अनन्त कोटि ब्रहाण्ड का एक रति नही भार। सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सृजनहार।। हम सुल्तानी नानक तारे,दादू को उपदेश दिया। जात जुलाहा भेद नही पाया,काशी मे कबीर हुआ। sadhna channel 7:30pm
जो उग्या सो अन्तबै, फूल्या सो कुमलाहीं। जो चिनिया सो ढही पड़े, जो आया सो जाहीं। अर्थ: इस संसार का नियम यही है कि जो उदय हुआ है,वह अस्त होगा। जो विकसित हुआ है वह मुरझा जाएगा। जो चिना गया है वह गिर पड़ेगा और जो आया है वह जाएगा।
तीन गुणों की भक्ति में यह भूल पढ़ो संसार कह कबीर निज नाम बिना कैसे उतरे पार पूर्ण परमपिता परमात्मा कबीर साहेब हैं इनकी भक्ति करने से ही सारे सुख संभव हैं ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों की भक्ति करने से कल्याण संभव नहीं
संत रामपालजी महाराज वही अवतार हैं जो बरवाला हरियाणा में आए हुए हैं इसका प्रमाण भाई वाले वाली जन्म साखी में है जिसमें भक्त प्रह्लाद ने मर्दाना से कहा भाई सुन-="नानक जी के सचखंड जाने के सैकड़ों वर्ष पश्चात पंजाब की धरती पर जाट वर्ण में जन्म लेगा यानी जो महापुरुष है वह जाट समाज में जन्म लेगा तथा उसका प्रचार क्षेत्र शहर बरवाला होगा"
गीता अध्याय 14 श्लोक 5:- गीता ज्ञान दाता ने स्पष्ट किया है कि हे अर्जुन! सत्वगुण श्री विष्णु जी, रजगुण श्री ब्रह्मा जी तथा तमगुण श्री शिव जी, ये प्रकृति अर्थात् दुर्गा देवी से उत्पन्न तीनों देवता अर्थात् तीनों गुण अविनाशी जीवात्मा को कर्मों के अनुसार शरीर में बाँधते हैं। अवश्य देखिए साधना टीवी शाम 7:30 से 8:30 तक
@@gurvindersingh.khalsa6164 khalsa ji....aee pakhandwaad logo k muhh na lago ji.....Dhan Guru Nanak dev ji bani k aanusar Kabir ji se bheth hui hi nhi..... logical hai,Guru nanak dev ji 1st udasi se pehle punjab m hi enlightenment hue Waheguru ji ne unhe shbd bani diya jo ki 4 udasi complete hone k bd Guru Angad Dev ji ko Pothi sahib bhet kiya usme Knhii v darz nhii hai bheth Kabir ji k sath.....aur Shabd Gurbani sirf ek onkar akalpurak niranjan ko ko centricity bna kr loka nu updesh dene k liye Waheguru ji ne roop dita en bade mahapurkha no pher chahe all Guru Sahibaan ho ya all Bhagat ji....sbhii ko equal status prapt hua hai Waheguru ji ki kirpa se dhan dhan shri Guru Granth Sahib vich.
Rampal Ko Sanshkrait Bhasha Ka Bilkul Bhi Gyan Nahi Hai. Parantu Phir Bhi Rampal Geeta Aur Shashtron Ke Sanskrit Bhasha Ke Shlokon Ka Galat Arth ( Matalab ) Nikal Kar Ke, Swanya Khud Ko Purn Parmatma Kabir Kahata Hai, Aur Purn Aur Sacche Parmatma Ke Awatar Ram, Kraishna, Shiv Ji Aur Durga Devi Ji Ki Hamesha Aur Lagatar Ninda, Burai Aur Aalochana Karata Rahata Hai. Tatha Apani Man Marzi Aur Iccha se Hee, Shashtron Ke Pramanick Gyan Ke Virrudh ( Khilaf) Jhuntha Aur Galat Gyan De Kar Ke, Logon Ko Gumrah Karane Ka Pap Karm Kar Raha Hai. Isiliye Abhi Rampal Ke Papon Ka Ghada Pura Bhar Gaya Hai, Aur Purn Aur Sacche Parmatma Kraishna Ji ne Rampal Ke Papon Ka Dand ( Saja ) De Kar Ke, Rampal Ko Puri Jindagi Ke Liye Hee Jail me Band Karwa Diya Hai. Jay Shree Ram.
