माता बगलामुखी चमत्कारी धाम- जहां अराधना करने से होता है सब शत्रुयों का नाश। दर्शन 🙏

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  • čas přidán 29. 08. 2024
  • जय माता दी भक्तों! आप सभी को सादर प्रणाम वंदन और अभिनंदन
    भक्तों! हम निरंतर हिमांचल प्रदेश की यात्रा करते हुये पहुंचे हैं कांगड़ा जिले के बनखंडी स्थित माता बगलामुखी के पावन धाम... माता बगलामुखी का ये दिव्य धाम देवी भक्तों के लिए, श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्रबिन्दु तो है ही, तंत्र और मंत्र की साधना करनेवाले तांत्रिकों और साधकों का भी साधनास्थल है... इसीलिए दूर दूर से अनेकानेक भक्त यहाँ हर रोज देवी बगलामुखी की पूजा अर्चना करने आते हैं… माता बगलामुखी का यह धाम, देवी के 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ है। यह मंदिर न केवल लाखों लोगों की आस्था का केन्द्र है बल्कि पर्यटकों और सैलानियों का पसंदीदा स्थान है।
    बगलामुखी का अर्थ:
    भक्तों! माता बगलामुखी नाम दो शब्दों बगल और मुख से मिलकर बना है जिनका मतलब क्रमशः लगाम और चेहरा है। इस
    विशेष आयोजन:
    भक्तों! बगलामुखी जयंती पर मंदिर में हवन करवाने का विशेष महत्व है अतः बगलामुखी जयंती पर यहाँ विशेष उत्सव और मेले का आयोजन किया जाता है। हर वर्ष बगलामुखी जयंती पर केवल हिमाचल प्रदेश के ही नहीं अपितु समूचे देश के विभिन्न राज्यों से लोग यहाँ आते हैं... अपने कष्टों के निवारण हेतु हवन, पूजा-पाठ करवाते हैं और माता बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
    भक्तों! बगलामुखी जयंती के अलावा इस मंदिर में हरसाल ग्रीष्म और शरद दोनों नवरात्रियों में श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ बड़ी धूमधाम रहती है। नवरात्रि के समय इस मंदिर का नजारा देखने योग्य होता होता है।
    बगलामुखी का इतिहास:
    भक्तों! आदिकाल से अबतक अभीष्ट या मनोवांछित सिद्धि हेतु माता बगलामुखी की साधना और आराधना की परंपरा है। शास्त्रों में प्रमाण हैं कि रावण, मेघनाद, अर्जुन व भीम इत्यादि सभी महायोद्धाओं द्वारा माता बगलामुखी की आराधना करके अनेक युद्ध लड़े गए। नगरकोट के महाराजा संसारचंद कटोच भी प्राय: इस मंदिर में आकर माता बगलामुखी की आराधना किया करते थे, जिनके आशीर्वाद से उन्होंने कई युद्धों में विजय पाई थी।
    मनोरथ सिद्धि हेतु साधना:
    भक्तों! कहते हैं कि देवी बगलामुखी में संपूर्ण ब्रह्मांड की शक्ति का समावेश है। शत्रुनाशिनी देवी मां बगलामुखी मंदिर में मुकदमों में फंसे लोग, पारिवारिक कलह व जमीनी विवाद को सुलझाने के लिए, वाकसिद्धि, वाद-विवाद में विजय, नवग्रह शांति, ऋद्धि-सिद्धि प्राप्ति और सर्व कष्टों के निवारण के लिए शत्रुनाश हवन करवाते हैं। इनकी उपासना से शत्रुओं का नाश होता है तथा भक्त का जीवन हर प्रकार की बाधा से मुक्त हो जाता है। माता बगलामुखी के प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा और अटूट विश्वास है... लोग ये मानते हैं कि माता बगलामुखी सच्ची श्रद्धा और भक्ति से आनेवाले भक्तों को कभी निराश नहीं करतीं। वो सभी के कष्ट दूर करती हैं और सभी के मनोरथ सिद्ध करती हैं... युद्ध हो या राजनीति या फिर कोर्ट-कचहरी के विवाद अथवा शत्रुपीड़ा से मुक्ति... मां के मंदिर में हर कोई मनवांछित फल पाता है।
    साधक की सावधानियाँ:
    भक्तों! मां बगलामुखी की महाविद्या के रूप में उपासना रात्रिकाल में करने से विशेष सिद्धि प्राप्त होती है। साधनाकाल में साधक भी पीले वस्त्र और आभूषण धारण करते हैं। लोग कानूनी मामलो में जीत के लिए, अपने दुश्मन पर विजय, व्यापार में वृद्धि, ऐश्वर्य-समृद्धि तथा तंत्रसिद्धि हेतु माता बगलामुखी की महाविद्या उपासना करते हैं क्योंकि माँ के भैरव कालों के काल महाकाल हैं। इसीलिए माँ बगलामुखी द्वार पर पहुँचते ही सारी बुरी शक्तियों से मुक्ति मिल जाती है।
    भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन ! 🙏
    इस कार्यक्रम के प्रत्येक एपिसोड में हम भक्तों को भारत के प्रसिद्ध एवं प्राचीन मंदिर, धाम या देवी-देवता के दर्शन तो करायेंगे ही, साथ ही उस मंदिर की महिमा उसके इतिहास और उसकी मान्यताओं से भी सन्मुख करायेंगे। तो देखना ना भूलें ज्ञान और भक्ति का अनोखा दिव्य दर्शन।
    🙏
    प्रकार, व्युत्पत्तिशास्त्र द्वारा इस नाम का अर्थ है एक ऐसा चेहरा जो शासन की शक्ति है।
    Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि तिलक किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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