जो जितना होशियार है, वो उतना मूरख होगा || आचार्य प्रशांत, शून्यता सप्तति (बौद्ध दर्शन) पर (2024)
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- čas přidán 29. 08. 2024
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वीडियो जानकारी: 09.07.24, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ संसार किसने बनाया?
~ मनुष्य को जीवन क्यों मिला है?
~ हम इस धरती के लायक भी हैं?
~ पूरे संसार का उद्देश्य क्या है?
~ दुनिया में भोगवाद क्यों बढ़ रहा है?
~ पृथ्वी में हाहाकार क्यों मचा हुआ है?
शून्यता सप्तति छंद 18
पूर्व पक्षी का कहना है कि: यदि वस्तु शून्य है तब उसकी उत्पत्ति और विनाश संभव नहीं है। जो स्वभाव से ही शून्य है वह कैसे उत्पन्न या विनष्ट हो सकता है ?
Opponent: If things were empty, origination and cessation would not occur. That which is empty of its own being: How does it arise, and how does it cease?
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शून्यता सप्तति छंद 19
माध्यमिक का कथन है कि: भाव और अभाव एक साथ नहीं रह सकते। अभाव के न होने पर भाव संभव नहीं है। भाव और अभाव सदा विद्यमान हैं। अतः अभाव पर निर्भरता के बिना भाव संभव नहीं है।
Reply: Being and non-being are not simultaneous. Without non-being, there is no being. Being and non-being would always be. There is no being independent of non-being.
शून्यता सप्तति, छंद: 18 & 19
संगीत: मिलिंद दाते
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आपको सुनकर लगता है जो भी आप बोलते हैं वो हमारे अंदर भी चलता है लेकिन पहले समझते नहीं थे अब आपको सुनकर लगता है जैसे खुद को ही सामने से सुन रहे हो आपके माध्यम से । 🙏🙏🙏
Bsr 🌨️🌳🙏
Respect button for aacharya ji ✅✅✅
Respect for Krishna ❤
सत्यमेव जयते आचार्य जी इसी संदेश को आगे बढ़ा रहे हैं कृपया सभी से निवेदन है कि प्रतिदिनआचार्य जी की 5 वीडियो पर काम से कम एक कमेंट अवश्य करें
आचार्य जी मुझे आप की बात समझा में आती हैं मुझे घर वालो रिश्तेदारों के बात से गुस्सा आता है ये इतने अंधविश्वास में जीते हैं।
Mera Ghar bhi 😂😂😂 h andhbhakt
Same problem😎
Same problem
सत्य को जानना है तो अपने पुरानी मान्यताओं ( सत्यों) का दामन छोड़ना होगा l
मनुष्य बचपन से ही अभागा है क्योंकि उसके पास सत्य से पहले मान्यताएं और रूढ़िया आती है।
सूत्र. जिन्हें सत्य तक पहुंचना हो उन्हें पहले से ही एकत्रित अपने सत्यो का दामन छोड़ना पड़ेगा। आचार्य प्रशांत❤
"आत्मविद्या पहली ब्रह्म विद्या होती है। जो उपनिषद पढ़ लेगा उसका मन नहीं थर थर करेगा।"
-आचार्य प्रशांत, वेदांत संहिता, कठ उपनिषद्, अध्याय:०१,प्रथम वल्ली, श्लोक:२४ पर
हमने पहले से ही जो मान्यताएं, विचार, अंधविश्वास पकड़ रखें हैं उनकी नेती नेती करना ही अध्यात्म हैं नेती नेती करते चलो जो शेष बचेगा वही सत्य है 🙏🙏
जी आचार्य जी आप इतने सरल भाषा में समझा रहे हो पर हम अपनी मान्यताओं को छोड़ नहीं पाते हैं🙏🏾
Please sbhi log mil k achrya ji k channel ko 100 million aur uske baad me baat karte
Hare krishna
सत्य किसी के साथ नहीं घुसता है।उसे सब खाली चाहिए ।
झूठा सब संसार है, कोई ना अपना मीत
राम नाम को जानी ले ,चले सो भोजल जीत ||. प्रणाम आचार्य जी. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सूत्र :- जिन्हें सत्य तक पहुँचना हो उन्हें पहले से ही एकत्रित अपने सत्यो का दामन छोड़ना पड़ेगा।
~~ आचार्य प्रशांत जी ❤❤
मान्यताओं के तराजू में सत्य नही तौला जाता है।
पहले कचरा आ गया तो सत्य से दूर हो जाते
"Jo duniya se webafai nhi kar sakta , wo sachcha jiwan nhi jee sakta "
Acharya ji
जिसे सत्य तक पहुंचना हो, वो पहले से एकत्रित अपने सत्य को त्याग दे। तभी कुछ अच्छा और सही प्राप्त किया जा सकता है।🙏
मान्यता और विश्वास को धर्म नहीं बोलते,
जिज्ञासा को धर्म बोलते है !
