सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो आर्यावर्त की जय हो भारत माता की जय हो महर्षि दयानंद की जय हो वेद की ज्योति जलती रहे ओम का झंडा ऊंचा रहे स्वामी सच्चिदानंद महाराज जी को नमस्ते
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔 🌶️सूरज पर जितने ग्रह है इनपर मानव रहते है । ये भंग के नसे में लिखा 😂😂😂
सच्चिदानन्द स्वामी जी प्रणाम आपको सहि कहा केवल जय श्री राम के नारे से संस्कृति नही बचती । मुर्ति केवल पत्थर कि बनाये । परम्परा को बचाने के लिए वेद गीता जी का का पढन पाठन होना चाहिए । क्रांतिकारी भगत सिंह, बिस्मिल और वीर हकीकत राय कि शिक्षा को बढाव देना चाहिए । हरि ॐ
बात सही है केवल जय श्री राम जी के नारे लगाने, कथा कहानी सुनाकर ताली पीटने से मात्र सनातन धर्म की रक्षा नहीं की जा सकती है. कथा वाचन भी उसी मुख से शोभा देता है जो स्वयं ब्रम्ह ज्ञान रखता हो, ब्रम्ह से आत्मसाक्षात्कार कर चुका हो. वही सद्गुरु कहलाते हैं. ढोंगी संतों से सावधान रहने की आवश्यकता है. अक्षरशः कड़वे सत्य के लिए धन्यवाद. जय हिंद, सच्चे हिंदुस्तानियों की जय हो.
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️🌶️
ओऊम वैदिक अभिवादन सादर नमस्ते स्वामी जी आपके प्रवचन अति उत्तम विचार है सत्य सनातन वैदिक धर्म अगर जीवित है केवल आर्य समाज की वजह से है ईश्वर की कृपा हुई स्वामी दयानंद सरस्वती जी महाराज ने इस संसार को अन्धकार से प्रकाश की ओर लाएं थे
राष्ट्रीय सुरक्षा और धर्म संस्कृति के रक्षार्थ आर्य समाज के मंच से सदैव अपनी ओजस्वी प्रवचन से ओतप्रोत करने वाले प्रखर विद्वान स्वामी सचिदानंद महाराज को नमस्कार, नमन वंदन 🙏
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️🌶️
स्वामी जी महाराज को नमस्ते ओ३म् ओ३म् जी। काश ये ईतने लाखों लोगों को वेदों के बारे में ऋषि महर्षियों के शास्त्रों के बारे में बताया जाता तो कितनों लोगों का अज्ञान अंधकार अंधविश्वास दुर होता पर मजाल है बजरंग बली से आगे एक शब्द ईन धीरेंद्र शास्त्रियों के पास नहीं है कितने गिर चुकें हैं ये राम कथा कृष्ण कथा भागवत पुराणो के गप सुना सुना कर हिन्दू को न घर का न घाट का ईस हालात में पहुंचा दिया है परम पिता परमात्मा ईनको बहुत बड़ा दंड देगा ईस असत्य फेलाने वालों को नाम शास्त्री काम लोगों को गुमराह करना। आर्य समाज के अलावा कोई सच्चाई नहीं बताने वाला नहीं है और पागल हिन्दू कोम ये सुनना नहीं चाहते। नमस्ते ओ३म् शुभकामनाएं
आर्य समाज अंधविश्वास का हवाला देकर ही अपनी दुकान चलाने का प्रयास कर रहा है न बागेश्वर महाराज ढोंगी है नस नाथन के विद्वान ढोंगी है आप भारत के आध्यात्मिक की शक्तियों को समझते नहीं हो इसीलिए आपको ढोंग लगता दयानंद का प्रारंभिक जीवन अच्छाथा लेकिन बाद में यह अंग्रेजो के प्रभाव में आ गये और नशे में सत्यार्थ प्रकाश का लेखन किया है जिसकी कोई खास प्रमाणिक था नहीं है ईरसा के कारण ही यह सनातनी को द्वेष लगाते हैं
सनातन धर्म जिसका कभी नाश नहीं होता है 1. आदर्श व्यवस्थित शासन अनुशासन : सरकार 2. प्रकृति के रहस्यों तथा नियमों को जानने की विद्या : विधालय 3. वर्ण: स्वेत वर्ण, पीत वर्ण, रक्त वर्ण, श्याम वर्ण, नील वर्ण, हरित वर्ण, धूम्र वर्ण ... इत्यादि 4. जाति : नर और मादा
