अद्भ्य: सम्भूंत: पृथिव्यै रसोच्च ! विश्वकर्मण: समवर्तताधि। तस्य त्वष्टां विदधंदूपमेति। तत्पुरुषस्य विश्वमाजानमग्र।। (यजुर्वेद अध्याय-31,मंत्र-17) अर्थात- सृष्टि के प्रारंभ में जल और पृथ्वी का निर्माण करके विराट पुरुष परब्रह्मा विराट विश्वकर्मा ने स्वयं से त्वष्टा अर्थात ब्रह्मा को उत्पन्न किया।ये समस्त सृष्टि अर्थात संपूर्ण ब्रह्माण्ड के अस्तित्व के पूर्व सबकुछ उन्ही विराट पुरुष विश्वकर्मा मैं समाहित थाऔर समस्त सृष्टि उन्हीं का रूप थी। ✍️ राज ओझा विश्व ब्राह्मण
परमात्मा विश्वकर्मा का प्रमाण *विश्वकर्मा ह्यहं साक्षात्परमात्मा परात्परः।* *उदरेऽहं न वत्स्यामि यतोऽहं वै सनातनः॥* ( *पद्मपुराण* / *खण्ड* - ६ ( *उत्तरखण्डः* )/अध्याय - १७४,श्लोक - ३६) ( *भगवान* *नृसिंह* और *भक्त* *प्रहलाद* *संवाद* ) *अर्थात* - मैं विश्वकर्मा हूँ साक्षात परमात्मा अर्थात सर्वोच्च आत्मा हूँ , पारलौकिक सर्वोच्च हूँ। मैं गर्भ में नहीं निवास करूंगा क्योंकि मैं सनातन,शाश्वत हूँ अर्थात मैं ही आदि, मध्य और अंत हूँ।
श्री विश्वकर्मा जी के अवतार 1- परब्रह्म विराट विश्वकर्मा- यह जन्म मरण से परे,अजर अमर,अविनाशी तथा निर्विकार, निराकार है।यही सृष्टि के सृजक, पालन व संहारक भी है। इन्हे प्रणव भी कहते है। 2- त्वष्टा शिल्पाचार्य विश्वकर्मा- परब्रह्म विराट विश्वकर्मा ने ही अमैथुनी सृष्टि से जगत के कल्याणार्थ त्वष्टा शिल्पाचार्य विश्वकर्मा की उत्पत्ति की।इनके सृजनात्मक गुण के कारण ब्रह्मा भी कहा गया। 3- भौवन विश्वकर्मा- रिषी आपत्य की पत्नी के गर्भ से माघशुक्ल प्रतिपदा को पुत्र रूप भौवन विश्वकर्मा हुए,जिनका वर्णन रिग्वेद मे है। 4- सुधन्वा विश्वकर्मा- निरूक्त देवल के उत्तरकाण्ड तथा बाल्मीकि रामायण के अयोध्या काण्ड के सर्ग 100 श्लोक संख्या -14 मे सुधन्वा विश्वकर्मा का उल्लेख मिलता है।यह महर्षि अंगिरा के पौत्र व पुत्र धिष्णु के पुत्र थे। इनका जन्म कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को हुआ था। 5- अष्टम वसु पुत्र प्रभाष विश्वकर्मा- महर्षि अंगिरा की पुत्री योगगसिद्धा, वरस्त्री का पाणिग्रहण अष्टम वसु प्रभाष से हुआ था। इनका जन्म भाद्रपद शुक्लप्रतिपदा को हुआ था । इनका उल्लेख महाभारत मे मिलता है। 6- प्रजापति विश्वकर्मा- वृहद वशिष्ठ ग्रन्थ के अनुसार धर्म-परायण ब्राह्मण हेली के यज्ञ से प्रसन्न होकर माघशुक्ल त्रयोदशी को प्रजापति विश्वकर्मा ने दर्शन दिया था, माघे शुक्लेत्रयोदशा दिवापुष्पे पुनर्वास,अष्टाविशति मे जाति विश्वकर्मा भवानी च। विवाहादिषु यज्ञसु गृहकार्य विधायक, सर्वकर्मसु संपूज्यो विश्वकर्मा इतिहास श्रुतं। 