इस एक आदमी को भारत रत्न देकर PM मोदी 2019 का चुनाव आज ही जीत लेंगे! | Political Kisse | Jagjivan Ram
Vložit
- čas přidán 4. 04. 2017
- In this video of Political Kisse, Saurabh Dwivedi talks about Jagjivan Ram, one of the biggest Dalit politicians of India. He holds the record of being the longest serving Cabinet Minister.
Jagjivan Ram and Ambedkar were two big Dalit politicians of the time.
Produced By: The Lallantop
Edited By: Amitesh Kumar
अगर देखा जाए तो Dr Ambedkar और बाबू जगजीवन राम दोनों का विजन एक ही था बस रास्ते अलग अलग थे
जय भीम
जय भारत
शिक्षा शेरनी का वो दूध है जो पियेगा वो धाडेगा Dr Br Ambedkar
Dono ka ak hi vission agri ko dabana aur dalit, jo kyo nahi karorpati ho, usko upper uthana.
बाबू जी की कहनी एक बार फिर से आँखों के सामने नाच गयीं ।1971के युद्घ से लेकर एमरजेंसी और जनता पार्टी और आज का मोदी युग सब ताजा हो गया।
Sahi baat
बाबू जगजीवन राम जी को भारत रत्न मिलना ही चाहीये.
सौरभ आपने सही ईतिहासमे हमे ले गये है. धन्यवाद.
जगजीवन राम सियासी शतरंज के खेल में हार गए,, इसलिए पीएम नही बन पाए। इसलिए नहीं कि वे दलित थे
@@utkarshisback390 dalit hona.shatrant ka khel se bhi jyada bhari tha bahut sanghars tha aaj bhi bhart me logo ki rag rag me racha bsa hai
सौरभ जी देश में दलितों और सवर्णों का सबसे पहले हिन्दू धर्म में विभाजन मुस्लिमों ने करवाया इसके पूर्व हिन्दुओं में दलित व सवर्ण समाज बहुत प्रेम से रहते थे ।वर्ग संघर्ष तो जबसे मानव की उत्पत्ति हुई तबसे हीहै। परन्तु दलित वसवर्ण एक दूसरे के प्रतिपूरक थे। हमारे इतिहास में महमूद गजनवी व मोहम्मद गोरी के आक्रमण के बाद बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ क्योंकि भारत के लोगों को मुस्लिम शासकों ने लूटा तथा स्वर्णों के प्रति भड़काया मुस्लिम समाज को अपने घरेलू कार्यों को सेवकों की आवश्यकता थी और दलितों व स्वर्णों के बीच खाई गहरी होती गई जिसका फायदा मुस्लिमों को हुआ और उन्होंने दलितों का धर्म परिवर्तन करवा दिया परिवर्तन किए हुए दलितों की मुस्लिमों में आज भी दोयम दर्जे की हैसियत है ।वही हाल कांग्रेस में बाबू जगजीवनराम का हुआ कांग्रेस ने बाबू जगजीवनराम का प्रयोग राजनीति में बहुत किया परन्तु उन्हें प्रधानमंत्री कभी नहीं बनने दिया जबकि वे इसके पूरे हकदार थे। धन्यवाद जयहिंद जयभारत
आपको सुनकर देखकर लगता है कि अभी भी भारत में सच्ची पत्रकारिता जीवित है... सत्य के साथ लगे रहिए.... जय भारत
आज आप जैसे पत्रकार ही इस देश को एक सही दिशा दे सकते हैं। जो तर्क के आधार पर सही-गलत का निर्धारण कर सकते हैं न कि भेदभाव के आधार पर। ऐसे ही बने रहिएगा। ताकि पत्रकारिता पर विश्वास बना रहे।
