*आपका बहुत बहुत आभार भईया जो आप इतना कष्ट उठा कर पीड़ित लोगो की दास्तान मिडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचते है. नहीं तो यहाँ मिडिया पैसे बनाने मे अपना ईमान तक बीच देती है. आपको दिल से धन्यवाद जो आप इस तरह का कार्य कर रहे है salute है*
नक्सली साबित नही होने पर जितने साल जेल मे रहते है उसके आधार पर निर्दोषों को मुआवजा मिलना चाहिए। और जो नक्सली बोल कर उन्हे पकडते है उनके ऊपर मान हानि का केस होना चाहिए
आज से पहले इतना सत्यवादी और महान पत्रकार मैंने कभी नहीं देखा, मैं इन्हें तहेदिल से धन्यवाद देता हूं, पुलिस प्रशासन और सरकार का आदिवासियों के प्रति रवैया बहुत ही अमानवीय हैं। ऐसे अन्यायके विरुद्ध आदिवासियों द्वारा किये जानेवाले सशस्त्र प्रतिकार का मैं समर्थन करता हूँ।
बस्तर टॉकीज ही एक कैसा न्यूज है जो बस्तर के बेकसूर आदिवासीयो की आपबीती उनकी सच्चाई को दुनिया के सामने लाकर न्याय दिला सकता है। विकास तिवारी जी एवम् उनके पूरी टीम को दिल से सेवा जोहार 🙏🙏 करते हैं।
आप भी बहुत बेहतरीन पत्रकार है मैं मध्यप्रदेश से बोल रहा हूं और कंटिन्यू आपकी वीडियो देखता हूं आप मेरे को रवीश कुमार की छवि जैसे प्रतीत होते हैं आप बेस्ट पत्रकार हैं आप कभी भी पैसे यह मोह के पीछे नहीं भागते
सर आपकी यह न्यूज़ देखकर मुझे बड़ा दुख हुआ है कि बेगुनाह लोग जो है बेचारे गरीब लोग हैं उनको पुलिस नक्सल साबित करके गिरफ्तार जेल में डाल रही है और जो नक्सल है नहीं वह डीआरजी में शामिल हो रहे हैं अपने ही गांव के लोगों को गिरफ्तार करवा देते हैंप्रशासन को सूचना चाहिए
🇮🇳🇮🇳🇮🇳 जय हिंद विकास सर बहुत दुख होता है ये सब देख कर | जो दोषी है उनको सजा मिलनी ही चाहिए लेकिन जो लोग सच में निर्दोष हैं उन्हें परेशान नही करना चाहिए पुलिस को | ये सच है की किसी के माथे पर नहीं लिखा रहता है कि वो नक्सल है या नहीं लेकिन पुलिस और प्रशासन का काम है कानून का सम्मान करे | वैसे ही नक्सलियों की वजह से ये गाँव वाले परेशान हैं अगर पुलिस भी यही रवैया अपनाएगी तो भगवान ही मालिक | जय हिंद 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@@Khiladi42063 भाई सबसे पहले तो आपको जय हिंद मैंने लिखा है की किसी निर्दोष को परेशानी नही होनी चाहिए | पुलिस के लिए भी बहुत ज्यादा चुनौती होती है यार मुझे पता है क्योंकि खूद मेरे रिश्तेदार और दोस्त सेना एवं पुलिस में हैं | मेरे दादा जी सेना से रिटायर्ड हैं कश्मीर और मणिपुर जैसे जगहों पर अपनी सेवा दे चुके हैं | वही बताते हैं कि एक आतंकवादी, नक्सली, माओवादी , और दंगाई की पहचान कर पाना थोड़ा मुश्किल जरुर है लेकिन ये हमारा काम है उनकी पहचान करे , अपनी खुफिया इकाई को मजबूत करे | आज भी जब हमारे रिश्तेदार जो झारखंड पुलिस में हैं वो घर आते हैं तो दादा जी उन्हे यही समझाया करते हैं | क्योंकि मैं खूद भी झारखंड के घोर नक्सली क्षेत्र से आता हूँ दोस्त | और बात 76 जवानों की शहादत का है तो हम सभी को गर्व है उन वीर जवानों के अदम्य साहस पर | अभी भी कहीं मुठभेड़ होती है तो दिल धड़कने लगता है मेरे परिवार का | जय हिंद 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@@avishekdas1173 Gramin Anchal Ke Log hi Jab CRPF battalion searching per Nikalti Hai To naxal waadiyon ko Suchna Dete Hain ISI vajah se 76 Jawan aur 22 Jawan Shahid hue the ISI saal ke 3 mahine ke andar lagbhag 10 Jawan Shahid Ho chuke hain naxalwadi Koi city area se nahin Hote bhai Gramin Anchal ke hi hote hain Jo Gramin Aur naxali donon ke roop Mein Hote Hain