7- जगद्गुरू विश्वकर्मा- सकलाधिकार ग्रन्थ के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा को जगद्गुरू विश्वकर्मा का जन्म बताया गया है। 8- काश्यप विश्वकर्मा - माघ पूर्णिमा को मूल स्तम्भ पुराण तथा बाल्मीकि रामायण के बाल काण्ड के सर्ग 09 श्लोक 3 व 4 इस प्रकार है- काश्यपस्य च पुत्रोऽस्ति विभाण्डक इतिहास श्रुत:। श्रृष्यश्रृङ्ग इतिहास खूयातस्यतस्य पुत्रो भविष्यति, स वने नित्यानंद मुनिर्वनचर: सदा। 9- ब्राह्मकुलोत्पन्न विश्वकर्मा- ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार ब्रह्मा के कुल मे उत्पन्न होने के कारण इन्हे ब्रह्मकुलोत्पन्न विश्वकर्मा कहा गया,जिनका जन्म चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का है। 10- आचार्य विश्वकर्मा- वायु पुराण के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा को आचार्य विश्वकर्मा का जन्म हुआ था। 11- भृगुवंशी विश्वरूप विश्वकर्मा- श्रीमद्भागवत महापुराण के अनुसार महर्षि भृगु की दोनो पत्नियो मे से पुलोमी से शुक्राचार्य हुए। शुक्राचार्य की पत्नी सत्परवा से प्रजापति त्वष्टा का जन्म हुआ। त्वष्टा की पत्नी रचना से वैशाख शुक्ल द्वितीया को विश्वरूप विश्वकर्मा का जन्म हुआ। अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण महासभा
विश्वकर्मा एक भारतीय उपनाम है जो मूलतः शिल्पी (क्राफ्ट्समैंन) लोगों द्वारा प्रयोग में लाया जाता है। विश्वकर्मा ब्राह्मण जाति से भी संपर्क रखते है विश्वकर्मा पुराण के मुताबिक विश्वकर्मा जन्मों ब्राह्मण: मतलब ये जन्म से ही ब्राह्मण होते ।
*परमात्मा* *विश्वकर्मा* *का* *प्रमाण*. विश्वकर्मा ह्यहं साक्षात्परमात्मा परात्परः उदरेऽहं न वत्स्यामि यतोऽहं वै सनातनः॥* ( पद्मपुराण / खण्ड - ६ ( उत्तरखण्डः)/अध्याय - १७४,श्लोक - ३६) ( भगवान नृसिंह और भक्त प्रहलाद संवाद* ) *. अर्थात* - मैं विश्वकर्मा हूँ साक्षात परमात्मा अर्थात सर्वोच्च आत्मा हूँ , पारलौकिक सर्वोच्च हूँ। मैं गर्भ में नहीं निवास करूंगा क्योंकि मैं सनातन,शाश्वत हूँ अर्थात मैं ही आदि, मध्य और अंत हूँ।
*विश्वकर्मा वंशीय ब्राह्मणों* का कुल *ब्रह्मर्षि अंगिरा* और *भृगु* कुल से चला है इसलिए वेदो मे *विश्वकर्मा ब्राह्मणों* को *आंगिरस ब्राह्मण* भी कहा गया है , *अथर्ववेद* का ज्ञान *ब्रह्मर्षि अंगिरा* के ह्रदय मे प्रकट हुआ था ,अथर्ववेद का उपवेद अर्थवेद अर्थात शिल्पवेद है इसलिए *विश्वकर्मा ब्राह्मणो* को वेदो में *अथर्वेदीय ब्राह्मण* भी कहा गया है। *जो लोग अथर्वेदीय आंगिरस ब्राह्मणों अर्थात विश्वकर्मा ब्राह्मणों को सताते है उन्हे वेदों मे कहा गया है-:* ये बृहत्सामानमा,अंगीरसमार्पयन् ब्राह्मणं