use karke dekhiye

  • @user-ps1vz6er6e
    @user-ps1vz6er6e Před rokem +1

    यह गाड़ी जैसे शहर में ब्रिज बने हुए हैं उसके ऊपर तीन सवारी लेकर नहीं चलेगी यह मैं गारंटी देता हूं अंजन की होड़ नहीं करेगी यह गाड़ी फेल होगी

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

    • @rubydecorators5072
      @rubydecorators5072 Před rokem

      Hooghly ka e-rickshaw is best

  • @SureshKumar-sg7vl
    @SureshKumar-sg7vl Před rokem +1

    Alwar Rajasthan mein Lena chahata hu with warranty

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem

      मिल जाएगा राजस्थान मे आप अपने नजदीकी showroom मे पता कर लीजिये । वारंटी तो आपको कहीं भी पूरे भारत मे सेम हि मिलेगा

  • @Rkgnetwork
    @Rkgnetwork Před rokem +1

    Jharkhand plamau me melega kya

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @dasmusichanspur5408
    @dasmusichanspur5408 Před 2 lety +1

    mai Nepal se hu Nepal me Lena chah ta hu

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před 2 lety

      Nepal ke showroom me pata kijiye milega

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @HaidarAli-ge2uz
    @HaidarAli-ge2uz Před rokem

    Battery itnii heavy dalo jode 150 km chale

  • @arunsinghsingh-fp3hi
    @arunsinghsingh-fp3hi Před rokem

    purches karne hi

  • @Sanjukumar-fg5si
    @Sanjukumar-fg5si Před 2 lety

    Battery wala showroom kahan padega Muzaffarpur mein kahan hai

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @ajayrajput3217
    @ajayrajput3217 Před 10 měsíci +1

    भाइयों इसे मत खरीदे मैंने खरीद के मैं पछता रहा हूं इसमें कोई वारंटी में बताते हैं और बाद में उसे पैसे आते हैं

  • @PankajBanik-ys4wl
    @PankajBanik-ys4wl Před rokem +1

    Mujhe chaiya kitna daoun prement kitna lagega me tripura agartala

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem

      भाई बिहार मे तो 65 हज़ार डाउन पेमेंट मे गाड़ी मिल जाती है त्रिपुरा मे आप पता कर लीजिये क्योंकि अलग अलग राज्य मे अलग क़ानून लागु होता है

  • @SG1PK2KK3RG4KK
    @SG1PK2KK3RG4KK Před rokem +1

    Sir mujhe lena h oto

  • @nitishyadav9293
    @nitishyadav9293 Před rokem

    Nitish kumar

  • @mdyaseenkhan9408
    @mdyaseenkhan9408 Před rokem +1

    Hi sir mujhe yah auto pasand hai lekin showroom kidhar hai

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem

      गया ज़िला बिहार मे है ये showroom लेकिन आप जहाँ रहते है वहां पर भी मिल जाएगा आप showroom मे जाके पता कर लीजिये कमेंट के लिए धन्यवाद

    • @Helping_india9773
      @Helping_india9773 Před rokem

      @@autotechsid6889 gaya me kaha pe hai?

  • @_shaitanKumar
    @_shaitanKumar Před 2 lety +1

    Rajasthan mein hun Rajasthan se leni hai

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @PratapSingh-yq6iv
    @PratapSingh-yq6iv Před 2 lety +2

    200 km licvid betrry wale auto aa gye .ye lithium ka fhir kyo dhol baza rhe

    • @bablubabu3568
      @bablubabu3568 Před rokem

      Kya naam hai us auto ka

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @abzalmohd3188
    @abzalmohd3188 Před 2 lety +1

    Dukoment Kiya lagega

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @Dekho4130
    @Dekho4130 Před rokem

    Abhi 3 sal ki saving dikha rahe ho Sarkar is asali koi order la Den ki inke pass hi riksha hai unka bijali bil alag se aaega FIR kya karoge ya unke liye koi aur document banane ki jari kar den ya road tax ya road per chalne ka koi fees Laga de tab Kahan se koi kam aaega

    • @ravibhushan2352
      @ravibhushan2352 Před rokem

      Pure gari ko charge karne mai sirf 4/5 unit hi lagta hai

  • @amarchandsancheti8513
    @amarchandsancheti8513 Před 2 lety +1

    यह कहा मिलेगा हमे तुरंत खरीदना है

    • @user-ps1vz6er6e
      @user-ps1vz6er6e Před rokem

      अरे भाई खरीद कर क्या करोगे इसमें तीन बनते चढ़ाकर चढ़ाई में नहीं चढ़ेगा यह मेरे पास पड़ा है कबाड़ भी नहीं ले रहा है

  • @sanjeevthakursaab5152
    @sanjeevthakursaab5152 Před rokem +4

    बैटरी की रेंज बहुत कम है
    कम से कम 225 km चलना चाहिए
    या फिर कीमत 180000 होनी चाहिए
    ये मेरी राय है
    बाकी सभी क्या राय है

