आज कल कुछ जोधाबाई के भतीजे राजपूत (बारहवीं शताब्दी, जोकि आज कल अपने आप को छतरी लिखें लगे है, जबकि वो शूद्र है ) वाले अपने आप को कहते है की "हम राजपूत लोग यादव होते है हम अहीर नही है" अब इन लोगो कोन समझाए अहीर,यादव, गोप, बल्लभ आदि एक ही रूप है और अहीर से ही उत्पत्ति हुई है इनकी अर्थात जो अहीर नही वो यादव हो ही नही सकता, यादव होने के लिए पहले अहीर होना आवश्यक है। कुछ साल पहले तक जोधाबाई के भतीजे राजपूत, यादवों को गाली देते थे और आज ये यादव बनना चाहते है 😅 । ऐसे ही पोंड्रक नाम का एक व्यक्ति था जो यदुवंशी श्री कृष्ण को गाली देता था कहता था की ये तो गोप (ग्वाल) है, असली वासुदेव कृष्ण तो मैं पोंड्राक हु, और उसने भगवान कृष्ण की तरह रूप भी धारण करता था, और उसने भगवान कृष्ण की नकल करके सभी चीजे मोर पंख, नकली बलराम, नकली रुक्मणि भी रखी थी, अंत में भगवान कृष्ण के हाथो मारा जाता है, यादव बनने का सारा भूत उतर जाता है। आजकल कुछ जोधाबाई के भतीजे राजपूत भी ऐसा ही कर रहे है, वो अपने आप को यादव साबित करना चाहते है, जो कुछ साल पहले अपने आप को मुगलवंशी कहते थे, सूर्यवंशी कहते थे, फिर रघुवंशी कहने लगे, फिर चंद्रवंशी कहने लगे, फिर यदुवंशी कहने लगे 😅 । जबकि सब जानते है आज भी रघुवंशी और यदुवंशी दोनो लोग कभी भी जोधाबाई के भतीजों राजपूतों को नीच मानते है, और शादी तो दूर की बात है इन जोधाबाइयो से। रघुवंशी और यदुवंशी में तो आपस में शादियां हो जाती है सैकड़ों उदाहरण है, जैसे शिवपाल सिंह यादव की बहु रघुवंशी है ऐसे कईयों उदाहरण है। जोधा बाई के भतीजों का इस प्रोपेगंडा में सत्तर पीढ़ियां भी बीत जायेंगे तब भी ये लोग यादवों का इतिहास नही चुरा पाएंगे। *जय यादव जय माधव*
Bhai hame dushro ko नीचा दिखा कर , अपनी गौरवगाथा का बखान नहीं करना चाहिए, उन्हें भी गर्व करने का अधिकार है लेकिन उन्हें अपनी गौरवगाथा पर ही आधारित बाते पर ही गर्व करना चाहिए
यदुकुल भूषण प्रभु श्री कृष्ण,दाऊ बलराम,राधा माता,गायत्री माता,योगमाया विन्ध्यवासिनी माँ दुर्गा जिस कुल मे अवतरित हो तथा महान ऋषि-मुनि एवं देवता जिस कुल मे जन्म लिया हो वो कुल निश्चित ही परम पवित्र होगा। हमे यदुवंशी होने पर गर्व है। !!जय यदुवंश,जय श्री कृष्ण!!