सौरभ जी, बाबा साहेब,और बाबू जी की तुलना करना मेरा ध्येय नहीं है दोनो महान थे, लेकिन बाबा साहेब समाज सुधारक थे इस उद्देश्य के लिए वह राजनीति में रहे और जब इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु उनके सामने बाधायें आती, उन्होंने तत्काल इस्तीफा दिया। जब कि बाबूजी को में केवल राजनीतिज्ञ के तौर देखता हूं।
बाबा साहब अंबेडकर की राजनीति सर्वोच्च स्तर की थी । जो केवल मानव मात्र के लिए थी । बाबा साहब अंबेडकर अपने सिद्धांतों व विचारधारा पर आजीवन अडिग रहे ।
भारतीय राजनीति में उद्भित हुए नए और पुराने किस्सो का सचित्र विश्लेषण हमको और भी बहुत कुछ पुरानी घटनाओ को जानने के लिए ललायित करता रहता है..... और आशा की जाती है कि ऐसे ही नए रोचक तथ्य जानने को मिलते रहेंगे।
सौरभ जी आपका और आपकी समस्त टीम का आभार व्यक्त करते हुए सिर्फ एक ही बात कहना चाहूंगा कि यह बाबू जगजीवन राम जी की जीवन पर आधारित पॉलिटिकल विश्लेषण जो आपने किया है इससे दलितों में उभर रहे नए-नए कार्यकर्ताओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है बहुत-बहुत धन्यवाद आपका और प्रतिपक्ष भाई जी का जिन्होंने जिन्होंने आपकी स्टोरी के मुताबिक फोटोस निकाल करके दिखाएं हैं बहुत अच्छा कार्य एक बार फिर धन्यवाद आप ही हैं वह जिसकी देश को जरूरत है जातिवादी अमरबेल को नेस्तनाबूद करने वाले लल्लनटॉप की टीम भविष्य में और अधिक सार्थक प्रयास करेगी ऐसी मुझे आपसे आशा है जय भीम जय मान्यवर कांशीराम जय बाबू जगजीवन राम जय भारत
कोटि कोटि नमन आपकी पत्रकारिता को 🙏🙏
मुझे वो दिन याद है जब उनके बेटे की गलत तस्वीर छाप कर मनुवादियों ने उन्हें प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया।
सौरभ जी आपने सभी तथ्य अच्छे तरीके से प्रस्तुत किए में बचपन से 1975 से समाचार पत्र पड़ता aarhaa हु बाबू जगजीवनराम जी के लंबे राजनीतिक जीवन और दलित और पिछड़ों के प्रतिनिधित्व को अच्छे से प्रस्तुत किया उन्हें प्रधानमंत्री पद से राजनीति षड्यंत्रों से वंचित रखा गया जिसके वो हकदार थे और वर्तमान में भी लोकतंत्रिक शासन प्रणाली में यही हो रहा है केवल तरीके बदल गए है।
सौरभ भाई आप के वक्तव्य से वह आपकी बोली से वह लाए गए विषयों से लोगों की भारत वासियों की राजनीतिक समझ को एक नया आयाम मिलेगा वह उनकी राजनीतिक सोच को एक दिशा मिलेगी जिससे कि वह अपना सही निर्णय सही वक्त पर ले सकेंगे देशहित के लिए आप लोगों का प्रयास सराहनीय है धन्यवाद
यानी की दलित और हिंदु अलग अलग हैं आप को 📺वाले भाई जी दिल से धनेवाद जागो बहुजन जागो जय भीम जय भारत जय सविधान
सौरभ द्विवेदी जी आप बहुत अच्छा और निस्पक्ष बोलते हैं। आप के लिए जय भीम।
सौरभ जी धन्यवाद। बाबूजी की इन्हीं गुणों के कारण देश में इज्जत थी।
बाबू जगजीवन रामजी की प्रसिद्धि के पिछे केवल बाबा साहेब अम्बेडकर जी ही थे!
Very interesting video. Saurabh, you are a wonderful person. Thanks for your wonderful knowledge.