  • @majiburrahaman-ts5vd
    @majiburrahaman-ts5vd Před rokem +1

    110 nahi 150 kmtr chahia kimat batao

  • @janalmay8328
    @janalmay8328 Před rokem +1

    Aapke shop kahan per hai mujhe battery riksha Lena hai bahar ki id hai aapka to koi number nahin hai

  • @RahulSingh-vy7ju
    @RahulSingh-vy7ju Před rokem

    Kontect dijiye

  • @daljeetwadhwan5681
    @daljeetwadhwan5681 Před rokem +1

    sir ji apka showroom kaha hai delhi me or apka mobile no. mil sakta hai

  • @abzalmohd3188
    @abzalmohd3188 Před 2 lety +1

    Kistt pe Lena h

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @KamalDas-pp4pg
    @KamalDas-pp4pg Před rokem

    मेरा गाड़ी का चोदा महीना चलराहा है, अभि रेंज 50KLM चल रहा है अभि में किया करु sir

  • @jagdishprajapati165
    @jagdishprajapati165 Před rokem +1

    Price Kitni Hai Iski on road

  • @ashokkumarprajapati7118
    @ashokkumarprajapati7118 Před 5 měsíci

    Isako 7 sitar bnao

  • @AjayKumar-cy9rt
    @AjayKumar-cy9rt Před rokem +1

    हिमाचल प्रदेश में कैसे खरीद सकते हैं

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem +1

      हिमाचल प्रदेश मे भी आपको गाड़ी मिल जाएगा कांगरा मे आपको आपे का 2 डीलर है 2 लाख 84 हज़ार showroom प्राइस है कमेंट के लिए धन्यबाद अजय कुमार जी

    • @AjayKumar-cy9rt
      @AjayKumar-cy9rt Před rokem

      @@autotechsid6889 परमिट मिल जाएगा

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @ishwarbhaitandel9284
    @ishwarbhaitandel9284 Před 2 lety +2

    गाडीकी कीममत जयाडा हे

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @dancewithkrishita4595
    @dancewithkrishita4595 Před 2 lety +1

    Wb asbe

  • @user-fj9ml7zp2j
    @user-fj9ml7zp2j Před 2 lety +1

    200 km.kyion nahi banaye.

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @RajKumar-sp7zd
    @RajKumar-sp7zd Před rokem +1

    300+jaruri hi

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @brajbhushansah5597
    @brajbhushansah5597 Před rokem +1

    Kabari hai

  • @anirudharabha1783
    @anirudharabha1783 Před rokem

    Lon me kimat jada ho gaia

  • @satishsatish4355
    @satishsatish4355 Před 2 lety +2

    जब बैट्री बदलनी पड़ेगी तो कितना खर्च आयेगा?

    • @sumitkumar-ez3wj
      @sumitkumar-ez3wj Před rokem

      Ye sawal sunn k ye log ki bolti band ho jaati hai...... Mileage bahut kam hai..... E riksha ka mileage k barabar hai

    • @manuranka9402
      @manuranka9402 Před rokem

      @@sumitkumar-ez3wj sahi kaha aapne , maine liya bahut loss hua

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती हे.

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem +1

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      @@sumitkumar-ez3wj भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @indrajitbhowmik7090
    @indrajitbhowmik7090 Před rokem +1

    Tripura me ea gari he number digie

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @user-fdm2yf7dpm8c
    @user-fdm2yf7dpm8c Před rokem +1

    3 battery 🔋 or 1 battery.....🤣😜😝

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

    • @ravibhushan2352
      @ravibhushan2352 Před rokem

      1

  • @santoshmandloi9634
    @santoshmandloi9634 Před rokem +1

    Are 1 lakh km ki guarantee nahin hai kya ismein Ho To Batao Chhupa Kyon rahe ho

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před rokem

      3 साल की गारंटी है बैटरी और मोटर कि

  • @mdjahad5446
    @mdjahad5446 Před rokem +1

    ইস গাড়ি বাংলাদেশ মে কেসে আনা জায়গা হামকো বাতাদো পিলিজ

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

    • @vijaymhatre699
      @vijaymhatre699 Před rokem

      nabar.

  • @swapanghosh6576
    @swapanghosh6576 Před rokem +1

    AKAPAKISTANHAYKA3LAKSHTATANANOLUNGATERAGAREPAKISTANMEYBESH

  • @user-fj9ml7zp2j
    @user-fj9ml7zp2j Před 2 lety +1

    500 km.ki batry banayey.