एक महिला रोज मंदिर जाती थी ! एक दिन उस महिला ने पुजारी से कहा *अब मैं मंदिर नही आया करूँगी !* इस पर पुजारी ने पूछा -- *क्यों ?* तब महिला बोली -- *मैं देखती हूँ लोग मंदिर परिसर में अपने फोन से अपने व्यापार की बात करते हैं ! कुछ ने तो मंदिर को ही गपशप करने का स्थान चुन रखा है ! कुछ पूजा कम पाखंड, दिखावा ज्यादा करते हैं !* इस पर पुजारी कुछ देर तक चुप रहे फिर कहा -- *सही है ! परंतु अपना अंतिम निर्णय लेने से पहले क्या आप मेरे कहने से कुछ कर सकती हैं !* महिला बोली -- *आप बताइए क्या करना है ?* पुजारी ने कहा -- *एक गिलास पानी भर लीजिए और 2 बार मंदिर परिसर के अंदर परिक्रमा लगाइए । शर्त ये है कि गिलास का पानी गिरना नहीं चाहिये !* महिला बोली -- *मैं ऐसा कर सकती हूँ !* फिर थोड़ी ही देर में उस महिला ने ऐसा ही कर दिखाया ! उसके बाद मंदिर के पुजारी ने महिला से 3 सवाल पूछे - 1.क्या आपने किसी को फोन पर बात करते देखा? 2.क्या आपने किसी को मंदिर में गपशप करते देखा? 3.क्या किसी को पाखंड करते देखा? महिला बोली -- *नहीं मैंने कुछ भी नहीं देखा !* फिर पुजारी बोले -- *जब आप परिक्रमा लगा रही थीं तो आपका पूरा ध्यान गिलास पर था कि इसमें से पानी न गिर जाए इसलिए आपको कुछ दिखाई नहीं दिया।* अब जब भी आप मंदिर आयें तो अपना ध्यान सिर्फ़ परम पिता परमात्मा में ही लगाना फिर आपको कुछ दिखाई नहीं देगा। सिर्फ भगवान ही सर्वत्र दिखाई देगें। *'' जाकी रही भावना जैसी ..* *प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।''* *जीवन मे दुःखो के लिए कौन जिम्मेदार है ?* 👉🏻ना भगवान, 👉🏻ना गृह-नक्षत्र, 👉🏻ना भाग्य, 👉🏻ना रिश्तेदार, 👉🏻ना पडोसी, 👉🏻ना सरकार, *जिम्मेदार आप स्वयं है।* 1) आपका सरदर्द, फालतू विचार का परिणाम। 2) पेट दर्द, गलत खाने का परिणाम। 3) आपका कर्ज, जरूरत से ज्यादा खर्चे का परिणाम। 4) आपका दुर्बल /मोटा /बीमार शरीर, गलत जीवन शैली का परिणाम। 5) आपके कोर्ट केस, आप के अहंकार का परिणाम। 6) आपके फालतू विवाद, ज्यादा व् व्यर्थ बोलने का परिणाम। उपरोक्त कारणों के अलावा सैकड़ों कारण है और बेवजह दोषारोपण दूसरों पर करते रहते हैं। *इसमें ईश्वर दोषी नहीं है।* अगर हम इन कष्टों के कारणों पर बारिकी से विचार करें तो पाएंगे की कहीं न कहीं हमारी मूर्खताएं ही इनके पीछे है।🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
हे गुरु जी मेरी एक बात की दुविधा दूर किजिए। जब यादव की उत्पति इस प्रकार हुई थी। तब परशुराम जी ने थरती को क्षत्रिय विहीन कर दिया था इक्कीस बार तब यादवो की उत्पत्ति कैसे हुई कृप्या बताये ।जय मुलनिवासी। 🙂🙏
आपने कहा कि परशुराम जी 21 बाहर क्षत्रियों का नाश किए तो इसमें पहली बार जब उन्होंने विनाश किए तब भी पूरा क्षत्रियों का नाश नहीं हुआ दूसरी बार किए तब भी क्षत्रियों का पूरा विनाश नहीं हुआ तभी तो उन्होंने पहली बार से लेकर 21 बार प्रयास किए होंगे। अन्यथा उनके पहली बार में ही सभी क्षत्रियों का नाश हो जाना चाहिए था किंतु ऐसा नहीं हुआ क्षत्रिय बचे रहे । तब उन्होंने सोचा कि इतना प्रयास करने के बाद भी क्षत्रियों का विनाश नहीं हो रहा है तब उन्होंने यह कर्म करना छोड़कर ब्राह्मणोंचित कर्म करने लगे। इससे यह सिद्ध होता है कि उनके नाश करने से क्षत्रिय पूर्ण रूप से नष्ट नहीं हुए। इस पर आपका क्या विचार है