~~Aachrya ji 🙏🏻🙏🏻💐
🙏🙏❤️
निःशब्द हूँ, निर्विकल्प हूँ, नतमस्तक हूँ सत्य के समक्ष ।
शत शत नमन गुरुदेव ❤ ❤ ❤
हम अपने अतित से अपनी मान्यताओ को इसलिए पकड़े रहते है क्योकिं उसे अहम् को पोषण मिल रही होती है, और इसे छोड़ पाना अहम् के लिए एक बहुत बड़ा टास्क होता है और जिसे अहम् को पोषण मिल रहा हो भला उसे वो त्यागना क्यूँ चाहेगा।
बच्चों को बिगाड़ने में सबसे बड़ा योगदान मां बाप और रिश्तेदारों का होता है ।
अगर बच्चों को बचाना है तो इन सबसे दूर रखना होगा ।
Purani bekar ki maanyatao ko chhod kar hame Acharya ji ki baaton ko manna chahiye ❤️🙏
*हमारी मान्यताएँ, धारणाएँ,*
*हमारे लिए ज़हर है*
सूत्र - जिन्हें सत्य तक पहुंचना हो उन्हें पहले से ही एकत्रित अपने सत्यों का दामन छोड़ना पड़ेगा।
पहले से एकत्रित मान्यताओ का दामन छोड़ना पड़ेगा जिसे सत्य मान लिया है
Ji
🙏🙏🙏 sub
जिन्हें सत्य तक पहुंचना हो उन्हें पहले से एकत्रित सत्यो को छोड़ना होगा
जो दुनिया से वेबाफाई नहीं कर सकता , वो सच्चा जीवन नहीं जी सकता , जो दुनिया में कसमें वादे निभाने के लिए बहुत आतुर रहते है , वो सच के साथ फिर वादा नहीं निभा सकते और जो सत्य का नहीं हो सका वो किसका होगा।🙏🙏🙏👍👍👍💪💪
जिन्हें सत्य तक पहुंचना हो, उन्हें पहले से एकत्रित सत्यों का दामन छोड़ना पड़ेगा।
आचार्य जी
दूसरे की मान्यताओं को मान्यताएं और अपनी मान्यताएं को हम सत्य मानते है जबकि हम एक ही कैटेगरी के होते है जो हमारे अंदर होता है वो सिर्फ दूसरे द्वारा भरा गया कचरा होता है वो भी हमारा नही होता जो सत्य होता है वो किसी के निजी मान्यता का मोहताज नहीं होता है। सत्य _ उसका स्वरूप किसी के मान्यताओं से परे और अपरिवर्तनीय होता है ।
जो दुनिया से बेवफाई नहीं कर सकता ,वह सच्चा जीवन नही जी सकता ।👍👍👍
I am surprised that really people do bevafai. They don't care what you have given them. Only their purpose should be served. Vah re duniyaa
जिन्हें सत्य तक पहुंचना हो, उन्हें पहले से ही एकत्रित अपनें सत्यों का दामन छोड़ना होगा।
सत्य एक और अपरिवर्तनीय होता है, जो किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत मान्यताओं या धारणाओं से प्रभावित नहीं होता। लोग अपने अनुभव और दृष्टिकोण के अनुसार सत्य को समझने की कोशिश करते हैं, लेकिन असली सत्य अपनी जगह स्थायी रहता है। वो कल भी वही था आज भी वही है। बदलते तो हम और हमारी मान्यताएं है।📖🪔📚
गुरु जी आप की चरणों मे कोटि कोटि नमन 🙏🚩❤️🕉️
हमे मान्याता को छोड़कर सत्य को अपने भीतर बैठना देना है, ओ भी बहुत उंची जगह देना है,
और ये तभी हो जाता है, जो ham पहिले से कचरा जो दिमाग में है ओ हटाना चाहिए, और ज्ञान को उसकी उंची जगह देना चाहिए, 🙏🙏❤❤
पहले से ही किसी बात को सही मान लोगे तो फिर जो सहीं बात है उससे हमेशा वंचित रह जाओगे
- AP ❤
परम से ना विलग हों,
परंपरा बस यही है।
शेष विषय अतीत के,
नहीं ज़रूरी नहीं हैं।
प्रथा❌ परम ✅
परम और प्रथा एकसाथ नहीं चल सकते।
सत्य : सर्वया : सर्वदा
निरन्तर मुक्ति की ओर बढ़ना, यही परम्परा है, होनी चाहिए। सत्य के अलावा सब समय की धूल है।
धन्यवाद आचार्य जी 🪔✨🙏
Aacharya ji mujhe to aapki bate sahi lagti hai mai turant apne es khopde ko khali kar leti hu vaise bhi mai uski baat manugi jo uchaio pe hai.........🙏🏻🙏🏻
Right
जिन्हें सत्य तक पहुंचना हो उन्हें पहले से एकत्रित अपने सत्यों का दामन छोड़ना होगा।
आचार्य जी
Acharya ji ke charanon mahi koti koti naman ❤❤❤❤❤
जिन्हें सत्य से जरा भी प्रेम हो वो सबसे पहले जो भीतर भरा है उसको किनारे रखे
हिंन सिंग मिंग
सुभ प्रभात गुरु जी🌺🌺🌺👏👏👏
इंसान को कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए क्योंकि
पहाड़ों से निकली हुई नदी ने आज तक रास्ते मे किसी से पूछा नहीं कि समुंद्र कितनी दूर है।
❤
Pranam Acharya Ji ❤
Pranam Acharya ji 🙏🙏
हाड़ जलै ज्यूँ लाकड़ी, केस जले ज्यूँ घास।
सब तन जलता देखि करि, भये कबीर उदास॥
- संत कबीर
बेवफा होना बहुत जरूरी है। जो दुनिया से बेवफाई नही कर सकता वो सच्चा जीवन नही जी सकता।
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤
Satguru ke pass sukh bhi chhutega dukh bhi chhutega tabhi to Shanti ka hi janm hota hey 🙏🙏🙏🙏🙏
Jo duniya m kasme wade nibhane ko bahut atur rehte h fir wo such k sath wada nahi nibha skte❤❤❤
चरण स्पर्श आचार्य जी🙏🙏🙏❤❤❤
मान्यताओ के तराजू मे सच को नहीं तौला जाता ❤🙏 प्रणाम आचार्य जी
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏
मेरे अनेक सत्य .......
