17 फरवरी को उस महान संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस है, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। और देखते ही देखते पूरे विश्व में अपने तत्त्वज्ञान का परचम लहरा दिया। 17-20 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संपूर्ण विश्व को आमंत्रित किया गया है।
17th February 1988
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मंड का एक रति नहीं भार। सतगुरू पुरूष कबीर हैं कुल के सृजनहार।।
Jay ho bandi chhod satguru rampal ji maharaj ki jai ho 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
कबीर साहेब जी की लीलाएं अद्भुत अद्वितीय हैं
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
इसी कारण उनके अनुयायी आए दिन जरूरत मंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी जरूरत मंद लोगों के लिए रक्तदान सेवा में लगे हुए हैं
🍽️ श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में राम मंदिर में आ रहे श्रद्धालुओं के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में भंडारा निरंतर चल रहा है।
संत रामपाल जी महाराज जी ऐसे विशाल भंडारे का आयोजन हर वर्ष अपने सभी 12 आश्रमों में करवाते हैं। आज अयोध्या की धरती पर संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा शुद्ध देसी घी से निर्मित भंडारा निरंतर चल रहा है।
*🙏🏿सतगुरु देव जी की जय 🙇♂️🙇♂️🙇♀️🙇♀️*
*🙏🏿 जय जय सतगुरु मेरे की 🙇♂️🙇♂️🙇♀️*
*सतगुरु भेंटिया ता दिन लेखे जान*|
*बाकि समय व्यर्थ गया बिना गुरु के ज्ञान*🙏
🪷बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो।🪷🙏*
*🙏सत साहेब जी🙏
परमात्मा कबीर परमेश्वर ही पूर्ण ब्रह्म अविनाशी भगवान है इसका सभी पवित्र धर्म ग्रंथो में प्रमाण मिलता है जो पृथ्वी पर चारों युगों में अवरोध होते हैं और अद्भुत लीलाएं कहते हैं🎉🎉❤🎉🎉
कबीर,एक साधे सब सधे,सब साधे सब जाव ।
माली सिंचे मूल को,फलै फूलों अघाया।।
"⛳वेदों में प्रमाण है
कबीर साहेब भगवान है।"
कबीर साहेब भगवान है बेदो में प्रमाण है कबीर साहेब हर युग में आते हैं और अपने अच्छी-अच्छी आत्माओं को भक्ति करा के सतलोक ले जाते है।🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏
कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा है वही सृष्टि के रचनाकार है
कबीर ज्ञान रियल ज्ञान और सतलोक जाने के लिए कबीर मार्ग सर्वश्रेष्ठ मार्ग है
पवित्र वेदों में परमान है कि पूर्ण परमात्मा सहशरीर पूर्ण मोक्ष धाम को जाते है
Bandi Chhod Parameshwer Kabir Saheb Ji Ki Jay Ho 🙏🌹
सतभक्ति करने से इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है (जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है) जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
कबीर, एक साधे सब सधे, सब साधे सब जाव।।
माली सिंचे मूल को, फलै फूलै अघाय।।
काल डरे करतार से , जय जय जय जगदीश।
जौरा जौरी झाड़ती , पग रज डारै शीश।
Purn Sant Jagatguru Tavtdarshi Sant Rampal Ji Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏
जै सतगुरू की संगत करते, सकल कर्म कटि जाईं।अमर पुरि पर आसन होते, जहाँ धूप न छाँइ।।संत गरीबदास जी ने परमेश्वर कबीर जी से प्राप्त सूक्ष्मवेद में कहा है कि यदि सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेते तो सर्व कर्मों के कष्ट कट जाते अर्थात् न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते।जै सतगुरू की संगत करते, सकल कर्म कटि जाईं।अमर पुरि पर आसन होते, जहाँ धूप न छाँइ।।संत गरीबदास जी ने परमेश्वर कबीर जी से प्राप्त सूक्ष्मवेद में कहा है कि यदि सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेते तो सर्व कर्मों के कष्ट कट जाते अर्थात् न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते।😭💐👏👏👏👏🙇🏼♀️
तीरथ गये ते एक फल, सन्त मिले फल चार ।
सत्गुरु मिले अनेक फल, कहें कबीर विचार ॥
कबीर साधु दर्शन राम के, मुख में बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं को होते हैं , जिनके पूर्ण भाग्य।।
कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा है वो सशरीर आते हैं अच्छी पुण्यकर आत्माओं को मिलतेऔर सशरीर जाते अपने निजधाम को
🙏🙏🌹🌹गरीब जल थल है पृथ्वी गगन में बार भीतर एक पूर्ण वर्मा कबीर है अभी अभीगत पुरुष अनेक🦚🦚
जिन मुझको निज नाम दिया, सोई सतगुरु हमार।
दादू दूसरा कोई नहीं ,कबीर सिरजन हार।।
तहां वहां चादरि फूल बिछाये, सिज्या छांडी पदहि समाये। दो चादर दहूं दीन उठावें, ताके मध्य कबीर न पावें ॥
कबीर,एक साधे सब सधे,सब साधे सब जाव ।
माली सिंचे मूल को,फलै फूलों अघाया।।🙏
रक्तदान महादान संत रामपाल जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों ने बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
Jai bandi chhod ki Jai ho
Jai ho mere malik🙏🙏
कबीर,
तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश।।
कबीर मीठा बोले नम्र रहे ,करे सबसे स्नेह ।
कितने दिन का जीवना कितने दिन की देह।।
Sachmuch Kabir bhagwan h
सच होगा सबका सपना,
दहेजमुक्त होगा भारत अपना।।
संत रामपाल जी महाराज एक ऐसे स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं जिसमें शादी पर कोई आडंबर नहीं, कोई खर्चा नहीं तथा बेटी बोझ नहीं।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सैंकड़ों दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुए।
Santrampal ji mahraj ji ki jay ho
Bahut hi acha Video lga ji ye to
सत्संग से ही मानव को उसके जीवन का वास्तविक उद्देश्य का ज्ञान होता है।
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।
Sat saheb 🙏🙏 वेदों में प्रमाण हैं कबीर साहेब भगवान हैं
Satgurudev Ki jay, Anmol Gyan 🙏🙏
बहुत ही अनमोल ज्ञान है
कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा हैं, वे चारों युगों में आते हैं, और अपनी प्यारी आत्माओं को सतज्ञान समझाकर, सतभक्ति कराकर सतलोक ले जाते हैं।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जन कल्याणकारी कार्यों में सदैव आगे ही रहे हैं। उनकी प्रेरणा से श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सतगुरु रामपाल जी महाराज द्वारा ऐतिहासिक विशाल भण्डारा करवाया जा रहा है।
मालिक की लीला
Kabir is suprime god 🙏🙏🙏
परमेश्वर कबीर साहिब जी सन 1398 में सशरीर प्रकट हुए थे और सन 1518 में सशरीर सतलोक गए थे।
न कबीर परमात्मा का जन्म होता न ही मृत्यु। कबीर परमात्मा अविनाशी हैं। चारों युगों में सशरीर आते हैं।
Jay Ho bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki jay 🙏
SAT SAHEB GURU JI
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक। ,,,
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।
मालिक की लीला...