यही है खानदानी लोगों की पहचान जो दलित समाज के सबसे दिग्गज नेता जगजीवन बाबू को हमेशा नीचा दिखाना चाहते थे और उनको कभी भी प्रधानमंत्री न ही बनने दिया,सोचीये ये वो लोग हैं जो दलित दलित कहते थखते नहीं है और इनको लिए तो परिवार का ही प्रधानमंत्री होना चाहिए न कि कोई और,
बाबू जगजीवन राम को देखने का दो मौका मुझे मिला एक कोलकाता के मोहम्मद अली पार्क में जहां हमलोग रविदास जयंती मनाते थे, दुसरा शहीद मीनार मैंदान में,उनका बिचार कर्म के द्वारा मंजिल तक पहुंचने कि थी न की हवा बनाकर
" यदि कोई आदमी अपने हिस्से का देहात उठा लाये तो "" बहुत खूब सौरभ जी सम्पूर्ण विश्लेषण बहुत अच्छा लगा।
निष्पक्ष एवम उत्तम पत्रकारिता👍👍
जी मेरी भी यही राय है, की मोदी सरकार ने बाबु जगजीवनराम और कांशीराम को भारत रत्न से नवाज़े, एक बोहोत बड़ा दलित वर्ग भाजपा के निकट हो जाएगा।
Sandesh mukane. Uske bad bjp aur kabra khod degi dalito ki
Too good saurabh!! Its always delightful to listen to you ..the way you simplify n present any complicated topic I really enjoy it.
Thank you Sourav for presenting the political scenario around Jagjeevan Lal. There was a rumour that I had heard. That Babu JJL liked people to touch his feet, especially of the upper castes. Anyone not doing so would never get his help. Please throw some light on this.
H.
No..wrong romour ..
you gave great advice to new generation for value of education (PADHAI). Your three sentence are important ,sensitive and essential for Ne India. these three sentence must need to propagate at deep root of India.
सौरव भाई नमस्कार हमे याद है जब वे आते तो उन्हें स्वागत माला पहनाने को दलित खोजना पड़ता था कुछ साल बाद दलित डकैत मायावती के तो बड़े बड़े कुलीन लाइन लगा पैर छूने लगे जय श्रीराम वंदे मातरम्
प्रिय सौरभ, मैं प्रोग्राम देखता हूं लेकिन अपनी प्रतिक्रिया देने के मामले में खासा कृपण हूँ। लेकिन आपसे यदाकदा असहमति के बावज़ूद आपकी साफ सुथरी मुहावरेदार भाषा, बनावटहीन व शब्दाडंबर हीन जीवंत शैली, जो अब हिंदी पत्रकारिता से नदारद हो चुकी है, का मैं कायल हूँ।
कूछ छुटपुट तथ्यों (tidbits) को जिनको मैं प्रासंगिक समझता हूं का ज़िक्र करना मुझे उपयुक्त लगता है। ये मैं आपको दुरुस्त करने की ग़रज से नहीं बल्कि उन दिनों पढ़ी गई पत्रिकाओं और जो कुछ भी मैंने मेरे स्वर्गीय पिता की लोगों से समसामयिक राजनीतिक परिदृश्य पर बहस के दौरान सुना है उनमें जो याद रह गईं हैं वो साझा करना चाहूँगा। उसके पहले मैं यह बताता चलूँ कि मेरे पिता आज अपना 101 वां जन्मदिन मना रहे होते। दिल्ली के रामजस कॉलेज में 1938 - 41 के दौरान SFI के छात्र नेता रहे और कॉमरेड एम फ़ार्रूकी व अन्य के साथ स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे। नेताजी को अपना आदर्श मानते थे और उनसे तात्कालोन परिस्थितियों के चलते मार्गदर्शन हेतु व्यक्तिगत संपर्क में रहे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नेताजी के धुरी देशों के साथ मित्र देशों के विरुद्ध हाथ मिलाने के कारण कम्युनिस्ट साथियों द्वारा उनको ग़द्दार क़रार दिये जाने से क्षुब्ध होकर SFI से अलग हो गये बहुत तीखे विवाद के बाद।
बाबू जगजीवन राम के बारे में जो कुछ मैने तत्कालीन पत्र पत्रिकाओं और संस्मरणात्मक पुस्तकों में मैने जो पढ़ा उसके आधार पर मैं कुछेक तथ्य रखना चाहूंगा। इसमें मेरी कोई निजी पसंद-नापसंद शामिल नहीं है।