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
प्रणाम अचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी सब कुछ बहुत पहले ही समझ मे आ गया है पर आप को सुनने से अच्छा लगता हैं❤❤
आचार्य जी सादर नमस्ते 🙏🙏🎤👌👌✔️💯🚩🕉️🌞🙏🙏👍🧡👍
Jai shree Ram 🚩
ओम्..... नाम रूप का नाश है.. ब्रह्म का प्रकाश है.. 🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼💫💫💫💫👏
Acharya ji🙏 Evolutionary Father of सत्य 👀🙏💯🙌
सत्य किसी के साथ सीट शेयरिंग नहीं करता ❤❤
सत्य की फिक्र छोड़ो तुम बस झूठ को ठुकराते चलो❤
Wonderful explanation. No one person like you. 👍
नमन गुरुवर 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ram Ram Acharya g 😊
Dhanyavaad guruji🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏~~ प्रणाम आचार्य जी ~~❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏~~ प्रणाम आचार्य जी ~~❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Never seen or heard someone as simple as you Acharyaji….and selfless too. So much to learn from you…..जीवन बदल रहा है 🙏
जिसे गरिमापूर्ण जीवन जीना हो वो अकेलेपन से डरना छोड़ दे ~आचार्य प्रशांत
Brilliant session 🎉
प्रणाम गुरुदेव 🙏❤️💐
Parnam Acharya ji 🙏🙏
Excluding Brands and Companies..this is the 2nd highest subscribed channel in India..❤ And No.1 Spritual in India 😁
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी 🙏❤
Thanks
Commenting for better reach....❤❤
नेतिनेति कितने अच्छे से बताया आचार्य जी ने।🙏🙏
आचार्य जी की बाते मुझे अच्छी लगती है
एक बात तो सही बोली है कि मनुष्य जन्म से ही aभागा होता है 🙏🙏
*मानना नहीं है, “जानना” है*
Shat shat shat n shat naman acharya prashant sir ji!
Pranam acharya ji
Acharya ji jab mai aapko sunti hoon to ek alag hi tarike ki shanti milti hai. Iskeliye bahut bahut dhanyavad🙏🏻
🍁जो दुनिया से बेवफाई नहीं कर सकता,वह सच्चा जीवन नहीं जी सकता।
आचार्य जी❤
Pranam guruji ❤❤
pranam acharya ji 🙏🙏❤❤
कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी ❤️💐🌹
🍁the man of the truth has to be perpetually disloyal to the world 🌎
Acharya ji ❤
*मानना नहीं है, मान्यता पर नहीं चलना है, जब मैं जान सकता हूँ।*
Thankyou sir mai aap ki bate dhayan se sunti hu aap bahut hi sral bhasha me smjhate hai aap or pehle kiiu nahi mile to main bhi iss desh ke kam aati manushya jiwan bhut hi anmol hai 🙏🙏✍️
मनोवैज्ञानिक तथ्य jo acharyji ne kaha
Biases
हमारे सत्य ने ही हमारा बंटा धार करा है।
Only truth can make your burden free
सत्य महाराज झूठ से भरे डब्बे में चढ़ेंगे ही नहीं ।
धन्यवाद❤
Thank you so much 😊 sir ❤❤❤
Respect acharya ji 🙏💯
Good Acharya ji
प्रणाम आचार्य जी 🙏
❤❤
Aapane bilkul sahi Kaha sar Jay Shri Krishna
Shat Shat Naman Acharya Ji 🙏🙏🙏🙏