NI Act- Sec 87, 138, putting cheque without consent of Maker dont make liability of payee-Bombey HC
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- čas přidán 20. 12. 2022
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मेरा भी पैसा डूब गया है उधार दिया था, मांगने पर उसने बुरा व्यवहार किया था और घर गया तो उसकी पत्नी ने लठ दिखाया तो चेक बाउंस कराके केस दर्ज किया है और तारिक पे तारिक चल रही है,, धन्य है भारत माता का कानून
Kabhi bhi paisa do to cheque ke sath video banao aur cheque hamesa uske ghar ki kisi mahila jaise Maa bahen biwi ke Naam Ki lo aur jo pen use kiya ho likhte time vo pen safe rakho jb tk paisa mil na jaye
इस फैसले के बाद तो धोखाधड़ी करने वालों कि चांदी हो जायेगा। धन्य है वो जज साहेब जिसने धोखाधड़ी करने वालों कि चांदी कर दी। अब कोई भी किसी जरूरत मंद को चेक के बिना पर कोई भी लेन देन नहीं करेगा।
हृदय की गहराइयों से सर आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
इस कानून में संशोधन होना जरूरी है। पैसा भरोसे पर दिया जाता है, और कई बार पैसा लेनेवाला डुबाने की तैयारी से ही लेता है।
Sahi bole thakur bhai
Bank wale ho tm shyd isliye keh rahe ho
दूबे जी आपने अच्छी जानकारी दी, आप का धन्यवाद।🙏
सरकार ने बहुत अच्छा निर्णय लिया ब्याज वालों की ऐसी तैसी हो जाएगी। Shukaree बंद होने चाहिए साहूकार लोग ब्लैंक चेक लेकर गरीब लोगों को ब्लैकमेल करते हैं
कर्ज फिर लेते क्यों हो fraud
. Gnd fati hoti h faas jate h log es liye lete h majburi ho jati h kuch b ho sakti h
4 करोड़ मामले पेंडिग है। 200 साल पुराने कानून 4 पीढी तक फैसला नहीं आता है।
🤣🤣🤣🤣😄
रोजगार मत बनाओ
@@arvindkumarrathor5393❤
@vinodgarg337
सर आप, समझाते बहुत अच्छा हैं,ऐसे ही लोगो की मदद करते रहिए ।धन्यवाद सर
लोग लोग बात बात में बदलते हैं जज साहेब जी इस लिए पुनः इस फैसले पर न्यायालय को विचार करना चाहिए जय हिंद जय भारत
क्या ये जज मोदी का पिट्ठू है भाई ॽ
Bhai finance company blank check leke bahut froud karti hai intrest rate barati kuchh hai aur laga kuchh deti hai
Isliye ye judgement bahut achha hai
बहुत महत्वपूर्ण बात है, सबकी हित का चीज़ है धन्यवाद
ऐसे judgement ही काॅलेजियम के दुष्परिणाम के रूप में सामने आते है।
You are right
@@vinodkumaryadav584हमारे लोकल लँग्वेज मे कहते है ' कायदा गाढव असतो '(Law is donkey) .मगर यह बहस ऑर कोर्ट डिसिजन सुंनने पर लागता हे Judge is donkey.😂
कोर्ट का यह फैसला कर्जदार के पक्ष में बहुत ही चमत्कारी है क्योंकि अधिकांश कर्जदार उधार लिए गए धन को चुकाना नहीं चाहते हैं तो वह चेक भुगतान की दिनांक और समय पर अपनी सहमति क्यों देगा।
इस फैसले से क़र्ज़ देने वाली संस्था को क़र्ज़ वसूली में बहुत अधिक कष्ट होगा।
Sahi bole bhai
By passing this order high court has rendered NI Act u/s 138 as almost useless ...it favours the defaulter
म्यूचुअल सहमति तो एग्रीमेंट के वक्त ही हो जाती है जब चैक देता ही इसलिए है। ये क्या फैसला देते हैं,इसे चैलेंज करना चाहिए ऊपरी अदालत में,ऐसे तो चेक की कोई वैल्यू नहीं रहेगी।
Missuse bhi kar dete hai log mere sath bhi hua hai
बहुत ही अच्छी जानकारी सर जी। धन्यवाद। 🙏
Ek number guidance किया आपने. Eaisehi औंर vdos का wait करते है. धन्यवाद.