ॐओम । कटु सत्य । सावरभौम सचाईयां । म्रत आतमाऐं जीवित प्रतिमाएं । ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः आप धन्य है। आप फिर भी मर्यादा से समझा रहे हैं। मुझे तो गुसा आता है जो कहते हैं नारी को गायत्री पाठ नहीं करना चाहिए। वो पुस्तक देखना चाहता हूं जिसमे यह लिखा है।
सादर नमस्ते स्वामी जी। आपने समाज देश के लिए ऋषि दयानन्द द्वारा किये गये और किए जा रहे उपकार के संबंध मे सही बातें बताई। इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। जहां तक आर्य समाज से संबंधित व्यक्तियों की संख्या कम है तो इसके संबंध मे जानना चाहिए कि एक एक वैज्ञानिक ने संसार में आमूल चूल परिवर्तन किया। गुरू विरजानन्द , ऋषि दयानन्द भी अकेले थे जिनके विचारों से प्रेरित होकर क्रान्तिकारियों ने देश को आजाद कराया, पाखण्ड, अंधविश्वास के विरुद्ध कार्य किया। विद्वान कम होते हैं। इसलिए कम संख्या होने से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। अधिक जानने के लिए ऋषि दयानन्द की जीवनी और सत्यार्थ प्रकाश पढना चाहिए।
भारत की विश्व को क्या क्या है दिन नंबर दो भारत के अतीत का स्वर्णिम कैसा था आप इन दोनों वीडियो को सुनेंगे तो आपको एक नया इतिहास मिलेगा जो कि भाई राजीव दीक्षित जी ने अंग्रेजों की लाइब्रेरियन में से डायरिया लिखकर लाए थे डायरी में से लिखकर लाए थे नमस्ते स्वामी जी
जय मसीहकी गोडबलेशयु रवामी जी 🙏🙏, कुंवारी गर्भ वतीहोगी, वह पुत्र जनेंगी उसकानाम ईमानुएलहोगा,, सनातन कामतलब,,कल,आज,औरयुगानुयुग,जोजिवीतहे वहसनातनीहे,, आंखों कीलालसा,देहकीवासना,जीवनकीआजीविका,काअहमू, व्यभिचार,मारा,मारी,,, जीवनशैली बदल ना चाहिए,अपने आपको प्रेम करते हे,वेसा दुसरोको प्रेम करो,येजीवनकीसंसकूतीहे,, स्वामी जी 🙏 धन्यवाद
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
मेरे मुस्लिम भाइयों व बहनों , जिन लुटेरों ने आपके प्यारे देश, सोने की चिड़िया कहे जाने वाले देश को लुटा। आज आप उन्हीं लोगों की विचारधारा को आगे बढ़ाने में लगे हुए हो। क्या आप लोगों को शर्म नहीं आती कि जिन लोगों ने हमारे घरों को लुटा। केवल लुटेरों ने हमारे धन को ही नहीं लुटा। उन्होंने हमारा मान, सम्मान ,मर्यादा, स्वाभिमान हमसे सबकुछ लूट लिया। आज हम उन्हीं लुटेरों का महिमामंडन सुबह से लेकर शाम तक करते रहते है। अपने मन को एकाग्र कर एक बार जरूर सोचना।
लेकिन गुरु जी ऐसे ऐसे महाराज बनकर घूम रहे हैं इस सनातन हिंदू धर्म में जिनको यह पता नहीं कि स्त्रियां गायत्री मंत्र का जाप नही कर सकती पता नहीं कहा से पढ़े या सिखाया गया है सही बात समाज को बताएं जिससे समाज का उत्थान हो जय श्री सीताराम जी
हमारे लोग आर्यत्व को स्वीकार नहीं कर रहे हैं, यद्यपि आर्य का अर्थ है श्रेष्ठ।हम आर्यों की संतान हैं, फिर भी आर्य कहलाना पसंद नहीं करते। इसीलिए काफिर कहलाते हैं। आर्यों उठो बढ़ो, और फिर से अपने वैभव को प्राप्त करो। जय श्रीराम जय आर्यावर्त।
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
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कृपया बताए की,किसी को देखने से पहले ही उनके मन की बात कैसे पर्ची में लिख देते हैं,बागेश्वर,पंडोखर,ब्रह्मेश्वर महाराज,और भी ऐसे संत है मध्यप्रदेश में।क्या ये कोई विद्या है,या सिद्धि?