कृष्ण भगवान पैदा हुए क्षत्रिय कूल मे पाले पोसे गए यादब कूल मे क्षत्रियों का कार्य है लोगों का रक्षा करना है और ऊचित कार्य करना कुछ लोग अपना बरपन मे रहता है कृष्ण जी के बहन सुभद्रा से गांडिव धारी अर्जुन से बिबाह हुआ था चंद्र बंशी क्षत्रिय थे
मूर्ख हो और पूर्वाग्रह से ग्रसित हो क्योंकि जानकारी कुछ भी नहीं इसी तरह से निराधार चिल्लाते हो जबकि तुम्हें पता होना चाहिए कि नंद जी और वसुदेव जी के दादा एक ही है इसलिए नंद और वसुदेव जी एक ही परिवार के थे । विशेष जानकारी के लिए वीडियो को देखो czcams.com/video/j0LKmFQjqTA/video.html
Main Janna chahta hun yaduvanshi ka pratyek itihaas, he Prabhu aap mujhe apna Naam bataen kripa karke tatha bataen ki main kya Karun. Bhagwan Krishna ko Janna chahta hun, apne Yadav vansh ke bare mein ke bare mein shuru se ant Tak Jana chahta hun . To kya karun ❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏
56 करोड़ यादव प्रभास क्षेत्र में आपस में लड़कर मर गए औ 56 करोड़ महिलाओं को जंगल में रहने वाले आभीर आदि द्वारा लूट लिया गया / यह बात समझ से परे है । कृपया इस पर भी विचार व्यक्त किए जाने की कृपा करें ।
जी इस पर विचार करके मैंने 5 विडियो बनाकर उनको एक अलग प्ले लिस्ट में रख दिया है उन पांचों विडियो को आप चाहे तो इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं -यदुवंश के समाप्त होने की वास्तविकता: czcams.com/play/PLqxtrSOrhmpWTIvgkwExkurkfop6rM_s9.html
Bhai tumhara dimag nahi ki 56krod Yadav keval prabhas me honge ye pure bharat me faile the aur rahi aabhir ki to usi abhir ke jagah per bbagwat puran me gope likha gya hai ye sab yadavo ko todne ki sajis thi alag drshana aur kuchh nahi
गोस्वामी दास ने लिखा है कि तुलसी नर का क्या बड़ा , काल बड़ा बलवान ,भिल्लन लूटी गोपियां ,वही अर्जुन वही वाण। मत्स्य पुराण के अनुसार उस समय १०८ कुल थे ।कृष्ण जन्म से पहले ही बलराम और उसकी माता रोहणी जी नंद जी के यहां रहते थे ।क्योंकि बासुदेव और नंद जी दोनो रिश्ते में चचेरे भाई थे हालांकि दोनों का कर्म या पेशा अलग था । समझने के लिए समझदार होना जरूरी है । जय श्री राम ।
🙏🙏🙏 Guru ji ye bataye ki Shrimad bhagwat me likha hai ki Vishnu ji Shri Krishna ji ke avtar hai The Supreme god - Shri Krishna ji hain aur vo kabhi kabhi hi earth pe avtar lete hain aur jb vo Dvapara yug me aaye to Yadukul me janam liye 🙏🙏🙏 ❣️❣️❣️ Please reply ❣️❣️❣️❣️❣️
श्री कृष्ण और विष्णु एक ही शक्ति के प्रतीक है उनमें किसी प्रकार का विभेद नहीं है और न करना चाहिए। व्याख्या कारों ने अपने अपने हिसाब से उन्हें अलग-अलग रूप में किया है किंतु वे दोनों एक ही है और जब वे अवतार लेते हैं पृथ्वी पर तो अपने ही अंश से अवतरित होते हैं