@@Khiladi42063 बिल्कुल सही कहा आपने मै सहमत हूँ आपकी बात से | ये हमसे बेहतर और कौन समझ सकता है " एशिया प्रसिद्ध सरंडा जंगल " का नाम तो सुना ही होगा आपने मै उसी जिला क्षेत्र से तालुक रखता हूँ भाई इसीलिए बोल रहा हूँ ये मुझसे बेहतर और कोई नही समझ सकता | लेकिन ये भी एक कड़वा सत्य है की बहुत से निर्दोष भी फंसे हैं जिनका इन सबसे कुछ लेना देना नहीं है | आपकी बात से 100% सहमत भी हूँ कुछ गॉंव वाले मुखबिरी करते तो हैं इसमें कोई शक नही है |
Gramin eelako se hone ka ye matlab nahi ki sabhi gramin naksali hi hai...... Kuch gramino ki wajah se sabhi gramino ko saja kyu...... Jinko bewajah jail me daal dete hai ,,, ji hone kuch kiya hi nahi ,,,,. Unka to bewajah hi life kharab hooo jata hai .... Haar gramin khusi se naksali nahi banta hai...... Unme se jadatar majburi me naksaliyoo ka saath dete hai..... Kyuki wo aur kuch karr bhi nahi sakte hai....... Police wale bhi unki koi baat saunte hi nahi hai.... To bhala unse kya madad maange.....
तिवारी सर जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद सर आप जमीनी स्तर पर जाकर रिपोर्टिंग कर रहे हो जनता जन समस्या को जनसंख्या समस्या को जान रहे हो आपका बस्तर टॉकीज माध्यम से मैं सरकार पुलिस प्रशासन से अपील करना चाहता हूं आप भी एक पुलिस हो वर्दीधारी बंदूक के साथ आते हो नक्सली वर्दीधारी बंदूक के साथ आते हैं हमारे आदिवासी जनता बीच में है पुलिस से डर नक्सली से डर बेगुनाह आदिवासियों को नक्सली बोल कर जेल में डालने का बंद करो पुलिस प्रशासन के सामने नक्सली के नाम से कई लोग समर्थन कर यह लोग सही नक्सली नक्सली के नाम से नौकरी मिलना है जितने भी सिलेंडर किए सब नक्सली नहीं हो सकते नौकरी होना है तो 2 दिन जिंदगी जीना है तो नक्सली नाम से कैलेंडर करना पड़ रहा है शासन से पूछना चाहता हूं जितना भी आदिवासी नक्सली नहीं हो सकते हैं आदिवासी जनता को नक्सली बताकर जेल में ट्यूशन बंद करो मैं नक्सली से अपील करना गरीब आदिवासी जनता को पुलिस मुखबिरी से मारने का बंद एक इंसान को मारना है तो स्पष्ट रूप से जांच करो सभी आदिवासी पुलिस मुखबिरी नहीं होते हैं भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी आदिवासी जनता को मारना है तो सही निर्णय ले ले वो एक इंसान बाजार गया तो पुलिस से मिला है बोल कर आरोपी मत मत लगा हो
कबीले तारीफ पत्रकारिता करते है..तिवारी दादा आप। आप जैसे अच्छे लोगों की जरूरत है बस्तर जैसे अच्छे जगह के लोगों को। आप दिल से उनकी बात सरकार के सामने रखिए और जो लोग इन भोले भाले आदिवासी लोगों को परेशान करते हैं उन्हे सामने लाए। आपको मेरा दिल से सलाम🙏🙏
