क्या है हिन्दू धर्म?

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  • čas přidán 8. 09. 2024
  • श्रीमद् भागवत गीता और रामायण के जानकार विद्यावाचस्पति शंकर अभ्यंकर से वेबदुनिया की बातचीत

Komentáře • 175

  • @chandukakad3568
    @chandukakad3568 Před rokem +1

    व्हेरी व्हेरी गुड प्रवचन

  • @swamianandswaroopji1927
    @swamianandswaroopji1927 Před 3 lety +3

    बहुत सुन्दर अद्भुत व्याख्या की है आपने बहुत बहुत धन्यवाद आपको हार्दिक शुभकामनायें

  • @saurabhswami1409
    @saurabhswami1409 Před 2 lety +2

    Jai hind jai bharat

  • @vishalmalviya727
    @vishalmalviya727 Před 4 lety +5

    Jai Sanatan Dharm 🕉️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏻🙏🙏🙏🙏

  • @ShubhamKumar-ki5kz
    @ShubhamKumar-ki5kz Před 3 lety +1

    सही बात है महाराज सम्पुर्ण अन्धविश्वास और पाखंंड है ।

  • @satyanarayanthakur433
    @satyanarayanthakur433 Před 2 lety +2

    जय हो अटल सत्य हिन्दू धर्म की जय।

  • @somnathdesai1065
    @somnathdesai1065 Před 4 lety +1

    यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भव- ति भारत । अभ्युत्थान- मधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्- ॥४-७॥ परित्राणाय- साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्- । धर्मसंस्था- पनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥४-८॥
    "Whenever virtue subsides and wickedness prevails, I manifest Myself. To establish virtue, to destroy evil, to save the good I come from Yuga (age) to Yuga."

  • @navneetrai4822
    @navneetrai4822 Před 3 lety +2

    परम पूज्य सद्गुरुदेव की जय हो । पहली बार आपके सद्प्रवचनों को सुनकर मन गद गद हो गया । गुरुदेव के श्रीचरणों में विनम्र प्रणाम । सादर ।

  • @vinayaksabale9331
    @vinayaksabale9331 Před 4 lety +1

    khup mahan ani satvik saty vichar ahet sir aple

  • @vishalchoubey1224
    @vishalchoubey1224 Před 6 lety +3

    अतिउत्तम, सत्यपरक, सत्यआधारित, सर्वोत्तम, शुद्धत्तम, व्याख्या की गयी है हिन्दू धर्म की। आपको कोटि कोटि प्रणाम एवम धन्यवाद, सदुवाद।

    • @ShubhamKumar-ki5kz
      @ShubhamKumar-ki5kz Před 3 lety

      हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा सम्पूर्ण पाखंड

  • @jalgaondance1631
    @jalgaondance1631 Před 3 lety +1

    *क्या हिंदू एक धर्म कहने मे सक्षम है.. जो हर मानव के उन्नती का वातावरण तैय्यार करना चाहता है..?*
    प्रथम हमे धर्म की व्याख्या देखणी होगी. _जिस धर्म मे मानव उन्नती के कुछ ऐसे नियम, पद्धती बनाई है की जो सभी मानव को अपने आंतरिक और बाह्य विकास की समान संधी देता है, जो वैश्विक बंधुता, न्यायप्रिय वृत्ती, आपस मे सुसंवाद, सहिष्णुता आदी भाव के लिये सच्चे और आच्छे कर्म करता है, जो उस आचरण करणेवाले समाज का एक कुशल कर्म करणेवला धर्म बन जाता है..! उचित समयानुसर, भौतिक परिस्थिती या सांस्कृतिक व्यवहार स्वरूप उसकी धारना बन जाती है उसे "धर्म" का नाम दिया जाता है..! मतलब आच्छे कर्म ही धर्म बन जाता है._ जिस मे मानवतावादी आचरण स्वरूप नियमबद्ध पुस्तक लीखी जाती है, वह उन का "धर्मग्रंथ" बन जाता है..! मतलब जिस मे नैतिक आचरण के नियम लिखनेवाला एक "महामानव" ही हो सकता है, जिस के पास सर्व समावेशक ज्ञान का भांडार होता है..!
    इस परिवेश ने सूक्ष्म अवलोकन किया जाय तो "हिंदु" इस शब्द का नामो- निशाणा कोई वेद, पुराण, महाभारत, रामायण आदी जो भी धार्मिक किताबे बोली जाती है उस मे कही भी नही मिलता..! हला की प्राचीन समय से याने सिंधू संस्कृती के उगम के बाद यह शब्द एक गाली-गलौच के रूप में प्रचलित हुआ, एेसे कई संदर्भ इतिहास मे मिलते है.
    इसी कारण जांच पडताल के बाद सुप्रीम कोर्ट इस नातिजे पर पाहूच गई की _हिंदु कोई धर्म नही है, यह गाली-गलौच का शब्द है जो भारत मे रहेवाले लोगो के बारे मे बोला जाता है, और इस शब्द का प्रयोग सरकारी कामकाज मे नही किया जाय..!_ और यह भी आदेश दिया की _"शिवलिंग" की उत्पत्ती कैसे हुंई ? इस की जांच पडताल सुप्रीम कोर्ट के समिती के गठण द्वारा की जाय..!_
    मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ..! इस बात की जाणकारी सरकार ने देशवासीयो को नही दी और उसे स्पष्ट रूप से जनमन से छुपाया गया..!
    इस का मतलब सारी दाल ही काली है..!!
    इस से यह सिद्ध होता है की "धर्म" का दुसरा नाम "नैतिकता" जो समाज नैतिकता का पालन करता है वह उन का "धर्म" होता है. जब नैतिकता का आध:पतन होता है, तब व्यभिचार, अत्याचार, क्रूरता, मानसिक रोगीयो का चलन समाज मे बढता है, उसे चलानेवाला एक गीरोह उभर आता है तब धर्म का विनाश होने लगता है..!
    प्रथम बार तिसरी शती मे मनुस्मृती को लिखने वाला मानसिक विकृत दिमाग के एक मनुष्याने "मनुस्मृती" का नियम लीख कर सारे समाज को विनाश की ओर धकेल देणे का काम किया..! खुद को छोडकर सभी मानव जाती को नीच बताया. जिस का नाम भी छुपा दिया, वह लीखनेवाला ब्राह्मण सुमित भार्गव था..! जैसे रामायण का नायक था "पुष्य मित्र शृंग" या "परशुराम" था उसे छुपाकर "राम" को आगे किया..! जिसका रचैता वाल्मिकी ब्राह्मण ही था..! जिस ने पुरे अनपढ, अज्ञानी लोगो के दिल दिमागपर प्लासीबो इफेक्ट का जादुई काम किया, जिस का पर्दाफास सुप्रीम कोर्ट (१९७४-७६) मे भी रामस्वामी पेरियार जी और अड लालन सिंह यादव जी की किताब "सच्ची रामायण" ने किया..! कई षडयंत्र को छुपाने का राज है, शिक्षा पर रोक लागना, लोगो को अज्ञान मे रखना..! दिमाग को ताला लगाना, मंदिर मे लोगो को लुटना..! ईश्वर, आत्मा की अंधश्रद्धा को फैलाने से लोगो को मूर्ख बनाना, गुलाम बनाना असान हो जाता है..!
    दुसरी बार ९वी शती मे मानवता का विनाश करनेवाला आदी शंकराचार्य हुआ जीसने ८४००० बुद्ध विहार, चैत्य गुफाये पर कब्जा जमाकर चार शारदा पीठ का निर्माण किया और मनुस्मृती की 'वैदिक हिंदू विकृत धर्म" का पुरस्कार किया. भगवान बुद्ध के मूर्तीयो को शंकर, महादेव, शिवलिंग आदी मे बदलने का कर्म किया..! यह १२ शती तक बौद्ध धम्म का भारत मे विकसित रहा.. प्रचलित रहा और उस के बाद विहारो के जगह "धर्म के मंदिर और मंदिरो का धर्म" युग का दौर शुरु किया जो आजतक उभर कर आया..!
    तिसरी बार वैदिक हिंदू धर्म को
    सपोर्ट करनेवाला राजनैतिक भगवा दलाली गीरोह bjp के आड मे आतंकवादी चड्डी दलाल rss का गीरोह केशव हेगडेवर और माधव गोलवलकर के नेतृत्व मे १९२५ से उभर कर आया..! और भारत को "हिंदुस्तान" कहने लगा..!
    क्या एेसा पाखंडी पशुतुल्य वैदिक सनातन हिंदु धर्म राजनैतिक धर्म होने की काबिलीयत रखने मे सक्षम हो सकता है..?? हमे अपने नाम के आगे सरनेम नही लीखे केवल "भारतीय" लीखे क्यो को हम "मूलनिवासी" भारतीय है..!
    दिमाग की बत्ती जलाव..!
    अत्त दीप भव..!
    EVM हटाव..!
    देश बचाव..!!

