मेरे गाँव सतगढ़ में आठूँ की परम्परा को जीवित रखती महिलाओं का समूह
Vložit
- čas přidán 8. 09. 2024
- सातूँ आठूँ पर्व पर ग्राम सतगढ़ में पांच अनाजों से युक्त बिरूड़े धोने की परम्परा को निभाने के पशचात पारम्परिक कुमाऊनी पिछौड़ा ओढ़े गीत गाती महिलाओं ने इस परम्परा को जीवित रखती महिलाओं ने मनमोहक गीतों से प्रकृति को भी गीत सुनने को मजबूर कर दिया । वातावरण खुशनुमा होकर मानो स्वयं इन गीतों को सुनने को उत्सुक हो गया हो ।
🙏🙏👍👍
बहुत बहुत सुंदर परुस्तति। बहुत अच्छा लगा 👍👍👍🙏🙏
हमारी संस्कृति बहुत बहुत बहुत सुन्दर👌👌👌👌👌
हरे हर
Very good Sato aatu bahut bhadhai
बहुत ही सुन्दर
मेरा मन भी कर रहाथा सतगढ़ आने केलिए लेकिन दूर हूं नमस्कार 🎉❤
👍👍❤️👍👍
बहुत सुंदर
अपनी संस्कृति अपनी परंपरा को हमेशा इसी प्रकार बनाए रखना बहनों ❤
बहुत सुंदर 👍👍🙏
इन गीतों को अपने चैनल पर लिख कर भी डाल दीजियेगा ताकि बाकी लोग भी सीख पायेगे 🙏