जबसे आप का चैनल बस्तर टॉकीज़ देखा हु मैं तो आपका दीवाना हो गया हूं तिवारी भईया बहौत ही कमाल के वीडियो लाते हो आप अपने चैनल में एक से बढ़कर एक बस्तर ( जगदलपुर ) मेरा ननिहाल है तिवारी भईया और आपके वीडियो के माध्यम से जब भी मैं अपने ननिहाल छेत्र की खबर ऒर वीडियो देखता हूं कॉप उठता हु बहौत ही जिंदा दिल इन्सान हो आप और साथ साथ एक बेबाक और एक निडर एवं साहसी पत्रकार भी जो अपने चैनल बस्तर टॉकीज़ के माध्य्म से बस्तर के आदिवासियों की वास्तविक स्थिति हमें दिखाते हो। मैं आपका हृदय से आभारी हूं विकास भईया। जय हिंद जय भारत।।
भैया आपकी हिम्मत और रिपोर्टिंग को सलाम यह देख कर बड़ा दुख होता है कि गरीब और बेबस जनता को किस तरह से नक्सलियों के नाम जेल में डाल दिया जाता है और उन पर जुल्म किया जाता है सरकार की इस नीति और पॉलिसी पर तो भगवान ही कुछ कर सकते हैं इन गरीबों का
विकास भाई नमस्कार आप अक्सर पूछते रहते है नक्सलवाद कसे खत्म होगा म अपनी राय दु बस्तर को सरकार अपने हाल पर छोड दे सरकार ये समझे कि बस्तर एक अलग देश है फिर देखिये नक्सल की कभी कोई खबर नही मिलेगी बस्तर वाले आज तक सरकार के बिना जीते आये ह आगे भी जी लेगे
Sir, bahut bahut shukriya aapka, aapne bahut hi gambhir baaton ko samne laya hai, aise bahut se masoom honge Jinki bat kahi Sunni hi nhi ja rahi hogi, aap k jariye Hume yeh sab janne k mauka Mila or unke dardknak kahaniya samne lai🙏🏻
सर, नक्सली के बड़े लीडर इन जंगलों में कहा मिलेंगे । जंगलों में भटकने वाले नक्सली अपने बड़े लीडरो को ना तो जानते होंगे और ना ही पहचानते होंगे। नक्सलियों के कारण हीं इन इलाकों के लोगों को कष्ट उठाना पड़ रहा है।
यदि पुलिस ने ने झूठा मामले में जेल भेज दिया तो ऐसे झूठा आरोप लगाने वाले पुलिस पर कार्रवाई क्यों नहीं होती क्या पुलिस को यह अधिकार दे दिया गया है कि वह किसी भी बेगुनाह को नक्सली बताकर जेल भेज दे
आपका बहुत बहुत धन्यावाद सर जो आपने आदिवासियो पर हो रही अन्याय की सत्य घटना को दिखाया है वर्ना आज की चापलूसी मीडिया अपनी trp बढ़ाने में ही लगा है उन्हें वास्तविकता से कोई मतलब नहीं है
पुलिस वाले भाईयो को पैसा और प्रमोशन चाहिए...भाई चिन्हे ना भईया, सबसे बड़ा रुपया, ये काम होता है... गरीब मरे, चाहे बर्बाद हो जाए, इन सब से उन लोगो को कोई मतलब नहीं है... बस्तर, आबुझमाड़, के सीधे साधे, भोले भले भाईयो को और दो चार लोगो को नक्सली बता कर ये सब करते है... गरीबों को जीने दो सर, परेसन मत करो... मेरा आप सभी से यही निवेदन है... जय हिंद जय भारत... ❤ से
आदिवासियों की सबसे बड़ी विडंबना यही है कि वह जंगल में रहता है जंगल को बचाए रखता है अपनी सभ्यता और संस्कृति को बचाए रखता है और आज सभ्यता और संस्कृति बची है तो वह आदिवासी के पास बची है आज भी आदिवासी उसी में जीना चाहता है उसी में रहना चाहता है और उसी में मर जाना चाहता है तो उन्हें छोड़ दो जिस स्थिति में है उन्हें उन्हीं की स्थिति में छोड़ दीजिए सरकार उनके जल जंगल में क्यों प्रवेश कर रही है अगर संविधान में पांचवी सूची लागू है तो उसे सूची के अनुसार आदिवासियों को उनका हक और अधिकार सरकार मत छीन और उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया जाए अगर वहां जीवन भर जंगल में रहे हैं आज भी वह जंगल में ही रहेंगे मैं उत्तर प्रदेश का आदिवासी हूं तिवारी जी आपकी पत्रकारिता हमें बहुत अच्छी लगती है मैं आपकी हर वीडियो और आदिवासियों की परिस्थितियों को देखता रहता हूं बड़ी दया लगती है आंखों में आंसू बहने लगते हैं आगे चलकर आदिवासियों का क्या हाल होगा इस धरती पर वह रह पाएंगे कि नहीं यह बड़ी विडंबना है और बड़ी सोचने की बात है