जना:। पेत्वस्तेषामुभयादम,विस्तोकान्यावयत् ( *अथर्ववेद कांड-5,सूक्त-19, मंत्र-2* ) अर्थात-: जो लोग बृहतसाम वाले(वेदाभ्यासी) अर्थात् अंगिरावंशीय अथर्वेदीय ब्राह्मणों को सताते है ,उनको हिंसक पशु और काल अपने पाश मे लेकर पीस डालता है। ( सारांश-: अंगिरस,अथर्वेदीय ब्राह्मणों को कष्ट देने वाले का सर्वनाश हो जाता है) *ॐ नमो विश्वकर्मणे* 🙏🚩
आपने,परमात्मा विश्वकर्मा जी का पूजन एक ही दिन होता है, से सम्बन्धित ज्ञान कुछ भी नहीं दिया। प्रभु विश्वकर्मा की भाद्रपद मास की कन्या संक्रान्ति को होती है लेकिन १७सितम्बर को पूजन दिवस प्रसिद्ध है, ऐसा क्यों? स्पष्ट कर बताएं।
Hamare Yahan is Sal Vishwakarma puja 18 September ko Manaya jaega. Har Sal 17 September ko Manaya Jata Hai parantu Gregorian Calendar ke leap year ke 1 sal pahle 18 September ko Manaya jata hai.
*स्कन्द पुराण -ब्राह्मण खण्ड शिल्पसास्त्रे* *शुद्र* *कोटि* *सहस्रणामेक* *विप्र* *प्रतिष्ठित* *विप्र* *कोटि* *सहस्रणामेक* *विप्र* *शिल्पी* *प्रतिष्ठित* *अर्थ* - कि हजारौं शुद्र के समान्ता मे एक विप्र ब्राह्मण पुज्यणिय होता है वैसेही हजारौ विप्र के समान्ता मे एक *शिल्पी* *ब्राह्मण* ( *विश्वकर्मा* *ब्राह्मण* )पुज्यणिय होते है ।
Video banane ke liye बहुत-बहुत dhanyvad Vishwakarma Puran mein likha hua hai Virat Vishwakarma Sabke Malik Hain Teen log 14 June 84 lakh Yoni ka vistar Karne Wale pahla Brahma ji ko Paida kiye sirf bachne ke liye dusre Mein Vishnu ji ko Paida kiye Palan karne ke liye teesre Mein Shankar Ji ko Paida kiye sanghar karne ke liye Indradev ki utpati Kiya devtaon ka Raja banaen yah Jo Dharti Hai Ek Anda ke jaise Vishwakarma Bhagwan Ne nikale the Jis per Sahara Sansar Basa Hua Hai Vishwakarma Bhagwan Unka Virat Roop Hai Jo hajaron netron Wale Hain hajaron Hathon Mein Bhuja Wale Hain unke Ang Ang se Sab Devi Devta nikal rahe hain Vishwakarma Bhagwan ke Anek Roop Hain Kuchh rupon ko Brahma ji ka Santan bhi Kaha jata hai men Vishkarma Sabke Malik Hain pure Sansar ke bigaad Vishwakarma Jay Shri Vishwakarma dhanyvad
पेरियार से कोई 70 साल पहले भारत आनेवाला यात्री फ्रांसिस बुकानन ने कई पर्व-त्योहार को धूमधाम से मनाए जाने का उल्लेख किया है, मगर 17 सितंबर को आयोजित विश्वकर्मा पूजा का जिक्र उसने भी नहीं किया है यदि हो सके तो बताएँ कि 17 सितंबर को आयोजित होनेवाली विश्वकर्मा पूजा का धूमधाम से मनाए जाने का प्रमाण हमें कब से मिलता है?