    • @Rajputkrishu
      @Rajputkrishu Před 2 lety

      हिंदू धर्म सर्वोपरि धर्म है और इसे प्रूफ करने की जरूरत नही है

  • @_vishal_kumar_5861
    @_vishal_kumar_5861 Před 2 lety

    Jai shree Ram 🙏💢🙏

  • @seema_singh696
    @seema_singh696 Před 3 lety +1

    🙏🤔 काश कभी ऐसा होता धर्म के नाम पर लड़ने वाले यह जान पाते हर धर्म में दो ही शक्ति काम 1-नेगेटिव 2-पॉजिटिव (२- हमें जीवन देता है 1-हमारा नाश करता है,😇🙏),,,,,

  • @kavita-kkd9531
    @kavita-kkd9531 Před 2 lety

    🙏🙏🙏🙏🙏

  • @bioamanpoint
    @bioamanpoint Před 4 lety +2

    पढ़ो कुछ ऐसा कि दुनिया पढ़ना चाहे।।
    आपके जैसा।।🙏🏻🙏🏻🙏🏼🙏🏻🙏🏻🙏🏻
    🦜पढ़ाई करो और महान बन जाओ।।
    By 123 SUCCESS CLASSES

  • @bharatdwojbinay7930
    @bharatdwojbinay7930 Před 7 lety +4

    Ati uttam gyan

  • @user-rl2ww7nr5j
    @user-rl2ww7nr5j Před 6 lety +2

    *मंदिर की तिजोरी खोलने के लिए भी निकलना चाहिए हिन्दू एकता मोर्चा* *मंदिर के तिजोरी पर हिंदुओ का बराबर का अधिकार*
    🙏 *जय श्री राम*। 🙏

  • @rajoldmansatiyagayafalappr2904

    Jay shiri ram

  • @manasukhbhaipatel4015
    @manasukhbhaipatel4015 Před 5 lety +7

    हिन्दू धर्म को पुरी तरह समझ ना हो तो स्वामी विवेकानंद के पुरे पुस्तकों को पढीए

  • @jayprakashsingh8306
    @jayprakashsingh8306 Před 3 lety +4

    आपने चार वर्णों के बारे बताया, और जाति के बारे में बोलने से सीधे सीधे बचकर निकल गए, कोई भी धर्मशास्त्री जाति पर बोलने से हमेशा अपने आपको बचाता है। जबकि जातिवाद हिन्दू धर्म और समाज की सच्चाई है, और सबसे बड़ी समस्या है।

  • @kumarvarun3860
    @kumarvarun3860 Před 8 lety +1

    good

  • @Pgslohar
    @Pgslohar Před 3 lety +1

    धर्म का मतलब सत्य से ही है बाकी सब रोटी सेंकने का तवा है

  • @vishalmalviya727
    @vishalmalviya727 Před 4 lety +1

    Jai shri Ram 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

  • @ravinarwayjohnnurekalam4408

    गाली देना तथा पंखणवाद को बढवा देना और जाति धर्म के नाम पर अत्याचार करना पाप है जिसके सजा नरक ही हैं,यह सच्चा सृष्टिकर्ता का न्याय हैं, सच्चा सृष्टिकर्ता कि आज्ञा मानना ही सच्चा धर्म हैं, क्योंकि सच्चाई तो सदा बनें रहेंगी पयन्तु झूठ पल भर का ही होता हैं, नितीवचन 12:19.सत्यमे जंयत हलिल्लुय्या अमीन

  • @dwaitastroguru5187
    @dwaitastroguru5187 Před 4 lety

    भारत के बहुतांशी विद्वान यह मानते है की भारतपर जितने शासक हुये उनके विभीन्न धर्मों के प्रसार के कारण जो मीश्रीत संस्कृती ने जन्म लिया उसी संस्कृती का नाम हिंदु संस्कृती है जिनका अधीपत्या आर्यो के अधीनस्थ रहा है।
    भारतवर्ष प्राचीन सनातन संस्कृति द्रवीड संस्कृती है जिसे समण संस्कृती कहाँ जाता है। यह संस्कृती मुर्तीपुजक है। यह संस्कृती का फैलाव दक्षीन ध्रुवीय प्रदेश से उत्तर ध्रुव प्रदेश तक फैल गया था। आज भी उत्तर ध्रुवीय प्रदेशों मे कुछ मुर्तीया मीलती है। इसका अर्थ है द्रवीड संस्कृती पृथ्वीपर पहीली संस्कृती है की जो आर्य संस्कृति ने स्वीकार कर लिया था लेकिन आर्यो मे मुर्ती पुजा का कोही उल्लेख नहीं मीलता लेकीन उन्होंने मुर्तीपुजा को स्वीकार कर द्रवीड संस्कृती अर्थात हिंदु धर्म को प्रवर्तीत कीया। ईसाई मुस्लीम फारसी यहुदी एवं आर्य इस सभी धर्म का तत्व एक ही है यह धर्म एक ईश्वर की बात करते है। और परस्पर तत्वज्ञान भी एक जैसा है लेकिन इन धर्मों के विपरीत द्रवीड संस्कृती के तत्वज्ञान भिन्न है उत्तर ध्रुवीय प्रदेशों की संस्कृती पंचतत्व एवं अग्नि पुजा को स्वीकार करते है। तथा द्रवीड संस्कृती ईश्वर का अस्तित्व मानने को राजी नहीं है लेकिन कहते है आत्मा ही परमात्मा है शीवाय और कोही परमात्मा इस जगत में उपलब्ध नहीं है।
    भारतवर्ष में वर्ण व्यवस्था आर्यो के बाद प्रचलीत हुयी थी। वैदीक धर्म वर्णव्यवस्था का धर्म भी कहा जाता है। आर्य पुर्व भारतवर्ष मे वर्णव्यवस्था का कोही प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
    लेकिन वेदों मी वर्ण व्यवस्था का उल्लेख प्रचुर मात्रा में मीलता है।
    ब्राम्हण वर्ण के मीमांसा की जाये तो यह वर्ण नहीं बल्कि केवल ज्ञान की परीभाषा है। अर्थात जिसने आत्म ज्ञान को पाया वह भगवान बन जाता है। इसलिए आज तक जितने भगवान बने या राजा बने वे सब क्षत्रीय कुल में ही जन्मे थे।
    इसलिए ब्राम्हण नाम का कोही वर्ण नहीं बल्कि क्षत्रीय ही ब्रम्हलीन होने से क्षत्रीय ही ब्राम्हण है।
    ब्रम्ह जाने सो ब्राम्हण।
    दुसरी बाद शुद्र नाम का कोही स्पेशल वर्ण नहीं इसलिए नहीं की क्षत्रीयो से ही शुद्र बने है रही बात वैश्य की वैश्य कोही स्पैशल वर्ण नहीं है वैश्यो का मुल धर्म क्षत्रीय ही है इसलिए सर्वोच्च सर्वश्रेष्ठ। धर्म क्षत्रीय धर्म है। इसलिए है की आज तक सारी पृथ्वीपर जितने शासक हुये वे सब क्षत्रीय कुल से ही बन और जितनी देवता बनी वे भी क्षत्रीय कुल से ही हुयी है।
    कोही राजा या देवता ब्राम्हण कुल मे पैदा नहीं हुयी यह निर्वीवाद सत्य है।

  • @user-kh3ep8mc1w
    @user-kh3ep8mc1w Před 2 lety

    🔹Islam is the correct religion
    🔹भगवान की पूजा पर ध्यान दें
    🔹ईश्वर हर चीज का निर्माता है

  • @xyz-video-created
    @xyz-video-created Před 5 lety

    Jio

  • @sangeetkumarumariharewakus6431

    Jay Shri ram

  • @tulsimahto2581
    @tulsimahto2581 Před 3 lety

    जय ऋ राम उ ऊ ऋजय ऋराम जय ऋराम जय ऋरामबजरगली जय ऋराम जय ऋराम जय गंगाऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जय गंगागंगा माँ गग माँ माँ गगमाँ माँ गग माँ माँ गगमाँ माँ गग माँ माँ गगमाँ माँ गग माँ माँ गगमाँ माँ गग माँ माँ गगमाँ माँ गग माँ माँ गगमाँ माँ गग माँ माँ गग

