|| निराकार को भीतर कैसे देखें? क्या आज्ञा चक्र पर ध्यान लगाना है?: सद्गुरु सिद्धार्थ औलिया ||
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- čas přidán 15. 11. 2020
- निराकार को भीतर से कैसे देखें, क्या आज्ञा चक्र पर ध्यान लगाना है?:सद्गुरु सिद्धार्थ औलिया
Question 1 of Series #Suno Bhai Sadho 33 - LIVE from Nanak Dham, Murthal, Haryana (India)
सत्संग - "सुनो भाई साधो", सद्गुरु सिद्धार्थ औलिया जी
"सुनो भाई साधो"- एक जीवित सतगुरु का सत्संग - एक अद्भुत अवसर अपनी बोध शक्ति और प्रज्ञा को प्रखर बनाने के लिए...
सद्गुरु सिद्धार्थ औलिया जी हमारे युग के तत्वदर्शी ऋषि, एक जागृत सद्गुरु और एक महान परंपरा जो परमगुरु से प्रारंभ होती है, की दूसरी कड़ी हैं। उनके श्रीमुख से अध्यात्म के गहन रहस्य को आज की वैज्ञानिक भाषा में समझना अपने आप में अपूर्व अनुभव होता है। सद्गुरु न केवल तत्वदर्शी हैं बल्कि वर्तमान जगत के ज्ञान - विज्ञान में जो आज तक प्रगति हुई है, उस सब में भी वे अद्यतन हैं।
उनकी विशाल ज्ञान राशि और स्वयं के अनुभव पर आधारित एक नई जीवनशैली को वे हजारों लोगों में बांट रहे हैं।
परमगुरु ने जिसे जोरबा द बुद्धा कहा है, उसे धरती पर साकार करने में विगत 20 वर्षों से सतगुरु ने अपना जीवन समर्पित कर दिया है।
प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को संध्या 6:30 बजे हम उन्हें CZcams में LIVE सुन सकते हैं। वर्तमान स्थिति, जिसमें महामारी फैली हुई है, पूरी दुनिया एक विकट संक्रमण काल से गुजर रही है, ऐसे में किसी जीवित सद्गुरु के मुख से सुने गए वचनों से न केवल शांति मिलती है, बल्कि जीवन की विराटता का भी अनुभव होता है।
आप अपने मित्रों, परिवारजनों और शुभचिंतकों को इस सौभाग्य की घड़ी का सदुपयोग करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
नानक ध्यान मंदिर मुरथल इस सत्संग कार्यक्रम का संयोजक है।
ऑनलाइन प्रोग्राम करने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक करके शेड्यूल देख सकते हैं
oshodhara.org/onlineSchedule.php
या आप दिए गए नंबर पर कॉल करके अपना आरक्षण करा सकते हैं: +91 9671400196, 967400193
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/ siddharthaulia
Ref: SBS 33.1
Aap ka gyan bahut Sundar guruji satsang Naman
❤,🙏🙏💐jai gurudeb
Good Knowledge
❤❤
Pujyaniya Shri gurudev ke Charno Me Koti-Koti Pranam 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🪔
समर्थ गुरु की जय हो। ❤
Ahobhav Samarthguru 🙇♂️🙇♂️🙇♂️
Satguru ji Sadar pranam
.
Ahovao Sadguru...
Jai sadguru prem Naman
Bahut sunder Bolte hai aap
Gurudev naman
आत्मा का निवास दोनों आंखों के मध्य आज्ञाचक्र पर ही है
Thanku so much guruji..
अहोभाव.. कामिल मुर्शिद औलिया..
ॐ अहोभाव सदगुरु
Gratitude Samrathguru 🙏🏻 🌹
Ahobhav ahobhav gurudev🙏🙏
ॐ अद्भुद बोध, सम्यक ध्यान, इस जाग्रति में लिये, अहोभाव, सद्गुरुदेवः
कोटि-कोटि धन्यवाद गुरुदेव
prbhu sdguru parnaam
आपने समझाया नाद सुनते समय ध्यान आज्ञा चक्र पर करना हे इस वीडीऔ मे बताया प्रभू की आज्ञा चक्र पर ध्यान मे दुष्प्रभाव हे
मे समझ नही पाया
फिर प्रभू नाद कैसे सुने🙏🌹🙏
Ahobhav 🙏
ज़ब मन एकाग्र होगा तभी ध्यान लगेगा लेकिन मन एकाग्र ही नहीं होता
Pranayam mere payre guru g
Jai Samrathguru ji 🙏
💖💖💖💖💖💖💖💖💖
Bahut accha Gyan Diya guru ji
🙏🙏🙏❤️🙏🙏🙏
🙏Thanks guruji
. for useful guidelines
अहोभाव सदगुरु 🙏🙏❤❤
कोटी। कोटी धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏
तेरे सिने में दम है दिल नहीं है तेरा दम गरम ये महफ़िल नहीं है ।निकल जा अकल से आगे ये नूर और चिराग़ राह है मंज़िल नहीं है आदेश आदेश आदेश आज मोहे पीहू मिलेंगे किसी को चेला चाहिए तो मेरी गर्दन तैयार है
🙏🙏
Lokenath itne bare mahapurush the ki bara bare mahapurush bhi unko pranam karte hein .