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @STcreate53
    @STcreate53 Před 2 lety +1

    Dealer ka number Hoga

    • @autotechsid6889
      @autotechsid6889  Před 2 lety

      Gaya hardware mart nam hai showroom ka gaya railway stations ke pas hai google par search kijiye number mil jayega aapko धन्यबाद कमेंट करने के लिए

  • @SatendraKumar-nz5zb
    @SatendraKumar-nz5zb Před 2 lety +3

    Nahi lo
    Bhai

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @aryankhatarkar5019
    @aryankhatarkar5019 Před rokem

    Electric auto riksa soroom ka çontact no. Do kisi ko pata ho to

  • @anujrajrajput6375
    @anujrajrajput6375 Před rokem +1

    Sir app apna namdar sand kary

  • @dancewithkrishita4595
    @dancewithkrishita4595 Před 2 lety +1

    Ph no ta

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @goutambiswas31
    @goutambiswas31 Před rokem +1

    Dam jada hai aur EMI v

  • @RajeshKumar-it6oc
    @RajeshKumar-it6oc Před 2 lety +1

    Itni kimat iski kon dega four lakh 32 thousand ki bahut mahangi hai isse to acha hai ki petrol garhi hi hai high kon e auto bahut jabardasat hai iski range b bahut hai

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @alibhainameboards2894

    Tooo costlyyy

  • @sumitkumar-ez3wj
    @sumitkumar-ez3wj Před rokem +1

    Bahut costly hai

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर दोड पडती है

    • @rajenderarora7026
      @rajenderarora7026 Před rokem +1

      Yes sahi kaha

  • @krishnajaiswal3518
    @krishnajaiswal3518 Před 3 měsíci

    Bhai AVN bahanon yah gadi nahin Lena yah sabse MHA chutiya service centre iska hai ham gadi lekar khud fanse hue hain yah gadi mein battery ka problem mein 18 din Laga uske bad rs 2500 transporting ka Paisa bhi liya

  • @Rakeshkumar-yd9ly
    @Rakeshkumar-yd9ly Před rokem +1

    टोटल बकबास कम्पनी है सावधान रहो भाइयो इस कम्पनी से 👍

    • @mukeshkumarpunjabipunjabi3006
      @mukeshkumarpunjabipunjabi3006 Před rokem

      भाडा वसूली गाडी नही है रेलवे प्लेटफार्म बडे कारखानो बडे अस्पतालों के लिए है मखमली सडक पर सिर्फ दो किमी आना और जाना ज्यादा नही इस समय बेट्री की कीमत एक लाख रूपया से ज्यादा है फुल चार्ज पर जाना लोटकर आना कुल पचास किमी ही है वह भी हर चार्ज के बाद दो से पांच किमी की चार्ज क्षमता कम होती जाएगी हर अगले दिन सो किमी की जगह तीन किमी कम चल पाएगी और हर अगली बार चार्ज होने पर करेंट इक्ट्ठा करने की क्षमता घटती जाएगी कंपनी के पास छ महिने बाद जाओगे तो
      वह नही सुनेगा कि अब सौ किमी की जगह सिर्फ ५० किमी ही चल पा रही है, गाडी को सिर्फ दो से पांच किमी की दूरी के अंदर चलाना संभव है बीच रास्ते बंद पडने पर सवारी से भाडे की जगह जूते मिलेंगे कीमत एक कार से ज्यादा की है यह सवारी आटो नही एक किमी तक बच्चो को टहलवाने वाला खिलोना है जब तक इसकी मोटर के साथ सीएनजी या दूसरी स्पेयर बेट्री की पावर को न जोडा जाए या दो आटो गाडी खरीदी जाए एक चार्ज होती रहे यह बडे बडे रेलवे स्टेशनो और बडे अस्तपालों बडे कारखानों में विकलांगो व बूढो के लिए दो किमी दूरी चलने वाली सहायक गाडी है भाडा वसूली गाडी नही है और तेल वगेरह तो टंकी में फूटपट्टी डालकर देखा जा सकता हे कितना है आंख से मालूम होता है बेटरी मे कितना करेंट भर पाया है यह आंख से साक्षात देखा नही जा सकता, चला कर ही मालूम होगा सरकार हर पांच किमी पर अगले सौ सालों तक मुफ्त और बिना लाईन लगे दस मिनट मे चार्ज होने वाले चार्जिग पाईंट लगाए तब ही इसका मतलब है तभी विश्व प्रदूषण मुक्त होगी मुंबई जैसे शहर मे इलेक्ट्रिक बस चल रही है सिर्फ पांच किमी दूरी वाली बिना चडाई की मखमली धरातल पर उनके स्टेंड पर चोबिसों घंटे चलने वाले फास्ट चार्जर हैं जैसे पांच किमी चलने पर स्टाफ पर बस आती है तत्काल चार्जिग पर लगा दी जाती और जो बस फुल चार्ज रहती है वह अगले पांच किमी की दूरी वाली सवारी लिए मखमली बिना चडाई वाली सडक पर रोड पडती है

  • @tariqahmad5768
    @tariqahmad5768 Před 2 lety +1

    Piaago.wala.deli.sa.paar.ha.srinager.sa.nahy

  • @_shaitanKumar
    @_shaitanKumar Před 2 lety +1

    Rajasthan mein milegi to bolna

  • @ShankarKumar-iq8oc
    @ShankarKumar-iq8oc Před 8 měsíci

    Aap aapna no de

  • @manuranka9402
    @manuranka9402 Před rokem +1

    Fraud fraud, Main toh barbad hogaya....

  • @ravendravishwakarma3960

    Hello