भाई सुप्रीम कोर्ट अलग कहता है हायकोर्ट अलग कहता है कीसपर भरोसा करे सुप्रीमो कोन है सुप्रीम कोर्ट या हायकोर्ट कन्फ्युजन कन्फ्युजन कन्फ्युजन वकीलोने क्या करना चाहिये क्रमश......
बेकार का नियम फिर चेक का मतलब ही किया रहा।
सुप्रीम कोर्ट के कई जजमेंट है जिसमें उन्होंने कहा है कि सिर्फ सिग्नेचर महत्त्व रखते हैं तो क्या हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट से बड़ी हो गई आप में सिग्नेचर करके अगर कोई चेक दे दिया है मन अब आप लोगों को आज कर दिया है
Jai shree Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai Ram ji Jai Sai
Supreme court says accused sign on cheque is sufficient, for trial, if cheque is given blank,,
दुबे जी वहीं से बैठकर बता दिए दूसरी चेक मिल जाएगी ?
एकाध बार चल चलते पार्टियों से चेक दिलवाने के लिए जब चेक की वैलिडिटी खत्म हो जाती है।
दुबे जी कह रहे हैं 3 महीने तक पैसा नहीं देगा तो दूसरी चेक ले लीजिए और उसकी सहमति से डेट डलवा कर चेक लगाइए ऐसे जिंदगी में कभी चेक नहीं लगता जिंदगी भर टहलते रहिएगा
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे
Can you please give reference of this decision
Very good video.
I am in Bank and such judgement clarification makes our working more cautious.
पैसे लेने वाला कभी सहमति नहीं देगा कोर्ट यह फैसला अन्याय पूर्ण है
कई जज बिना दिमाग़ वाले होते हे, ऐसे जजमेंट के बाद कोन पैसा देगा?
जब किसीने समय पर पैसा नहीं लौटाया तब तो दूसरे ने चेक डिपोसिट किया होगा।
Sahi baat...Wokes
क्लोजियम सिस्टम
नमस्ते सदा वत्सले मातृभू में। जय भारत वंदेमातरम।
Very useful for all of us and the excellent explaination and presented in a beautiful way thanks the learned scholars and lawyer
Please give your valuable suggestion if trial court does not follow the authorities of Apex courts Apart from available remedies
मोदी सरकार ने बहुत अच्छा निर्णय लिया है इसके लिए मोदी सरकार के हम शुक्रगुजार हैं
महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, धन्यवाद, लेकिन हमारे देश में यह बीमारी पुरानी ही है, अभी पठानों की जगह फायनांस कंपनी ने ली है, मुझे लगा देश को अच्छे दिन आने के बाद यह बीमारी खत्म होगी, ___वैसे ही १९८० दरम्यान खाने पीने से लोग सुखी हो गए, लेकिन यह थोड़े दिन के लिए रहा__(क्या गड़बड़ी है)____
भारतीय कानून हमेशा अपराधी का ही अधिकांश साथ देने जैसा फैसला देता है 😭😭
Kya apradhi, byaj khor ke sath aesa hee hona chahiye
13:21 people
Sahi
@@anshuljain1038tu bhi paise khaye baitha hai kya logo ke 😂😂😂
उसके बगैर उनकी दुकान नही चलेगी |
जो बेगर तारीख के चेक दे रहा है उसका कोई कसूर नहीं वो ती साहूकार बन गया ।उसकी भी ती सहमति हे। तभी तो वह undated चेक दे रहा है। जज ने undated चेक दे रखे हे। जिससे भुगतान नहीं करना पड़े
Q
Many a times such cheques are given as Security cheques
@@SumeetKrTyagiqqqqqqqqqqqq
Jai Bharat... Bilkul sahmati hona jaruri hai..