Purn Parmatma Ram Aek Hee Hai. Wahi Ram Dasharath Ka Beta, Wahi Ram Ghat Ghat me Baitha, Wahi Ram Kare Jagat Pasara, Wahi Ram Hai Sab se Nyara. Jay Shree Ram. Note ---- Kabir Das Ji ne Apane Guru Ramanand Ji se Ram Nam Ka Guru Mantra Lekar Apane Pure Jivan me Ram Nam Ka Hee Nirantar Sumiran Bhajan Kiya tha. Parantu Rampal Jhunth Bol Kar Ke Swanya Khud Ko Purn Parmatma Kabir Kahata Hai, Jab Ki Mahan Sant Kabir Das Ji Ram Nam Ko Hee Purn Parmatma Ka Nam Manate the. Yani Rampal ne Purn Parmatma Ram, Aur Mahan Sant Kabir Das Ji, Dono Ka Hee Apman ( Beijjati ) Kar Ke, Rampal ne Bahut Bada Pap Karm Kiya Hai. Isiliye Purn Parmatma ne Dhoort Aur Makkar Aadami Rampal Ke Papon Ka Dand ( Saja ) De Kar Ke, Rampal Ko Puri Jindagi Ke Liye Hee Jail me Band Karwa Diya Hai. Abhi Aage Bhi Rampal Ko Duniya Ki Koi Bhi Takat Yani Sarkar Court Aur CBI Ki Janch ( Enquiry ) Bhi Jail Ke Bahar Nahi Nikal Sakati Hai, Kyon Ki Rampal Ko Dand ( Saja ) Swanya Khud Purn Parmatma ne Hee Diya Hai.
भौसागर की तरास से, गुरु की पकरो बांहि गुरु बिन कौन उबारसि, भौजाल धरा माहि। अर्थ : इस संसार सागर के भय से त्राण के लिये तुम्हें गुरु की बांह पकड़नी होगी। तुम्हें गुरु के बिना इस संसार सागर के तेज धारा से बचने में और कोई सहायक नहीं हो सकता है।
Guru nanak Dev ji nai apna Sab kuj chad k Lola Di sewa Kiti eh pkahndi rampal ohna dai name utai thuanu murkh loka nu murkh bna reha tai apni dukan chala reha hor kuj nhi
Where does God live? By what method do you find it? If you have this question in your mind, surely you will see the sadhana on 7 o'clock in the evening from the evening of Saint Rampal Ji Maharaj's Mangal Sermon
मात-पिता मिल जाएंगे, लख चौरासी माय।
सतगुरु सेवा और बन्दगी, फिर मिलेगी नाय।।
नानक देव जी की वाणी, जै तूं पढया पंडित बिन दोय अखर, बिन दोय नामा|
प्रणवत नानक एक लंघावे, जै कर सच समावां |
साँचा शब्द कबीर का सुनते ही लागे आग ।
अज्ञानी सो जल जल मरे ज्ञानी जाए जाग ।।
अवश्य सुनिए सत्संग
साधना चैनल पर 7:40 से 8:40 तक
कबीर, गूरू बङे है गोविंद से, मन मे देख विचार ।
हरी सुमिरे सो वारी है, गुरु सुमिरे होये पार ।।
पूरा सतगुरु सोए कहावै , दोए अखर का भेद बतावै।
एक छुडावै एक लखावै , तो प्राणी निज घर जावै।।
Bandi chhor satguruRampalji Maharaj is purn Prmatma.