1) बाबू जगजीवनराम अपने समय के सबसे धनी राजनीतिक नहीं तो राजनीतिकों में से एक थे और उन्होंने कभी आयकर नहीं भरा। जब उनसे इसके बारे में एक पत्रकार ने सवाल किया तो उन्होने बड़ी मासूमियत से उत्तर दिया कि उन्हें तो यह पता ही नहीं था कि इन्कम टैक्स भी देना पड़ता है।
2) ऐसा माना जाता है कि बाबू जगजीवनराम अपने समय के सबसे चतुर और घाघ नेता थे (possessed a razor -sharp mind,..... from the point of capability and effectiveness I would place Jagjivan Ram at the top of the heap; this does not mean that I have equal respect for the ethical norms he followed -to quote ASHOK MITRA in his autobiography A PRATTLER'S TALE) और इसीलिए इंदिरा गांधी ने नीलम संजीव रेड्डी से मिलकर उन्हें सरकार बनाने का मौका नहीं दिया। क्योंकि उनका मानना था कि एक बार अगर वे प्रधानमंत्री बन गये तो वहीं जड़ें जमा लेंगे। ये भी कि वे चुनाव में धांधली ("will Rig the polls") कर सकते हैं। यह मैं उस समय की साप्ताहिक पत्रिका संडे (editor M. J. Akbar) में पढ़े लेख के हवाले से बता रहा हूँ। उस समय नीलम संजीव रेड्डी के इस निर्णय से बिफरे चो रामास्वामी ने उनके लिये बहुत कटुतापूर्ण एक लेख भी लिखा था।
Very nice and informative
Thanks for the research
Wonderful analysis of Babu Jagjivan Ram's political story. Keep it up Dwivediji.
Great story
सभी भारती शेरों को संविधान दिवस की तहे दिल से बधाई देते हुए क्रांतिकारी जय भीम नमो बुद्धाय । हमे याद रखना होगा कि इसी दिन को भारत की पूर्ण गुलामी से मुक्ति मिला था। ।।। भारत में संविधान सबसे श्रेष्ठ है।।।। कार्यपालिका, विधायिका न्यायपालिका सब उसके अधीन ही कार्य करते हैं, लेकिन वर्तमान में हाईकोर्ट ,सुप्रीमकोर्ट संविधान के अनुसार कार्य नहीं कर रहा है ।इसका मुख्य कारण हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में एससी एसटी ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग का पर्याप्त प्रतिनिधित्व ना होना है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब को पूरा यकीन था कि न्यायपालिका ठीक से कार्य करेगी, इसीलिए उन्होंने कार्यपालिका और विधायिका में तो आरक्षण का प्रावधान कर दिया लेकिन हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण का प्रावधान नहीं किया, आने वाले समय में हमारे जितने भी संगठन और पार्टियां हैं उनको हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण के लिए राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी, तभी सभी को सही समय पर नया न्याय मिल पाएगा। संविधान दिवस पर इस विषय पर विचार करें।
अनछुए पहलू प्रस्तुत करने के लिए सौरभ द्विवेदी को सलाम।
दलित और सवर्ण मे समाज को बाँटकर देखने की राजनीति न होकर सामाजिक समरसता की बात करें।
ऐसे उदाहरण प्रस्तुत करें तो राष्ट्रीय हित में होगा।
सौहार्द को स्थापित करना कठिन लेकिन बिगाड़ना सरल है।
बाबा साहेब को सभी क्षेत्रों में महारत हासिल थी, किसी एक विशेष क्षेत्र में नही
जिन विषमताओं से आ.जगजीवनरामजी गुजरे और घिरे रहे,लगबग उन्हींसे आ.आंबेडकरजी भी गुजरे और घिरे रहे.दोनों को ही राजनीति में अवहेलना का सामना करना पडा.
कोटि प्रणाम आप की पत्रकारिता को 🙏🙏🙏🙏👌👌
Thanks for this very very impressive and transparent reporting, based on facts. 🙏👌👌👍
Your information is very clear and without any partiality thank you.