As a retired banker, I will say,"उस कस्टमर को चेक बुक जारी नहीं की जानी चाहिए जो अनपढ़ होऔर सिर्फ सिग्नेचर करना जानता हो। कोर्ट में जाकर मुकर जाएगा।"
Yes
नहीं ऐसा नहीं है।केवल हस्ताक्षर करने वाला चेक बैंक से इश्यू हीं क्यों कराता है। इसका अर्थ है केवल हस्ताक्षर करने वाला निश्चित रूप से दूसरों से चेक भरा कर अपने खाता से रुपया निकालता है। बैंक चेक पर हस्ताक्षर को हीं जांच करता है। चेक किसके द्वारा भरा गया इससे बैंक को कोई मतलब नहीं है। बहुत से लोग पढ़ा लिखा नहीं है फिर भी बैंक ग्राहक को एटीएम कार्ड और चेक देता है।
Kafi mehant ki apne smjhane m...Very good
सभी भाईयों को ये भी जानकारी होनी चाहिए कि नोटबंधी के बाद पुराने चेक सभी बैंकों के रद्द कर दिए गए थे उसके बाद नई चेकबुक जारी कि गई थी उन पुराने चेको की कोई वेल्यू नहीं रही अब अगर ये चेक लगाते भी हैं तो सिस्टम स्वीकार नहीं करेगा बाउंस कैसे होगा क्यों आप देखना नए चेक में एक काली पट्टी लाइट होती है उसमे बारकोट नंबर भी होते हैं ये नियम सबके लिए लागू होते हैं आपके पास अगर पुराना चेक पड़ा है भर कर लेजाओ बैंक नहीं लेगा बोलेगा नया चेक लेकर आओ ये चेक पुराना है रद्द कर दिए गए ये चेक????
Very important and knowledgeable information Sir
Nonsense judgement
इन्स्टूमैंट एक्ट एक फ्राड कानून है, जो चीटर को ही मौका प्रदान करता है।
हां एक बात समझ में आई कि किसी को भी किसी हालात में उधार ना दें क्योंकि कानून ही उसकी मदद करता है।
फैसला आने में दशक या दशकों लग सकते हैं।
Bahut he useful information.
एक बार किसीने चेक दिया मतलब उसने पैसा देना है l भले ही तारीख कोई भी डाले l ऐसे मुर्ख जज है इसलिए। कोर्ट में लाखो केस पेंडिंग है l
Shi kha aapne
सहमत हैं
इन कानून बनाने वालों का अपना पैसा डूबे तो अहसास हो
You gave very useful and important information about NI Act, Dubey sir.
Thank you so much sir
Very nice general knowledge and gross explanation. Thanks 👍
Thanks for your informative video on the very important matter .
Bahot badiya jaankari dedi
Dhanyavad
भाई मुंबई को फॉलो करना है या सुप्रीम को ? सुप्रीम का जजमेंट कहता है की डेट चेक ऑनर ने ना लिखी हो फिर भी वैध है
You are right
Is it so. Dear
Kiski baat maane ??
In SC all judges r committed to save his Godfather and order to save
Bhai aapki aadhi baat sahi hai. Date agar owner ne nahi likhi ho aur cheque lene wala likhta hai date to owner se puch kar likha jana chahiye.
चेक जारीकर्ता अपने साइन करके किसी को चेक देता है तो आपने सारे अधिकार जैसे चेक अमाउंट दिनांक भरने का अधिकार भी धारक को दे देता है।
Ye ruelings kahan milengi sir
@@jigyasuarun7635 इस संबंध माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय के द्वारा न्याय दृष्टांत.-Vijender Singh vs M/S Eicher Motors Limited & Anr. on CRL. M.C. No. 1454 / 2011 on 5 May, 2011
चैक ही बद कर देना चाहिये बैको को डिजिटल पेमेट करो या की न्यायालय जज वकीलों की दुकानें बद हो करोडो केस का निपटारा हो जाये और चेक देनदेन बद हो
Ram Ram Ji
Achchhi jaankari di hai. Dhanyawad Ji.
Bahut badhiya knowledge aapney di.
5 से 10 लोग को व्याज का लालच देके पैसे लेने वाला गुनेगार या देने वाला गुनेगार ? पैसे देने वाला जबरजस्ती पैसा देता नहीं लेने वाला हाथ जोड़ के ब्याज की लालच देके कई लोगो से पैसा लेता है ।
Aap ne bahut hi achcha Gyan Diya shukriya
Nice explanation sir,
Seeking from you for some more judgements regarding Ni act, Sir..
Thank you..
Very good judgement.