संत रामपाल जी महाराज की दी गई शिक्षा से हो रहा है दहेज का खात्मा।
संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान करेगा दहेज मुक्त भारत का निर्माण।
Kabir is Supreme God ❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai bandi chhod ki 🙏
बहुत ही दुखद घटना है ।इस काल लोक में ऐसा ही होता है।
जब तक मनुष्य पूर्ण गुरु से दीक्षा लेकर भक्ति नहीं करता तब तक हमारे प्रारब्ध कर्म नष्ट नहीं होते। वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु है अतः आप भी संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेकर अपने जीवन को सफल बनाएं।
सद्गुरु संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में जनकल्याणकारी भोजन भंडारा का व्यवस्था सभी सतलोक आश्रमो में होता है साथ साथ अन्य प्रकार से भी जैसे अयोध्या में भी विशेष रूप से लोगो के लिए भोजन भंडारे की विशेष व्यवस्था थी l उनके आलावा वर्तमान में पूर्ण संत और कोई नहीं हैं l उनके द्वारा परमेश्वर कबीर साहेब की भक्ति कराने से तथा मर्यादा में रहकर भक्ति करने से बड़े बड़े कष्ट, दुःख, दर्द बीमारी सब से मुक्ति मिलती ही हैं साथ ही साथ मोक्ष मार्ग मिल जाता है l
अनमोल ज्ञान
कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा है। वो अपने लोक से सशरीर आते है और जाते है।
Anmol Gyan
Kabir is God bless Kabir ji ❤❤❤❤🎊🎊💚💚
❤❤....sat saheb ji.....❤❤
Supreme God is Kabir sahib ji 🙏
❤❤❤
Sat saheb ji🙏🙏🙏
🎉🎉❤
True spiritual knowledge
Anmol Gyaan Video Kabir Saheb Ji ki
Kabir Is SupremeGod 🙏🏻
Kabir is supreme god 🙇🏻🙏
इस वीडियो में तो शास्त्रों कै अनुसार ज्ञान बताया जा रहा है, आजतक मैंने किसी अन्य संत से शास्त्र अनुकुल ज्ञान नहीं सुना ।
कबीर, पत्थर पूजें हरि मिले, तो मैं पूजूँ पहार।
तातें तो चक्की भली, पीस खाए संसार।।
बेद पढ़ैं पर भेद ना जानें, बांचें पुराण अठारा।
पत्थर की पूजा करें, भूले सिरजनहारा।।
*🌺"गोता मारूं स्वर्ग में,जा बैठूं पाताल।*
*गरीब दास ढूंढता फिरूं, मै अपने हीरे मोती लाल" ||*
😢सूक्ष्मवेद में कबीर परमेश्वर जी ने आन-उपासना निषेध बताया है। उपासना का अर्थ है अपने ईष्ट देव के निकट जाना यानि ईष्ट की पूजा करना।
आन-उपासना वह पूजा है जो शास्त्रों में वर्णित नहीं है। मूर्ति-पूजा आन-उपासना है ।
कबीर साहेब जी सशरीर सतलोक गमन कर गए। थोड़ी देर बाद आकाशवाणी हुई।
“उठा लो पर्दा, इसमें नहीं है मुर्दा”।
वैसा ही हुआ, कबीर परमात्मा का शरीर नहीं बल्कि वहां सुगन्धित फूल मिले, जिसको दोनों राजाओं ने आधा आधा बांट लिया।
Kabir is supreme God 😊😊
Spiritual knowledge
Kabir is supreme God 🙏
"अनंत कोटि ब्रह्मांड का एक रति नहीं भार | सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सृजनहार"||
"अनंत कोटि ब्रह्मांड में बंदीछोड़ कहाए | सो तो एक कबीर हैं, जननी जने ना माए"||
"पृथ्वी जल थल गगन में, बाहर भीतर एक | पूर्ण ब्रह्म कबीर हैं, अविगत पुरुष अलेख"||
परम अक्षर ब्रह्म गीता अध्याय 15 श्लोक 17
कबीर परमेश्वर मगहर से सशरीर सतलोक गए थे।
उनके शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल पाए गए जो कबीर परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार दोनों धर्मों ने आपस में लेकर मगहर में 100 फुट के अंतर से एक-एक यादगार बनाई जो आज भी विद्यमान है।
यह दोनों धर्मों हिंदुओं और मुसलमानों में आपसी भाईचारे व सद्भावना की एक मिसाल का प्रमाण है।
गरीब, बिरसिंघ बघेला करै बीनती, बिजली खाँन पठाना हो।
दो चदरि बकसीस करी है, दीना यौह प्रवांना हो।।
कबीर , अमर करू सतलोक पठाऊ ताते बंदी छोड़ कहाऊ |
Very nice lila
आज से 505 वर्ष पूर्व कबीर साहेब जी ने जब सशरीर सतलोक को प्रस्थान किया, तब आकाशवाणी हुई :-
“उठा लो पर्दा, इसमें नहीं है मुर्दा”
वैसा ही हुआ कबीर परमात्मा का शरीर नहीं बल्कि वहां सुगन्धित फूल मिले, जिसको हिन्दू मुस्लिम राजाओं ने आधा आधा बांट लिया। दोनों धर्मों के लोग आपस में गले लग कर खूब रोए। परमात्मा कबीर साहेब जी ने इस लीला से दोनों धर्मों का वैरभाव समाप्त किया। मगहर में आज भी हिंदू मुस्लिम धर्म के लोग प्रेम से रहते हैं।
Very nice video
इस संसार में, दो प्रकार के भगवान हैं, नाशवान और अविनाशी और सभी प्राणियों के शरीर नाशवान और आत्मा अविनाशी कही जाती है।
वास्तव में, अविनाशी भगवान इन दोनों से अन्य है जो अमर परमात्मा, परमेश्वर (सर्वोच्च ईश्वर), सतपुरुष के रूप में जाने जाते हैं।
Very nice knowledge
कबीर, झूंठे सुख को सुख कहे, मान रहा मन मोद।
सकल चबीना काल का कछु मुख मे कछु गोद।।
कबीर ,प्रेम पांवरी पहिन के,धीरज काजल देय।
शील सिंदूर भराय के,जगत पती का सुख लेय।।गरीब, सेवक होकर उतरे, इस पृथ्वी के माही ।
जीव उधारण जगत गुरु, बार बार बलि जाहि ।।🙏🙏.