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
Public ko jai shree ram ka nara nahi Ram Geeta padhne ki jarurat hai tab pata chalega inko ki Sanatan Dharm ka Asli God kon hai aur Ram kisko mante the .
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
Twenty five percent peoples were debared from society as suders by manu. Raja mann singh birbal like persons were part of mugals empire.dont divided the society.serve the humanity.
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
भैया आप कया कर रहे हैं वो बात बोले अभी आप बहुत अज्ञानी है आपको अभी बहुत से जन्म लेने पड़ेंगे क्योंकि बागेश्वर धाम की बराबरी के लिए कई जन्म लेने पड़ेंगे your very poor man
आर्य समाज की दुकान बंद हो रही है सनातनी से ईर्ष्या और द्वेष के कारण ही आप ऐसे प्रवचन देते हो बागेश्वर धाम सरकार के आगे आप ऐसे हो जैसे सूर्य के सामने जुगनू आर्य समाज और सत्यार्थ प्रकाश का ज्ञान है ही उल्टा सीधा वेदों में एक लाख श्लोक हैं कर्मकांड के श्लोक को आप मानते ही नहीं रही बात वैदिक धर्म की रक्षा की तो उसके लिए तुलसीदास जी की रामचरितमानस ही पर्याप्त है जिसका पाठ प्रतिदिन देश के लाखों स्थान पर होता है जिसकी महिमा है चारों वेद पुराण अष्ट 10, छहों शास्त्र सब ग्रंथन को रस सनातन धर्म में जोदीछाका विधान है वह गुप्त है केवल सत्यार्थ प्रकाश पढ़ने से पूरे जीवन में भी आप इस बात को नहीं समझ सकते 😂😂😂
आप लोग जैसे पंथी जितना हमारे सनातन धर्म व देवताओं, भगवान का अपमान / नुकसान किया उतना विधर्मियो ने नहीं किया अलग-अलग पंथ बना कर के । सबको चले हो चैलेंज देने तुम हो कौन । अरे वेद ,पुरण शास्त्रों से आप के दयानन्द सरस्वती जी पहले आ गये थे क्या, समाज को गुमराह करना बंद करो । कुछ लोगों को कुछ समय तक बेवकूफ बना सकते हो , सारे लोगों को नहीं ।
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂 पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
dhirender ke saamne ye kuch nhi...agr ye jada bageswar ke bare me jada bolega to ese ab sbk milega jldi .....kutte piche se bokte he ...iske kitne supporter he baut kam bageswar ke crore me supporter he ...bosdi ka uchl rha he ....agr iski Gand me dm he to phir tu lga le Darbar problem solve kr ....lwade present time me insan ki problem jo solve krega uski value he ...lwade jb insan ki problem solve nhi krega to wo kese Sanatan ko manega.......
आप जैसा ही निर्भीक संन्यासी देश के युवाओं को जगा सकता है।
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो आर्यावर्त की जय हो भारत माता की जय हो महर्षि दयानंद की जय हो वेद की ज्योति जलती रहे ओम का झंडा ऊंचा रहे स्वामी सच्चिदानंद महाराज जी को नमस्ते
गुरु सच्चिदानंद जी🙏🙏आप को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
संस्कृति के बारे में बताने के लिए कोटि कोटि प्रणाम! नमस्कार
यथार्थ सत्य बोल रहे हैं महाराज जी
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔
🌶️सूरज पर जितने ग्रह है इनपर मानव रहते है । ये भंग के नसे में लिखा 😂😂😂
@@g-sk6oyभाई
एक भान्ग पीने वाला आजकल जेल में है
सच्चिदानन्द स्वामी जी प्रणाम आपको
सहि कहा केवल जय श्री राम के नारे से संस्कृति नही बचती ।
मुर्ति केवल पत्थर कि बनाये ।
परम्परा को बचाने के लिए वेद गीता जी का का पढन पाठन होना चाहिए ।
क्रांतिकारी भगत सिंह, बिस्मिल
और वीर हकीकत राय
कि शिक्षा को बढाव देना चाहिए ।
हरि ॐ
स्वामी सच्चिदानंद महाराज हम लोगों जैसे सच्चे शिवभक्त सनातन धर्म के आजीवन सनातन धर्म प्रचारक एक परिवार के एक समान राष्ट्रवादी जनसेवक हैं
बात सही है केवल जय श्री राम जी के नारे लगाने, कथा कहानी सुनाकर ताली पीटने से मात्र सनातन धर्म की रक्षा नहीं की जा सकती है.