आज कल कुछ जोधाबाई के भतीजे राजपूत (बारहवीं शताब्दी, जोकि आज कल अपने आप को छतरी लिखें लगे है, जबकि वो शूद्र है ) वाले अपने आप को कहते है की "हम राजपूत लोग यादव होते है हम अहीर नही है"
अब इन लोगो कोन समझाए अहीर,यादव, गोप, बल्लभ आदि एक ही रूप है और अहीर से ही उत्पत्ति हुई है इनकी अर्थात जो अहीर नही वो यादव हो ही नही सकता, यादव होने के लिए पहले अहीर होना आवश्यक है।
कुछ साल पहले तक जोधाबाई के भतीजे राजपूत, यादवों को गाली देते थे और आज ये यादव बनना चाहते है 😅 ।
ऐसे ही पोंड्रक नाम का एक व्यक्ति था जो यदुवंशी श्री कृष्ण को गाली देता था कहता था की ये तो गोप (ग्वाल) है, असली वासुदेव कृष्ण तो मैं पोंड्राक हु, और उसने भगवान कृष्ण की तरह रूप भी धारण करता था, और उसने भगवान कृष्ण की नकल करके सभी चीजे मोर पंख, नकली बलराम, नकली रुक्मणि भी रखी थी, अंत में भगवान कृष्ण के हाथो मारा जाता है, यादव बनने का सारा भूत उतर जाता है।
आजकल कुछ जोधाबाई के भतीजे राजपूत भी ऐसा ही कर रहे है, वो अपने आप को यादव साबित करना चाहते है, जो कुछ साल पहले अपने आप को मुगलवंशी कहते थे, सूर्यवंशी कहते थे, फिर रघुवंशी कहने लगे, फिर चंद्रवंशी कहने लगे, फिर यदुवंशी कहने लगे 😅 ।
जबकि सब जानते है आज भी रघुवंशी और यदुवंशी दोनो लोग कभी भी जोधाबाई के भतीजों राजपूतों को नीच मानते है, और शादी तो दूर की बात है इन जोधाबाइयो से।
रघुवंशी और यदुवंशी में तो आपस में शादियां हो जाती है सैकड़ों उदाहरण है, जैसे शिवपाल सिंह यादव की बहु रघुवंशी है ऐसे कईयों उदाहरण है।
जोधा बाई के भतीजों का इस प्रोपेगंडा में सत्तर पीढ़ियां भी बीत जायेंगे तब भी ये लोग यादवों का इतिहास नही चुरा पाएंगे।
*जय यादव जय माधव*
अति सुन्दर समीक्षा
Right
Bhai aise hi relate rahiye in mugalputo ko
Bhai hame dushro ko नीचा दिखा कर , अपनी गौरवगाथा का बखान नहीं करना चाहिए, उन्हें भी गर्व करने का अधिकार है लेकिन उन्हें अपनी गौरवगाथा पर ही आधारित बाते पर ही गर्व करना चाहिए
@@DeepakYadav-dc7zm
First of all rajput & kshatriye isn't caste .
यदुकुल भूषण प्रभु श्री कृष्ण,दाऊ बलराम,राधा माता,गायत्री माता,योगमाया विन्ध्यवासिनी माँ दुर्गा जिस कुल मे अवतरित हो तथा महान ऋषि-मुनि एवं देवता जिस कुल मे जन्म लिया हो वो कुल निश्चित ही परम पवित्र होगा।
हमे यदुवंशी होने पर गर्व है।
!!जय यदुवंश,जय श्री कृष्ण!!
Jay yadav Jay madhav
Jay yadav Jay madhav
Rishi muni to Brahman the beta 😊😂tumhara vansh unse hi shoru hua 😂
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏🌷🙏
सनातन धर्म की जानकारी देने के लिए
यदुवंशी श्री कृष्ण भगवान की जय हो 🚩🙏🙏
आपका बहुत बहुत धन्यवाद आपका यह प्रसंग बहुत अच्छा लगा आपको बहुत बहुत धन्यवाद राधे राधे राधे जय श्री तारणहार
हम यादव भगवान राम को भी मानते हैं और भगवान कृष्ण को भी मानते हैं
जय माधव
जय सियाराम
Jadoun, Jadeja ye dono community Banjara jaati hai 😡
Inka Yadav vansh se koi lena-dena nhi 😡
बहुत ही सुन्दर,, ज्ञान वर्धक 🙏
Very Very nice program and jai Sri sachidanand and Jai Sri Krishna and jai hind Veero .and Rejongla रेजांगला युद्ध रेजांगला युद्ध 1962 वीरों को.