तिवारी जी आपने बहुत अच्छा इंटरव्यू लिया, और लोगों की व्यथा और प्रशासन का अत्याचार सुनकर बहुत दुःख हुआ। लेकिन ग्रामीणों को एक सवाल करना चाहिए था कि नक्सलियों को चावल या भोजन की व्यवस्था करते है, या करना पड़ता है तो ये लोग अपनी खुशी से चावल देते हैं या नक्सलियों से डर कर देते है? क्यूंकि नक्सली अक्सर कहते हैं कि जनता उनको खुशी से मदद करती है। ये सवाल आपको करना चाहिए ताकि नक्सलियों को भी पता चले कि लोग डरकर साथ दे रहे है।
*आपका बहुत बहुत आभार भईया जो आप इतना कष्ट उठा कर पीड़ित लोगो की दास्तान मिडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचते है. नहीं तो यहाँ मिडिया पैसे बनाने मे अपना ईमान तक बीच देती है. आपको दिल से धन्यवाद जो आप इस तरह का कार्य कर रहे है salute है*
बहुत दुख हुआ सर आज बिना अपराध के सजा मिला इन निर्दोष व्यक्ति को
Dantewada Mein Hue 76 javanon ki Shahadat Kisne ki yah to bata do
@@Khiladi42063 भाई, तो इसका मतलब ये तो नहीं कि किसी को भी नक्सली बताकर अंदर कर दो
नक्सली साबित नही होने पर जितने साल जेल मे रहते है उसके आधार पर निर्दोषों को मुआवजा मिलना चाहिए।
और जो नक्सली बोल कर उन्हे पकडते है उनके ऊपर मान हानि का केस होना चाहिए
सरकार को हर्जाना देना चाहिए
सही बात है ऐसा होना चाहिए
Aur inka life bebad ho jaata hai
आदिवासी ke jindagi se khilwaad kr rhe hai
Jitne army k sheed hua h 15000 foji unko kon dega
तिवारी सर आपका यह प्रयास सराहनीय है 🙏
बस्तर के आदिवासी भाइयों जागरूक बनो, मेहनत करो, अमीर बनो, गरीब रहोगे तो हमेशा सताया जाओगे। शिछित बनो, अपने हक अधिकार के लिए लड़ना सीखो। जय जोहार
आपके माध्यम से अबूझमाड़ के हकीकत को करीब से देख पा रहे है.
अंदरूनी इलाकों मे जा कर रिपोर्टिंग करना बहुत ही सराहनीय है.....!
मैं अपना जीवन इन आदिवासी भाइयो के बीच भौतिक सुविधा से दूर जीना चाहता हुँ क्योंकि शहरों मे इंसानियत खत्म हो गया है
भाई, उन लोगों को नक्सली बताकर पुलिस ले जा रही है, देख नहीं रहे हो। उनका अलग ही प्रोब्लम है 🥲
मैं भी यही चाहता भाई
मुकेश भाई ये शहर और बीबी सास ससुर और समाज जीने नहीं देता
रानू भैया आपकी पत्रकारिता को सलाम🎉🎉🎉❤❤❤
भैया दिल्ली मे बैठा मीडिया ऐसे मजबूर लोगो का दर्द नहीं दिखा सकता, प्रणाम भैया
आज से पहले इतना सत्यवादी और महान पत्रकार मैंने कभी नहीं देखा, मैं इन्हें तहेदिल से धन्यवाद देता हूं,
पुलिस प्रशासन और सरकार का आदिवासियों के प्रति रवैया बहुत ही अमानवीय हैं।
ऐसे अन्यायके विरुद्ध आदिवासियों द्वारा किये जानेवाले सशस्त्र प्रतिकार का मैं समर्थन करता हूँ।
बस्तर टॉकीज ही एक कैसा न्यूज है जो बस्तर के बेकसूर आदिवासीयो की आपबीती उनकी सच्चाई को दुनिया के सामने लाकर न्याय दिला सकता है। विकास तिवारी जी एवम् उनके पूरी टीम को दिल से सेवा जोहार 🙏🙏 करते हैं।
पुलिस को शर्म आनी चाहिए गरीब ओर निर्दोष लोगों पर नकस्ली केस करते हैं
