एक अकेले पेट के लिए दो हाथ भी कम पड़ गए | Kate Haath | कटे हाथ 1993 | Ashok Chakradhar | Lucky Ali

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  • čas přidán 3. 06. 2021
  • 'कटे हाथ' बेरोज़गारी पर मेरी एक प्रसिद्ध कविता है. चालीस साल पहले लिखी गई इस कविता का रचनाकाल 1981 है. 1983 में 'हाथवीर' शीर्षक से यह 'धर्मयुग' में प्रकाशित हुई. आकाशवाणी-दूरदर्शन पर अनेक बार प्रसारित हुई. हज़ारों बच्चों ने अपने-अपने विद्यालयों की कविता प्रतियोगिताओं में इसे सुना कर पुरस्कार जीते.
    वर्ष 1992 में इस कविता को श्री मुकेश शर्मा ने एक वृत्तचित्र में रूपांतरित किया. अभिनेता पेंटल ने सिपाही के रूप में अपने संवेदनशील अभिनय और माइम से चमत्कृत कर दिया. महान अभिनेता महमूद के गायक पुत्र श्री लकी अली ने बेरोज़गार युवक की मुख्य भूमिका निभाई. श्री दिलीप सिन्हा ने थानेदार की.
    मुझे लगता है कि आज के समय में भी रचना अत्यंत प्रासंगिक है.
    अभिनय : पेंटल, मक़्सूद महमूद अली (लकी अली) एवं दिलीप सिन्हा
    संचालन : सपना सारंग
    तकनीकी पक्ष : विलास पंडित एवं नरेंद्र सूरी
    वेशभूषा : संतोष सूद
    पार्श्व-गायिका : सीमा सहगल
    पार्श्व-संगीत : उदय मजूमदार
    छायांकन : बी. आर. वर्दन
    कविता-वाचन एवं निर्देशन : मुकेश शर्मा
    सौजन्य : दूरदर्शन
    Facebook :- / ashokchakradhar
    Twitter :- / chakradharashok
    Official Website:- chakradhar.in/
    #ashokchakradhar #luckyali #pental #dileepsinha

Komentáře • 32

  • @POETPRAMILAKAUSHIK

    अशोक चक्रधर जी! यह रोंगटे खड़े कर देने वाली कविता है। मैं एक शिक्षिका हूँ। कितनी ही बार अपने विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में इसी कविता के साथ लेकर गई। हर बार प्रथम पुरस्कार मिला। आपकी 'दुनिया पागलखाना' भी ऐसी ही कविता है। आपका हार्दिक आभार कि हमें आपको पढ़ने का मौका मिला। 🙏🌹🌹🙏

  • @thesunnykumarsingh

    इस कविता में कटे हाथ से मुझे समर्पण और अकर्मण्य जैसा प्रतीत लगा और काम मांगना, भीख मांगने के सम्मान। अगर वो अपने हाथ कटने के बजाय अपने दुश्मन के हाथ काट देते जिनके वजह से परेशानी हैं, तो ज्यादा बेहतर रहता। कविता निराश करने और भीख मांगने जैसी लगीं।

  • @manojmisra5159
    @manojmisra5159 Před rokem +1

    40 वर्ष से भी अधिक पुरानी कविता है, आज भी जीवित लगती हैं

  • @ArunGemini
    @ArunGemini Před 3 lety +3

    कविता तो मील का पत्थर है ही फ़िल्मांकन ने इसे और भी ऊँचाई प्रदान कर दी।

  • @premprakash796
    @premprakash796 Před 3 lety +2

    Wah kya likha hai or kya acting ki hai

  • @abhisekhnayak6245
    @abhisekhnayak6245 Před 3 lety +1

    गुरुदेव, आपके मुखारविंद से सुना था, आज इसका रूपांतरण देख बड़ा आनंद आया। आपको कोटि कोटि प्रणाम।🙏🙏🙏

  • @pathtosucess1409
    @pathtosucess1409 Před 3 lety +1

    Adhbhut hriday ko chulene waali kavita ❤️.

  • @5mukeshsharma
    @5mukeshsharma Před 3 lety +2

    I remember televising this poem nearly 25 years ago. The poem had so much depth and the way Ashokji wrote it , I decided to use the poem in its original form without changing any word of it. We were Lucky to engage Lucky Ali in the making of Kate Haath.

  • @itsvanshranaclassic9968
    @itsvanshranaclassic9968 Před 3 lety +1

    Ashok ji hamara poora pariwar aapka bahut bada prashansak raha h aap ek sahriday kavi hain isliye ishwar aapki vani ko hamesha mukhar rakhe .

  • @i_am_rachit7972
    @i_am_rachit7972 Před 3 lety +1

    लकी अली और आप दोनो का ही मैं प्रशंसक हूं। बहुत सुंदर कविता सर

  • @rishikeshkumar5899
    @rishikeshkumar5899 Před 3 lety +1

    Bahut saal se wait kar raha tha es kavita ka CZcams pe, Thank you so much for upload this video.

  • @kira-ke2cl
    @kira-ke2cl Před 3 lety +1

    Very relevant ..👌

  • @AjeetSingh-lt9xp
    @AjeetSingh-lt9xp Před 3 lety

    👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌

  • @satyamsudarshan9841
    @satyamsudarshan9841 Před 3 lety +2

    🙏🏻

  • @kuldeeppanwar2415
    @kuldeeppanwar2415 Před 3 lety +1

    गुरुदेव आपको सादर प्रणाम ,बहुत खूब लिखा है आपने और बहुत खूब इसका मंचन किया गया है।आपके वयक्तित्व से में बहुत प्रभावित हूं और आपका शिष्य बनना चाहता हूं ।

  • @1deeptisharma
    @1deeptisharma Před 3 lety

    🙏 👍

  • @mahamandaleshwardwarkanand5354

    अशोक चक्रधर जी सादर प्रणाम मुझे आपकी सहायता चाहिए मेरी कोई सहायता नहीं कर रहा है कृपया करके सहायता करें मेरी आशा है की आप मेरी सहायता करेंगे मेरी उम्र 17साल है कृपा करें