ज्या सुखा कारणे देव वेडावला (अभंग)

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  • čas přidán 29. 08. 2024
  • गायिका : प्रियंका करंजे
    वादक : ओंकार पोकळे
    टाळ वादक : नामदेव पोकळे
    अभंगाचे बोल =
    ज्या सूखाकारणे देव वेडावला....(२)
    वैकूंठ सोडूनी संत सदनी राहीला....(३)....।।धृ.।।
    धन्य धन्य संत सदन....(२)
    तेथे लक्ष्मी सहित शोभे नारायण.... (२)
    नारायणsss नारायणsss नारायण
    लक्ष्मी नारायणsss नारायणsss नारायण
    वैकूंठ सोडूनी संत सदनी राहीला....(३)....।।१।।
    सर्व सुखाची सुखराशी....(२)
    संत चरणी मुक्ती भुक्ती राशी....(२)
    वैकूंठ सोडूनी संत सदनी राहीला....(३)....।।२।।
    एका जनार्दनी पाहे नाही सुख आssss.... (२)
    म्हणोनी देव भूलले देखो देखा....(२)
    विठ्ठलाssss विठ्ठलाsss विठ्ठला.... (२)
    वैकूंठ सोडूनी संत सदनी राहीला....(३).....।।३।।

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