♦️🌿🛕भारत🇮🇳देश🌺 में दो💐 ही🌴भजनीय💕महापुरुष💘🌷 हुए हैं 🦜(१) मर्यादा पुरुषोत्तम❤️💙💜रघुवर 🦜🚩🌋रामजी 🙏❣️(२) योगिराज🥀 यदुवर🌷कृष्ण जी🪴🥀🌲🌱
Jai Yadav
Jai Madhav 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चन्द्रवंशी यदुवंशी वैदिक क्षत्रिय
जय श्री राधे कृष्णा 🛕🚩🌷🌷🙏🙏
बहुत बढ़िया लगा ऐसे प्रसंग और सुनाइए गा जय जय श्री
एक महिला रोज मंदिर जाती थी !
एक दिन उस महिला ने पुजारी से कहा *अब मैं मंदिर नही आया करूँगी !*
इस पर पुजारी ने पूछा -- *क्यों ?*
तब महिला बोली -- *मैं देखती हूँ लोग मंदिर परिसर में अपने फोन से अपने व्यापार की बात करते हैं ! कुछ ने तो मंदिर को ही गपशप करने का स्थान चुन रखा है ! कुछ पूजा कम पाखंड, दिखावा ज्यादा करते हैं !*
इस पर पुजारी कुछ देर तक चुप रहे फिर कहा -- *सही है ! परंतु अपना अंतिम निर्णय लेने से पहले क्या आप मेरे कहने से कुछ कर सकती हैं !*
महिला बोली -- *आप बताइए क्या करना है ?*
पुजारी ने कहा -- *एक गिलास पानी भर लीजिए और 2 बार मंदिर परिसर के अंदर परिक्रमा लगाइए । शर्त ये है कि गिलास का पानी गिरना नहीं चाहिये !*
महिला बोली -- *मैं ऐसा कर सकती हूँ !*
फिर थोड़ी ही देर में उस महिला ने ऐसा ही कर दिखाया ! उसके बाद मंदिर के पुजारी ने महिला से 3 सवाल पूछे -
1.क्या आपने किसी को फोन पर बात करते देखा?
2.क्या आपने किसी को मंदिर में गपशप करते देखा?
3.क्या किसी को पाखंड करते देखा?
महिला बोली -- *नहीं मैंने कुछ भी नहीं देखा !*
फिर पुजारी बोले -- *जब आप परिक्रमा लगा रही थीं तो आपका पूरा ध्यान गिलास पर था कि इसमें से पानी न गिर जाए इसलिए आपको कुछ दिखाई नहीं दिया।*
अब जब भी आप मंदिर आयें तो अपना ध्यान सिर्फ़ परम पिता परमात्मा में ही लगाना फिर आपको कुछ दिखाई नहीं देगा। सिर्फ भगवान ही सर्वत्र दिखाई देगें।
*'' जाकी रही भावना जैसी ..*
*प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।''*
*जीवन मे दुःखो के लिए कौन जिम्मेदार है ?*
👉🏻ना भगवान,
👉🏻ना गृह-नक्षत्र,
👉🏻ना भाग्य,
👉🏻ना रिश्तेदार,
👉🏻ना पडोसी,
👉🏻ना सरकार,
*जिम्मेदार आप स्वयं है।*
1) आपका सरदर्द, फालतू विचार का परिणाम।
2) पेट दर्द, गलत खाने का परिणाम।
3) आपका कर्ज, जरूरत से ज्यादा खर्चे का परिणाम।
4) आपका दुर्बल /मोटा /बीमार शरीर, गलत जीवन शैली का परिणाम।
5) आपके कोर्ट केस, आप के अहंकार का परिणाम।
6) आपके फालतू विवाद, ज्यादा व् व्यर्थ बोलने का परिणाम।
उपरोक्त कारणों के अलावा सैकड़ों कारण है और बेवजह दोषारोपण दूसरों पर करते रहते हैं। *इसमें ईश्वर दोषी नहीं है।*
अगर हम इन कष्टों के कारणों पर बारिकी से विचार करें तो पाएंगे की कहीं न कहीं हमारी मूर्खताएं ही इनके पीछे है।🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Many Many thanks to give knowledge about Ahir,Yadav and Gop.