🙏🙏🙏🙏🙏🌹
❤❤🙏🙏❤❤
🙏🙏🌹🌹💢🕉️⛪
Dhun mein dhyan., dhyan mein janya gurmukh akhat kahani,.. Guru Nanak g, simran karo or use hi suno
Thanks & Gratitude Respected Beloved Sadgurudev for Spiritual Guidance 🙏
🌹🌹🙏🙏🌹🌹
❤️❤️🙏🏻
🌹🙏👍💀🚩
🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
When.in.deep.meditation.(trance).there.is.no.body.consiousness.&.no.chakras.Time.&.space.does.not.exist.
Thoughtlessness.for.even.for.one.minute.is.samadhi.
Ha mujhe bhi drilling hone laga tha
Guru jee aapka aashram kanha hai
आज्ञाचक्र मतलब दोनों आंखों के मध्य में ध्यान करना है
आज्ञाचक्र पर सीधें ध्यान नहीं करे पहलें अनुलोम विलोम करें प्राणायाम करें आती जाती श्रवासों कों देखतें रहे कुछ समय बाद श्वासें सम हो जाएगी फिर आज्ञाचक्र पर ध्यान लगातें रहे
❤❤❤❤
Gurujii sahastrar chakra mein kitni avasthaye hai
प्यारे सदगुरु के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏💚🙏
Bhagwan saakar aur niraakar bhi hai kyunki wo purn hai
1st level nirakar bramh (sat)
2nd level parmatma (chaturbhuj vishnu-chitt)
3rd level bhagwan (krishn- aanand)
Dhanya bat gouroji
Me vi nila akas dekh pata ho
👍🙏🏻❤️🌹
Ashok bharti ji bhi ankh khol kr krwate h m unka snyasi hu jwab de please
पर भाईजी इसे जागृत कैसे किया जाए
Guru ju me Bipasna dyan karta hoo lekin muji bahut sar me dard hota hai please tell me solution
I want to talk with them.
Mirar tratak sehi hey ya galat gurudev
Agya chakar men koi pineal gland batata hai koi pitutory gland.please clarify.
Aap gland ke chakkar me na fase,sakshi dasha ko jane
Padh nhi pate the drilling hone par tab sab kuch chhod ke khelne par jyada dhayan dene lage
Muze bhi drilling sensation ho raha, aapne उसे kaise thik kiya kripaya muze batayiye
sat sat sadguruji maharaj ji🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚
।।मुक्तक छंद कविता।।:+:हे मानुष जनम सफल उन्ही का, जो सारशबदी सतगुरु को पा जावे। सत कबीर सुजान की वंदना करके, परमेश्वर को लख पावे।।हे मानुष--।।00।।सतगुरु सत कबीर का सारशबद चित्त मे जान कर, ऐकेश्वर पहचाने। सर्वेश्वर की परम प्रगट प्रत्यक्ष अनुभूति चित्त मे करके, सुरति को शबद से मिलावे।।हे मानुष--।।01।।काल ब्रम्ह अक्षर ब्रम्ह तो पूर्ण पारब्रम्ह ने ही निर्माये। निःअक्षर अखण्ड इस परम राम नाम को, सब के सब शीश झुकाये।।हे मानुष--।।02।।सतलोक अमरलोक अनामी लोक ये सब परमधाम को ही संत पुकारे। सत कबीर सुजान के सारशबद अखण्ड को अपने चित्त मे पाकर, सीधे अंत समय सतधाम पधारे।।हे मानुष--।।03।।बस इन संसारी देही गुरुओ से बचना मेरे भाई बहनो, इनका दिल तो खोटा है इनका भारी लोचा है। सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे घर बैठे लखावे,विदेही कबीर जी घर घर जावे।।हे मानुष--।।04।।साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र के सतसंग सुनलो, सारशबदी सतगुरु विदेही सत कबीर जी से खुद ही मिललो।।हे मानुष--।।05।।साल बीसम बीसा से सारशबद धुन चित्त मे सुपात्रो को विदेही कबीर जी लखाते है। हमने जाना आप भी जानो, फ्री फोकट मे नर प्राणी भवसागर तर जाते है।।हे मानुष जनम--।।06।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।,,।।
अच्छों
सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जाने बिना कोई ना उतरसी भवसागर के उस पार। संत कबीर सुजान की गुरुवाणी अपरम्पार।। सादर सत साहेब बंदगी।
Lokenath ke bare mein aisi bateen pakhandi ho tum
🙏
🙏🙏