Aapko sharm aani chahie Dantewada Mein Hue javanon ki Shahadat aapko Yad Nahin kya desh ki Khate ho ya naxaliyon ki khate ho batao
@@Khiladi42063 चुप बे
तुझे कुछ मालूम भी है
कुछ पता भी है तुझे
@@ImDhruw sale bat karne ka gamiz nahi hai kiya
लिखना सिख लो उसके बाद बात करना
पुलिस, प्रशासन तथा सरकारें ही इस समस्या की जड़ में है।
Drg भर्ती संदेहास्पद है। इसकी भर्ती को जांच के दायरे में आना चाहिए। तिवारी भैया आपको मेरा सलाम।
हम इस इलाक़े को देख के आये है। आंसू आ जाता है हमारे मूल निवासी के दुःख दर्द को देख कर।
a¹a
@@AnupParaste-yk6sk.ം न.. ം.ംം😊😊😅 8:41 🎉😮😢
Kya aap mujhe bta sakte hai ki yha kaise Jaya ja sakta hai. Mujhe bhi Jana hai
आप भी बहुत बेहतरीन पत्रकार है मैं मध्यप्रदेश से बोल रहा हूं और कंटिन्यू आपकी वीडियो देखता हूं आप मेरे को रवीश कुमार की छवि जैसे प्रतीत होते हैं आप बेस्ट पत्रकार हैं आप कभी भी पैसे यह मोह के पीछे नहीं भागते
पत्रकार भाई आपने बहुत ही अच्छा आपबीती दिखाया ! पत्रकार महोदय को दिल से शुक्रिया देते हैं !!!
Tiwari Bhai aap Great ho aap jaise log ki shakt jarurat hai hamare desh me solute
सर आपकी यह न्यूज़ देखकर मुझे बड़ा दुख हुआ है कि बेगुनाह लोग जो है बेचारे गरीब लोग हैं उनको पुलिस नक्सल साबित करके गिरफ्तार जेल में डाल रही है और जो नक्सल है नहीं वह डीआरजी में शामिल हो रहे हैं अपने ही गांव के लोगों को गिरफ्तार करवा देते हैंप्रशासन को सूचना चाहिए
आपने इन भोले-भाले आदिवासियों की "स्यंवेदना" को जिया है। कभी अवसर मिले तो आपके चरण स्पर्श करुं ।
आप बहुत ही अच्छे पत्रकार हो जो सच्चाई को सामने लाये
🇮🇳🇮🇳🇮🇳 जय हिंद विकास सर बहुत दुख होता है ये सब देख कर | जो दोषी है उनको सजा मिलनी ही चाहिए लेकिन जो लोग सच में निर्दोष हैं उन्हें परेशान नही करना चाहिए पुलिस को | ये सच है की किसी के माथे पर नहीं लिखा रहता है कि वो नक्सल है या नहीं लेकिन पुलिस और प्रशासन का काम है कानून का सम्मान करे | वैसे ही नक्सलियों की वजह से ये गाँव वाले परेशान हैं अगर पुलिस भी यही रवैया अपनाएगी तो भगवान ही मालिक |
जय हिंद 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Aap hi bata do naxalwadi Kaun Hain Dantewada Mein Hue 76 javanon ki Shahadat Kisne ki aap hi bata do FIR police prashasan ka koi Kam Nahin rahega
@@Khiladi42063 भाई सबसे पहले तो आपको जय हिंद मैंने लिखा है की किसी निर्दोष को परेशानी नही होनी चाहिए | पुलिस के लिए भी बहुत ज्यादा चुनौती होती है यार मुझे पता है क्योंकि खूद मेरे रिश्तेदार और दोस्त सेना एवं पुलिस में हैं | मेरे दादा जी सेना से रिटायर्ड हैं कश्मीर और मणिपुर जैसे जगहों पर अपनी सेवा दे चुके हैं | वही बताते हैं कि एक आतंकवादी, नक्सली, माओवादी , और दंगाई की पहचान कर पाना थोड़ा मुश्किल जरुर है लेकिन ये हमारा काम है उनकी पहचान करे , अपनी खुफिया इकाई को मजबूत करे | आज भी जब हमारे रिश्तेदार जो झारखंड पुलिस में हैं वो घर आते हैं तो दादा जी उन्हे यही समझाया करते हैं | क्योंकि मैं खूद भी झारखंड के घोर नक्सली क्षेत्र से आता हूँ दोस्त | और बात 76 जवानों की शहादत का है तो हम सभी को गर्व है उन वीर जवानों के अदम्य साहस पर | अभी भी कहीं मुठभेड़ होती है तो दिल धड़कने लगता है मेरे परिवार का |
