महाराणा प्रताप अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे। अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा। पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है। जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया। महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े। एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी। पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था। अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता। लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है। कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते। अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया। 900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया। अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई। पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं। अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है। अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है। इसलिये महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है। जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें। हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है। अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है। नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है। हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे। जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩
महाराणा प्रताप अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे। अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा। पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है। जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया। महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े। एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी। पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था। अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता। लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है। कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते। अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया। 900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया। अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई। पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं। अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है। अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है। इसलिये महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है। जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें। हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है। अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है। नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है। हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे। जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩
Bhai nitin bhaiya hi hone chahiye Aage jo prank karoge kyonki prank krne ki liye nitin bhaiya ek dam perfect ha😂😂😂😂😂lov u bro keep growing All friends 😭😭😍😍😍😍
महाराणा प्रताप अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे। अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा। पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है। जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया। महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े। एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी। पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था। अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता। लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है। कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते। अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया। 900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया। अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई। पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं। अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है। अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है। इसलिये महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है। जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें। हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है। अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है। नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है। हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे। जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩
महाराणा प्रताप अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे। अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा। पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है। जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया। महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े। एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी। पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था। अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता। लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है। कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते। अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया। 900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया। अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई। पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं। अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है। अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है। इसलिये महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है। जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें। हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है। अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है। नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है। हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे। जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩🚩
Bheema bhai ki to sans fulne lgi last me 😂😂🤣🤣🤭🤭...
महाराणा प्रताप
अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे।
अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा।
पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है।
जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया।
महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े।
एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी।
पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था।
अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता।
लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है।
कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते।
अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया।
900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया।
अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई।
पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं।
अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है।
अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है।
इसलिये
महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है।
जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें।
हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है।
अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है।
नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है।
हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे।
जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩
Haa
Sb ko pta hai scripted hai pr hme to fir bhi maja aata hai 😂👍
Ha 😂😂😂😂😂
Haa bhai 😂😂 kyunki bhai ye sab mhnat bhi to krta hai phle acting krte hai uske baad aditing krte hai kitna h inko 😂
🙏🏻❤️
महाराणा प्रताप
अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे।
अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा।
पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है।
जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया।
महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े।
एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी।
पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था।
अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता।
लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है।
कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते।
अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया।
900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया।
अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई।
पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं।
अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है।
अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है।
इसलिये
महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है।
जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें।
हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है।
अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है।
नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है।
हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे।
जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩
Aur
Asli pahalwan ho guru... Na to jaldi gusaa kiya na kamjor pr turant pahalwani dikhai... Acche ustaad ho... 🙏🙏🙏🙏
🙏🏻❤️
Bhai Ram Ram mauj laga di 😆😛🤣👌
Nitin Bhai ki Acting Outstanding 😂😂😂
Bhai nitin bhaiya hi hone chahiye Aage jo prank karoge kyonki prank krne ki liye nitin bhaiya ek dam perfect ha😂😂😂😂😂lov u bro keep growing All friends 😭😭😍😍😍😍
भाई हमारे जयपुर की तरफ तो कोई अखाड़ा ही नही है आप की तरफ तो अच्छा scope है पहलवानी का
Lajawab bhaiyo 🙏
🙏🏻❤️
Pahalwanon ko dekhkar dil khush ho gya bhai🔥
🙏🏻❤️
Scripted 😂😂
Bhaio superb and outstanding but kuchh or 👌👌👌🙏
🙏🏻❤️
Bahut achhe bhai anand A gya apki teem ko jai siyaram
🙏🏻❤️
Bheema bhai you are great 👍
Super bade bhai love you.. 💖💞🙏
महाराणा प्रताप
अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे।
अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा।
पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है।
जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया।
महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े।
एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी।
पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था।
अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता।
लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है।
कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते।
अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया।
900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया।
अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई।
पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं।
अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है।
अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है।
इसलिये
महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है।
जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें।
हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है।
अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है।
नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है।
हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे।
जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩
Bahut hi badiya video bhai maza aa gaya.Pehlwan ji ko Mera Dil sa Ram Ram .❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🧡
🙏🏻❤️❤️
Bheema Bhai gussaa mat Kiya kero.aap bhut acha kam kr rahe ho logo ko kusti k sath jod rahe ho. 👌🙏
🙏🏻❤️
गज़ब मोहित भाई ❤❤
Good bhai bahot badiya
R.i.p unke liye jinhe lgta hai ye sab scripted nahi h 😂🤣🤣
Bilkul sahi bolre ho
Bhai ye isse shuruaat m hi maarta agr ye btate ni ki video bnane aaye h😂😂