अद्भ्य: सम्भूंत: पृथिव्यै रसोच्च ! विश्वकर्मण: समवर्तताधि। तस्य त्वष्टां विदधंदूपमेति। तत्पुरुषस्य विश्वमाजानमग्र।।
(यजुर्वेद अध्याय-31,मंत्र-17)
अर्थात- सृष्टि के प्रारंभ में जल और पृथ्वी का निर्माण करके विराट पुरुष परब्रह्मा विराट विश्वकर्मा ने स्वयं से त्वष्टा अर्थात ब्रह्मा को उत्पन्न किया।ये समस्त सृष्टि अर्थात संपूर्ण ब्रह्माण्ड के अस्तित्व के पूर्व सबकुछ उन्ही विराट पुरुष विश्वकर्मा मैं समाहित थाऔर समस्त सृष्टि उन्हीं का रूप थी।
✍️ राज ओझा विश्व ब्राह्मण
भगवान विश्वकर्मा जी को दंडवत कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏
Jai shree vishwakarma bhagwan
परमात्मा विश्वकर्मा का प्रमाण
*विश्वकर्मा ह्यहं साक्षात्परमात्मा परात्परः।*
*उदरेऽहं न वत्स्यामि यतोऽहं वै सनातनः॥*
( *पद्मपुराण* / *खण्ड* - ६ ( *उत्तरखण्डः* )/अध्याय - १७४,श्लोक - ३६) ( *भगवान* *नृसिंह* और *भक्त* *प्रहलाद* *संवाद* )
*अर्थात* - मैं विश्वकर्मा हूँ साक्षात परमात्मा अर्थात सर्वोच्च आत्मा हूँ , पारलौकिक सर्वोच्च हूँ। मैं गर्भ में नहीं निवास करूंगा क्योंकि मैं सनातन,शाश्वत हूँ अर्थात मैं ही आदि, मध्य और अंत हूँ।
जय श्री विष्वकर्मा भगवान की जयकार हो वो
Jai shree Vishwa karma baba ki jai 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai baba viskarma
विश्वकर्मा भगवान के बारे मे और बिसतार से बताने कि कृपा करे विश्वकर्मा जी के बारे मे बताया अच्छा लगा जय श्री विश्वकर्मा भगवान विश्वकर्मा समाज
श्री विश्वकर्मा जी के अवतार
1- परब्रह्म विराट विश्वकर्मा-
यह जन्म मरण से परे,अजर अमर,अविनाशी तथा निर्विकार, निराकार है।यही सृष्टि के सृजक, पालन व संहारक भी है। इन्हे प्रणव भी कहते है।
2- त्वष्टा शिल्पाचार्य विश्वकर्मा-
परब्रह्म विराट विश्वकर्मा ने ही अमैथुनी सृष्टि से जगत के कल्याणार्थ त्वष्टा शिल्पाचार्य विश्वकर्मा की उत्पत्ति की।इनके सृजनात्मक गुण के कारण ब्रह्मा भी कहा गया।
3- भौवन विश्वकर्मा-
रिषी आपत्य की पत्नी के गर्भ से माघशुक्ल प्रतिपदा को पुत्र रूप भौवन विश्वकर्मा हुए,जिनका वर्णन रिग्वेद मे है।
4- सुधन्वा विश्वकर्मा-
निरूक्त देवल के उत्तरकाण्ड तथा बाल्मीकि रामायण के अयोध्या काण्ड के सर्ग 100 श्लोक संख्या -14 मे सुधन्वा विश्वकर्मा का उल्लेख मिलता है।यह महर्षि अंगिरा के पौत्र व पुत्र धिष्णु के पुत्र थे। इनका जन्म कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को हुआ था।
5- अष्टम वसु पुत्र प्रभाष विश्वकर्मा-
महर्षि अंगिरा की पुत्री योगगसिद्धा, वरस्त्री का पाणिग्रहण अष्टम वसु प्रभाष से हुआ था। इनका जन्म भाद्रपद शुक्लप्रतिपदा को हुआ था । इनका उल्लेख महाभारत मे मिलता है।