जय हिंद 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@@avishekdas1173 Gramin Anchal Ke Log hi Jab CRPF battalion searching per Nikalti Hai To naxal waadiyon ko Suchna Dete Hain ISI vajah se 76 Jawan aur 22 Jawan Shahid hue the ISI saal ke 3 mahine ke andar lagbhag 10 Jawan Shahid Ho chuke hain naxalwadi Koi city area se nahin Hote bhai Gramin Anchal ke hi hote hain Jo Gramin Aur naxali donon ke roop Mein Hote Hain
@@Khiladi42063 बिल्कुल सही कहा आपने मै सहमत हूँ आपकी बात से | ये हमसे बेहतर और कौन समझ सकता है " एशिया प्रसिद्ध सरंडा जंगल " का नाम तो सुना ही होगा आपने मै उसी जिला क्षेत्र से तालुक रखता हूँ भाई इसीलिए बोल रहा हूँ ये मुझसे बेहतर और कोई नही समझ सकता | लेकिन ये भी एक कड़वा सत्य है की बहुत से निर्दोष भी फंसे हैं जिनका इन सबसे कुछ लेना देना नहीं है | आपकी बात से 100% सहमत भी हूँ कुछ गॉंव वाले मुखबिरी करते तो हैं इसमें कोई शक नही है |
Gramin eelako se hone ka ye matlab nahi ki sabhi gramin naksali hi hai...... Kuch gramino ki wajah se sabhi gramino ko saja kyu...... Jinko bewajah jail me daal dete hai ,,, ji hone kuch kiya hi nahi ,,,,. Unka to bewajah hi life kharab hooo jata hai .... Haar gramin khusi se naksali nahi banta hai...... Unme se jadatar majburi me naksaliyoo ka saath dete hai..... Kyuki wo aur kuch karr bhi nahi sakte hai....... Police wale bhi unki koi baat saunte hi nahi hai.... To bhala unse kya madad maange.....
आपकी पत्रकारिता को सलाम है सर
तिवारी सर जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद सर आप जमीनी स्तर पर जाकर रिपोर्टिंग कर रहे हो जनता जन समस्या को जनसंख्या समस्या को जान रहे हो आपका बस्तर टॉकीज माध्यम से मैं सरकार पुलिस प्रशासन से अपील करना चाहता हूं आप भी एक पुलिस हो वर्दीधारी बंदूक के साथ आते हो नक्सली वर्दीधारी बंदूक के साथ आते हैं हमारे आदिवासी जनता बीच में है पुलिस से डर नक्सली से डर बेगुनाह आदिवासियों को नक्सली बोल कर जेल में डालने का बंद करो पुलिस प्रशासन के सामने नक्सली के नाम से कई लोग समर्थन कर यह लोग सही नक्सली नक्सली के नाम से नौकरी मिलना है जितने भी सिलेंडर किए सब नक्सली नहीं हो सकते नौकरी होना है तो 2 दिन जिंदगी जीना है तो नक्सली नाम से कैलेंडर करना पड़ रहा है शासन से पूछना चाहता हूं जितना भी आदिवासी नक्सली नहीं हो सकते हैं आदिवासी जनता को नक्सली बताकर जेल में ट्यूशन बंद करो मैं नक्सली से अपील करना गरीब आदिवासी जनता को पुलिस मुखबिरी से मारने का बंद एक इंसान को मारना है तो स्पष्ट रूप से जांच करो सभी आदिवासी पुलिस मुखबिरी नहीं होते हैं भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी आदिवासी जनता को मारना है तो सही निर्णय ले ले वो एक इंसान बाजार गया तो पुलिस से मिला है बोल कर आरोपी मत मत लगा हो
तिवारी जी,, बहुत बढ़िया कवरेज है,, सच्चाई को दिखाते हो आप,, धन्यवाद।।।।
धन्यवाद, तिवारी जी 🙏
जंगल के अंदर जिसके पास बन्दुक होती है,सरकार उसकी होती है ।👍👍👍
Very bad..... For adivasi.....