II Krishnam vande Jagatgurum ll.
Sahi bata rahe hu guru ji sabhi yadav aap ke sath hai
Jay Yadav Jay Madhav. Bahut hi sarahniya karya
जय yadav जय Shri Krishna
Jai Shreee radhe Krishna baghvan jee 🙏🙏🙏🙏🙏 Jai Yadav Jai 👑👑👑👑👑 madhav 👑👑👑👑👑
Bahut sundar jankari Radhe Krishna
Satyam shivam sundaram
Jay siyaram....jai shree krishna
बहुत ही अच्छा हमें प्रसन्नता होगी ऐसे ही भेजते रहो रमाकांत यादव ऑल इंडिया यादव महासभा राष्ट्रीय सचिव
धन्यवाद आपका। कभी समय निकाल कर अवश्य बात करें
जय श्री कृष्ण
बहुत आछा कहानी
बहुत ही अच्छा लगा और आप को बहुत बहुत धन्यवाद
Bhaiya bahut sundar V D O lga aapko sadev eswar khus rakhkhe meri subh kamnaye h 🙏🙏
Great to know the classic sources from Scriptures...
Really surprising facts ..Great
जय हो, बहुत सराहनीय ज्ञान दिया आपने🙏❤️
बहुत अच्छी जानकारी देते है बड़े भाई और भाई से प्रेरणा लेकर मैं भी यादव इतिहास के ऊपर बहुत अच्छी विडियो बनाता हूं मेरा CZcams channel यही है।❣️🚩🚩❣️🙏🏻🙏🏻
हे गुरु जी मेरी एक बात की दुविधा दूर किजिए। जब यादव की उत्पति इस प्रकार हुई थी। तब परशुराम जी ने थरती को क्षत्रिय विहीन कर दिया था इक्कीस बार तब यादवो की उत्पत्ति कैसे हुई कृप्या बताये ।जय मुलनिवासी। 🙂🙏
आपने कहा कि परशुराम जी 21 बाहर क्षत्रियों का नाश किए तो इसमें पहली बार जब उन्होंने विनाश किए तब भी पूरा क्षत्रियों का नाश नहीं हुआ दूसरी बार किए तब भी क्षत्रियों का पूरा विनाश नहीं हुआ तभी तो उन्होंने पहली बार से लेकर 21 बार प्रयास किए होंगे। अन्यथा उनके पहली बार में ही सभी क्षत्रियों का नाश हो जाना चाहिए था किंतु ऐसा नहीं हुआ क्षत्रिय बचे रहे । तब उन्होंने सोचा कि इतना प्रयास करने के बाद भी क्षत्रियों का विनाश नहीं हो रहा है तब उन्होंने यह कर्म करना छोड़कर ब्राह्मणोंचित कर्म करने लगे। इससे यह सिद्ध होता है कि उनके नाश करने से क्षत्रिय पूर्ण रूप से नष्ट नहीं हुए। इस पर आपका क्या विचार है
@@YADAVSAMMAN very well said 🙏🏻🚩
@@YADAVSAMMAN ऐसा ही हुआ होगा तो यह सब कुछ जो आप ने कहा है। कही तो किसी गृहनथ या पुराण मे लिखा होगा। कृप्या बताये गुरू जी 🙂 जय मुलनिवासी 🙏
Abhi jo Ahir chhatriy Hain vah chandravanshi chhatriy hai
Aur tum jis chhatri ki baat kar rahe ho aur Suryavanshi
अति सुन्दर धन्यवाद 🙏
Thank you so much Jai Bharat Jai Bhim Jai johar
bilkul sahi. Jai shri Radhe Krishna 🙏🙏
Very nice message gev you
Jai shree Krishna radhe radhe
कपिल धेनु कंपित रही बृहम्मा भ ए अधीर . सब जाति तरसत रही हम नभ ए अहीर
Radhey shyam yadav Jay yadav Jay made Jay ho guru jee
Jay Yadav Jay Madhav
कृष्ण भगवान पैदा हुए क्षत्रिय कूल मे पाले पोसे गए यादब कूल मे क्षत्रियों का कार्य है लोगों का रक्षा करना है और ऊचित कार्य करना कुछ लोग अपना बरपन मे रहता है कृष्ण जी के बहन सुभद्रा से गांडिव धारी अर्जुन से बिबाह हुआ था चंद्र बंशी क्षत्रिय थे
मूर्ख हो और पूर्वाग्रह से ग्रसित हो क्योंकि जानकारी कुछ भी नहीं इसी तरह से निराधार चिल्लाते हो जबकि तुम्हें पता होना चाहिए कि नंद जी और वसुदेव जी के दादा एक ही है इसलिए नंद और वसुदेव जी एक ही परिवार के थे । विशेष जानकारी के लिए वीडियो को देखो czcams.com/video/j0LKmFQjqTA/video.html
Sun ab jo Arjun the o bhi ahir hi the Jo kuruwanshi ahir h jo yayati ke chhote putra puru se wansh h
tera ghar main kye
abdul cha ata hai
जय yada जय श्री कृष्ण
Interesting and well elaborating video. Thank you.
