अपनत्व से ही सामाजिक परिवर्तन संभव!

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  • čas přidán 22. 08. 2024
  • मानव जीवन में हृदय से अपनत्व की भावना से सामाजिक आर्थिक धार्मिक राजनैतिक आध्यात्मिक भावनाओं में गुणात्मक सहयोग सामंजस्य सहजता सरल व सुकृति का सृजन करना है।देश की उन्नति मानव चरित्र निर्माण व्यवहार की सुचिता में अपनत्व की महत्ता व योगदान।जिस प्रकार एक एक फ़ज़ल से सुंदर माला का सृजन होता है वैसे ही जन जन की भावनाओं का सृजन करके अपनत्व के भावों से मानवता की मिसाल।अपनत्व मानव की चेतना में सुंदर विचारों का सृजन करने के भाव हैं।

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