Dur Dur Thi | Full Song | Prashant Shah (Dikubhai)

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  • čas přidán 30. 12. 2020
  • Dur Dur Thi Tara Darbare full Song
    ત્રણ - ત્રણ તારક તીર્થનું સ્પદંન
    ભાવભીનું નવું ગીત એક
    ચાલો સિધ્ધાચલ પ્રભાવક તીર્થનું હદયનાં શુભ ભાવોથી દ્વારોટ્ધાટન કરીયે
    ચાલો અંતરીક્ષતીર્થનાં દ્વારોટ્ધાટન દ્વારા અધ્યાત્મનો દિવો પ્રગટાવીયે
    ચાલો સંગીન સથવારે ગિરનારતીર્થ ભક્તિની સરગમ રેલાવીયે
    दूर दूरथी तारा दरबारे आव्यो
    मळवा तने हुं दादा तारे द्वारे आव्यो।
    मळजो हो दादा मळजो हो मळजो दादा रे।
    मळजो हो मळजो दादा रे।
    दादा रे दादा रे दादा रे।
    दूर दूर थी तारा दरबारे आव्यो।
    तु छे समर्थ दादा एवु में जाणयु
    हुं छु अज्ञानी काई वधु नव जाणू
    आव्यो छु तारे द्वारे लइने हैया मां आश
    थाशे मुजने निरात कदी थाऊ ना निराश।
    एवा एवा मनसूबा घडी हुं तो आव्यो...
    मळजो हो मळजो दादा रे।
    दूर दूर थी तारा दरबारे आव्यो।
    जन्मोजनमथी दादा मुजने तुं जाणे।
    प्रीत तारी मारी दादा लोको शुं जाणे।
    कहेवुं शुं जगने आज तारी मारी आ छे वात
    साचवजे मुजने नाथ विनंती छे मारी आज
    अंतर नी प्रार्थना तुं जाणे-अजाणे
    सुणजो हो सुणजो दादा रे।(२)
    दादा रे दादा रे दादा रे
    दूर दूर थी....
    करने कसोटी हवे बंध मारा दादा।
    कर्मो ना लेख हवे बदल मारा दादा !
    सहेवानी शक्ति खूटी जीवननी आश तूटी
    लोको जाय लाज लूटी
    रडतो रझळतो हुं तो तारे द्वारे आव्यो..
    तारजो हो तारजो दादा रे(२)
    दादा रे दादा रे दादा रे
    दूर दूर थी...
    Singer : Prashant Shah (Dikubhai)
    Lyrics : Prakashbhai Dalal
    Music : Hardik pasad
    Video : Parampath
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