  • @bijendergate9575
    @bijendergate9575 Před 4 lety +4

    Sree man ji ye bat bolte hua bahut din ho gae lekin desh mean koi sudhar to nahin hua

  • @khemasahare5537
    @khemasahare5537 Před 4 lety +1

    शूद्र मंदिर बना सकता है, मंदिर मे जा नहीं सकता अगर जा सकता है तो, एक विडिओ बनाओ और मंदिर मे नहीं जाने देते उनको बताओ, हिन्दू धर्म कोनसे धर्म ग्रन्थ मे लिखा है, यह नहीं बताया गोल गोल परिभाषा बताई, हिन्दू धर्म लिखा किताब का नाम बताओ

  • @sureshbaghel3916
    @sureshbaghel3916 Před rokem

    हिंदू धर्म में भेदभाव क्यों है हिंदू को मानने वाले लोग सत्य की बात क्यों नहीं करते हिंदू भगवानों में चोरी हत्या लालच में व्यभिचार लड़ाई झगड़ा क्यों होते हैं हिंदू धर्म में गंगा नहाने के बाद भी उनका जीवन क्यों नहीं बदलता है?

  • @user-ws1jk5tj7k
    @user-ws1jk5tj7k Před 3 lety

    👉😀😀😀

  • @anilpal7665
    @anilpal7665 Před 7 lety +8

    Hindu dharma is universal truth

  • @banjarabavarlal7478
    @banjarabavarlal7478 Před 7 lety +1

    jay sree krisna naic

  • @jaiaryavattjaytubharat5453

    Garv se kaho Hum Hindu Hai Jai Siya Ram

  • @user-gy9pk7kp7o
    @user-gy9pk7kp7o Před 6 lety

    जय गुरु

  • @humanityekbharatiya7820
    @humanityekbharatiya7820 Před 7 lety +1

    aap ko koti koti naman koi to Jo mujhey apna dherm to samghaya mai logo tak pahuchunga kya sachai hai

  • @vishupundir5979
    @vishupundir5979 Před 4 lety

    Jai Hind

  • @englishlessons7422
    @englishlessons7422 Před 4 lety +2

    मैं इन्हे जानता हूँ. बहुत ही ज्ञानी और सुंदर महान इंसान हैं 🙏🙏

  • @user-ru7ll4rm7v
    @user-ru7ll4rm7v Před 4 lety +5

    हिन्दू नाम पर बोलिए ,सर। भारत के सभी निवासी हिन्दू है। पूजा पद्धति कुछ भी हो।

  • @rameshrekhi6780
    @rameshrekhi6780 Před 7 lety +4

    Pl speak about manusimriti, originality of hindu gods and goddesses, please go through the history of our Hinduism these all appears to be concocted and superstitions

    • @jalgaondance1631
      @jalgaondance1631 Před 4 lety +1

      लोगो को भ्रमित करना ही धर्म है। Exploiting the exploited..!

  • @vinitkabir7400
    @vinitkabir7400 Před 5 lety +6

    ramayan ya mahabharata mai kahi bhi hindu prayog nahi hua

  • @ashuverma8508
    @ashuverma8508 Před 6 lety +4

    Yeah kuch galat logon me h but iska matlab ye nhi ki hamara dharm galat h . Proud to be hindu

    • @ashuverma8508
      @ashuverma8508 Před 6 lety

      Namdeo Surose tum kitne ache ye to puri duniya ko pata h dharm ke naam per tum logon se katter koi nhi ..

    • @ashuverma8508
      @ashuverma8508 Před 6 lety

      Namdeo Surose ham log jaise bhi h tumse aage h or rahenge ...Tum log bas islam islam karo

  • @mr.ajai_pandey_boss4932
    @mr.ajai_pandey_boss4932 Před 4 lety +3

    जय जय श्री राम जय हिन्दुत्व

    • @Dawah_To_humanity
      @Dawah_To_humanity Před 4 lety

      🔮💜🔮💜🔮💜🔮💜🔮
      Dr Sunil Yadav ke sawaal
      Aap bhi dekhein
      सवाल है जो बहुत हि सोचने लायक है,
      जैसे
      कि -
      1:- सभी देवी देअवताओ ने भारत मे
      हि जन्म क्यो लिया,
      क्यो किसी भी देवी देवता को भारत
      के बाहर कोइ नही जानता ?
      2:- जितने भी देवी देवता देवताओ
      की सवारीया है उन्मे सिर्फ
      वही जानवर क्यो है जो कि भारत मे पाये
      जाते
      है,
      एसे
      जानवर
      क्यो नही को कि सिर्फ कुछ हि देशो मे
      पाये
      जाते है
      जैसे कि कंगारु,
      जिराफ आदी !!
      3:- सभी देवी देवता हमेशा राज घरानो मे
      हि जन्म क्यो लेते थे ?
      क्यो किसी भी देवी देवता ने
      किसी गरीब या शुद्र के यहा जन्म
      नही लिया !
      4:- पोराणीक कथाओ के मे
      सभी देवी देवताओ की दिन
      चर्या का वर्णन है जैसे कि कब
      पार्वती जी चंदन से स्नान
      किया गणेश के लिये लड्डु बनाये, गणेश
      ने लड्डु
      खाये
      आदी, लेकीन जैसे
      हि ग्रंथो कि स्क्रीप्ट खत्म
      हो गयी भगवानो कि दिन
      चर्या भी खत्म
      तो क्या सभी देवीदेवताऔ का देहांत
      हो गया ??
      5:- ग्रंथो के अनुसार पुराने समय मे
      सभी देवी देवताओ
      का प्रथ्वी पर
      आना जाना लगा रहता था जसे
      कि किसी को वरदाब देने
      या किसी पापी का सर्व नाश करने
      लेकीन अब एसा क्या हुआ
      जो देवी देवताओ ने प्रथ्वी पर आना बंद
      हि कर दिया !!
      6:- जब भी कोइ पापी पाप
      फैलाता था तो उसका नाश करने के लिये
      खुद भागवान किसी राजा के यहा जन्म
      लेते थे
      फिर
      30-35 की उम्र
      तक जवान होने के बाद वो पापी का नाश
      करते
      थे,
      एस
      क्यो पाप
      का नाश जब भगवान खुद हि कर रहे है
      तो 30-35
      साल का टाइम
      क्यो भगवान सिधे कुछ क्यो नही करते
      जीस प्रकार उन्होने अपने
      भक्तो का उत्तराखण्ड मे नाश किया ?
      (7) अगर
      हिन्दू धर्म कई हज़ार साल
      पुराना है,तो फिर भारत के बाहर
      इसका प्रसार क्यों नहीं हुआ और एक
      भारत
      से बाहर के धर्म “इस्लाम”
      को इतनी मान्यता कैसे हासिल
      हुई कि वो आपके अपने पुरातन धर्म
      से ज़्यादा अनुयायी कैसे बना सका?
      (8) अगर हिन्दू धर्म के अनुसार एक
      जीवित पत्नी के रहते, दूसरा विवाह
      अनुचित है, तो फिर राम के पिता दशरथ ने
      चार विवाह किस नीति अनुसार किये थे?
      (9) अगर शिव के पुत्र गनेश की गर्दन शिव
      ने काट
      दी, तो फिर यह कैसा भगवान है,
      जो उस कटी गर्दन को उसी जगह पर
      क्यों नहीं जोड़ सका, क्यों एक निरीह
      जानवर (हाथी)
      की हत्या करके उसकी गर्दन गणेश
      की धढ
      पर लगाई? एक इंसान के बच्चे के धढ़ पर
      हाथी की गर्दन कैसे फिट आ
      गयी?
      (10) अगर हिन्दू धर्म में मांसाहार
      वर्जित
      है, तो फिर राम स्वर्ण मृग (हिरन)
      को मारने
      क्यों गए थे? क्या मृग
      हत्या जीव
      हत्या नहीं है?
      (11) राम अगर भगवान है,
      तो फिर उसको यह
      क्यों नहीं पता था कि रावण
      की नाभि में अमृत है, अगर उसको घर
      का भेदी ना बताता कि रावण
      की नाभि में
      अमृत
      है, तो उस युद्ध में
      रावण कभी नहीं मारा जाता।
      क्या भगवन ऐसा होता है?
      (12) तुम कहते हो कि कृष्ण तुम्हारे भगवन
      हैं,तो क्या नहाती हुई
      निर्वस्त्रस्त्र
      गोपीयों को छुपकर देखने
      वाला व्यक्ति,
      भगवान हो सकता है, अगर ऐसा काम कोई
      व्यक्ति आज के दौर में करे, तो हम उसे
      छिछोरा कहते हैं। आप भगवान क्यों कहते
      हो?
      (13) हिन्दू ओ में
      बलात्कारी योंका प्रमाण अधिक
      ही क्यों होते हैं?
      (14) शिव के लिंग (पेनिस)
      की पूजा क्यों करते हैं? क्या उनके
      शरीर में
      कोई और चीज़ पूजा के क़ाबिल नहीं?
      (15) खुजराहो के मंदिरों में काम-
      क्रीड़ा और
      उत्तेजक
      चित्र हैं, फिर ऐसे
      स्थान को मंदिर क्यों कहा जाता है,
      क्या काम-क्रीडा, हिन्दू धर्मानुसार
      पूजनीय है?
      सवाल तो और भी बहुत है लेकेन पहले इनके
      जवाब
      मिल जाये बस !!
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  • @tumpabiswas9832
    @tumpabiswas9832 Před 3 lety

    🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @ashakhanduri3139
    @ashakhanduri3139 Před 4 lety

    अति सुन्दरम् 🙏🙏

  • @deepakkumar7865
    @deepakkumar7865 Před 5 lety

    Jai shree ram

  • @RakeshSharma-nt2qb
    @RakeshSharma-nt2qb Před 2 lety

    Hindu dharm grantho me "Vishayo" ka kya matlab hota he?
    --Rakesh Sharma
    Rajasthan

  • @user-ws1jk5tj7k
    @user-ws1jk5tj7k Před 3 lety

    हिन्दू धर्म का शब्द कहा से लिया गया है महराज जी

  • @tulsimahto2581
    @tulsimahto2581 Před 3 lety

    जय ऋ राम उ ऊ ऋजय ऋराम जय ऋराम जय ऋरामजय ऋराम जय ऋराम जय ऋरामबजरगली जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जयऋराम जय ऋराम जय ऋराम जय

  • @user-gh5fr5lt1k
    @user-gh5fr5lt1k Před 5 lety +1

    Kuchh Nahi,chhal,kapat, maarkaat,byapaar ke sibay kuchh Nahi dekhte hai.

  • @sharrybrar1222
    @sharrybrar1222 Před 5 lety +2

    Ye saala ek ghanta apna slok bolega

  • @manjeshbabu5507
    @manjeshbabu5507 Před 4 lety +1

    Swami ji apka vidio murkh Brahmani Ko dekha a chahiye jinone Dharm Ko dhandha Bana diya.

  • @prateekanand4547
    @prateekanand4547 Před 4 lety

    aur aaj esa samay aa gya hai ki hamara desh hi ek nahi ho pa rha hai, duniya ki to baat hi choren

  • @rajeev23x
    @rajeev23x Před 6 lety +3

    जो सच्चा सनातनी है वह एक मात्र हिन्दू है किन्तु नीचे दी गई लिंक को अवश्य देखिये की कैसे इसे खामोशी से नष्ट किया जा रहा है।
    czcams.com/video/OjG8ZqZ8nko/video.html

    • @dilipnagda5458
      @dilipnagda5458 Před 6 lety

      Rajeev Shrivastava Jio

    • @bhagwankhejara
      @bhagwankhejara Před 6 lety

      हिन्दू का अर्थ तो समझो ===नज़माहेपतुल्ला ,तत्कालीन मंत्री ने 29 अगस्त 2014 को कहा था कि "हिन्दू शब्द का अर्थ -अपमानजनक है ,आप खुद देखो "
      ,ब्राह्मण ,आरएसएस,वीएचपी ,कानून ,सरकार ,ज्ञानी व इतिहासकर ,बतावे
      हिन्दुत्व के सबूतों को अप्रमाणित कैसे करे ?
      हिन्दू तुर्को का दिया अपमानजनक शब्द है
      फारसी -उर्दू शब्द कोशों में हिन्दू का अर्थ बताया है -गुलाम -आज्ञाकारी नौकर-डाकू -चोर -राहजन आदि आदि।
      (23)आगे ‘काला’ और ‘दास’ संकलन में फारसी और उर्दू भाषा के शब्द कोष यह वर्णन करते है । भारत के आर्यों को गुलाम व मुसलमान बना लिया।
      1.फारसी भाषा का शब्द कोष -> ल्युजत-ए-किषवारी, लखनऊ 1964 में चोर, डाकू, राहजन, गुलाम, दास।
      2.उर्दू>फिरोजउललजत-प्रथम भाग पृ. 615, तुर्की में चोर, राहजन, लूटेरा, फारसी गुलाम, दास, बारदा (आज्ञाकारी नौकर),
      3. शियाकाम में (काला) 4. परसियन - पंजाबी (डिक्सनरी) शब्द कोष (पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला) में भारतीय उपमहाद्वीप के निवासी, डाकू, राहजन, चोर, दास, काला, आलसी।
      5. पेज 376 भार्गव शब्द कोष बारवां संकलन 1965 भी देखे)
      (24) हिन्दू न ही हमारा -शब्द है न ही हमारी जाति है न ही हमारा धर्म है । यह सत्य है।
      (25) हमारा धर्म है -सनातन !-जो प्राचीन से प्राचीन है -जिससे बाद के सभी धर्म प्रेरित-प्रभावित हुए है ।
      सबूतो को देखो क्या आप इन्हे अप्रमाणित कर सकते है ?
      विदेशी इस्लामिक आक्रांताओं ने >
      आर्यों को जबरदस्ती हिन्दू -मुसलमान बनाया ,
      अब पुन हिन्दू- मुसलमान आर्य बन जाओ, शांति हो जाएगी
      आर्यावर्त भारत में आर्य रहते थे वे कहाँ गए ?
      (22) स्वतंत्रता के बाद किसी ने ‘-
      शब्द कोश व भारतीय संस्कृति को संभालने की कोशीष ही नहीं की
      हिन्दू शब्द क्या है ?,
      czcams.com/video/bQaA-W8XzmY/video.html,
      - शब्द कोषों में साफ लिखा है कि -हिन्द -हिंदी -हिन्दू -हिन्दुस्थान आदि फारसी -शब्द है ।
      शब्दकोषों में रामकृष्ण वर्मा 1950 के शब्द कोष के पेज 1193 ।
      डॉ. हरदेव बाहरी के शब्द संस्करण 2008 के पेज 878-879 देखे।
      -----------------------------------------
      हिन्दू -पुं ० [फा०] [भाव० हिन्दूपन ,हिंदुत्व ]
      भारतीय आर्यों के वर्तमान भारतीय
      वंशज,
      (आर्यों के वंशज हिन्दू कैसे हो गए ???
      सभी जतियों के वंशज उसी जाति के होते है)
      जो वेदों ,स्मृति ,पुराण आदि को
      अपने धर्म-ग्रन्थ मानते हैं |
      -
      हिंदुस्तान -पुं ० [फा ० हिन्दोस्तान ]१.
      भारतवर्ष ।२.दिल्ली से पटने तक का
      भारत का उतरीय और मध्य भाग ।
      आर्य संस्कृति सनातन धर्मेव जयते !

  • @bhaveshsonkar2802
    @bhaveshsonkar2802 Před 4 lety +2

    Hindu to Sindhu se bna h to hamre dharam ka asli naam kya h

  • @gopalroy7766
    @gopalroy7766 Před 3 lety

    Sahi bath hai guruji 🙏🙏

  • @ProximaB750
    @ProximaB750 Před 6 lety

    sir what was the religion of homo erectus man and homosapien man ? is hindu more older then homo erectus and who is creator of hindhu

  • @user-pb4ly2is3g
    @user-pb4ly2is3g Před 7 lety +1

    you're making lectures in different contents but finally no one has got definition about Hinduism. please make a clear definition so that a simple man answers the another ones. Manytimes Muslim preture rase this question and proves Hinduism is not a religion or dharma. you have to make a proper answer to them and counter them.