सतगुरु रामपाल जी महाराज विश्व में एक मात्र संत हैं जो की अपने शिष्यो को सत्नाम दे कर मोक्ष की प्राप्ति करवा सकते हैं।
Jail. Me. Hai. Chale. Jhao. Mokhsa. Milega
कबीर, संत मिलन को चालिए, तज माया अभिमान ।
ज्यो ज्यो पग आगे धरे, सौ सौ यज्ञ समान ।।
अनन्त कोटि ब्रहाण्ड का एक रति नही भार।
सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सृजनहार।।
हम सुल्तानी नानक तारे,दादू को उपदेश दिया।
जात जुलाहा भेद नही पाया,काशी मे कबीर हुआ।
sadhna channel 7:30pm
हक्का कबीर करीम तू ए परवर दिगार
तेरा एक नाम तारे संसार ,मैं ऐहो आस ,ऐहो आधार |
नानक नीच कहे विचार, धाणक रूप रहा करतार ||
जै सतगुरु की संगत करते सकल कर्म कटि जाई ।
अमर पुरी पर आसन होते जहां धूप न छांइ ।।
हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाता जुलाहा भेद ना पाया काशी माही कबीर हुआ
सत्तपुरूष समर्थ ऊकांरां अदली पुरूष कबीर हमारा, आदि युगादि दया के सागर काल कर्म के मोचन आगर
जय हो बन्दी छोड़ कि
एक लेवा एक देवा दूतम, कोई किसी का पिता न पुत्रं।
ऋण संबध जुडया एक ठाठा, अन्त समय सब बारह बाटा।।
बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो।
आज के समय में संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति विधि से ही हमारा पूर्ण मोक्ष हो सकता है।
🎉🎉 *धानक रूप रहा करतार* 🎉🎉
हम ही अलख अल्लाह है कुतुब गोस और पीर ।
गरीब दास खालिक धणी हमरा नाम कबीर ।।
सत साहेब जी
जीवन तो थोड़ा ही भला जैसे सत सुमरण हो ।।
लाख वर्ष का जीवना लेखै धरै ना कोय ।।
सोई गुरु पूरा कहावे जो दो अक्षर का भेद बतावे एक छुड़ावै एक लखावे तो प्राणी निज घर को जावे
सत साहिब जी जय हो बंदी छोड़ की जय हो सतगुरु रामपाल जी महाराज की सत साहेब
कोई कहै मेरा राम बड़ा है कोई कहै खुदाई रे ।
कोई कहै ईसा मसहि बड़ा है ये बाट रहे लड़ाई रे।।
अधिक जानकारी के लिये देखिये साधना टीवी शाम 7:30 से 8:30
कबीर, गूरू गोविंद दोनो खङे, किसके लागू पाय ।
बलिहारी गुरु आपको, गोविंद दिया मिलाय ।।
सत्संग की आधी घड़ी ,तप के वर्ष हजार।
तो भी बराबर नहीं ,कहे कबीर विचार।।
गरीब, हम सुलतानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जात जुलाहा भेद नही पाया काशी माहे कबिर हुआ ||
गरीब हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाता जिला व भेद न पाया काशी माय कबीर हुआ
न जाने काल कि कर डारे किस विध ढल जा पासा वे जिन्हाते मोत खुद खङी उन्हानू के ङा हासा वे
संत मिलन को चालिये , तज माया अभिमान ।
ज्यूँ ज्यूँ पग आगे धरे , त्यों त्यों यग समान ।
सुख मे सुमिरन ना किया, दु:ख में करते याद ।
कह कबीर ता दास की, कौन सुने फरियाद ॥
malik ke chrn kmlo me koti koti dandbt prdam
Kabir ka guru nank tha jinda baba aor ha Kabir nahi
जिस दिन दुनिया इस ज्ञान को ग्रहण कर लेंगे पूरा विश्व मोक्ष की ओर चल पड़ेगा
Sat saheb ji 🙏 Sat Sahib Ji Satguru Rampal Ji Maharaj ki jai
सतगुरु पूर्णब्रह्म है सतगुरु आप अलेख सतगुरु रमता राम है या में मीन न मेख
जो उग्या सो अन्तबै, फूल्या सो कुमलाहीं।
जो चिनिया सो ढही पड़े, जो आया सो जाहीं।
अर्थ: इस संसार का नियम यही है कि जो उदय हुआ है,वह अस्त होगा। जो विकसित हुआ है वह मुरझा जाएगा। जो चिना गया है वह गिर पड़ेगा और जो आया है वह जाएगा।
