जब थाने में प्रधानमंत्री से मांग ली रिश्वत, मिनटो में पूरा थाना हो गया सस्पेंड ||C. Charan singh||
Vložit
- čas přidán 14. 07. 2023
- • Video
जब थाने में प्रधानमंत्री से मांग ली रिश्वत, मिनटो में पूरा थाना हो गया सस्पेंड ||C. Charan singh||
#pm
#motivational
#chaudharycharansingh
#story
#viral
#video
#primeminister
#youtube
#youtubeshorts
जब प्रधानमंत्री से रिश्वत मांगा जा सकता है तो आम जनता का क्या हाल होगा....... स्थिति अत्यंत दयनीय है.....
चौधरी साहब को मैंने लखनऊ में बहुत करीब से देखा था बहुत सच्चे ईमानदार नेता थे
ऐसे पीएम को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🌹❤️
लोग दूसरों की अच्छाई और बुराई की बात करते हैं और ईमानदार सरकार चाहते हैं परन्तु जब सरकार चुनने की बात आती है और वोट के समय 100 में लगभग 70 प्रतिशत लोग पैसे और और दारू पर वोट करते हैं
श्री चौधरी चरण सिंह जैसे नेता कि हिंदुस्थान को जरुरत हैं।
चौधरी चरण सिंह जिंदाबाद
ऐसा होना चाहिए प्रधान मंत्री जो भेस बदल के चैक करे।
सराहनीय प्रशंसनीय अनुकरणीय उदाहरण
चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री थे और खुद में एक विचारधारा थे नमन है ऐसे नेताओं को 🙏🙏🙏
चिर वन्दनीय परम पूज्य महामानव चौधरी चरणसिंह जी को कोटि-कोटि नमन करता हूं।
बहुत बहुत सुन्दर प्रस्तुति के लिये हार्दिक प्यार है जय हिंद जय भारत
धन्य है ऐसे नेता
माननीय चौधरी चरण सिंह जी का बहुत सराहनीय और प्रेरणादायक कार्य भारत के प्रधानमंत्रित्व कार्य का एक महत्वपूर्ण उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किए जय हिंद जय भारत वन्देमातरम
Eyhi hai jila police jo P M ko bhe nahi bksha, Aam Admi ko kaiya hoga
किसान नेता चौधरी चरण सिंह जी एक महान नेता थे उनके श्री चरणों में कोटि कोटि नमन
What IS today's Positions ?
यह घटना बिल्कुल सच है चौधरी साहब ने इसी तरह लखनऊ उन्नाव कोतवाली में भी छापा डाला था पूरी कोतवाली सस्पेंड होकर बर्खास्त कर दी गई
उस समय उन्होंने रिश्वत मांगने वालों पर कड़ी कार्रवाई करी तो तत्कालीन महान नेता बन गए। आज के भारत में यदि कोई नेता जनता से कहता है कि कुछ रुपए लगेंगे ( रिश्वत) , तुम्हारे काम करा दूंगा तो ये नेता गण महान बन जाता है। जनता उनके नाम के माला जपते हुए उन्हें सिर आंखों पर बिठा लेती है।
काहे के महान नेता चौधरी चरण सिंह और लाल बहादुर शास्त्री! महान तो आज के नेता गण हैं जिनके पीछे तथाकथित सभ्य, शिक्षित जनता पूंछ हिलाते फिर रही है। सबको बस अपनी चिंता है। आज के माहौल में विकास के कार्य चरण सिंह जी या शास्त्री जी के जैसे करने वाले मूर्ख हैं। यहां की बहुतायत जनता को मुफ्त में बैठे हुए खाना, कर्तव्य के प्रति लापरवाही, अंग्रेजों के या मुगल शासक के गुलाम बनकर रहने की आदत पड़ गई है। यहां उन महान नेता गण की तरह समदर्शी, दूरदर्शी होना मतलब मूर्खता का पर्याय है। नेता से अधिक यहां की जनता महान है। यहां विकास के कार्य न करके केवल और केवल जातिगत, धर्मगत आधार पर एक दूसरे के प्रति भड़कानेवाला, केवल जाति धर्म के आधार पर लूले,लंगड़े, अशिक्षित, अयोग्य सबको शीर्ष पर स्थापित करने वाला नेता चाहिए।सत्य को स्वीकार करना बड़ा कड़वा होता है। आज यहां की एक भी जनता सत्य को स्वीकार करने का साहस नहीं कर सकता। कोई महान नेता सत्य वचन बोल दे कि मैं जाति धर्म के आधार पर किसी को भी उसे आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। केवल और केवल योग्यता ही उसका मापदंड होगा तो क्या अंधभक्त जनता उसे स्वीकार करेगी। यहां जो भी रहता है वह किसी जाति धर्म का न होकर सर्वप्रथम भारतीय बनकर रहना पड़ेगा। अगर कोई नेता इस सत्य वचन को जनता से कहता है तो क्या अंधभक्त जनता इसे स्वीकार करेगी? नहीं न! आज के नेता महान और उनसे अधिक जनता महान। सारे लंगड़ों को ख्वाब दिखाया जाता है कि बिना दौड़े भी तुम्हें ओलंपिक का स्वर्ण पदक दिला दूंगा। जनता खुश।उसे यह कहने का साहस नहीं है कि मुझे बिना दौड़े नहीं अपितु दौड़ना सिखाकर पदक विजेता बनवाइए।
Police=Rishwat= Criminal, Never trust on Indian police..