  • @multitalented1983
    @multitalented1983 Před 4 lety

    Hindu dharm ki Ake army banani chaie jise o Darin Hinduo ki har Tara se madat Kar sake aur Hinduo ki Raksha Kar sake har Tara se prachar prasar karte wait bhi Hindu bharm Ka pure India me pure world me

  • @RKH369
    @RKH369 Před 4 lety +1

    जय हिंन्दूराष्ट्र 1🚩👌

  • @dayanand8919
    @dayanand8919 Před 6 lety

    The Diabolical born Brahmin / Brahman concept has disgraced and destroyed Akhand Bharat and the Bharatiye people. Please everyone support the Srimadbhagavad Gita Slok, Chapter 4 slok 13 clearly states that ; चातुर्य वरन ग्यान करम विभाग सच । With Education secular and Spiritual one qualifies for the positions of earning money to support the family. SHIVOHUM.

  • @Dawah_To_humanity
    @Dawah_To_humanity Před 4 lety +1

    🔮💜🔮💜🔮💜🔮💜🔮
    Dr Sunil Yadav ke sawaal
    Aap bhi dekhein
    सवाल है जो बहुत हि सोचने लायक है,
    जैसे
    कि -
    1:- सभी देवी देअवताओ ने भारत मे
    हि जन्म क्यो लिया,
    क्यो किसी भी देवी देवता को भारत
    के बाहर कोइ नही जानता ?
    2:- जितने भी देवी देवता देवताओ
    की सवारीया है उन्मे सिर्फ
    वही जानवर क्यो है जो कि भारत मे पाये
    जाते
    है,
    एसे
    जानवर
    क्यो नही को कि सिर्फ कुछ हि देशो मे
    पाये
    जाते है
    जैसे कि कंगारु,
    जिराफ आदी !!
    3:- सभी देवी देवता हमेशा राज घरानो मे
    हि जन्म क्यो लेते थे ?
    क्यो किसी भी देवी देवता ने
    किसी गरीब या शुद्र के यहा जन्म
    नही लिया !
    4:- पोराणीक कथाओ के मे
    सभी देवी देवताओ की दिन
    चर्या का वर्णन है जैसे कि कब
    पार्वती जी चंदन से स्नान
    किया गणेश के लिये लड्डु बनाये, गणेश
    ने लड्डु
    खाये
    आदी, लेकीन जैसे
    हि ग्रंथो कि स्क्रीप्ट खत्म
    हो गयी भगवानो कि दिन
    चर्या भी खत्म
    तो क्या सभी देवीदेवताऔ का देहांत
    हो गया ??
    5:- ग्रंथो के अनुसार पुराने समय मे
    सभी देवी देवताओ
    का प्रथ्वी पर
    आना जाना लगा रहता था जसे
    कि किसी को वरदाब देने
    या किसी पापी का सर्व नाश करने
    लेकीन अब एसा क्या हुआ
    जो देवी देवताओ ने प्रथ्वी पर आना बंद
    हि कर दिया !!
    6:- जब भी कोइ पापी पाप
    फैलाता था तो उसका नाश करने के लिये
    खुद भागवान किसी राजा के यहा जन्म
    लेते थे
    फिर
    30-35 की उम्र
    तक जवान होने के बाद वो पापी का नाश
    करते
    थे,
    एस
    क्यो पाप
    का नाश जब भगवान खुद हि कर रहे है
    तो 30-35
    साल का टाइम
    क्यो भगवान सिधे कुछ क्यो नही करते
    जीस प्रकार उन्होने अपने
    भक्तो का उत्तराखण्ड मे नाश किया ?
    (7) अगर
    हिन्दू धर्म कई हज़ार साल
    पुराना है,तो फिर भारत के बाहर
    इसका प्रसार क्यों नहीं हुआ और एक
    भारत
    से बाहर के धर्म “इस्लाम”
    को इतनी मान्यता कैसे हासिल
    हुई कि वो आपके अपने पुरातन धर्म
    से ज़्यादा अनुयायी कैसे बना सका?
    (8) अगर हिन्दू धर्म के अनुसार एक
    जीवित पत्नी के रहते, दूसरा विवाह
    अनुचित है, तो फिर राम के पिता दशरथ ने
    चार विवाह किस नीति अनुसार किये थे?
    (9) अगर शिव के पुत्र गनेश की गर्दन शिव
    ने काट
    दी, तो फिर यह कैसा भगवान है,
    जो उस कटी गर्दन को उसी जगह पर
    क्यों नहीं जोड़ सका, क्यों एक निरीह
    जानवर (हाथी)
    की हत्या करके उसकी गर्दन गणेश
    की धढ
    पर लगाई? एक इंसान के बच्चे के धढ़ पर
    हाथी की गर्दन कैसे फिट आ
    गयी?
    (10) अगर हिन्दू धर्म में मांसाहार
    वर्जित
    है, तो फिर राम स्वर्ण मृग (हिरन)
    को मारने
    क्यों गए थे? क्या मृग
    हत्या जीव
    हत्या नहीं है?
    (11) राम अगर भगवान है,
    तो फिर उसको यह
    क्यों नहीं पता था कि रावण
    की नाभि में अमृत है, अगर उसको घर
    का भेदी ना बताता कि रावण
    की नाभि में
    अमृत
    है, तो उस युद्ध में
    रावण कभी नहीं मारा जाता।
    क्या भगवन ऐसा होता है?
    (12) तुम कहते हो कि कृष्ण तुम्हारे भगवन
    हैं,तो क्या नहाती हुई
    निर्वस्त्रस्त्र
    गोपीयों को छुपकर देखने
    वाला व्यक्ति,
    भगवान हो सकता है, अगर ऐसा काम कोई
    व्यक्ति आज के दौर में करे, तो हम उसे
    छिछोरा कहते हैं। आप भगवान क्यों कहते
    हो?
    (13) हिन्दू ओ में
    बलात्कारी योंका प्रमाण अधिक
    ही क्यों होते हैं?
    (14) शिव के लिंग (पेनिस)
    की पूजा क्यों करते हैं? क्या उनके
    शरीर में
    कोई और चीज़ पूजा के क़ाबिल नहीं?
    (15) खुजराहो के मंदिरों में काम-
    क्रीड़ा और
    उत्तेजक
    चित्र हैं, फिर ऐसे
    स्थान को मंदिर क्यों कहा जाता है,
    क्या काम-क्रीडा, हिन्दू धर्मानुसार
    पूजनीय है?
    सवाल तो और भी बहुत है लेकेन पहले इनके
    जवाब
    मिल जाये बस !!
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    • @googleboy5264
      @googleboy5264 Před 4 lety