कथा वाचन भी उसी मुख से शोभा देता है जो स्वयं ब्रम्ह ज्ञान रखता हो, ब्रम्ह से आत्मसाक्षात्कार कर चुका हो. वही सद्गुरु कहलाते हैं. ढोंगी संतों से सावधान रहने की आवश्यकता है.
अक्षरशः कड़वे सत्य के लिए धन्यवाद.
जय हिंद, सच्चे हिंदुस्तानियों की जय हो.
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️🌶️
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Om guruji
परम पूज्य गुरुवर जी आपके चरणों में साष्टांग नमन जय श्री राम
सत्य बोल रहे है महाराज
जय गायत्री माँ
बिलकुल सही,सत्य वचन महाराज,आप की जय,हम सब आपके साथ
शत शत नमन गुरुवर🚩🙏
ओऊम वैदिक अभिवादन सादर नमस्ते स्वामी जी आपके प्रवचन अति उत्तम विचार है सत्य सनातन वैदिक धर्म अगर जीवित है केवल आर्य समाज की वजह से है ईश्वर की कृपा हुई स्वामी दयानंद सरस्वती जी महाराज ने इस संसार को अन्धकार से प्रकाश की ओर लाएं थे
Sat sat Naman Swami ji
राष्ट्रीय सुरक्षा और धर्म संस्कृति के रक्षार्थ आर्य समाज के मंच से सदैव अपनी ओजस्वी प्रवचन से ओतप्रोत करने वाले प्रखर विद्वान स्वामी सचिदानंद महाराज को नमस्कार, नमन वंदन 🙏
Guruji ko koti koti naman
सादर नमस्ते। ❤
कोटि -कोटि नमन।
जय हो आर्य समाज की आपकी विजय पताका फहराती रहे
गाय व सूर्य का महत्व ही गायत्री है।आप जैसे संत हो सकता है मूर्खोके भगवानो को समझा पायेंगे
ओम् परिणाम अचार्य ज़ी जय आर्यावर्त
ओउम् नमस्ते आचार्य जी, महाराष्ट्र बोईसर नवापूर
स्वामी जी आपके साथ बोलने की बहुत बहुत धन्यवाद स्वामी दयानंद ऋषि की जय
हम बगैर पढ़े लिखे मूर्ख आदमी तब भी मुझे सत्य बात अच्छी लगती है स्वामी जी को बहुत बहुत बधाई
गुरु जी के चरणों मे सादर नमन
सत सत नमन स्वामी गुरू देव जी 🙏🙏🙏🙏🔱❤️🚩🌹 जय हिन्दू राष्ट्र की 👍👍⚔️🌄🔥🐅🌞🌷🌹🌹🚩 हर हर महादेव जी 🔱🔱❤️🙏🙏🚩
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️🌶️
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स्वामी जी महाराज को नमस्ते ओ३म् ओ३म् जी। काश ये ईतने लाखों लोगों को वेदों के बारे में ऋषि महर्षियों के शास्त्रों के बारे में बताया जाता तो कितनों लोगों का अज्ञान अंधकार अंधविश्वास दुर होता पर मजाल है बजरंग बली से आगे एक शब्द ईन धीरेंद्र शास्त्रियों के पास नहीं है कितने गिर चुकें हैं ये राम कथा कृष्ण कथा भागवत पुराणो के गप सुना सुना कर हिन्दू को न घर का न घाट का ईस हालात में पहुंचा दिया है परम पिता परमात्मा ईनको बहुत बड़ा दंड देगा ईस असत्य फेलाने वालों को नाम शास्त्री काम लोगों को गुमराह करना। आर्य समाज के अलावा कोई सच्चाई नहीं बताने वाला नहीं है और पागल हिन्दू कोम ये सुनना नहीं चाहते। नमस्ते ओ३म् शुभकामनाएं
आर्य समाज अंधविश्वास का हवाला देकर ही अपनी दुकान चलाने का प्रयास कर रहा है न बागेश्वर महाराज ढोंगी है नस नाथन के विद्वान ढोंगी है आप भारत के आध्यात्मिक की शक्तियों को समझते नहीं हो इसीलिए आपको ढोंग लगता दयानंद का प्रारंभिक जीवन अच्छाथा लेकिन बाद में यह अंग्रेजो के प्रभाव में आ गये और नशे में सत्यार्थ प्रकाश का लेखन किया है जिसकी कोई खास प्रमाणिक था नहीं है ईरसा के कारण ही यह सनातनी को द्वेष लगाते हैं