पूर्णब्रह्म बंदी छोड़ जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के चरण कमलों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम सभी आत्माओं को सत साहेब
Sat गुरु पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब है
आदि रमैंणी अदली सारा, जा दिन होते धुंधुंकारा | सत् पुरूष कीन्हा प्रकाश, हम होते तख्त कबीर खवासा ||
तीन गुणों की भक्ति में यह भूल पढ़ो संसार कह कबीर निज नाम बिना कैसे उतरे पार पूर्ण परमपिता परमात्मा कबीर साहेब हैं इनकी भक्ति करने से ही सारे सुख संभव हैं ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों की भक्ति करने से कल्याण संभव नहीं
श्रीयांशु सेडी hdjbdjd
Sat saheb ji
संत रामपालजी महाराज वही अवतार हैं जो बरवाला हरियाणा में आए हुए हैं इसका प्रमाण भाई वाले वाली जन्म साखी में है जिसमें भक्त प्रह्लाद ने मर्दाना से कहा भाई सुन-="नानक जी के सचखंड जाने के सैकड़ों वर्ष पश्चात पंजाब की धरती पर जाट वर्ण में जन्म लेगा यानी जो महापुरुष है वह जाट समाज में जन्म लेगा तथा उसका प्रचार क्षेत्र शहर बरवाला होगा"
जय हो बंदी छोड की
गीता अध्याय 14 श्लोक 5:- गीता ज्ञान दाता ने स्पष्ट किया है कि हे अर्जुन! सत्वगुण श्री विष्णु जी, रजगुण श्री ब्रह्मा जी तथा तमगुण श्री शिव जी, ये प्रकृति अर्थात् दुर्गा देवी से उत्पन्न तीनों देवता अर्थात् तीनों गुण अविनाशी जीवात्मा को कर्मों के अनुसार शरीर में बाँधते हैं। अवश्य देखिए साधना टीवी शाम 7:30 से 8:30 तक
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जय हो मालिक की 🙏🙏🙏
गरीब, तीनो देवा दिल में बसे, ब्रह्मा विष्णु महेश|
प्रथम इनकी वंदना फिर सुन सतगुरु उपदेश"||
कबीर राम बुलावा भैजिया दिया कबीरा रोय।
जो सुख है सतसंग में वो बैकुण्ड मे ना हो़य ।।
क्या कबीर जी की पहुंच वैकुंठ तक ही है? साकेत,द्वारका,ब्रज, गोलोक जैसे उच्च लोकों की बात नहीं की जिन्हें अनपढ़ कबीरपंथी अकह ,अगम आदि नाम से जानते हैं
@@satishc222 जय श्रीकृष्ण
@@satishc222 इससे सिद्ध होता है कि कबीर विष्णु राम कृष्ण के भक्त थे
गुरु नानक देव जी ने प्रमाण सहित कह दिया है कि कबीर साहिब ही पूर्ण परमात्मा है
रामू अर्थ के अनर्थ कर रहा है
गरमुखी पढ़नी नहीं आती अर्थ क्या ख़ाक करेगा
@@gurvindersingh.khalsa6164 रामू नहीं , रंडपाल जी को आस पास वाले रमलू नाम से पुकारते हैं
@@satishc222 ठीक है जी रमलू ही सही
सतीश जी आप कहां से हो
मैं गंगानगर राजस्थान से हूं
@@gurvindersingh.khalsa6164 khalsa ji....aee pakhandwaad logo k muhh na lago ji.....Dhan Guru Nanak dev ji bani k aanusar Kabir ji se bheth hui hi nhi..... logical hai,Guru nanak dev ji 1st udasi se pehle punjab m hi enlightenment hue Waheguru ji ne unhe shbd bani diya jo ki 4 udasi complete hone k bd Guru Angad Dev ji ko Pothi sahib bhet kiya usme Knhii v darz nhii hai bheth Kabir ji k sath.....aur Shabd Gurbani sirf ek onkar akalpurak niranjan ko ko centricity bna kr loka nu updesh dene k liye Waheguru ji ne roop dita en bade mahapurkha no pher chahe all Guru Sahibaan ho ya all Bhagat ji....sbhii ko equal status prapt hua hai Waheguru ji ki kirpa se dhan dhan shri Guru Granth Sahib vich.