सौरभ बाबू, पूरा सुना, ध्यान से सुना। अति उत्तम। भाग्योफ़ाय फाउंडेशन जल्द संस्तुति करेगा कि बाबू जगजीववनराम को 'भारत रत्न' से नवाजा जाए। हम PM और HM को इस बावत पत्र भेज रहे हैं।
Babu जी का मतलब जगजीवन राम जी से था, बिहार का सबसे कद्दावर नेता, जिसकी बड़ी राष्ट्रीय छवि थी, को पीएम नहीं बनाने के चलते जनता पार्टी की सरकार समाप्त हुई और श्रीमति इंदिरा गांधी की सत्ता वापसी हुई, जनता पार्टी टुकड़ा टुकड़ा हो गई, बेहद महत्वपूर्ण जानकारी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
बहुत अच्छा दिवेदीजी।
Good Saurabhji .. I appreciate your Deep informative efforts .. Plz. Continue Truth and Bold Reporting ..
कांशीराम को भारतरत्न देने की सिफारिश करना मुझे एकदम रास नहीं आया । हां जहां तक बाबु जगजीवन राम का सवाल है ।He really deserve it by all means .he was a great leader and areal patriot of course .
काशीराम ही सच्चे मायने में भारत रत्न के सबसे प्रबल दावेदार है ,जगजीवन राम ने अपने बाल पर किस राज्य में सरकार बनाई,काशीराम ने अपने बलबूते सब किया ,बाबू जगजीवन उनके सामने बहुत बोन थे हर मामले में राजनीति के महान योद्धा थे।
Nice speech on babu jageevan ram thanks for bringing babuji in front of public
Brief Political history after independence in a nutshell. Very well presented for the next gen!
Babu Jagjiwan Ram was a great leader but Dr.B.R.Ambedkar is our God
Mai hoon zinda Ram , bolnevale Ram vilas paswan ab kya.
AMBEDKAR WAS ONE OF THE ENEMIES OF SHUDRAS ( SC, ST, & OBC )
YES 😰
अबे तेरा गौड तो अल्लाह है ।
@@yashwenttomer2679 sc and st's are outcaste not hindu.
योगी जी भी काम कर के दिखाते हैं ।केवल बोलते नही ।जगजीवन राम को मैंने इस वीडियो से बेहतरीन समझा है ।धन्यवाद
काश ऐसी आवाज आप ब्राह्मणो के लिए भी उठाते आज हमारे बच्चों की यही स्थिति है इतनी मेहनत करने के बाद उनका नहीं होता किसी आरक्षण वाले बच्चे का कम नंबर में भी हो जाता है तो इस देश के शिक्षा व्यवस्था पर से विश्वास उठ जाता है और बच्चों को लाख समझाये वो ऐसे देश से नफ़रत करने लगते हैं और उन्हें विदेश जा कर हमेशा के लिए बसना अच्छा लगता है
अरे मैडम दलित वर्ग के महिला पुरूष आज देश मे टॉप कर रहे हैं तुम अलग ही ज्ञान पेल रहिहो
Good one....its increased my knowledge regarding Indian Politics.......Kudos!!
Sir thank you sir Good information And we Are All indians Jai Hind......🙏🙏🙏🙏
वर्तमान में बाबू जगजीवन राम जी को वर्तमान दलित नेताओं ने हासिये में डाल दिया।
HE WAS CHAMAR OR KUMHAR
बाबूजी जगजीवनराम अमर रहे
bohat bohat dhanyabad The Lallantop
निष्पक्ष और सटीक पत्रकारिता के लिये कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏।
बाबा साहब डाॅ. अम्बेडकर पर भी एक वीडियो बनाओ सर ।
Jay bheem without meem.
Reject CASTE System in Hinduism
Daletakesaykahtahapaletomyhabatahokyfaletkohdeunaapnaapkahedunahemanataagernemanatabaretmetomlogakosaresudakasukabogr was ha
@@mohanlalkumawat8119
Agr axa lage to Share,comment, subscribe bhi kren🙏🙏🙏🙏
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czcams.com/video/ax77qV8mUeA/video.html
@@anuragshukla1999
All rights i support you
@@anuragshukla1999
Jay bhim jay hind
Jay hindu
Ha me Aapko bat du me brahman hu.