बहुत शानदार कार्य
आप जैसे सन्यासी का कोटि-कोटि आभार
ऊ।।। श्याम सुन्दर की जय हो
ओ३म्
हार्ड से हार्ड कानून बनवाओ प्लीज सब ठीक हो जाएगा
सिताराम हनुमान सिताराम हनुमान
सनातन धर्म जिसका कभी नाश नहीं होता है
1. आदर्श व्यवस्थित शासन अनुशासन : सरकार
2. प्रकृति के रहस्यों तथा नियमों को जानने की विद्या : विधालय
3. वर्ण: स्वेत वर्ण, पीत वर्ण, रक्त वर्ण, श्याम वर्ण, नील वर्ण, हरित वर्ण, धूम्र वर्ण ... इत्यादि
4. जाति : नर और मादा
Satya Sanatan vaidik Dharm ki Jai 🙏🙏
ॐओम ।
कटु सत्य ।
सावरभौम सचाईयां ।
म्रत आतमाऐं जीवित प्रतिमाएं ।
ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
आप धन्य है। आप फिर भी मर्यादा से समझा रहे हैं। मुझे तो गुसा आता है जो कहते हैं नारी को गायत्री पाठ नहीं करना चाहिए। वो पुस्तक देखना चाहता हूं जिसमे यह लिखा है।
सादर नमस्ते स्वामी जी। आपने समाज देश के लिए ऋषि दयानन्द द्वारा किये गये और किए जा रहे उपकार के संबंध मे सही बातें बताई। इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। जहां तक आर्य समाज से संबंधित व्यक्तियों की संख्या कम है तो इसके संबंध मे जानना चाहिए कि एक एक वैज्ञानिक ने संसार में आमूल चूल परिवर्तन किया। गुरू विरजानन्द , ऋषि दयानन्द भी अकेले थे जिनके विचारों से प्रेरित होकर क्रान्तिकारियों ने देश को आजाद कराया, पाखण्ड, अंधविश्वास के विरुद्ध कार्य किया। विद्वान कम होते हैं। इसलिए कम संख्या होने से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। अधिक जानने के लिए ऋषि दयानन्द की जीवनी और सत्यार्थ प्रकाश पढना चाहिए।
महाराज जी आपके चरणो में कोटि कोटि नमन
Sat sat naman sir
आपके प्रवचन से मेरे अंदर नहीं क्रांति का संचार हुआ है
जबर्दस्त
Guru Ji parnam
Ap bilkul sach bolte h guru ji apko paranam 🙏
🙏🙏🙏
Pujya Swami Ji ko Sadar namaste mein Ishwar se aapki
भारत की विश्व को क्या क्या है दिन नंबर दो भारत के अतीत का स्वर्णिम कैसा था आप इन दोनों वीडियो को सुनेंगे तो आपको एक नया इतिहास मिलेगा जो कि भाई राजीव दीक्षित जी ने अंग्रेजों की लाइब्रेरियन में से डायरिया लिखकर लाए थे डायरी में से लिखकर लाए थे नमस्ते स्वामी जी
आर्य समाज अमर रहेगा।वेद की ज्योति जलती रहेगी।🙏🙏🙏
Nirbhik Nidar Sanyasi ki Jai 🙏
जय मसीहकी गोडबलेशयु रवामी जी 🙏🙏, कुंवारी गर्भ वतीहोगी, वह पुत्र जनेंगी उसकानाम ईमानुएलहोगा,, सनातन कामतलब,,कल,आज,औरयुगानुयुग,जोजिवीतहे वहसनातनीहे,, आंखों कीलालसा,देहकीवासना,जीवनकीआजीविका,काअहमू, व्यभिचार,मारा,मारी,,, जीवनशैली बदल ना चाहिए,अपने आपको प्रेम करते हे,वेसा दुसरोको प्रेम करो,येजीवनकीसंसकूतीहे,, स्वामी जी 🙏 धन्यवाद
Aagaye sanatani
सनातन धर्म का सच्चा प्रचार और प्रसार करने वाला संगठन आर्य समाज है
Swami ji ko kotti kotti Naman
Bilkul sahi kha ji
Satya sanatan vaidec dharm ke jay
Jay sri ram
#मुर्तियां कम लगानी चाहिए ।
और #ॐ का जप करे
🙏 Sawami bahut badhiya kha g.