6- प्रजापति विश्वकर्मा-
वृहद वशिष्ठ ग्रन्थ के अनुसार धर्म-परायण ब्राह्मण हेली के यज्ञ से प्रसन्न होकर
माघशुक्ल त्रयोदशी को प्रजापति विश्वकर्मा ने दर्शन दिया था,
माघे शुक्लेत्रयोदशा दिवापुष्पे पुनर्वास,अष्टाविशति मे जाति विश्वकर्मा भवानी च।
विवाहादिषु यज्ञसु गृहकार्य विधायक, सर्वकर्मसु संपूज्यो विश्वकर्मा इतिहास श्रुतं।
7- जगद्गुरू विश्वकर्मा-
सकलाधिकार ग्रन्थ के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा को जगद्गुरू विश्वकर्मा का जन्म बताया गया है।
8- काश्यप विश्वकर्मा -
माघ पूर्णिमा को मूल स्तम्भ पुराण तथा बाल्मीकि रामायण के बाल काण्ड के सर्ग 09 श्लोक 3 व 4 इस प्रकार है-
काश्यपस्य च पुत्रोऽस्ति विभाण्डक इतिहास श्रुत:।
श्रृष्यश्रृङ्ग इतिहास खूयातस्यतस्य पुत्रो भविष्यति, स वने नित्यानंद मुनिर्वनचर: सदा।
9- ब्राह्मकुलोत्पन्न विश्वकर्मा-
ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार ब्रह्मा के कुल मे उत्पन्न होने के कारण इन्हे ब्रह्मकुलोत्पन्न विश्वकर्मा कहा गया,जिनका जन्म चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का है।
10- आचार्य विश्वकर्मा-
वायु पुराण के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा को आचार्य विश्वकर्मा का जन्म हुआ था।
11- भृगुवंशी विश्वरूप विश्वकर्मा-
श्रीमद्भागवत महापुराण के अनुसार महर्षि भृगु की दोनो पत्नियो मे से पुलोमी से शुक्राचार्य हुए। शुक्राचार्य की पत्नी सत्परवा से प्रजापति त्वष्टा का जन्म हुआ। त्वष्टा की पत्नी रचना से वैशाख शुक्ल द्वितीया को विश्वरूप विश्वकर्मा का जन्म हुआ।
अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण महासभा
जय बाबा विश्वकर्मा भगवान की
Jai bishwakarma baba 🙏🙏
JAI baba vishvkarma
Jay bishwokarma baba 💕🙏💕🌹🌹
Jay Vishvakarma baba 🕉🕉🕉🕉🕉🌹🌹🔱🔱🔱🔱🚩🚩🚩
विश्वकर्मा एक भारतीय उपनाम है जो मूलतः शिल्पी (क्राफ्ट्समैंन) लोगों द्वारा प्रयोग में लाया जाता है। विश्वकर्मा ब्राह्मण जाति से भी संपर्क रखते है विश्वकर्मा पुराण के मुताबिक विश्वकर्मा जन्मों ब्राह्मण: मतलब ये जन्म से ही ब्राह्मण होते ।
Vishwakarma bharatiya upnaam nhi he samjhe. Vishwakarma ek dev the kuch jahilo ke karan caste ban gaya or Kuch nhi samjhe.
@@hinduwadiabhi7603 Vishwakarma vansh me janme Brahman sharma aur vishwakarma lagane ke adhikari hai
Jay Vishwakarma Baba ki Jay
Om Namo VishwakarmaDevay Namah 🙏🙏
Jai parkash kumar sharma guru ram🙏🙏'
Nath❤🎉😮😊😊
*परमात्मा* *विश्वकर्मा* *का* *प्रमाण*.