धन्यवाद आप बाबू जगजीवन राम को याद तो किया बाबू जगजीवन राम महान दलित नेता रहे हैं दलित भाइयों को यह समझना होगा
0የየየረ
जयप्रकाश नारायण यांच्या व्यक्तीमत्त्वात स्वप्न व सत्य यांच्यात सदैव संतुलनाचा अभाव राहीला आहे. राजकीय व्यवहार व आदर्शवाद यांच्यात सदैव असंतुलन राहीले आहे.
आपकी आवाज बहुत सुंदर है भाई साहब। अंदाज गजब का है।
Great man jagjivan ram great leader ❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏
जगजीवन राम उर्फ़ जग्गू दादा प्यार से जनता कहती थी
i really feel respect to babu j.ram ji.....history is not changed yet ...dalit are dominated in every possible condition in now adays also........thanks for sharing this vdo
Shandaar Sourbh Sir..
Good knowledge sharing. Really awesome. 👌🏼👌🏼👍🏻👍🏻👍🏻
अब जात पात नहीं होना चाहिए कानून बने, सब हिन्दू समाज के लोग है सबको साथ में एक होना होगा।
मानव समाज बने तो आपके क्या विचार हैं।
@@t.r.bharatia4830 Manav samaj hi ban na Chahiye . Ladhai bas dharm Vs adharm or justice Vs injustice ke bich ladhai hona Chahiye. Dharm jati parampara ye sab vyaktigat he rajnaitik nahi hona Chahiye .
बाबू जगजीवन राम और डॉ. आंबेडकर के बीच फर्क इतना ही है , डॉ. आंबेडकर ने दलित समाज को सिर्फ राजनीति ही नही समाजिक, आर्थिक और धार्मिक दिशा में दिशा निर्देशन किया जिसके कारण डॉ. आंबेडकर आज लोगो में ज्यादा लोकप्रिय है।
Very nice, good News 🙏🙏
Big brother Sourav...... superb 👍👍👍👍👍🙏👍🙏👍
यह भी सत्य है कि दलित होने का लाभ जगजीवन राम जी को मिला राजनीति में ।।
लम्बेडक़र फिर क्यो नही ले पाया
बहुत खूब कहा आपने ने अमित शाह वाली बात पर, यदि मोदी भक्त यह ध्यान से सुन लेंगे तो सच ही आप की कमबख्ती आ जायेगी।
Modi bhakt aur congress ke keya h chamche ya pille????
Modi ka bhakt hai or sonia ya Priyanka ka kya hai bhatar yh unlogo ka paidais
ललनटाप न्यूज़ सुंदर, अहम जानकारी, अक्सर हमारे रविदासी समाज के लोग कहते हैं कि वाल्मीकि (स्वच्छक) समाज ने कांग्रेस के साथ लगकर बाबा साहेब के सामने खड़े हो गए ओर बाबा साहेब को स्वीकार नहीं किया! आपके द्वारा दी गई जानकारी बता रही है कि बाबा साहेब के सामने कांग्रेस ने जगजीवन राम जी को लाए! रविदासी भाईयों ने जगजीवन राम जी के कारण कांग्रेस से फायदा लिया ओर वाल्मीकि (स्वच्छक) समाज कांग्रेस के कारण बदनाम परंतु मिला कांग्रेस में कुछ नहीं मिला बाद में है कांग्रेस द्वारा जगजीवन राम जी को कम तवज्जो देने के बाद सन 1980 के बाद से बाबा साहेब सब कुछ हो गए! वाल्मीकि ( स्वच्छक) समाज फिर खाली हाथ! अब धीरे धीरे सब लोग सच्चाई जानने लगे हैं.......
Your presentation is praiseworthy. I am a big fan of Lallantop and Bargad. Keep up the good work.🙏
I think some of the assessment about the Role of Jagjivan Ram and defense minister, also how the Indian Army worked during 1971 and specially Saurabh's comments on 1962 War Indian Army being ready and not given order to attack and rather take defensive position is a wrong statement. Saurabh please refer to some of the books written on 1962 War by the Military Commanders.