aapko bar bar namn h 100/stay vachan aap bhut mhan karya men lage hue hai bagwan karne aap 100 sal geeyn
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
Koti koti namn svami ji aapka prvchn murdon me pran prtistha ka kam krti he
जय होह गुरू जी
सही बोला स्वामी जी
🎉
Katha bachna Aasan hai Achha karm hai nahi 🇮🇳🙏👍🙏🌹🌹🌹🙋
धम, गृह, खृदक, बड, समजा
Jai shri Ram is Yogi djp pm is Yogi djp pm ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Instead of worrying about others we have to focus on vedic universities in every district and educate the poor and down trodden.
🙏
स्वामी जी, आप ही अपने एक video में उसका समर्थन कर रहे थे। इन लोगों ने ही इस देशऔर धर्म का नाश किया है ।
Dhara pravahi
मेरे मुस्लिम भाइयों व बहनों , जिन लुटेरों ने आपके प्यारे देश, सोने की चिड़िया कहे जाने वाले देश को लुटा। आज आप उन्हीं लोगों की विचारधारा को आगे बढ़ाने में लगे हुए हो। क्या आप लोगों को शर्म नहीं आती कि जिन लोगों ने हमारे घरों को लुटा। केवल लुटेरों ने हमारे धन को ही नहीं लुटा। उन्होंने हमारा मान, सम्मान ,मर्यादा, स्वाभिमान हमसे सबकुछ लूट लिया। आज हम उन्हीं लुटेरों का महिमामंडन सुबह से लेकर शाम तक करते रहते है। अपने मन को एकाग्र कर एक बार जरूर सोचना।
Satyarth Parkash simple saral bhasha me parkashit ki jaye . Satyarth Parkash ka langar suru karna chahiye.
लेकिन गुरु जी ऐसे ऐसे महाराज बनकर घूम रहे हैं इस सनातन हिंदू धर्म में जिनको यह पता नहीं कि स्त्रियां गायत्री मंत्र का जाप नही कर सकती पता नहीं कहा से पढ़े या सिखाया गया है सही बात समाज को बताएं जिससे समाज का उत्थान हो
जय श्री सीताराम जी
Jnm.mrtyu.se.aalg pry h.vahi.sanatn.h.ye.suna.h.ji
यही तो पाखंडी बाबा है एक सनातन को तोड़ने वाले
Maharaj ji arjun aur subhadra se vivah par kuchh log kahate hai ki dono bhai bahan the to shadi kaise kar sakte hai? Kripya iska jawab dijiye please 🙏
Mantra japne se atmaShakti badhati hai
किंतु भारत की कौन सी दुर्बलता ने इसे गुलाम बनाया ,आपसी फूट व जातिवाद ने
हमारे लोग आर्यत्व को स्वीकार नहीं कर रहे हैं, यद्यपि आर्य का अर्थ है श्रेष्ठ।हम आर्यों की संतान हैं, फिर भी आर्य कहलाना पसंद नहीं करते। इसीलिए काफिर कहलाते हैं। आर्यों उठो बढ़ो, और फिर से अपने वैभव को प्राप्त करो। जय श्रीराम जय आर्यावर्त।
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
गुरु जी (ओ३म्) को मेरा कोटि कोटि प्रणाम गुरु जी हम आप से मिलना चाहते हैं इसलिए क्या आपका (मोबाइल)न. मिल सकता है जय गुरुदेव ओ३म् ॐॐॐ
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
Bilkul sahi swamiji
Dr vagish ji ke solah sansakaro ka video kaha hai
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
Manipur me yah sab kya hai guru ji
प्रधानमंत्री जी भारत नाम रखना चाहते हैं आप सब सुझाव में आर्यावर्त नाम कहे
इसमें कोई संदेह नहीं कि गायत्री मंत्र महामंत्र है
कृपया बताए की,किसी को देखने से पहले ही उनके मन की बात कैसे पर्ची में लिख देते हैं,बागेश्वर,पंडोखर,ब्रह्मेश्वर महाराज,और भी ऐसे संत है मध्यप्रदेश में।क्या ये कोई विद्या है,या सिद्धि?