आदरणीय धर्मदास जी ने बताया कि जब परमेश्वर कबीर जी मगहर से सशरीर सतलोक गये तब हिन्दू मुसलमान आपस में कबीर साहेब के शरीर का अपनी धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार करने के लिए लड़ने को तैयार थे लेकिन उन्हें वहां कबीर साहिब जी का शरीर नहीं मिला अर्थात कबीर साहिब अविनाशी परमेश्वर हैं।
आज मोहे दर्शन दियो जी कबीर।
हिन्दू के तुम देव कहाये, मुसलमान के पीर।
दोनों दीन का झगड़ा छिड़ गया, टोहे ना पाये शरीर।।
Nice knowledge
Kabir is God 🎉
कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये।
कीन्हा मगहर पियाना सतगुरु, कीन्हा मगहर पियाना हो।
दोनो दीन चले संग जाके, हिन्दू-मुसलमाना हो।।
माघ महीना शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि.सं.1575 सन् 1518 को अविनाशी परमात्मा कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर के स्थान पर केवल सुगन्धित पुष्प मिले थे।
Great information ❤❤
माघ महीना शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि.सं.1575 सन् 1518 को अविनाशी परमात्मा कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर के स्थान पर केवल सुगन्धित पुष्प मिले थे।
पूर्ण परमात्मा का जन्म मृत्यु नहीं होती है | कबीर साहेब जी का जन्म मृत्यु नहीं हुई |
मगहर से सशरीर सतलोक गमन
कबीर परमेश्वर माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रम संवत 1575 (सन 1518) को मगहर से सशरीर सतलोक गये तो उनके शरीर के बराबर सुगंधित फूल मिले। जिसे हिन्दू व मुसलमानों ने आपस में आधे - आधे बाँटकर यादगार रूप में हिन्दुओं ने मंदिर और मुसलमानों ने मजार बना ली तथा हिंदुओं ने कुछ फूल ले जाकर काशी में कबीर चौरा बना दिया।
तहां वहां अविगत फूल सुवासी, मगहर घोर और चौरा काशी।
कबीर ही भगवान है
जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा l
🛸कबीर परमात्मा मगहर से सशरीर सतलोक गए थे।
जिंदा जोगी जगत गुरु, मालिक मुरशद पीर।
दहूँ दीन झगड़ा मंड्या, पाया नहीं शरीर।।
परमात्मा कबीर जी के शरीर को प्राप्त करने के लिए दोनों ही दीन हिंदू और मुसलमान आपस में झगड़े की तैयारी करके मगहर आए थे लेकिन जब शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल मिले तो दोनों आपस में लिपट - लिपट कर रोने लगे।
Anmol gyan 0:16
कबीर जी सह शरीर सतलोक गए थे ।
तारणहार जगतगुरु पर्मेश्वर् तत्वदर्शी संत_बंदीछोड़ सतगुरु संत रामपाल जी महाराज की जय हो🙏
📚गरीब सतगुरु के लक्षण कहूं,मधुरे बेन विनोद📚चार वेद षट् शास्त्र कहे 18 बोध 📚