द्विवेदी सर कुछ दिनों से मैं आपकी कहानियों को देखकर भारतीय इतिहास के बारे मैं बहुत महत्वपूर्ण जानकारियां जान पा रहा हूँ जो शायद मुझे इतने कम समय में किताबें पढ़ कर नही मिल पाती।
बहुत बहुत धन्यवाद इसी तरह और भारतीय राजनीतिक इतिहास की कहानियों से हमे अवगत कराते रहिये।
और में किस तरह से whatsapp से जुड़ा रह सकूँ उसका मार्ग भी प्रशस्त कीजिये।
gauti gupt. In
धन्यवाद आपका।
Dil khush kr diya aapne es vedio bna kr sach bolne ke liye thank🙏💕
you are a very good speaker saurav sir, but i have noticed you gave a little chance to speak to rishabh sir.... i have noticed it 2-3 times,, when you said ''wapas jagjeevan ram pe lautate hain'' ..and rishabh sir was unable to complete his sentence... this gave a small impression that you dont give much importance to others voice.... you are an excellent speaker hope you will keep note of my point.....i may be wrong but this is my opinion.....thanks....
Dalton ka dushman that ye Jagjivan Ram Chamcha. Daliton ko zamin Nahin dila sake Jaise Sahib Kanshi Ram aur Mayawati ne Kiya. Sale ne Delhi mein Baba Sahib Dr Ambedkar ke pandal par khud pathar mare they. Daliton Ki Garibi ka Karan yeh Jagjivan dushman tha Nahin to baba Sahib PM ban jate. Aaj bhi Congress ke Dalit MLA, MP sirf Congress BJP ke chamche Hain. Daliton ko koi hissa nahi dila sakte. Amiron ke croron ke bill pass Karne ke liye Hain.
षष्ठी
tnx sourav for such interesting facts that our younger generations never knows, and a big slap for those who demand removal of reservation system
Doing such a noble job , sir salute u
जबरदस्त जानकारी धन्यवाद गुरु जी 🙏
This was awesome
! hi 69 it j NJ hnnh
बहुत ही सुन्दर ,Informative video
शौरभ जी आपने हमको अपना मुरीद बना लिया ।
Saurav Ji dikhate rahiye isi trah bahut bahut dhnyawad
thankss to give good information
Dhanyavad thank you thank you
जबर्दस्त कहानी है भैयाजी सुपरहिट
मैं विद्यार्थी दशे में 5 से 7 आर एस एस के शाखा में जाता रहा, काँलेज में ऐबीव्हिपि में और बाद में भारतीय युवा मोर्चा एवं शिवसेना में सहभागी होकर राष्ट्रीय प्रवाह में जाने का प्रयास किया गया था । काँग्रेस से लगाव शायद इसीलिए नहीं बनपाया क्यो की संविधान में अनु सुचित जाती के शैक्षणिक सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के विकास संबंधित अनुच्छेद को काँग्रेस लागु करने में विफल रही, बंचपनसे वत्सले मातृभूमि करता रहा पर दलित ब्राम्हण की गाली सुनता रहा ,नोकरी में वर्ग 1का अधिकारी होने पर भी लोगों की नजर में आज भी में अछुत हुँ, और भेदभाव और झुठे आरोप एंव अमानवीय व्यवहार से संघर्ष कर रहा हुँ। मेरी 3 री पिंडी है जिसने मुल व्यवसायिक शिक्षा निती परंपरा नुसार नहीं किया है। पर जात है कि जाती नहीं आप आर एस एस , हिंदू विचारधारा धारा के हो,काँग्रेस,समाजवादी , कम्युनिस्ट या आबंडेकरी विचारधारा के इन सब ने जातीयौ को अपने स्वार्थ से चलते जिंदा रखा है। आज क्षी अधिकारी होकर मैं बार बार जातियों से उत्पीड़न मामले का शिकार हो रहा हु और मेरे विचारों पर जिन का प्रभाव था वह सत्ताधिश बनें है पंरतु मुझे ना अधिकारी ना संत्ताधिश नैसर्गिक न्याय दे पाते है अब केवल एक संस्था न्यायालय बची है उसकी परिक्षा आनेवाले दिनों में होंगी । करता वह नैसर्गिक न्याय दे पाती है या इसी तरह उत्पीड़न का शिकार मेरी आनेवाले संक्षम पढ़ी-लिखी पिढी को भी झेलना पड़ेगां?