      एक कमेंट ने सभी कॉमेंट को हिला कर रख दिया थैंक्स भाई

  • @Robert-dx4uh
    @Robert-dx4uh Před 6 lety +1

    भुकना छोड़ धर्म हि बेशर्म हे

  • @vishalchoubey1224
    @vishalchoubey1224 Před 6 lety +2

    चतुर्थ वर्ण मया श्रष्टम।
    गुण कर्म विभागसः।।
    -गीता।
    गीता में में स्वयं श्री कृष्ण कहते है-
    "मैने ही चार वर्ण की रचना गुण और कर्म के आधार पर की है।"
    अर्थात जिसके जैसे गुण और जिसके जैसे कर्म होंगे वैसा ही उसका वर्ण होगा जैसे ब्राह्मण, क्षत्रीय, वैश्य अथवा शूद्र। वर्ण का अर्थ जाति नही है, वर्ण तो व्यक्ति की विशेषता है।
    बौद्धिक कर्म करने वाला व्यक्ति जैसे अध्यन, अध्यापन, चिंतन, विचार, समाज की नीति निर्धारण, दिशानिर्देशन, सामाजिक व्यवस्थापन और मार्गदर्शन। शुद्ध, पवित्र, सुचितापूर्ण, संयमी जीवनयापन। प्राणीमात्र के प्रति प्रेम, दया, करुणा, सहष्णुता, छमा धर्म को धारण करने वाला। शतोगुण प्रधान, तपस्वी, संयमी। उद्दात भाव और विश्व कल्याण भाव से युक्त व्यक्ति को ब्राह्मण कहा जाता था।
    इसी तरह शौर्य, साहस, निर्भीक, उत्साही, दृढ़ संकल्प से युक्त ओजश्वी, पराक्रमी, सहनशील, शक्ति-सामर्थ्यवान एवं देश, जन, समाज और शरणागत की रक्षा करनेवाला, रजोगुण प्रधान वीर व्यक्ति को क्षत्रीय कहा जाता था।
    वणिक, व्यापर बुद्धिवाला, परिश्रमी, उद्यमी रजो और तमो गुण प्रधान व्यक्ति को वैश्य कहा जाता था।
    तथा सेवाभावी और तमोगुणी व्यक्ति को शूद्र कहा जाता था।
    ये सभी वैदिक कालीन आर्य समाज और आर्य व्यवस्था के अंग थे। और ये व्यवस्था न सिर्फ भारत बल्कि संसार के सभी देश, काल और मानव समाज की आवश्यक और नैसर्गिक व्यवस्था है, सदा से ही रही है और आज भी है।
    ये चार प्रकार के लोग अर्थात बुद्धिजीवी, अध्यापक, चिंतक, दार्शनिक, विचारक यानी ब्राह्मण और योद्धा, सैनिक यानी क्षत्रीय एवं व्यापारी, किसान यानी वैश्य अंत में सेवक यानी शूद्र ये चार प्रकार के लोग सदा से ही विश्व के हर देश और हर समाज का अपरिहार्य हिस्सा रहे हैं, और आज भी हैं। संसार में किस देश, किस समाज और किस काल में ये चार प्रकार के लोग न थे? ये सदा थे आज भी हैं और सदा रहेंगे। बस हर स्थान, देश, काल में इनके नाम अलग रहे है।
    इसी तरह वैदिक आर्य काल में भी ये वर्ण व्यवस्था तो व्यवसाय, अभिरुचि, योग्यता, प्रकृति, गुण और मनुष्य स्वभाव की विशेषताओं पर आधारित थी न कि जन्म पर। शूद्र ब्राह्मण हो सकता था और ब्राह्मण शूद्र।
    क्षत्रीय विस्वामित्र ब्राह्मण बन गए, शूद्र बाल्मीकि ब्राह्मण बन गए। ऐसे सैकड़ो प्रमाण हैं। जब लोगों ने अपना वर्ण परिवर्तन किया। और एक ही घर में, एक ही परिवार में चारों वर्ण के लोग होते थे। एक भाई ब्राह्मण, दूसरा क्षत्रीय तो तीसरा शूद्र।
    ये तो बाद में जाकर ये व्यवस्था जाति व्यवस्था में परिवर्तित हुई यानी वंशानुगत हुई। जैसे आज राजनेता का बच्चा नेता, व्यवसायी का व्यवसायी, बन जाता है।
    आगे जाकर इसी आर्य वैदिक समाज को हिन्दू समाज और इनके देश को हिंदुस्तान कहा गया और ये शब्द भी हमारे नहीं है बल्कि पारसियों और विदेशियों ने हमारा यही संबोधन किया। हिन्दू शब्द हमारी पहचान बनी। और हमारे धार्मिक विश्वाश को हिन्दू धर्म कहा जाने लगा, जो कि भिन्न भिन्न है, जैसे शैव, शाक्त, वैष्णव, एक ईश्वरवादी, बहुदेववादी, साकार अथवा निराकारी उपासक, बौद्ध, जैन यहां तक कि चार्वाक नास्तिकवादी। सभी जो आज भारतीय कहा जाता है उसे मध्यकाल में हिन्दू कहा जाता था। हिन्दू अर्थात भारतीय।
    कोई मूल निवासी नहीं है न कोई विदेशी सभी आर्य है सभी हिन्दू हैं, यहाँ तक कि भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश के मुसलमान और ईसाई भी हिन्दू ही है, आर्य वंश से हैं। ये भी विदेशी आक्रांता, लुटेरे अरबी, गजनवी, गौरी, मुगल मुसलमानों या यूरोपीय ईसाइयों के साथ हमारे देश नहीं आये थे बल्कि हममें से ही है, जो बल और छल द्वारा ईसाइयत और इस्लाम द्वारा गुलामी में चले गए। और आज भी कम्युनिस्ट, ईसाई और इस्लाम हमें आपने जाल में फांसने के लिए, हिन्दू और भारत को खत्म करने के लिए हजारों तरह के छल, षड्यंत्र, झूठ, फ़रेब का जाल बुन रहे हैं।
    हमें हमारे प्यारे देश भारत को, और सनातन धर्म को बचाने के लिए इनके मंसूबो को समझना होगा, सावधान होना की जरूरत है न कि आपस में ही लड़ने की।
    भारत माँ के चार सपूत।
    ब्राह्मण, क्षत्रीय, वैश्य, शूद्र।
    भारत माँ के बड़े दुश्मन।
    कमनुस्ट, ईसाइयत, इस्लाम।

    • @parashchandra1436
      @parashchandra1436 Před 4 lety +1

      Bhai ye sab jankariya aap kaha se laye,iski aur विस्तृत जनकारी कहा से मिल सकता हैं, आपके द्वारा दी गई जानकरी से मै बहोत प्रभावित हुआ हूं, मुझे आप के जवाब का इंतजार है !

    • @vishalmalviya727
      @vishalmalviya727 Před 4 lety

      @@parashchandra1436 Gita ka path karein

    • @parashchandra1436
      @parashchandra1436 Před 4 lety +1

      Dhanyawad guruji

    • @sonubegum466
      @sonubegum466 Před 4 lety

      M Muslim rajput hu..
      Aap log aarye dharm m jatiwad... Warn system khtam kre...
      Rista chaye na kro khana ek sath khaye sb milkr..
      Hum kl Yi waps aarye dharm m aa jayenge...
      1 hum nhi lgta insan insan k jnm se ..unch nich smja jana Shi h

