Om parvat Yatra | Aadikailash | Pandav kila | Kaali mata mandir | maharishi ved Vyas gufa |

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  • čas přidán 14. 08. 2023
  • Om parvat Yatra | Aadikailash | Pandav kila | Kaali mata mandir | maharishi ved Vyas gufa | #Part 4
    #Om parvat Jaankari :-
    ओम पर्वत का नाम यहां बनने वाली ओम की आकृति के कारण पड़ा है। - प्रचलित मान्यताएं इसे चमत्कार बताती हैं, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि शिव यहां विराजित हैं। - ओम पर्वत की ऊंचाई समुद्र तक से 6,191 मीटर (20,312 ft) है। - आदि कैलाश के अलावा ओम पर्वत को लिटिल कैलाश, बाबा कैलाश और जोंगलिंगकोंग के नाम से भी जाना जाता है।
    ओम पर्वत, 6191 मीटर की ऊंचाई पर हिमालय पर्वत श्रृंखला के पहाड़ों में से एक है। यह पर्वत नाबीडागं से देखा जा सकता है। (ओम पर्वत पर चढ़ना आज तक संभव नहीं हो पाया है।) नाबीडांग से कुट्टी गांव होते हुए आप लिटिल कैलाश, आदि कैलाश,बाबा कैलाश जोकि जोंगलिंगकोंग के नाम से प्रचलित स्थान पर स्थित है हम जा सकते हैं। दूसरी तरफ लिपुलेख दर्रा होते हुए हम तिब्बत में स्थिति कैलाश मानसरोवर भी जा सकते हैं। एक प्रकार से यह स्थान कैलाश और आदि कैलाश के बीच में स्थित है। ये स्थान नेपाल - तिब्बत सीमा के पास में स्थित है जो एक शानदार दृश्य प्रदान करता है। यहाँ आने वाले यात्री इस स्थान से अन्नपूर्णा की विशाल चोटियों को भी देख सकते हैं।यह स्थान धारचूला के निकट है।
    #Kaali mata mandir history:-
    काली नदी का उद्गम स्थल
    जी हां, समुद्र तल से लगभग 500 मीटर से भी अधिक की ऊंचाई पर मौजूद लिम्पियाधुरा नामक स्थान से निकलती है। कहा जाता है कि लिपु-लीख दर्रे के निकट भारत और तिब्बत की सीमा पर स्थित काली माता के एक मंदिर से इसे अपना नाम मिला है। इस नदी की लम्बाई लगभग 350 km है।
    #om parvat#Naavi parvat#Pandav kila#Kaali mata mandir #Aadikailash mahdev parvat#

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