@@subhashsahu2407 🙏🙏🙏🙏🙏
बिल्कुल सही कहा आपने
सोइ गूरू पूरा कहावे दो अखर का भेद बतावे |एक छूडावे एक लखावे तो प्राणी निज घर को पावे |
sat sahib guru ji 😊👧🙏🙏
हाड- चाम लहू नहीं मेरे, जाने सत्यनाम उपासी।
तारन तरन अभय पद दाता, मैं हूँ कबीर अविनाशी।।
कबीर ,कामी क्रोधी लालची ,इनसे भक्ति न होय ।भक्ति करै कोई सूरमा ,जाति वर्ण सब खोय।।
कबीर साहेब,,अगम निगम को खोजले ,बुद्धि विवेक विचार ।
उदय अस्त का राज मिले, तो बिन नाम बेगार ।।
दण्डवत प्रणाम गुरु जी
👌🌿🌿🙏
चल हंसा सतलोक हमारे छोड़ो यह संसारा हो
इस संसार का काल है राजा माया जाल पसारा हो
संखो लहर महर की उपजे, कहर नही जहां कोई।
दास गरीब अचल.अविनाशी, सुख का सागर सोई।।
कबीर, सतगुरु मिले तो इच्छा मेटे, पद मिल पदे समाना ।
चल हंसा उस लोक पठाऊ, जो आदि अमर अस्थाना ।।
कबीर, गूरू गोविंद कर जानिये, रहिए शब्द समाय ।
मिले तो दण्डवत बन्दगी, नही पल पल ध्यान लगाए ।।
कबीर, वेद पढे पर भेद न जाने, ये बांचै पुराण अठारा ।
जड़ को अंधा पान खिलावै, ये भूलै सिरजनहारा ॥
गरीब बिन मांगे मोती मिले,मगे मील न भीख।
मगन से मारना भला,यह सतगुरु की सीख।।
झांकी देख कबीर की नानक किती वाह
या सिक्खों के गल पड़ी अब कौन छुड़ावै ता
क्या कबीर सागर में ऐसा भी लिखा है -
रामपाल की गांड पर जूत पड़ा जब जाय ।
कह कबीर या भड्वे को कौन छुड़ावे आय
@@satishc222 Kya likha hai na garib das ji ki Vani me.
@@satishc222 🤣🤣🤣 right bhai
ਰਾਮਪਾਲ ਕੇ ਕੁਤੇ ਜਦੋ ਹਡੀ ਗਾਢ ਮੈ ਪਾਵੈ ਗੈ
ਦੂਰ ਦੂਰ ਤੱਕ ਆਪਣੀਆਂ ਚੀਕਾ ਕਢਾਵੇਂਗੀ
ਜੈ ਹਰਾਮ ਪਾਲ ਕੀ ਜੈ
आसन मार गुफा में बैठे, मनवा चहु दिश जाये ।
भवसागर घट बिच बिराजे, खोजन तीरथ जाये ॥
माया का रस पीय कर ,फुट गये दो नैन ।
ऐसा सतगुरु हम मिल्या ,बक्श दिया सुख चैन॥
सुख के मत्थे पत्थर पड़ो, जो नाम हृदय से जाए। बलिहारी व दुख के, जो पल पल ध्यान रटाये।।
गुरू जी के चरणो मे कोटी -कोटी प्रमाण
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आशा जीवे जग मरे, लोग मरे मरी जाई ।
सोई सूबे धन संचते, सो ऊबरे जे खाई ॥
मैं अपराधी जन्म का नकशिक भरे विकार तुम दाता दुख भंजना मेरी करो संभाल
संत रामपाल जी महाराज सभी धर्मों के शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान देते हैं किसी को विश्वास ना हो तो अपने शास्त्रों से मिला कर देख सकते हो
Rampal Ko Sanshkrait Bhasha Ka Bilkul Bhi Gyan Nahi Hai. Parantu Phir Bhi Rampal Geeta Aur Shashtron Ke Sanskrit Bhasha Ke Shlokon Ka Galat Arth ( Matalab ) Nikal Kar Ke, Swanya Khud Ko Purn Parmatma Kabir Kahata Hai, Aur Purn Aur Sacche Parmatma Ke Awatar Ram, Kraishna, Shiv Ji Aur Durga Devi Ji Ki Hamesha Aur Lagatar Ninda, Burai Aur Aalochana Karata Rahata Hai. Tatha Apani Man Marzi Aur Iccha se Hee, Shashtron Ke Pramanick Gyan Ke Virrudh ( Khilaf) Jhuntha Aur Galat Gyan De Kar Ke, Logon Ko Gumrah Karane Ka Pap Karm Kar Raha Hai. Isiliye Abhi Rampal Ke Papon Ka Ghada Pura Bhar Gaya Hai, Aur Purn Aur Sacche Parmatma Kraishna Ji ne Rampal Ke Papon Ka Dand ( Saja ) De Kar Ke, Rampal Ko Puri Jindagi Ke Liye Hee Jail me Band Karwa Diya Hai. Jay Shree Ram.