  • @carlosquirogag6633
    @carlosquirogag6633 Před 4 lety

    1.-यहूदी धर्म दुनिया का सच्चा धर्म है। इब्राहीम के देवता इब्राहीम, इसहाक और याकूब के साथ की गई वाचा अनन्त है। इज़राइल (JEWS) इजरायल के भगवान का बेटा है:
    - अब्राहम (1800 ईसा पूर्व) के साथ:
    "और मैं तुम्हारे और उनकी पीढ़ियों के बीच मेरी वाचा स्थापित करूँगा, और उनकी पीढ़ियों में तुम्हारे बाद, उनके सहकर्मियों द्वारा, तुम्हारे भगवान होने के लिए, और तुम्हारे वंश के बाद।"
    (उत्पत्ति १ 17: 7)।
    - इसहाक (1700 ईसा पूर्व) के साथ:
    "आप उसका नाम इसहाक कहेंगे; और मैं उसके साथ एक सहपाठी के रूप में अपनी वाचा की पुष्टि करूंगा।"
    (उत्पत्ति 17:19)।
    जैकब (1600 ईसा पूर्व) के साथ:
    "मैं तुम्हारे साथ हूं। तुम जहां भी जाओगे, मैं तुम्हारी रक्षा करूंगा, और मैं तुम्हें इस धरती पर वापस लाऊंगा। जब तक मैं तुम्हें नहीं बताऊंगा, जब तक मैंने तुम्हें बताया नहीं है।"
    (उत्पत्ति २ 28:१५)
    -इसरेल (यहूदी) इजरायल के ईश्वर के पुत्र हैं:
    "इजरायल इज माई सन माय प्रिमोजेनिटो।"
    (निर्गमन 4:22)
    यहूदियों को 613 प्रेयसियों को मानना चाहिए, अन्यजातियों को नूह के 7 नियम और रब्बी को मान लेना चाहिए।
    नूह के 7 कानूनों के जेंटाइल ऑब्जर्वर, हरदी जूदासवाद या तालमूद के रब्बीस द्वारा पैजन आईडीओएलटीआरएएस के रूप में नहीं देखे गए हैं।
    1.-yahoodee dharm duniya ka sachcha dharm hai. ibraaheem ke devata ibraaheem, isahaak aur yaakoob ke saath kee gaee vaacha anant hai. izarail (jaiws) ijaraayal ke bhagavaan ka beta hai:
    - abraaham (1800 eesa poorv) ke saath:
    "aur main tumhaare aur unakee peedhiyon ke beech meree vaacha sthaapit karoonga, aur unakee peedhiyon mein tumhaare baad, unake sahakarmiyon dvaara, tumhaare bhagavaan hone ke lie, aur tumhaare vansh ke baad."
    (utpatti 1 17: 7).
    - isahaak (1700 eesa poorv) ke saath:
    "aap usaka naam isahaak kahenge; aur main usake saath ek sahapaathee ke roop mein apanee vaacha kee pushti karoonga."
    (utpatti 17:19).
    jaikab (1600 eesa poorv) ke saath:
    "main tumhaare saath hoon. tum jahaan bhee jaoge, main tumhaaree raksha karoonga, aur main tumhen is dharatee par vaapas laoonga. jab tak main tumhen nahin bataoonga, jab tak mainne tumhen bataaya nahin hai."
    (utpatti 2 28:15)
    -isarel (yahoodee) ijaraayal ke eeshvar ke putr hain:
    "ijaraayal ij maee san maay primojenito."
    (nirgaman 4:22)
    yahoodiyon ko 613 preyasiyon ko maanana chaahie, anyajaatiyon ko nooh ke 7 niyam aur rabbee ko maan lena chaahie.
    nooh ke 7 kaanoonon ke jentail objarvar, haradee joodaasavaad ya taalamood ke rabbees dvaara paijan aaeedeeoelateeaarees ke roop mein nahin dekhe gae hain.
    अन्यजातियों को भोजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि हम दुनिया के अंत के करीब हैं। यशायाह 66:17 (अध्याय 58 से 66 तक, यशायाह यहूदी कैलेंडर का उपयोग करते हुए दुनिया के अंत की बात करता है) ईश्वर आगाह करता है कि पंख, क्रोध और मृत्यु अन्य लोगों की ओर है जो सूअर का मांस खाते हैं। अन्यजातियों को मांस खाने से नहीं होना चाहिए।
    "इसके अलावा सुअर, क्योंकि इसमें खुर है, और यह खुर वाले खुरों का है, लेकिन यह नहीं उगता है, आप इसे अशुद्ध मानेंगे।"
    (लैव्यव्यवस्था 11: 7)।
    यशायाह की पुस्तक में, ईश्वर ने यहूदियों के लिए घोषणा की कि दुनिया के सभी अमीर केवल जेईडब्ल्यूएस के लिए हैं और अन्यजातियों को यहूदियों के लिए काम करना चाहिए। यदि अन्यजातियों ने उन 2 आदेशों का ध्यान रखा, तो गोइंग टू हेवन (ईश्वर से पहले धर्मी) के अलावा, वे इस जीवन में और दूसरे जीवन में पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
    "और राष्ट्रों के धन तुम्हारे पास आए हैं।" (यशायाह 60: 5)।
    "और विदेशी तुम्हारी दीवारों का निर्माण करेंगे, और उनके राजा तुम्हारी सेवा करेंगे।" (यशायाह 60:10)।
    "आपके दरवाजे लगातार खुले रहेंगे; वे दिन या रात बंद नहीं होंगे, ताकि राष्ट्रों के धन को आपके पास लाया जा सके, और उनके राजाओं को आपके पास ले जाया गया।" (यशायाह 60:11)।
    "जो राष्ट्र या राज्य आपकी सेवा नहीं करता है, वह नाश हो जाएगा, और पूरी तरह नष्ट हो जाएगा।" (यशायाह 60:12)।
    "और जिन लोगों ने तुम्हें कष्ट दिया, वे तुम्हारे पास आकर मारे जाएँगे, और जो लोग तुम्हारा मज़ाक उड़ाएंगे, वे तुम्हारे पैरों के नीचे दबेंगे।" (यशायाह 60:14)।
    "मैं तुम्हें एक अनन्त महिमा बनाऊंगा।" (यशायाह 60:15)।
    "और तुम राष्ट्रों का दूध चूसोगे, राजाओं का स्तन चूसोगे, और तुम जानोगे कि मैं तुम्हारा उद्धारकर्ता और तुम्हारा उद्धारक हूँ।" (यशायाह 60:16)।
    "और विदेशी तुम्हारी भेड़ें चराएंगे, और अजनबी तुम्हारे पति और तुम्हारी दाख की बारी होंगे।" (यशायाह 61: 5)।
    "तुम राष्ट्रों के धन को खाओगे, और उसकी महिमा के साथ तुम उदात्त रहोगे।" (यशायाह 61: 6)।
    "भगवान भगवान सभी अन्यजातियों के सामने धार्मिकता और प्रशंसा लाएंगे।" (यशायाह 61:11)।
    "आप प्रभु के हाथ में महिमा का मुकुट और अपने भगवान के हाथ में एक शाही शिक्षाविद होंगे।" (यशायाह 62: 3)।
    "मैं कभी भी अपने दुश्मनों को भोजन के लिए अपना अनाज नहीं दूंगा, और न ही विदेशियों के बच्चों को आपके लिए पीने चाहिए, जिसके लिए आपने काम किया था।" (यशायाह 62: 8)।
    "इस प्रकार भगवान सर्वशक्तिमान कहते हैं:" उन दिनों में हर देश और हर देश के कई लोग होंगे, जो अपने लबादे के किनारे एक यहूदी को ले जाएगा और कहेगा: चलो हम तुम्हारा साथ देते हैं! हमने जाना है कि भगवान हमारे साथ हैं! ! " (जकर्याह 8:23)।

  • @vinaynandurdikar2005
    @vinaynandurdikar2005 Před 3 lety

    👌

  • @unstoppableworld3378
    @unstoppableworld3378 Před 2 lety

    Hindi dharam sab focus hai......

  • @user-ru7ll4rm7v
    @user-ru7ll4rm7v Před 4 lety

    हिन्दू धर्म ,korona से ,क्यों नहीं बचा सकता है? आप धर्म का महत्व क्यों बता रहे है? भाईचारा पर बोल दीजिए!

  • @satyamshambhu8833
    @satyamshambhu8833 Před 6 lety +2

    विश्व के सबसे बढ़िया धर्म हिन्दू धर्म सनातन धर्म हैं कोई माने या ना माने,

    • @user-gh5fr5lt1k
      @user-gh5fr5lt1k Před 5 lety

      Ha Bhai ISI liye log chhodte ja rahe hai. Badhai ho...

  • @Aman_3620
    @Aman_3620 Před 2 lety

    Lekin geeta jo ki latest granth hai usme hindu ka kahi jikr nhi hai

  • @user-ru7ll4rm7v
    @user-ru7ll4rm7v Před 4 lety

    Hindu,धर्म के संस्करण करने वाले सज्जन कौन थे? आप सनातन धर्म की व्याख्या कर रहे हैं। कब पैदा हुआ,हिन्दू नाम? जब हिन्दू नाम आया,तभी से बताइए।

    • @user-ru7ll4rm7v
      @user-ru7ll4rm7v Před 4 lety

      ईश्वर एक है,रूप अनेक है।। जय यादव जय माधव!

  • @mithileshkumarsharma6890
    @mithileshkumarsharma6890 Před 5 lety +1

    Sir ..... Hindu Dharma hai ya Sanskriti

  • @RavibhimGautam
    @RavibhimGautam Před 3 lety +1

    Jhuthi kahani sunane ka kam karta hai

  • @sangeetkumarumariharewakus6431

    Sabhi Hindu Hain main

  • @surjeetsing9089
    @surjeetsing9089 Před 7 lety

    jai shre ram

  • @JagdishKumar-pz4zy
    @JagdishKumar-pz4zy Před 7 lety +2

    ariya bole chitiya teriko ye nahi pata ki maha bharat main ariya bola gaya hai na ki hindi

  • @bhaveshkathiyawadikesatham1415

    Hindu Chennal 🇮🇳
    hindu Rashtra Misson 🚩
    ⬇️Link⬇️⬇️
    czcams.com/channels/OLHjAwfdQPr2NoLawpYbOA.html
    जय श्री राम🇮🇳🇮🇳
    जय भवानी जय शिवाजी🚩🚩

  • @user-mr2kz2ij2m
    @user-mr2kz2ij2m Před 3 lety

    बेटे तेरा धर्म खाली जाति व्यवस्था है

  • @veerbhadra1912
    @veerbhadra1912 Před 7 lety +1

    Maha at karo kas ke aur baat ke khao, parupkar Samdharamnahe help poor

  • @nilgendre4043
    @nilgendre4043 Před 3 lety

    India me 4 varn h h batao inme se hindu kon h

  • @jayprakashsingh8306
    @jayprakashsingh8306 Před 3 lety

    ऐसे प्रवचन करने वाले लोग बहुत बड़े झूठे और मक्कार हैं, आपके अनुसार तो कोई भी मनुष्य हिंदू नहीं है, सब अधर्मी है, क्योंकि कोई भी आपके बताये अनुसार आचरण नहीं करता है।

  • @MohanKumar-qw6nw
    @MohanKumar-qw6nw Před 3 lety

    Bharath me sthapathy hai na vo hai asali adi Brahman ,baki sab videshi Jews Brahman bangaya .

