कौन हैं खरक्वाल? आइए जानते हैं उनका दुःख!
Vložit
- čas přidán 27. 08. 2024
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Music in this video:
Emotional sad music (by Majed lifestyle)
• Very Emotional Sad Mus...
चौथान पट्टी अपने आप में एक समृद्ध पट्टी है ।और इसके बारे में नई जानकारी मिलकर बड़ी खुशी हुई मैं इसके पड़ोसी पट्टी का रहने वाला हूं जिसका नाम बिचला चौकोट है। बिनसर महादेव कुमाऊं और गढ़वाल दोनों के लिए पूजनीय है।
बिनसर कौन से जिले में आता है
पौड़ी गढ़वाल और अल्मोड़ा कुमाऊं बॉर्डर के पास और चमोली गढ़वाल भी पास में ही पड़ता है। स्थित पौड़ी गढ़वाल में हैं।
बहुत सुंदर जानकारी 🌹🙏🌹
🙏👍 बहुत सुन्दर. Very good.
अद्भुत जानकारी💐👌
नमन👏
Very nice
बहुत दुख हुआ धरती के स्वर्ग से लोग पलायन कर रहे हैं मजबूरियों की वजह से।
👏👏👏
Ese news late raha kare bahut sundar
Dhanywad
Parvatiya news 👍👍👍
आज के इस पलायन के दौर में जहां उत्तराखंड के कई गांव खाली हो गए वहां ऐसे भी उदाहरण है कि आज भी अच्छी गाय, भैंस और अच्छी नस्ल के बैल इनके पास मौजूद है यदि हम उनसे कुछ सीखें तो आज भी हमारे पहाड़ों में करने को काफी कुछ है बस चाहिए तो मन में कुछ करने का एक जुनून, जहां अच्छी खेती होती है तो वहां नई पीढ़ी के लोग अपने पूर्वजों के द्वारा उनके लिए जो काफी कुछ छोड़ कर गए उसका सही उपयोग कर सकें तो पलायन पर अंकुश भी लगेगा और हमारी देवभूमि में फिर से वही हरियाली और रौनक लौटेगी यही उम्मीद करते है⛳🌲👌🙏
Chandan ji aapke vichar kafi achache hin,aasha Karti hu ki aapne jarur kucah achacha or Naya trika socha hoga.🙏
बोडा जी तुम बोलदी रा नेता कुछ नि करण😊😊😊😊
Nice
🙏
Very good👍
जानकारीपूर्ण रिपोर्ट
बहुत ही सुन्दर
बहुत बढ़िया जी 🙏🙏
बहुत अच्छा जी
Kindly demand from govt to impliment chak bandi chak dam bhu kanun establish store for goods supply arrangement and protection from wild animal ect ect.
अच्छी जानकारी
Jai ho
इस चैनल के संपादक प्रदीप जी से मुझे सम्पर्क करना है कृपा करके मेरा सहयोग करावें।
Thank you for sharing this. Hopefully tithing will get better.
Ye to mera sasuraal hain ki taraf hain bahut sundar jaankari
Yes chauthan pati is rich in everything I am also belong to this paati and village name Patou just 5 km from Thaan Village I hope Minister ji kuch sunnaye and karaye for we people specially Saraikhet to Jagjatpuri Road which is completely bizaare
सही बात
इस चैनल से सम्पर्क करने के लिए क्या करना पड़ेगा ?
आपके दिए हुए फोन नं पर जब सम्पर्क किया गया तो आपके द्वारा फोन पिक नहीं किया गया।
Ram Ram
Kisi ko pata hoga ye karigar kaha milenge purane ghr ke? Kahi to ksi ko ye kam aate honge.?? M b puchungi logo se ap log bhi puchyega yaha post kr denge information
Ram Ram bubu 🙏
राम राम जी भाई जी ए चौथाण पटटी कै तरफ च । क पैन खडा ।ख, नाग पुर पटटी 3,दशोली 4, बदाण ,5 पैन खडा 6.चोथाण
Prakarti wa janwaro se prem Uttarakhandion se shikna chahiye
nice
Kaha hai ye gaw
Apne pura interview kyu nhi liya ...apne likha Kharkwal kon hai eske bare mei pura nhi bataya...kisi Kharkwal ko agar aap jante hai tau unka interview lete ya fir Mundeshwar market mei kisi Kharkwal ka interview lete...
Ye tau apne bare mei jada bata rahe hai..
Halanki sabki problem same hoti hai..
खरक जहॉ गाय भैसाे काे रखा जाता पहले के समय मे खुले मे गाय भैस रखी जाती थी जैसा हमारे बुजुर्ग बताते थे खरक मे रहने वाली गाय भैस घास चर कर ही पलती थी अपने रहने के लिये छप्पर बनाते थे बरसात के दिनाे मे वही जगंलाे मे रहते थे अग्रेजाे ने हर गॉव काे जगंलात की भूमि से कुछ जमीन खरक के लि आवंटित की हुई थी जहॉ कई जगह पीलपाये बने हुये अब तक दिख जाते है गाेचर भूमि अब लाेगाे ने कब्जा कर ली है शायद उसी की फिटकार पहाड़ पर पड़ी है तभी अपनी नाप भूमि भी छाेड़कर लाे पलायन कर भाग रहे है पहाड़ाे के गॉवाे से सरकारे सड़क भले ही गॉव गॉव तक नही पहुँचा पाई हाे परन्तु शराब घरघर पहुच गई जिससे पहाडाे का सत्यानाश हुआ आज पहाड़ का युवा किसी भी कम्पीटसन मे नही निकल पाता पहले 100लाेग सेना मे जाते उसमे 25-30पहाड़ के हाेते थे आज पहाड़ मे काे भर्ती हाेती है पहाड़ का एक आध ही निकलता है बाकी सभी बाहर के भरती हाे रहे है पहाड़ काे यहॉ तक पहुचाने मे शराब का नशे का बहुत बड़ा याेगदान रहा है दुसरे जाे सर्वीस करने वाले है या सर्विस मे है वे काेई पहाड़ मे रहना नही चाहता सभी शहराे मे मैदानी छेत्राे मे रह रहे है उन्हाेने गॉव छाेड़ दिये है हमारे पित्तराे ने अपना खून पसीना बहा कर पहाड़ाे का सीना चीर कर उन्हे खेती के याेग्य बनाया था कई पिड़ियॉ उस भूमि से अन्नपैदा कर अपनी पीड़ी का पालन पाेषण कर गये हम लाेगाे ने मेहनत नही की और उसे बेकार समझ कर बेकद्री कर दी गॉव घराे पहाड़ाे काे तृस्कार कर छाेड़ दिये हम छमा याेग्य नही है आने वाली पिड़ियॉ बहुत पश्छतायेगीं
Her gaun ki yahi kahani h.bura haal h Uttrakhand ka
En sab gaw ko basane ka kam kare sarkar