गरीबः अन्नंत कोटि बृह्मम्ड का एक रति नही भार।
सतगुरू पुरूष कबीर है वो कुल के सृजनहार ।।
Sant Rampal Ji Maharaj give me true spiritual path.
राम बुलाया भेजीया दिया कबिरा रोय
जो सुख है सतसंग मे वह बैकुनट ना होए
जब रामजी ने कबीर को बुलावा भेजा तब कबीर को रोना आ गया ............जय श्रीराम
भक्ति बिना क्या होता है, भ्रम रहा संसार।
रति कंचन पाया नहीं रावण चलती बार ।।
गुरु बिन माला फेरते,गुरु बिन देते दान ।
गुरु बिन दोनों निष्फल हैं,चाहे पूछो वेद पुराण ।।
मोती मुक्ता दर्शत नाही, ये जग है सब अंध रे।दीखत के तो नैण चैस्ण, इनका फिरा मोतीया बिंद रे।।
प्रमाणित ज्ञान गुरु ग्रंथ साहिब में राम नाम रटते रहो जब तक घट में प्राण कबूतो दीनदयाल के भीनक पड़ेगी कान
Purn Parmatma Ram Aek Hee Hai. Wahi Ram Dasharath Ka Beta, Wahi Ram Ghat Ghat me Baitha, Wahi Ram Kare Jagat Pasara, Wahi Ram Hai Sab se Nyara. Jay Shree Ram. Note ---- Kabir Das Ji ne Apane Guru Ramanand Ji se Ram Nam Ka Guru Mantra Lekar Apane Pure Jivan me Ram Nam Ka Hee Nirantar Sumiran Bhajan Kiya tha. Parantu Rampal Jhunth Bol Kar Ke Swanya Khud Ko Purn Parmatma Kabir Kahata Hai, Jab Ki Mahan Sant Kabir Das Ji Ram Nam Ko Hee Purn Parmatma Ka Nam Manate the. Yani Rampal ne Purn Parmatma Ram, Aur Mahan Sant Kabir Das Ji, Dono Ka Hee Apman ( Beijjati ) Kar Ke, Rampal ne Bahut Bada Pap Karm Kiya Hai. Isiliye Purn Parmatma ne Dhoort Aur Makkar Aadami Rampal Ke Papon Ka Dand ( Saja ) De Kar Ke, Rampal Ko Puri Jindagi Ke Liye Hee Jail me Band Karwa Diya Hai. Abhi Aage Bhi Rampal Ko Duniya Ki Koi Bhi Takat Yani Sarkar Court Aur CBI Ki Janch ( Enquiry ) Bhi Jail Ke Bahar Nahi Nikal Sakati Hai, Kyon Ki Rampal Ko Dand ( Saja ) Swanya Khud Purn Parmatma ne Hee Diya Hai.
राम राम जय श्रीराम राम राम रटते रहो
जा पल दरसन साधु का, ता पल की बलिहारी ।
राम नाम रसना बसे, लीजै जनम सुधारि ॥
कबीर संत सताए तीनो जाए तेज, बल ओर वंस ।ऐसे ऐसे बहुत गए ,रावण कोरव ओर कंस ।।
धूंधूकार आदि को मेला, नहीं गुरु नहीं था चेला।
जब का तो हम योग उपासा, तब का फिरूं अकेला।।
भौसागर की तरास से, गुरु की पकरो बांहि
गुरु बिन कौन उबारसि, भौजाल धरा माहि।
अर्थ :
इस संसार सागर के भय से त्राण के लिये तुम्हें गुरु की बांह पकड़नी होगी।
तुम्हें गुरु के बिना इस संसार सागर के तेज धारा से बचने में और कोई सहायक नहीं हो सकता है।
गरीब, अजब नगर में ले गए हम को सतगुरु आन झिलके विम्ब अगातगति छुते सादर तान।।
जीन मुज को नीज नाम दिया सोई सतगुरू हमार।
दादु दूसरा कोई नही ये कबीर सरजनहार।।
निंदक नियरे राखिए, आंगन कुटी छवाय।
बिन पानी, साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय।।
Bandi chhod rampal ji Maharaj ki charno me koti koti pranam
सतगुरु मिलै तो इच्छा मेटै, पद मिल पदे समाना।
चल हंसा उस लोक पठाऊ, जो आदि अमर अस्थाना।।
कबीर,सतनाम हृदय धरयो भयो पाप का नाश ।जैसे चिंगारी अगिन की पड़ी पुरानी घास ।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज के चरणों में दंडवत कोटि-कोटि प्रणाम
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी गुरु महाराज जी की जय हो
*कबीर बादल प्रेम का, हम पर बरसा आई ।*
*अंतरि भीगी आत्मा, हरी भई बनराई ॥* 🙏🏻🙏🏻😭
Wah kya bat hai... U r the perfect teacher of spritual.. manna pdega.. 😍
Naam liya kya apne ji??
