पुरानी यादों से कैसे बाहर निकलें? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2017)
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- čas přidán 29. 10. 2017
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वीडियो जानकारी: संवाद सत्संग, 10.09.2017, यू.पी.टी.यू.
प्रसंग:
~पुरानी यादों से कैसे बाहर निकलूँ?
~पुरानी यादें क्यों आती है?
~पुरानी यादों में सही लम्हा या दुःखी लम्हा ही क्यों याद आती है?
~अतीत के चक्कर में वर्तमान भी क्यों ख़राब कर देते है?
~व्यर्थ जीवन जीने से कैसे बचें?
~उत्कृष्टता का क्या मतलब है?
संगीत: मिलिंद दाते
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I am growing day by day... Thank you guru jii
Plz make more videos on ur channel I'm full supporting friend
यह सब बाते तो सभी पढाई साई ज्यादा जरुरी है
These knowledge have to expand as more as possible
यह सन्देश आपतक प्रशान्तअद्वैत फाउंडेशन के स्वयंसेवियों के माध्यम से पहुँच रहा है, जो इस प्रोफाइल की देख-रेख करते हैं।
प्रशान्तअद्वैत फाउंडेशन की ओर से हार्दिक अभिनन्दन!
प्रिय वर्षा,
यह बहुत ही शुभ है कि आप आचार्य जी के अमूल्य वचनों से लाभान्वित हो रहे हैं|
फाउंडेशन बड़े हर्ष के साथ आपको सूचित करना चाहता है कि निम्नलिखित माध्यमों से दुनिया के हर कोने से लोग आचार्य जी से जुड़ रहे हैं:-
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१. आचार्य जी से निजी साक्षात्कार:
यह एक अभूतपूर्व अवसर है आचार्य जी से मुखातिब होकर उनसे निजी मुद्दों पर चर्चा करने का। यह सुविधा ऑनलाइन भी उपलब्ध है।
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२: अद्वैत बोध शिविर:
अद्वैत बोध शिविर आचार्य जी के सानिध्य में समय बिताने का एक अद्भुत अवसर है। इन बोध शिविरों में दुनिया भर से लोग, अपने व्यस्त जीवन से चार दिन निकालकर, प्रकृति की गोद में शास्त्रों का गहन अध्ययन करते हैं और उनसे प्राप्त शिक्षा की प्रासंगिता अपने जीवन में देख पाते हैं। ऋषिकेश, शिवपुरी, मुक्तेश्वर, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, चोपटा, कैंचीधाम जैसे नैनाभिराम स्थानों पर आयोजित अनेकों बोध शिविरों में सैकड़ों लोग आच्रार्य जी के आशीर्वचनों से कृतार्थ हुए हैं।
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३. आध्यात्मिक ग्रंथों पर कोर्स:
आध्यात्मिक ग्रंथों पर कोर्स, आचार्य प्रशांत के नेतृत्व में होने वाले क्लासरूम आधारित सत्र हैं। सत्र में आचार्य जी द्वारा चुने गये दुर्लभ आध्यात्मिक ग्रंथों के गहन अध्ययन के माध्यम से साधक बोध को उपलब्ध हो पाते हैं।
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४. जागरुकता का महीना:
फाउंडेशन हर माह जीवन-सम्बन्धित एक आधारभूत विषय पर आचार्य जी के सत्रों की एक श्रृंखला आयोजित करता है। जो व्यक्ति बोध-सत्र में व्यक्तिगत रूप से मौजूद नहीं हो सकते, उन्हें फाउंडेशन की ओर से चुनिंदा सत्रों का ऑनलाइन प्रसारण उपलब्ध कराया जाता है। इस सुविधा द्वारा सभी साधक शारीरिक रूप से दूर रहकर भी, आचार्य जी के सत्रों में सम्मिलित हो पाते हैं।
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५. आचार्य जी के साथ एक दिन
‘आचार्य जी के साथ एक दिन’ एक अनूठा अवसर है जिज्ञासुओं के लिए जो, इस पहल के माध्यम से अद्वैत आश्रम - ग्रेटर नॉएडा में हर महीने, एक पूरे दिन का समय आचार्य जी के साथ व्यतीत कर पाते हैं।
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६. पार से उपहार : आचार्य जी के साथ सप्ताहंत
‘पार से उपहार’ एक सुनहरा प्रयास है आचार्य जी के सानिध्य में रहकर स्वयं को जान पाने का। इसका आयोजन प्रति माह, २ दिन और २ रातों के लिए, अद्वैत आश्रम - ग्रेटर नॉएडा में होता है।
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७. परमचेतना नेतृत्व
नेतृत्व क्या है? असली नायक कौन है?
एक असली नायक क्या लोगों को कहीं आगे ले जाता है, या वो लोगों को उनतक ही वापस ले आता है?
क्या नेतृत्व प्रचलित कॉर्पोरेट और शैक्षिक ढाँचे से आगे भी कुछ है?
क्या आप या आपका संस्थान सही नेतृत्व की समस्या से जूझ रहे हैं?