Thank you reporter sir
कबीले तारीफ पत्रकारिता करते है..तिवारी दादा आप। आप जैसे अच्छे लोगों की जरूरत है बस्तर जैसे अच्छे जगह के लोगों को। आप दिल से उनकी बात सरकार के सामने रखिए और जो लोग इन भोले भाले आदिवासी लोगों को परेशान करते हैं उन्हे सामने लाए। आपको मेरा दिल से सलाम🙏🙏
सर background dog's Playboy bhi कलाकार निकला😂
😂😂😂😂😂
जबसे आप का चैनल बस्तर टॉकीज़ देखा हु मैं तो आपका दीवाना हो गया हूं तिवारी भईया बहौत ही कमाल के वीडियो लाते हो आप अपने चैनल में एक से बढ़कर एक बस्तर ( जगदलपुर ) मेरा ननिहाल है तिवारी भईया और आपके वीडियो के माध्यम से जब भी मैं अपने ननिहाल छेत्र की खबर ऒर वीडियो देखता हूं कॉप उठता हु बहौत ही जिंदा दिल इन्सान हो आप और साथ साथ एक बेबाक और एक निडर एवं साहसी पत्रकार भी जो अपने चैनल बस्तर टॉकीज़ के माध्य्म से बस्तर के आदिवासियों की वास्तविक स्थिति हमें दिखाते हो। मैं आपका हृदय से आभारी हूं विकास भईया।
जय हिंद जय भारत।।
पुलिस वालें को सस्पेंड कर दिया जाय बिना सबुत का नक्सली का आरोप लगाने के खिलाफ में
गरीब पीड़ित का शोषण किया गया है पुलिस वाले पर sc st लागन चाहिए
बहुत-बहुत धन्यवाद आपका महोदय जी आपने सच्ची घटना को सामने लाया है बस्तर के दर्द को सामने लाया है। पुलिस कभी भी सही काम क्यों नहीं करती है।
इनकी बात सुनके बहुत दुख हुआ,,
,,,,जय जोहर जय आदिवासी,,,
पोलीस पर कार्यवाही क्यूँ नहीं की गयी जबरन परेशान किया तो
हमारे ऊपर बहुत अन्याय हो रहा है सर 😭 😭 लोगों को pasya जा रहा है
तिवारी जी आपकि कार्य सरहनीय है 👌
आदिवासियों के ऊपर इतना भी अत्याचार मत करो कही सही में अत्याचारों से त्रस्त होकर नक्सलवादी ही न बन जाए।
. ..⚔️Jai hind 🇮🇳⚔️
सरकार नकसलके बहाने हमारे आदिवासी योको खतम करना चाहते हैं जय जोहार जय आदिवासी गुजरातसे
Is desh ki halat aP ke 1 gujrati ne khrab ki h 8 sal se
Ye sarkar to janbujhkar bhole bhale aadivasi ko naxal bataker unki hatya kar rahe hai jise ki aadivasi ke sankhaya kam ho jaye
तिवारी जी मै आदिवासी हूं सरगुजा से हूं गोंड जनजाति हूं मेरा सादी बस्तर से कराईऐ न भगवान आपका भला करेगा।
बहुत ही प्रभावी.. रिपोर्टिंग 👍🏻👍🏻👍🏻
बहुत बहुत धन्यवाद आपका महोदय जी।
जय आदिवासी 😭😭😭😭😭
आदिवासियों पर कब तक अत्याचार होगा भाई।।
जय छत्तीसगढ
भैया आपकी हिम्मत और रिपोर्टिंग को सलाम यह देख कर बड़ा दुख होता है कि गरीब और बेबस जनता को किस तरह से नक्सलियों के नाम जेल में डाल दिया जाता है और उन पर जुल्म किया जाता है सरकार की इस नीति और पॉलिसी पर तो भगवान ही कुछ कर सकते हैं इन गरीबों का
सर आप ऐसे ही खबर लाते रहे आप बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं
विकास भाई नमस्कार आप अक्सर पूछते रहते है नक्सलवाद कसे खत्म होगा म अपनी राय दु बस्तर को सरकार अपने हाल पर छोड दे सरकार ये समझे कि बस्तर एक अलग देश है फिर देखिये नक्सल की कभी कोई खबर नही मिलेगी बस्तर वाले आज तक सरकार के बिना जीते आये ह आगे भी जी लेगे
रिपोर्ट को सलाम सर
नक्सली लीडर से जल्दी इंटरव्यू लीजिए तिवारी सर जी.......इंतज़ार है वीडियो का
