बिरहा भीष्म पंडित परशुराम यादव बिरहा सम्राट के गुरु श्री परशुराम यादव का जीवन परिचय

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  • čas přidán 5. 09. 2024
  • बिरहा भीष्म पंडित परशुराम यादव बिरहा सम्राट के गुरु श्री परशुराम यादव का जीवन परिचय श्री परशुराम यादव जी का बिरहा में 1967 शुरुआत हुई थी बिरहा का और मंचन जो होता है वह 1968 में उन्होंने तैयारी कर लिया और दोनों भाई मिलकर बिरहा जाते थे परशुराम जी यादव जी चार भाई हैं चार भाई में दो भाई लोग मिलकर बिरहा गाते थे उनके जो बड़े भैया थे वह ढोलक बजाते थे और इनके साथ मेलजोल ताल मिलाकर गाया करते थे आधा वह गा देते थे तो पूरा यह खींच देते थे मेलजोल चलता रहा इनके बाबूजी कोलकाता में टीचर थे उनके देहांत के बाद उनके भाई साहब चले गए फिर उन्होंने अकेले अपने दम पर 15 से 20 ब्राह्मण को तकलीफ हुई फिर भी अकेले ही गाते रहें और लिखना भी दिनेश लाल यादव विजय लाल यादव बिरहा गाना सिखाना इन्हीं के हाथों से लोग सीखे परशुराम जी का बिरहा में मन लगा श्री चौधरी चरण सिंह जब मुख्यमंत्री बने थे उनका जोश जुनून उसी टाइम बढ़ा

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