  • @kunalmhaske1593
    @kunalmhaske1593 Před 2 lety

    Aap kuch bhi karlo par aapko bhart samaj me nahi aayega kyonki bharat na hindu hai na musalman hai bharat ka apna ek itihass hai jisko aap jaise ne dharm ke naam pe insano ko insano se baat diya phir dharm ki yakhya karte ho jis dharm me insan ke upper janvar ho uus dharam ka palan kyo karna chahiye

  • @reactionandtheaction8513

    Guru Ji kya sudra hindu nahi he

  • @h4kmovies
    @h4kmovies Před 3 lety

    कडवा है मगर सच है हो सकता है लोग गाली गलौज ना करें
    सिद्ध करो राम थे......या स्वीकार करो कि #रामायण काल्पनिक ग्रंथ है...
    (1). एक समय पर दो तरह के इंसान कैसे हो सकते हैं?
    एक पूंछ वाला और एक बिना पूंछ वाला...
    दोनों मनुष्य की तरह बोलते हैं दोनों के पिता राजा हैं क्या ऐसा संभव है??
    (2). मेंढक से मंदोदरी कैसे बन सकती हैं/ पैदा हो सकती है??
    (3). लंगोटी का दाग छुड़ाने से अंगद कैसे पैदा हो सकता है??
    पक्षी मनुष्य की तरह कैसे काम कर सकता है जैसे गिद्धराज??
    (4). किसी मनुष्य के 10 सिर हो ही नहीं सकते इतिहास या पुरातत्व द्वारा आज तक ये सिद्ध नहीं हो पाया कि किसी इंसान के 10 सिर 20 भुजाओं वाला कोई मनुष्य नहीं है.......
    (5). जिस लंका की आप बात कर रहे हो,उसका नाम भी 1972 में लंका पड़ा। इसके पहले सिलोन व सीलोन से पहले सिहाली इत्यादि नाम थे तो असली लंका कहा है???
    (6). घड़े से लड़की कैसे पैदा हो सकती है?
    एक माह में मकरध्वज कैसे पैदा हुए?
    मछली से कोई मनुष्य कैसे पैदा हो सकता है??
    एक माह में मकरध्वज पातालपुरी में नौकरी करने लगे क्या ये संभव है?? अगर संभव है तो साबित करो...
    (7). 5000 साल पुरानी द्रविड़ भाषा को कोई पढ़ नहीं सकता
    तो 70000 साल पहले अंगद किस भाषा शैली क्या थी??
    (8). सम्राट अशोक के काल में अयोध्या का नाम साकेत था तो
    अयोध्या के बाद साकेत और साकेत के बाद अयोध्या नाम कैसे पड़ा??
    पुरातत्व विभाग की तरफ से एक भी प्रमाण हो तो बताओ कि राम राज्य था??
    (9). सात घोड़ों से सूर्य कैसे चल रहा है?? आपकी पुस्तकें कह रही हैं जबकि विज्ञान कह रहा है कि सूर्य चलता ही नहीं है.....
    जब राम का राज्याभिषेक हो रहा था तब सूर्य एक महीने के लिए रुक गया था, आपकी किताबों में लिखा है।
    जबकि सूर्य चलता ही नहीं है अगर सूर्य चलता है तो सिद्ध करो /साबित करो....
    (10). सूर्य खाने गए हनुमान की स्पीड और कद क्या था??
    जो हनुमान सूर्य की आग से नही जल सकता, वह पुंछ में लगी आग से कैसे जल सकता है??
    (11). बालमीक रामायण कहती है चैत अमावस्या को रावण का वध होता है
    तुलसीकृत रामायण कहती है कुमार दशहरा को रावण का वध होता है तो सच क्या है??
    (12). सोने की खोज हुए 4000 साल हुए हैं तो 70000 साल पहले सोने की लंका कहां से आई थी??
    सोने का गलनांक 3000℃ से अधिक होता है, तो बताओ पुंछ की आग से इतना तापमान कैसे बढ सकता है??
    सोने का महल था या सोने की लंका?
    6000 साल पूर्व सभी चमड़े का परिधान पहनते थे
    तो 70000 साल पूर्व कपड़े राम कहां से पहनते थे??
    (13). जब ब्रह्मा के मुख से ब्राह्मण पैदा हुआ तो भारत में ही क्यों पैदा हुआ?? जबकि ब्रह्मा ने ब्रह्मांड रचाया तो चीन अमेरिका थाईलैंड जापान दक्षिण कोरिया वगैरह वगैरह दुनिया के बाकी देशों में ब्राह्मणों क्यो पैदा नहीं हुआ या होता ??
    आज भी बामण किसी के मुख से पैदा होते है या जननांग से।
    (14). वह कोनसा सॉफ्टवेयर था जिसे पता चल जाता था कि लक्ष्मण रेखा को सीता पार करे तो कुछ नही हुआ परन्तु रावण पार कर तो जल उठे???
    (15). जिस धनुष को रावण उठा नही सका, उसी धनुष को उठाने वाली सीता को रावण कैसे उठा सकता है??
    सवाल और भी बहुत है....
    ज्योतिबा फुले ने सही कहा था कि " पोंगा पंडितो का ज्ञान उनके(पंडितो) के ज्ञान पर नही, शुद्रो की अज्ञानता पर टिका हुआ है।"
    "जिस दिन शुद्र अपने विवेक, सोच और तर्क - शक्ति का उपयोग करना शुरू कर देंगे, उस दिन इन पोंगा पंडितो के द्वारा काल्पनिक गप्प कथाओं के द्वारा निर्मित किये गए किले धरासायी हो जाएंगे।"
    हिन्दू धर्म नहीं ब्राह्मणों का धंधा है
    हिन्दू धर्म में पढ़ा लिखा सब अंधा है।
    नास्तिक।

    • @Rajputkrishu
      @Rajputkrishu Před 2 lety

      तुम हिंदू धर्म पर कलंक हो

  • @menkaschannel2629
    @menkaschannel2629 Před 5 lety

    Hinduism ko aab Sab bharast kr rahe hai... Kaha hamara darm kaha aajkal Sab log bhul rahe hai Aapna astitwo ko,log Aapna daram parewartan Kar rahe hai Kya... Kis liye,,,?? Hamea garav hona chahiye hmare Hindu hone kintu,aab sab Naya samey ko leke Aapna darm ko bhul Gaye hai

  • @Kkbhoi01
    @Kkbhoi01 Před 6 lety

    I love my hindu religion

  • @hirkadnedilip1
    @hirkadnedilip1 Před měsícem

    App log Hindu Hindu q Kahne ho

  • @prateekpalet5081
    @prateekpalet5081 Před 4 lety

    Brahman apne ko sarvsrest samaghata hai use varn shabd ka gyan nahi ya anya jatio se srest hone ka dambh bhara ta hai.

  • @kaushalkishor6753
    @kaushalkishor6753 Před 2 lety

    Totally rong

  • @PawanKumar-qs6lz
    @PawanKumar-qs6lz Před 5 lety

    Hindu ka arth Kiya hi

  • @amritambedkar5139
    @amritambedkar5139 Před 7 lety

    ek rajnitik hai

  • @sukhdevinkhiya8686
    @sukhdevinkhiya8686 Před 4 lety

    Kay bol rhe ho sir hindu dharm kay Hindu dharm m kay hota h vo btao

  • @subashchand6337
    @subashchand6337 Před 5 lety

    dharm me koi dosh nahi dosh dharm or samaj ke thekedaro me he unke dwara shosit varg samaj ka dosh manta he hindu samaj me dalit ki hamesha se heen bhavna se inke saath utpeedan karne wale ko hindu samaj mon samerthan karta he
    dalit is liye bodh dharm ki or ga rha he
    irsha raag dwesh chhal kapat nafrat hinsa danga dharm ke naam pr sab jayaj he

  • @taheseen959
    @taheseen959 Před 6 lety

    Na naaaa bhool hai ye

  • @bahadursingh421
    @bahadursingh421 Před 7 lety

    jhoot bol bol ka lok ko pzl nhi baan.. ooo

  • @m.shahnawaz7093
    @m.shahnawaz7093 Před 7 lety +1

    kaam kam bakwas jyada

  • @antimvarma1003
    @antimvarma1003 Před 4 lety

    Tu natak q krta h