लोन देने वाली कम्पनी अपने हिसाब से चार्ज ले लेती है और उसका कैलकुलेशन भी नही बताती। बाद में दिया हुआ चेक पर तारीख डाल कर पैसे काट लेती है।
आम आदमी उस पर कुछ करता भी नहीं।
अगर पैसे की इतनी पड़ी है तो डेट डलवा दो ना। उस तारीख को निकाल लेना। दोनो को पता रहेगा की इस तारीख को पैसे बैंक से निकलेंगे।
वेरी गुड कोर्ट। इस एक्ट में सुधार कर के चेक अल्टरेशन करने वाले को ही जेल में डाल देना चाहिए।
सही बात
सबसे कठिन कार्य न्याय पन्ना
Very good judgement in case of forgery in india.
हमारे वसई पालघर महाराष्ट्र 13 साल से जज साहेब डेट पर डेट दे रहे खाली 138 चेक बाउंस केस में टोटल टाइम वेस्ट ओन्ली व्यापारी भारत का सबसे बेस्ट कानून है जहां अदालत में चक्कर काटते रहो
चेक लेन देन केवल धन हस्तानांतरण का सुगम साधन है न कि अपराधी बनाने का। आज चेक के कारण वैमनस्यता बढ़ी है
मेरी क्रेडिटर बँक ने प्रो -नोट में मेरे कॅनसेन्ट के बिना कॉन्ट्रॅटेड रेट युनिल्टेराल बदल दी. केस सिविल कोर्ट में गयी. मैंने बिना मेरे कॉन्सेन्ट मटेरियल चेंज को चॅलेंज किया. आखिर मै केस जीत गया. 👍
Sidi baat jisne chek diya उसपर कारवाई होनी चाहिए, agar नही hota to kanoon bekar hai.. wapaar कैसे chalega
रॉयल गुरूजी ने बिल्कुल सही लिखा है, कि जिसका पैसा डूबता है, उसके दिल से पूछो, जज को क्या फर्क पड़ता है,कानून में संशोधन होना चाहिए।
ये अन्याय है
👍 Nice 👍 information 👍,Sir 👍 please 👍 Go 👍 ahead 👍 👍👍
Useful information, thanks for uploading.
भारत में व्यापार तथा लेनदेन को खत्म कर भारत की तरक्की में ऱुकावट अथवा व्यापार को धीमा करने का प्रयास है। अब कोई डर के कारण लेन देन नहीं करेगा।
Jay bhim sir aap ne bahut accha bola thanks so much 🙏
Useful information
सर जी मुझे आपसे एक सलाह लेनी मैंने अपने एक लेडीस रिश्तेदार को₹100000 चेक द्वारा दिए लगभग 6 साल पहले अब वह मेरा पैसा देने से मना कर रही है और आज तक एक पैसा नहीं मुझे बताएं मैं क्या करूं धन्यवाद जय हिंद जय भारत
यदि हम चेक के 1 साल की जगह पर एक्स्ट्रा समय 2 साल वाली तारीख डलवा दें तो उसमें क्या आपत्ति है, हमें बार बार चेक लेन-देन भी नहीं करने पड़ेंगे
It is radiculous law. If one has to follow such law it will be impossible to secure your payment.
Why is is not mendetory for issuer to give new cheque.
Issuer knows that he has given cheque towards his obligations.
All laws are in favour of criminals.
Sir ji bahut bahut dhanybad ye jankari dene ke liye
धन्यवाद जानकारी हेतु 🙏🕉️
🙏नमस्कार जी🙏
खुद ही चेक लगवा कर बाउंस करवाते है और बाद में कोर्ट में जाकर मुकर जाते है ऐसे में तो बईमान लोगो की हिमत और बढ़ जाएगी।
फिर कोर्ट से किया उमीद की जाए।
Good job Dubey ji
जिस का पैसा डूबता है वही परेशान होता है जज को कोई फर्क नही पड़ता है।
Koi dhake se jyada paise dalte hai
Private financer jaise
Korechi leke sahukar log majburi ka fayda utha rahe hain
V good decision .
Ha Bhai deje 10000 hajar aur blank check le kar 100000 bana dega tab Dubey ga he na bhaiya
Thank you Sir, for the valuable legai
information. Jay Hind
Jay shree Krishna dhanyawad
Great suggestion, thanku so much sir ji 🙏
कोर्ट पर विस्वास ही नहीं है
कल अपने कहे पर ही पलट जाएंगे सिफारिश से लगे जज
Cort k design ka Matlab h koi bhi vyakti Jyada se jyada lone lo ro mat chukao
thanks for that valuable information
चेक देते waqut कर्जदार को जाणकारि थी की उसने चेक दिया है और किसलीये दिया है,इसलीये उसें पुच्छनेकीं क्या आवश्यकता?consent नही थी तो चेक दिये क्यू?