धन्यवाद 🙏
@@YADAVSAMMAN ढढोर गोत्र हेलो किसके वंशज हैं अब बताइए जल्दी से
@@YADAVSAMMAN श्री कृष्ण के हे ढढोर गोत्र बताइए
! जय श्री कृष्णा ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः राधे राधे गुड
Very nice knowledge
🌸🪷ओम नमो
भगवते वासुदेवाय नमः🪷🌸☘️ॐ नमः शिवाय ☘️
Veri good👍🙏
Bahut achha bat batate hai ap thanks 🙏🙏🙏
धन्यवाद
पहली बात की आप न तो अहीर हो और न ही यादव तो फिर इतना परेशान क्यों हो रहे हो
We appreciate thanks
Very nice
Jay shree krishna Radhe Radhe. radhe
Yadav ji jay ho
🙏🏻🙏🏻🙏🏻👍👍👍
Jai shree krishna
अहि = सांप+ हीर = नाथना अर्थात जो सांप को नाथ ले उसे अहीर और जो घमंडी हो जाय उसे पंडित कहते हैं।
Pandito se itni jalan ka Karad kya hai
आप बहुत अच्छी जंनकारी दी भाई.! आपकी चरणों मे नम : 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
धन्यवाद।
Shukriya
Nice
Yadav.jag.gae.hai.Aap.akele.nahi.hai.poora.yadubans.Aap.ke.sath.hai
धन्यवाद
Bahut bahut dhnybad aapki prshg Sunkar man gad gad ho gaya ❤❤❤❤❤❤ Jay shri Krishn Jay shri Radhe Radhe
धन्यवाद
अहीर जय श्री कृष्णा यादव वंश के है जय यादव जय अहीर
Radhe Radhe Radhe Radhe
Main Janna chahta hun yaduvanshi ka pratyek itihaas, he Prabhu aap mujhe apna Naam bataen kripa karke tatha bataen ki main kya Karun. Bhagwan Krishna ko Janna chahta hun, apne Yadav vansh ke bare mein ke bare mein shuru se ant Tak Jana chahta hun . To kya karun ❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏
Radhe radhe
Bahut hi Sundar gean hardhat
Bahut achcha Laga❤❤
Jai sri krishna jai radhe
जय यदु वंश जय श्री कृष्ण बलराम 🙏🏻🌹🙏🏻
Jai shree krishna 🙏🙏🙏
Jai Ho ahir jati
जय जय श्री राधे कृष्णा❤❤❤
Bahut acchha
आपको बहुत-बहुत बधाई
Jay shree radhe Krishna ji jay ho
बहुत अच्छा
Jay yadav jay madhav ❤❤❤
Jay yadav bansh jay bisnu bhagwan
Radhe Radhe
56 करोड़ यादव प्रभास क्षेत्र में आपस में लड़कर मर गए औ 56 करोड़ महिलाओं को जंगल में रहने वाले आभीर आदि द्वारा लूट लिया गया / यह बात समझ से परे है । कृपया इस पर भी विचार व्यक्त किए जाने की कृपा करें ।
जी इस पर विचार करके मैंने 5 विडियो बनाकर उनको एक अलग प्ले लिस्ट में रख दिया है उन पांचों विडियो को आप चाहे तो इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं -यदुवंश के समाप्त होने की वास्तविकता: czcams.com/play/PLqxtrSOrhmpWTIvgkwExkurkfop6rM_s9.html