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
Siddhi hei obossey
Swamiji.Aap.Jisko.Vaidik.Dharm.Kahte.Hai.Kya.Wah.Sanatan.Dharm.Se.Alag.Hai.Kabhi.Khule.Aankh.Se.Dekhie.Tab.Aap.ko.Samaj.Aayega.Dhiredra.Shastri.Kya.Ker.Rahe.Hai
Sir in guru gantalo ne hinduo ka vinas kr dia h
Public ko jai shree ram ka nara nahi Ram Geeta padhne ki jarurat hai tab pata chalega inko ki Sanatan Dharm ka Asli God kon hai aur Ram kisko mante the .
Baba ji pakhand fala do castism fala do maze me rahenge brahman
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पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
अभी सनातन नही ज्यादा ब्राम्हण धर्म चल रहा है
Twenty five percent peoples were debared from society as suders by manu. Raja mann singh birbal like persons were part of mugals empire.dont divided the society.serve the humanity.
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
YAH SAB ZUTH HI. VED KABSE PIDA HUAE. BUDDH HI..SANATAN.DHARM.HI.AP. BAKVAS MAT..KARO..
भैया आप कया कर रहे हैं वो बात बोले अभी आप बहुत अज्ञानी है आपको अभी बहुत से जन्म लेने पड़ेंगे क्योंकि बागेश्वर धाम की बराबरी के लिए कई जन्म लेने पड़ेंगे your very poor man
ढोंगी 🤣🤣🤣🤣🤣🤣
आर्य समाज की दुकान बंद हो रही है सनातनी से ईर्ष्या और द्वेष के कारण ही आप ऐसे प्रवचन देते हो बागेश्वर धाम सरकार के आगे आप ऐसे हो जैसे सूर्य के सामने जुगनू आर्य समाज और सत्यार्थ प्रकाश का ज्ञान है ही उल्टा सीधा वेदों में एक लाख श्लोक हैं कर्मकांड के श्लोक को आप मानते ही नहीं रही बात वैदिक धर्म की रक्षा की तो उसके लिए तुलसीदास जी की रामचरितमानस ही पर्याप्त है जिसका पाठ प्रतिदिन देश के लाखों स्थान पर होता है जिसकी महिमा है चारों वेद पुराण अष्ट 10, छहों शास्त्र सब ग्रंथन को रस सनातन धर्म में जोदीछाका विधान है वह गुप्त है केवल सत्यार्थ प्रकाश पढ़ने से पूरे जीवन में भी आप इस बात को नहीं समझ सकते 😂😂😂
आप लोग जैसे पंथी जितना हमारे सनातन धर्म व देवताओं, भगवान का अपमान / नुकसान किया उतना विधर्मियो ने नहीं किया अलग-अलग पंथ बना कर के । सबको चले हो चैलेंज देने तुम हो कौन । अरे वेद ,पुरण शास्त्रों से आप के दयानन्द सरस्वती जी पहले आ गये थे क्या, समाज को गुमराह करना बंद करो । कुछ लोगों को कुछ समय तक बेवकूफ बना सकते हो , सारे लोगों को नहीं ।
पुस्तक📒 (महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत) इसके🗒️ पेज न नंबर 21 पे दुर्भाग्य से मुझे वहां बड़ा दोष लग गया। अर्थात भांग पीने का स्वभाव हो गया, 🤣 ओ.. हो... हो.... हो.😆 कई बार उसके प्रभाव से मैं सर्वथा बेसुध हो जाया करता था।😄😄🤣😆😂
पुस्तक 📒का नाम (आत्म कथा पेज न🗒️ 22 ) महा ऋषि कीआत्मकथा दिखाते हैं। इसने खुद लिखा है ✍️अपने कर कमलों से कि मैं भांग पीने लग गया । 1856में आत्मकथा महर्षि दयानंद की इसके 22 पृष्ठ पर अपने हाथ से लिखा। 😆🤔🌶️🌶️
dhirender ke saamne ye kuch nhi...agr ye jada bageswar ke bare me jada bolega to ese ab sbk milega jldi .....kutte piche se bokte he ...iske kitne supporter he baut kam bageswar ke crore me supporter he ...bosdi ka uchl rha he ....agr iski Gand me dm he to phir tu lga le Darbar problem solve kr ....lwade present time me insan ki problem jo solve krega uski value he ...lwade jb insan ki problem solve nhi krega to wo kese Sanatan ko manega.......
जय श्री राम जय श्री राम ओ३म् नमस्ते गुरु जी