Thanks Saurabh , party and channel for judiciously , logically and honestly elaborating the actual facts clearly . Even a journalist also has a subjective approach to analyse every issue / matter. Who is responsible , till now , for not electing such an experienced , adminstrator , deserving , deligent , and scrupulous politician . I think we all and our way of thinking is behind such doings. Why we think and act so ? Namaskar .
Excellent 👍
Thanks for all ur effort...It is going to brighten knowledge of many...
Good episode. Explained biography of Jagjivanram in a excellent matter.
आज भी बहुजन समाज के लोगों के मुंह से पहले "जय भीम" निकलता है, यह साबित करता है कि बाबा साहेब जी जिन्हें हम बहुजनों ने बाप माना और उन्होंने संविधान लिखकर सबसे बड़ा और सबके लिए काम किया उनकी बराबरी में हर वयक्ति बौना है !
बाबू जी जब क्रषि थे उस समय क्रषी मन्त्रालय के अन्तर्गत नैपाल मे एक सन्सथान था जो जल भुमि ओर मोसम पर कोसी नदी के सर्वण क्षेत्र मे कार्यरत था। दिल्ली में बैठे ब्युरोक्रेट उसे बन्द करना चाहते थे। परन्त तकनीकी अधिकारी इससे नाखुश थ। फाइल पर वित्तीय तथा प्रशासनिक आदि कारण दिखला कर अपनी अनुशन्सा कर दी ओर फाइल मंत्री जगजीवन राम के पास भेज दी।
अगले दिन जब फाइल लोट कर आई तो बाबूजी ने ललिखा था No, lt will continue on political
grounds,
.
र्थय
चच
@@SuperYdsharma बाबूजी भी संविधान के चलतें ही सबसे ज्यादा बार केबिनेट में मंत्री पदों पर रहे थे वरना उससे पहले कितनों को शीर्ष नेतृत्व प्राप्त करने के अवसर दिये गये थें|
आपने बहुत गूढ़ व ज्ञानवर्धक जानकारी दी।
काश वो प्रधानमंत्री बन पाते।
d
हर किसी को यहां मुकम्मल जहां नहीं मिलता जिसकी जरूरत होती है अक्सर वह वहां नहीं मिलता बाबू जगजीवन राम को यह शेर बंद बैठता है जय सियाराम
आजये पुराना प्रोग्राम देखा जो कि दिलचस्प था इसलियेदेखा पर प्रेज़ेंटेशन में यह अटपटा लगा कि सौरभ तो खड़े होकर बोल रहे हैं पर दूसरा आदमी का बैठे बैठे बात करना बेतुका लगा( सौरभ आज की गले में शॉल वाली छवि से अच्छे दिखते हैं )
Nice speech
बाबू जगजीवन राम जी के राजनीतिक सफर का इतिहास आने वाली पीढ़ी का ज्ञानवर्धन करेगा।
बेहतरीन और अच्छी जानकारी देने वाले लल्लन टॉप न्यूज़ चैनल बहुत-बहुत धन्यवाद
dil me sammaan bhar gyaa saburabh bhai...kaash apki soch saare Brahman sochte...toh Aaj bhi ho rahe bedbhaw khatm ho jata..
वाह बहुत अच्छे वक्ता हैं आप द्विवेदी जी। जबसर्दस्त
Fffrdddffffffgffce
So true education is the only key every issue we are facing today atleast this is what I believe 🙂
Love you Saurabh.!
Great journalism.
Go heights.
सौरभ त्रिवेदी जी आपकी बहुत-बहुत धन्यवाद