Right 👍🏽 chq Dene wala pesa na Dene ka tarika dhundh leta he jutha bolke paresani me padta he. Or sahe aadme sahe bat kare to thode Rahat ho jate he.
Maine gadi per 130000 ka loan liya 80000 de chuka gadi gadi bhi utha Li hai check bounce ka case Laga deya h kya ye shi h
इस फैसले पर पुनः विचार होना चाहिये
सर चेक देकर लोग मुकर रहा है लोग परेशान है इतना जानकारी लोगों को क्या पता न्यायालय अपने फैसले पर एक बार पुनः विचार करना चाहिए सर जी
बहुत सही कहा आपने 👍
Thanks for excellence message
Badi mehant se police millatry criminal ko apni jan jokham me dal ke pakdtihai unko supreme our high court riha kar deti hai
निर्णय सही नहीं है। तिथि डालना एलटेरेशन नहीं है। तिथि डालने पर सु को का निर्णय भी होने का ध्यान आ रहा है। साईटेशन मिलने पर पुनः बताऊंगा।
बीर सिंह बनाम मुकेश कुमार, क्रिमिनल अपील न०- २३०-२३१/२०१९ निर्णीत दिनांक ६-२-२०१९ (उच्चतम न्यायालय)----यदि हस्ताक्षरित चैक स्वेच्छा से पेयी को किसी भुगतान के लिए दिया गया है तो पेयी , राशि तथा अन्य विवरण भर सकता है। इससे चैक अवैध नहीं होगा। इस केस में परिवादी आयकर का अधिवक्ता था और अभियुक्त उसका मुवक्किल था। धनराशि देने का कोई सबूत नहीं था।
It is nice video. The reason behind dec. 87 is that such alteration makes the instrument un reasonable.
The provision relating to reasonability is attracted in respect of time and date.
That makes the alteration doubly unreasonable..
जय हिन्द जय भारत 🙏🙏
Good judgement
Thank you for the information
Koi bhi len den koi
Bhi kare. Uske liye
Low ko complesuri
Information ka samadhan hona chahiye. Jisme Cort
Duti honi chahiye.
*🇮🇳 जय हिन्द 🇮🇳 जय महाराष्ट्र 🇮🇳*
बहुत अच्छा डिसीजन लिया हाईकोर्ट ने
जज लोग बेइमानी को प्रोत्साहन देने वाला ही फैसला क्यों देते हैं?
अपराधी, आतंकी के बचाव में। Encroachement, घुसपैठ के पक्ष में। यह प्रतिभा पीड़ित को न्याय दिलाने में कम और अपराधी को बचाने में ज्यादा प्रयोग हो रही है। कारण?
Very useful and noticeable video !
JISNE PAISA DIYA H USKA FAVOUR HONA CHAHIYE
कोर्ट में तो तारीख पर तारीख पर तारीख पर तारीख पर तारीख पर,,,,,रकम नहीं मिलती ।जिन्दगी बेकार ।
दूबे सर, प्लीज रिप्लाई कीजिए...
यदि कोई कर्ज लेते समय चेक दे लेकिन कर्ज अदायगी की कोई डेट फिक्स न करे और बाद में न तो डेट के लिए सहमति दे और न ही नई डेट का चेक दे.... (आमतौर पर जिनको कर्ज वापस न करना हो वे डिफॉल्टर ऐसा ही करते हैं) तो उनसे कैसे डील की जाए.... क्या शुरू में कर्ज देते समय इतना लिखवाना काफी नहीं है की इस चेक को कभी भी रकम अदायगी के लिए उपयोग किया जा सकता है?
Yes mere saath bhi esa hi huwa h
बहुत ही अच्छा प्रश्न है
Jise paisa nahi Dena hoga ..wo baat me muh mod lete hai sign kaha karte hai..jiski niyat me khot a Jaye wo sign kaha karke dega dubara..
Pehle court se ak notice bhej dijiye
Indian law is full of loop hole. Most of the time on same case higher court judgement are inconsistent. In the absent of clear cut guidelines Judges give judgement as they wish. In india judiciary and traffic department requires urgently complete overhauling.
Most corrupt department
Jai shree Ram 🙏 pranam sir 🙏