Bhai tumhara dimag nahi ki 56krod Yadav keval prabhas me honge ye pure bharat me faile the aur rahi aabhir ki to usi abhir ke jagah per bbagwat puran me gope likha gya hai ye sab yadavo ko todne ki sajis thi alag drshana aur kuchh nahi
Abhir , Ahir Yadav hi ko kahte hai
गोस्वामी दास ने लिखा है कि
तुलसी नर का क्या बड़ा , काल बड़ा बलवान ,भिल्लन लूटी गोपियां ,वही अर्जुन वही वाण।
मत्स्य पुराण के अनुसार उस समय १०८ कुल थे ।कृष्ण जन्म से पहले ही बलराम और उसकी माता रोहणी जी नंद जी के यहां रहते थे ।क्योंकि बासुदेव और नंद जी दोनो रिश्ते में चचेरे भाई थे हालांकि दोनों का कर्म या पेशा अलग था । समझने के लिए समझदार होना जरूरी है । जय श्री राम ।
History mein pata chla ki aadimanav 1 +1 se Earth 🌎 pe aaye toh Aaj ka pata nhi
Jai yadav jai madhav 👍👍👍👍
Jai ydubansi. Hamare purvajo ki Jai ho.
Bahut achha laga
AHIR king sahsrabahu Kirti veer Arjun Amar rahe 💪🚩
Sab ahir nikle to chandravanshi kshtriya mai se ho 🙏
Parsu Ram ko nhi jante Ho kya
Sab ahir the to chandravanshi kshtriya kon the 🤣 sahastrabahu or pandav sabhi chandravanshi kshtriya the naki ahir 🤣
जय। श्री कृष्णा राधे राधे
Jai Shri Krishna jee
Jay Ahir Jay yadav jay Madhava Jay sree krishna 🙏💞🤗🌹🌼🌼🌼
Good
इसे भी देखें czcams.com/video/2HwiC-R6ORY/video.html
अच्छा है
Yadav, savse, sresth, jati, hae, jay, sree, krsna, radhe, radhe
Jay श्री कृष्ण जी
Satya jai Shri Radhe Krishna
Jai shree Krishna
Jai yadav jai madhav
Very very nice
राधे कृष्णा
Mahan ho aap
Shree Guru Dev ji Maharaj ki Jay shree Laxmi Narayan bhagwan ki Jay shree Radhe Krishna bhagwan ki Jay
Jay Yadav Jay Madhav
જય દ્વારકાધિશ ધન્યવાદ
Jai Yadav Ji🙏
अगर गोपो की उत्पत्ति कृष्ण से हुई है तो फिर गोप तो कृष्ण भगवान से भी पहले थे फिर गोप कृष्ण से उत्पन्न कैसे हुए? बताइए
🙏🙏🙏 Guru ji ye bataye ki Shrimad bhagwat me likha hai ki Vishnu ji Shri Krishna ji ke avtar hai
The Supreme god - Shri Krishna ji hain aur vo kabhi kabhi hi earth pe avtar lete hain aur jb vo Dvapara yug me aaye to Yadukul me janam liye 🙏🙏🙏
❣️❣️❣️ Please reply ❣️❣️❣️❣️❣️
श्री कृष्ण और विष्णु एक ही शक्ति के प्रतीक है उनमें किसी प्रकार का विभेद नहीं है और न करना चाहिए। व्याख्या कारों ने अपने अपने हिसाब से उन्हें अलग-अलग रूप में किया है किंतु वे दोनों एक ही है और जब वे अवतार लेते हैं पृथ्वी पर तो अपने ही अंश से अवतरित होते हैं