जब आम नेतृत्व अपनी सीमा तक पहुँच जाए, तब आमंत्रित कीजिये ‘परमचेतना नेतृत्व’ - एक अनूठा मौका आचार्य प्रशान्त जी के साथ व्यग्तिगत व संस्थागत रूप से जुड़कर जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को जानने का।
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८. स्टूडियो कबीर
स्टूडियो कबीर एक ऐसी पहल है जो आज के प्रचलित संस्कृति में आदिकाल से पूजनीय संतों व ग्रंथों द्वारा प्रतिपादित बोध का पठन-पाठन एक संगीतमय तरीके से करती है। आम जनमानस में संतों व ग्रंथों के गीतों की लोकप्रियता बढ़ सके, इसके लिए स्टूडियो कबीर उन गीतों को याद करवाने का और सुंदर गीतों के माध्यम से प्रस्तुत करने के अथक प्रयास में संलग्न है।
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९. फ्री-हार्ट्स शिविर: एक नयी दृष्टि में अध्यात्म
यह शिविर हर उस व्यक्ति के लिए है जो दिल से युवा हैं। इस शिविर के अंतर्गत आपसी सौहार्द्य और मैत्री का वर्धन, मनोवैज्ञानिक तथ्यों से रूबरू होना, जीवन की ग्रंथियों को सुलझाना, ध्यान की अभिनव विधियों का प्रयोग करना, नृत्य, गायन, कला-प्रदर्शन करना आदि शामिल है।
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१०. त्रियोग:
त्रियोग हठ-योग, भक्ति-योग और ज्ञान-योग का अभूतपूर्व सम्मिश्रण है, जिसमें सम्पूर्ण स्वास्थ्य और सर्वांगीण विकास की प्राप्ति हेतु २ घंटे के योग-सत्र का अनूठा आयोजन किया जाता है।
११. बोध-पुस्तक
जीवन के महत्वपूर्ण विषयों पर आचार्य जी के व्यक्तव्यों का बेहतरीन संकलन हिंदी व अंग्रेजी भाषा में पुस्तकों के रूप में अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध हैं:
अमेज़न: tinyurl.com/Acharya-Prashant
फ्लिपकार्ट: tinyurl.com/AcharyaBooks
इन सुन्दरतम व अनोखी पहलों में भाग लेने के लिए, अपने आवेदन requests@prashantadvait.com पर भेजें, या श्री कुन्दन सिंह से संपर्क करें: +91-9999102998
आशा है कि आप उपरोक्त माध्यमों के द्वारा आचार्य जी से बेहतर रूप से जुड़कर उनके आशीर्वचनों से कृतार्थ हो पायेंगे।
सप्रेम,
प्रशान्तअद्वैत फाउंडेशन
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति ईश्वर की प्राप्ति , कृष्ण की प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन इस युगपुरुष को 🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️
आचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l
नमन है इस युगपुरुष को 🙏🙏🙏🙏❤️❤️
I totally admire you sir. You are great .
Thanks for putting this question, thanks aacharya ji
Thank you so much Acharyaji..u saved again 🙏
hame sirf do hi baaten yad rahti hai ek to jis baat se badi khushi mili ho aur dusri jis bat se badaa dukh mila ho
jabki jivan pratipal hai jivan ke chote chote baaton me hi mul baate chhipi hoti hai agar dukh ya sukh se pade hona chahte hai har ek bat jo bhul jate hai unhe yad kijiye kyunki dukh ka karan wahi chipa hai
Love you aachariye ji ❤❤
धन्यवाद शुक्रिया आचार्य जी
संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें:
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आचार्य प्रशांत के करीबी माहौल की झलकियाँ पाने, एवं उनसे निकटता के लिए: patreon.com/AcharyaPrashantHindi
गुरु जी सादर चरण स्पर्श... 🌱🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌱
forever grateful
Thank you so much universe ji
Dhanyabad Acharya Ji.... 🙏🙏
🙏🙏
Naman achrya ji q
Thank you guru ji
Naman Acharyaji
Guru ji charan apke 🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी !
धन्यवाद् आचार्य जी।
Bilkul sahi Acharya jiii
Sahi sir!
Thank you Acharya ji
Guru ji pranam
धन्यवाद सर🙏🙏🙏
Awesome
Sahi hai guru ji.
Thank you sir🙏🙏
Guru pranam 🙏🙏😭😭
Thank u
Epic
Thanks guru jee🙏🙏
this iwas also my query
Acharya ji mera mann padhai mein bilkul nahin lagta hai aur usse darr bhi😭 lagta hai kripaya iss pe ek video bana dijiye!🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏❤️
Nice 😄😄
🙏🏽
🙏🙏🙏🙏🙏
Riya 🙏🙏💐🙂🌼
❤️❤️🌼🌼🙏
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🙏🙏🙏🙏
🙇🙏
🌹💐🌹💐❤🌹💐🙏
👍👍👍👍👍👍👌👌👌👌👌👌👌
🙏🙏🙏🙏 parnaam aacharya ji 🙏
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Mujhe yad hai.ki mai khud hi dukh khud ke dukh ka karan ho mere kiye huye krni ki wjh se dukh mila.wo koi dukh yad nhi jo mujhe bal de.mujhe wo yad h ki meri chhavi dhumil hui mere hi karmo ki wajah se..mlal us baat ki ab ki kyu ki huaa mujhse wo kram.
कटु पर सत्य
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Nice
।।।।🙏🙏🙏🙏🙏।।।।
😁😁😁😁
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