विश्वकर्मा ह्यहं साक्षात्परमात्मा परात्परः
उदरेऽहं न वत्स्यामि यतोऽहं वै सनातनः॥*
( पद्मपुराण / खण्ड - ६ ( उत्तरखण्डः)/अध्याय - १७४,श्लोक - ३६) ( भगवान नृसिंह और भक्त प्रहलाद संवाद* )
*. अर्थात* - मैं विश्वकर्मा हूँ साक्षात परमात्मा अर्थात सर्वोच्च आत्मा हूँ , पारलौकिक सर्वोच्च हूँ। मैं गर्भ में नहीं निवास करूंगा क्योंकि मैं सनातन,शाश्वत हूँ अर्थात मैं ही आदि, मध्य और अंत हूँ।
*विश्वकर्मा वंशीय ब्राह्मणों* का कुल *ब्रह्मर्षि अंगिरा* और *भृगु* कुल से चला है इसलिए वेदो मे *विश्वकर्मा ब्राह्मणों* को *आंगिरस ब्राह्मण* भी कहा गया है , *अथर्ववेद* का ज्ञान *ब्रह्मर्षि अंगिरा* के ह्रदय मे प्रकट हुआ था ,अथर्ववेद का उपवेद अर्थवेद अर्थात शिल्पवेद है इसलिए *विश्वकर्मा ब्राह्मणो* को वेदो में *अथर्वेदीय ब्राह्मण* भी कहा गया है।
*जो लोग अथर्वेदीय आंगिरस ब्राह्मणों अर्थात विश्वकर्मा ब्राह्मणों को सताते है उन्हे वेदों मे कहा गया है-:*
ये बृहत्सामानमा,अंगीरसमार्पयन् ब्राह्मणं जना:।
पेत्वस्तेषामुभयादम,विस्तोकान्यावयत्
( *अथर्ववेद कांड-5,सूक्त-19, मंत्र-2* )
अर्थात-: जो लोग बृहतसाम वाले(वेदाभ्यासी) अर्थात् अंगिरावंशीय अथर्वेदीय ब्राह्मणों को सताते है ,उनको हिंसक पशु और काल अपने पाश मे लेकर पीस डालता है। ( सारांश-: अंगिरस,अथर्वेदीय ब्राह्मणों को कष्ट देने वाले का सर्वनाश हो जाता है)
*ॐ नमो विश्वकर्मणे* 🙏🚩
Om Namah Shivay Jai Shree Radhe Krishna Radhe Radhe 🙏🥭🌹💯♥️🩸👋🙏
🙏🙏🙏🙏 Puran mein Jo bhi garden Kiya Gaya hai hamare bhaiyon jitne bhi Hain sabhi aaram se isko sune iske bare mein
Jay wishakrma baba🙏🙏🙏
Nice video 👍❤❤❤😢
Jai ho sir
Jay vishkarma bhagwan
Jai shree vishwakarma ji 🙏🏻🕉️🚩
Jai bhagwan vishwakarma 🙏🚩
Jai Vishwakarma Ji🙏
हर हर महादेव जी !!!!!
Jai shree vishwbrahman ki jai
Thank you❤ sir❤
Om namo vishwakermanay
Jay baba vishwakarma
जय जय श्री कृष्ण
आपने,परमात्मा विश्वकर्मा जी का पूजन एक ही दिन होता है,
से सम्बन्धित ज्ञान कुछ भी नहीं दिया। प्रभु विश्वकर्मा की भाद्रपद मास की कन्या संक्रान्ति को होती है लेकिन १७सितम्बर को पूजन दिवस प्रसिद्ध है, ऐसा क्यों? स्पष्ट कर बताएं।
सवाल सही किया या आपने भैया
Hamare Yahan is Sal Vishwakarma puja 18 September ko Manaya jaega. Har Sal 17 September ko Manaya Jata Hai parantu Gregorian Calendar ke leap year ke 1 sal pahle 18 September ko Manaya jata hai.