👍🙏👏 Sat 🌷 Saheb 🌹 Ji 🌺🙏❤🙇🙇❤🙏❤🙇🙏❤ पूजनीय परमपिता❤🙇🙇❤ परमात्मा बंदी छोड़❤ 🙇🙇❤सतगुरु रामपाल जी ❤🙇🙇की जय।
सत साहेब जी।
धार्मिक ज्ञान बहुत अच्छा है
कबीर, मेरा संगी दो जणा, एक सणगुरू, एक राम।
ये दाता हैं मुक्ति के, ये सुमरवावैं नाम।।
kabir is beautiful god.
मौत बिसारी बावला, अचरज किया कौन ।यह तन मिट्टी में मिल जाएगा, जो आटे में लौन।।
मनुष्य जीवन के मूल उद्देश्य को जानिए इस पुस्तक द्वारा
सभी संतो की वाणीयो मे प्रमाण हे कबीर साहेब भगवान हैं
झांकी देख कबीर की नानक कीती वाह वाह सिखों के गल पड़ी कौन छुटावै ताह
Sant rampal is the only tatavdarsi sant who gives true spiritual knowledge based on authentic holy scriptures
सद्गुरु जी के श्री चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम। जय बंदी छोड़ की।।
गुरु बड़े गोविंद से मन मे देख विचार।
हरि सुमरे सो रह गए,गुरु सुमरे होये पार।।
सतगुरु पुरूष कबीर है, चारों युग प्रमाण है।
झूठे गुरूवा मर गए, हो गए भूत मसाण।।
नानक देव जी के गुरु कबीर साहेब जी थे और वही गुरु दुबारा से फिर आ गए हैं पूर्ण संत रामपाल जी महाराज के रूप में
Kabir is God.
Ravi kumar very funny joke
सही कहा
Rampal. Pagal. Hai
Guru nanak Dev ji nai apna Sab kuj chad k Lola Di sewa Kiti eh pkahndi rampal ohna dai name utai thuanu murkh loka nu murkh bna reha tai apni dukan chala reha hor kuj nhi
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनने से कठोर हृदय भी निर्मल बन जाता है अपने समाज में घूम रहे हैं दानव भी उनकी दया से मानव बनेंगे
कबीर नो मन सूत उलझया ऋषि रहे झकमार ।सतगुरु ऐसा सूलझा दे उलझे ना दूजी बार ।।
Kabir saheb is supreme God
कबीरा घोड़ा प्रेम का, चेतनी चढ़ी अवसार।
ज्ञान खड़ग गहि काल सीरी, भली मचाई मार।
अरबो तो ब्रह्मा मर गए उनचास करोड़ कन्हैया, सात अरब
तेरे शम्भू जा लिए, मेरी एक नही पलैया ।
कबीर साहेब
Where does God live? By what method do you find it? If you have this question in your mind, surely you will see the sadhana on 7 o'clock in the evening from the evening of Saint Rampal Ji Maharaj's Mangal Sermon
गारी ही से उपने, कलह कष्ट और भीच।
हारी चले सो साधू है, लागी चले तो नीच।।
पानी केरा बुदबुदा, अस मानुस की जात।
एक दिना छिप जाएगा, ज्यों तारा परभात।