Mare Saiyam Sparshan Karvu che | Jainam Varia | Mumukshu Yashvi Golank |

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  • čas přidán 18. 02. 2024
  • Mumukshu Yashvi Golank To Sadhviji Yogdrashti Vardhana M.s
    Singer:- Jainam Varia & Mumukshu Yashvi Golank
    Lyrics:- Ankit Shah
    Music:- Hardik Pasad
    Video:- Prit Shah Photography
    Edit:- Henil Sumariya
    मारे संयम स्पर्शन करवुं छे
    स्थायी ❤️
    मारे रोमे रमता मारे हैये वसता (2)
    प्रियतम प्रभुने पलपल प्रसन्नताए नित नमता
    नाथ निरंजन निशदिन हां मुज नयनोने गमता
    एना गुणगाने मारे जीवन उज्जवळ करवुं छे
    एनी प्यारी आणा धारी भवसागरथी तरवुं छे
    परम केरी प्रिते मारे संयम स्पर्शन करवुं छे
    सत्व केरा बीजे मारे आतम दर्शन करवुं छे
    अंतरो १❤️
    संसारनी असारता केवी ए गुरुमानी वातो हितकारी
    दुक्खरुवे ने दुक्खफले वळी दुक्खाणुबंधने करनारी
    शाश्वत सुख जे साचुं जेना चरणोमां पाउं
    चौदराजे अभय दईने हुं संयममां रंगाउं
    खुशीनी धन्य पळोमां अंतरथी मारे ठरवुं छे/निशदिन निजमां रमवुं छे
    विरागनी वाटे मारे हवे करमो सामे लडवुं छे
    परम केरी प्रिते मारे संयम स्पर्शन करवुं छे
    सत्व केरा बीजे मारे आतम दर्शन करवुं छे
    अंतरो २ ❤️
    जे धन्य घडीनी राह जोई'ती ए योग आयो आंगणीये
    हुं अंतरमनथी स्नेह संबंध ने छोडी घरना ए बारणीये
    फरी फरीने आशिष लेता संघ सकलने वधावुं
    आतमने कृतार्थ करवा नंदी नी नाण मंडावुं
    रजोहरण लई नाचीने हर्षे नयनोथी वरसवुं छे
    यशस्वी वेष अंकित करी परमपद मेळववुं छे
    परम केरी प्रिते मारे संयम स्पर्शन करवुं छे
    सत्व केरा बीजे मारे आतम दर्शन करवुं छे
  • Hudba

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