Real m lafda zhagda shor kum rhta h
Sb ek he gaun k hai ye bro
@@gauravbaisoya5925 bhai ek hi gaav k h thik h lekin km se km scripted prank karke ye to na bole ki kisi ko kuch pta nahi h
Ram ram bhai
Ye hai India,,
Aur humare Indian sher ❤️❤️❤️
Juban ke saath mere haath bhi chla ha😂😂😂😂🤣🤣🤣🤣🤣
Bheema Bhai mood changes
Jabardast....😂👍😂😂make more Kushti videos
Akhar video Hove h sari 🤣♥️
🙏🏻❤️
Akno ladle bhaiyo luv u badia moj Kara re ho
🙏🏻❤️
Bhai adi nagar bhai ke sath nxt prnk plzz adi bhai bht bht awsm insan hai
😅😅😅😅😅😅😅😅😂😂😂😂😂😂 super bhai
Bhai sukhe Pehalwaan ki last mein bolti band ho gyi 😂😅😅
Bheema Gurjar 😍😍
Bhai aaj to bach gya 😂😂❤
Are nitin samne vale ko dekh to liya kr..... Kisi din dng te lpete m aayega... 😄😄😄😄🤣🤣🤣... Video dekh kr mja aa gya bhai...
😂😂🙏🏻❤️
Bhai ko Ram Ram 🙏🚩🕉
Mast Arun or Pawan Nitin sir .....💙💙💙💙💙💙💙🙃
🙏🏻❤️
Moj kr di bhai 😂😂
जय श्री देव नारायण जी
🙏🏻
bhai yo tagda pehelwan us patle ne toh pi jaata katai. 😂😂😂😂😂😂😂😂
Bhot hi badiya pehalwan 🙏🏼❤️
😂 bacha Gaya Bhai aj to
Amazing acting
Bheema Bhai thodi der Mai he saans phule gyi aapki
Ye sab ka guru me hoon🤣🤣.. Bhahar bhi dekh lunga, vitar bhi dekh lunga🤣🤣
Gardan tedha wala mast tha bhai 😂😂😂😂😂
🙏🏻❤️😂😂
Nice video
bhai acting chodd kar prank pe aagye aap toh 😋😋
Bhai jabardast
Mja aagya
Bhai na liya kro pange yar 🤣🤣🤣
Mastermind Video 💙
Mja aagya Bhaiyo
Person in yellow and black tshirt even all members are lovely ❤️
🙏🏻❤️
महाराणा प्रताप
अपने स्वभिमान की रक्षा के लिए कभी गुलमी स्वीकार नही की। सारे राजपूत राजा अकबर के साथ थे सिर्फ महाराणा अपने सम्मान के साथ थे।
अकबर ने कभी सोचा नही होगा बिना सहायता बिना उत्तम हथियार और अलग थलग पड़े राणा को वो झुका ही लेगा।
पर सच्चा योद्धा हमेशा अपनी सेना में जोश वीरता और एकता अनुशाशन डाल ही देता है।
जब कोई साथ न थे तब उनके राज्य के मारवाड़ी और आदिवासी भील समाज सामने आया।
महाराणा जी इतनी छोटी टुकड़ी सेना के साथ अकबर की सेना से लड़े।
एक तरफा लड़ाई में महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध इनकी कमर तोड़ दी।
पहली अकबर के सामने कोई न झुका वो महाराणा था।
अगर उस समय सभी क्षत्रिय राजपूत महाराणा प्रताप का साथ देते तो हमारा भारत 1600 AD आते आते स्वतंत्र हो गया होता।
लेकिन इन गुज्जर राजपूत जाटों यादव को अपने में ही लड़ना है।
कोई एक दूसरे तक को देखना पसंद नही करते।
अपने में ही ये सब लड़ लड़ के पूरे उतरी पश्चिमी भारत को खतरे में डाल दिया।
900-1100 AD में अफगानिस्तान् में ब्राह्मण, पशतुनों पर अरब तुर्की कहर बरपा रहे थे। कोई भी उनकी सहायता करने नही गया।
अब वहां हिन्दू प्शतुन नाम मात्र के हैं। सब मुस्लिम बन गए हैं। कुछ चंगेज़ खान के वंसज भी हैं वहां जिसने अफगान में इतनी भयंकर तबाही मचाई।
पुरे शांति से बुद्ध धर्म अपनाकर अफगानी शांति का संदेश दे रहे थे आज देखों कितनी अशांति है वहां। आज पशतुनों ने अपना सब कुछ खो दिया। मजहब के अंधे लोग वहां बैठ गए हैं।
अफगान के बाद पाकिस्तान में शुरू हुआ खुनी खेल। यहां भी वही हुआ सारे हिन्दू डोगरा,चिब, राजपूत ,जाट गुज्जर खोखर अब मुस्लिम बना दिए गए। सबका अरबीकरण हो चूका है।
अपने में हमेशा लड़ने वाला बहरी आक्रमण के समय कमजोर हो ही जाता है।
इसलिये
महाराणा प्रताप के जीवन से हमे आने मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा संगठित, अनुशाशन, और कुशल रणनीति की शिक्षा मिलती है।
जातिवाद छोड़ सबको साथ लेकर चले, ऊँचनीच छुआछूत का विरोध करें।
हम वैश्य क्षत्रिय और ब्राह्मण मिलाकर 30 करोड़ भी नही होंगे। हमे अपने बहुजन समाज को सम्मान के साथ मिलाकर रखने की जरूरत है।
अभी अभी कुछ जगह दलित जोड़े को मंदिर में नही जाने देते हैं, दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने नही देते हैं, हद है यार मूछ तक के लिए हत्या होती है।
नेता लोग SC-ST का इस्तेमाल करते हैं। इतनी आरक्षण के बाद भी इनकी हालत वही बनी है।
हम नवयुवा हैं हम सब ही इन सब चीज को खत्म करवा करते हैं। वर्ना ये नेतालोग हमारे देश का भी टुकड़ा करवा देंगे।
जातिवाद नेता और पार्टी का जमकर विरोध करें। सच्चा और ईमानदार नेता चुने।🚩🚩🚩
Jai Shri Ram 🙏
Kyu fake video bna rhe ho
Big fan
🙏🏻❤️
Nice video bhai ❤️🔥❤️🔥❤️🔥❤️🔥❤️🔥❤️🔥❤️🔥
🙏🏻❤️
Pahalwani humari Jaan hai ye langot humari Shan hai our ye tote kaan humari pahachan hai
Dosto pr hi prank kr rhe ho bhai aap bhi random pr kro
Jai shree ram 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bhai moj kar de
Gjb Bheema bhai😀❤️❤️
Bheema pehelwan ke sath jo pehelwan khara hai mujhe woh bhut pasand hai
Story acha likhte ho bhai bhut acha
🙏🏻❤️
bhaly scripted hy...but mjaa aa reha hy bhoot🤣🤣
🙏🏻❤️
Awesome bhsi
Maza agya prankwalo ko patak diya tab...
Ram Ram
Super video bhai
Bali ka bakra yahi banta hai 😂😂
Gurjar king ♥️♥️
Jay shree Ram Jai Hanuman
Bheem bhai❤️
Super
Hmm video mast hai dikhe pahlwan thak gyo
Bheema bhai great men
Ktai moj kardi
Mast Bhai gajab laga
गजब
Yrr Pahalwan log bohut nice hote hai
Ohh bhai 😂😂😂😂😂
He must be a good wrestler but ncr ka sbse top phalwan 😂😂, kabhi chhatarsal stadium aake dekh, Olympic ki tyari aale phalwan milenge
Nice bhai
Bheema bhai ram ram
Top bhaiya
Bhai hiimat h black shirt wale m
🙏🏻❤️
Jai ho
Bhai royal soldier ke naam se channel h vo bhi gujjar h uske channel pe bhi raid maro
Ncr ka top pehlwaan 😆😆
Bheema bhai is great pahalwani ke upar majak mat karo nahi toh Jo is vande ke sath hua vo kisi or ke sath bhi ho sakta hai
Nitin bhai mor bna di aaj har prink Video agko abe
Nitin bhaiya Aman ki video me kyo nhi aa rahe
Gaya tha nitin Bhai aaj to jo thodi der ho jati .
😂😂🙏🏻❤️
Gazab....
Amazing sir
🙏🏻❤️
Super bhai ji
Bach gya nitin 😅😅😅
😂😂🙏🏻❤️
Jay bajrangbali
Gazab ♥️♥️
in sbke samaan kahn gyb ho gaye?? meri sbse chhoti fingr b inke usse bdi h🤣🤣🤣🤣 agr aesa ho jata h to muje na krni pehalwaani 🤣🤣
Super bhai
Super bhai 👍👍💯💯
Location ye mohiyapur h na bhai ❤️
Haanji bhai 🙏🏻❤️
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