Jay Vishwakarma Baba ki
❤ जय जय विश्वकर्मा
Jai bhagvan vishwakarma 🙏🚩
ઓમ જય ગાયત્રી
Jai Shri Krishna ji Jai baba viswakarma baba ke 🙏🏻hai mata saraswati mata ji 🙏🏻🥰
🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Shree viswakrma Prabhu ki jay
*स्कन्द पुराण -ब्राह्मण खण्ड शिल्पसास्त्रे*
*शुद्र* *कोटि* *सहस्रणामेक* *विप्र* *प्रतिष्ठित*
*विप्र* *कोटि* *सहस्रणामेक* *विप्र* *शिल्पी* *प्रतिष्ठित*
*अर्थ* - कि हजारौं शुद्र के समान्ता मे एक विप्र ब्राह्मण पुज्यणिय होता है वैसेही हजारौ विप्र के समान्ता मे एक *शिल्पी* *ब्राह्मण* ( *विश्वकर्मा* *ब्राह्मण* )पुज्यणिय होते है ।
Jay Vishwakarma ji loharan ok ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Radhe Radhe. 17-09-2023❤
Video banane ke liye बहुत-बहुत dhanyvad Vishwakarma Puran mein likha hua hai Virat Vishwakarma Sabke Malik Hain Teen log 14 June 84 lakh Yoni ka vistar Karne Wale pahla Brahma ji ko Paida kiye sirf bachne ke liye dusre Mein Vishnu ji ko Paida kiye Palan karne ke liye teesre Mein Shankar Ji ko Paida kiye sanghar karne ke liye Indradev ki utpati Kiya devtaon ka Raja banaen yah Jo Dharti Hai Ek Anda ke jaise Vishwakarma Bhagwan Ne nikale the Jis per Sahara Sansar Basa Hua Hai Vishwakarma Bhagwan Unka Virat Roop Hai Jo hajaron netron Wale Hain hajaron Hathon Mein Bhuja Wale Hain unke Ang Ang se Sab Devi Devta nikal rahe hain Vishwakarma Bhagwan ke Anek Roop Hain Kuchh rupon ko Brahma ji ka Santan bhi Kaha jata hai men Vishkarma Sabke Malik Hain pure Sansar ke bigaad Vishwakarma Jay Shri Vishwakarma dhanyvad
Virat vishwakarma se bhi bare brahma vishnu mahesh he
😂😂😂 Half knowledge tumse jalan ki bhoo aa rahi hai @@hinduwadiabhi7603
भ्रामक प्रस्तुति है। विश्वकर्मा की उत्पत्ति ब्रह्मा न से नही वरन् ब्रह्मा के उत्पन्न विराट विश्वकर्मा से हुई है।
Kon se histroy.mai yeh likha hai vishwakarma duniya ka pehla engineer hai
Ved puran dekho sb history me hi nhi hota h
हिंदू देवी देवताओं की पूजा, त्यौहार हिंदू कलैंडर के अनुसार मनाया। जाता है तो फिर विश्वकर्मा की पूजा अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार क्यों मनाते है,
Best comment
पेरियार से कोई 70 साल पहले भारत आनेवाला यात्री फ्रांसिस बुकानन ने कई पर्व-त्योहार को धूमधाम से मनाए जाने का उल्लेख किया है, मगर 17 सितंबर को आयोजित विश्वकर्मा पूजा का जिक्र उसने भी नहीं किया है यदि हो सके तो बताएँ कि 17 सितंबर को आयोजित होनेवाली विश्वकर्मा पूजा का धूमधाम से मनाए जाने का प्रमाण हमें कब से मिलता है?
29/7/2024
Jai baba vishwakrma bhagwan ki galti maff karna baba vishwakrma musibat se dur rkhna baba bal budhi Gyan dena baba jai baba vishwakrma bhagwan ki jai
Inka janmdin Har Sal 17 September ko aata hai kis San Mein Paida hue the
Vishwakarma puja me log daru kyu pitae hai
Sristi hirenyegarbh se uttpan hui.hirenyegarbh ki theory aaj ki modern science ki duniya kese bani hogi theory se puri tarh match khati h
Vishwakarma ji kaun the pata nhi Vishwakarma maha Puran ka 11 adhyay padh lena tumhari aankh khul jaega
Vishwakarma ji ganja peta te kya
E sab pakhand hai
Jai viswakarma baba 🙏🙏🙏
जय श्री भगवान विश्वकर्मा जी