Sir, bahut bahut shukriya aapka, aapne bahut hi gambhir baaton ko samne laya hai, aise bahut se masoom honge Jinki bat kahi Sunni hi nhi ja rahi hogi, aap k jariye Hume yeh sab janne k mauka Mila or unke dardknak kahaniya samne lai🙏🏻
Bahut badhiya sir ji.... 💐💐💐💐💐🌹🌹👌👌👌👌
Bahut acha Tiwari bhaiya
बहुत आभार आपका यह सच्चाई सामने लाने के लिए 🙏
अति सराहनीय 👍👍👍👍
सर, नक्सली के बड़े लीडर इन जंगलों में कहा मिलेंगे । जंगलों में भटकने वाले नक्सली अपने बड़े लीडरो को ना तो जानते होंगे और ना ही पहचानते होंगे। नक्सलियों के कारण हीं इन इलाकों के लोगों को कष्ट उठाना पड़ रहा है।
मैं आपके रिपोर्टिंग को सलाम करता हु सर जी
मैं आपके लगभग 600-700 के आस पास सब्सक्राइबर हे तब से जुड़ा हु 🙏🙏
भारत की पुलिस आदिवासियों के साथ कितना बेरहम व्यवहार करती है। ये आदिवासी लोग कितना सीधा सदा होते हैं। कोई भी समझदार आदमी असलियत समझ सकता है।
अरे वाह बिना कुछ महेनत के सरकारी नौकरी DRG मे भर्ती हो गये और हमारे इधर कितना भी महेनत कर ले amry police मे भर्ती ही नही हो पाते 😢
Thank..you...sir
Most welcome
यदि पुलिस ने ने झूठा मामले में जेल भेज दिया तो ऐसे झूठा आरोप लगाने वाले पुलिस पर कार्रवाई क्यों नहीं होती क्या पुलिस को यह अधिकार दे दिया गया है कि वह किसी भी बेगुनाह को नक्सली बताकर जेल भेज दे
बहुत ही नेक कार्य कर रहे आप भैया 🙏
सर आप हमेशा सही काम करते हो सही रिपोर्टिंग करते हो 😊
Dhanyawaad Tiwari sir
इस तरह आदि वासी को बेगुनाह के अंदर डाल दिया पोलिस ये तो glat bat hai तिवारी दादा आप महान हो जो हम को बहुत अंदर से खबर लेकर आए धन्य हो
Apka bahut bahut dhanyawad adivasiyon ke sach ko bahar lane liye
आपका बहुत बहुत धन्यावाद सर जो आपने आदिवासियो पर हो रही अन्याय की सत्य घटना को दिखाया है वर्ना आज की चापलूसी मीडिया अपनी trp बढ़ाने में ही लगा है उन्हें वास्तविकता से कोई मतलब नहीं है
Nice video sir ji
Great work.....
Dil rota h aisa sun k
Aap sahi disha me kary kar rahe ho sir ji, inka dard logon ko janna bahut zaroori hai
पुलिस वाले भाईयो को पैसा और प्रमोशन चाहिए...भाई चिन्हे ना भईया, सबसे बड़ा रुपया, ये काम होता है... गरीब मरे, चाहे बर्बाद हो जाए, इन सब से उन लोगो को कोई मतलब नहीं है... बस्तर, आबुझमाड़, के सीधे साधे, भोले भले भाईयो को और दो चार लोगो को नक्सली बता कर ये सब करते है... गरीबों को जीने दो सर, परेसन मत करो... मेरा आप सभी से यही निवेदन है... जय हिंद जय भारत... ❤ से
विचारधारा की जंग में आदिवासी परिवार की दुर्दशा |
Bahut badhiya reporting sir👌🏻👌🏻
Johar 🙏 Tiwari sir
जोहार
Good tiwari भाई या जी पत्रकार
Nice interview sir ji
देखिए देखिए सर आप भी मनीष कश्यप के जैसे ना फिर भी आपका कार्य बहुत ही सराहनीय है 🙏👍👍
जय हो तिवारी जी महाराज।। जय हो
आदिवासियों की सबसे बड़ी विडंबना यही है कि वह जंगल में रहता है जंगल को बचाए रखता है अपनी सभ्यता और संस्कृति को बचाए रखता है और आज सभ्यता और संस्कृति बची है तो वह आदिवासी के पास बची है आज भी आदिवासी उसी में जीना चाहता है उसी में रहना चाहता है और उसी में मर जाना चाहता है तो उन्हें छोड़ दो जिस स्थिति में है उन्हें उन्हीं की स्थिति में छोड़ दीजिए सरकार उनके जल जंगल में क्यों प्रवेश कर रही है अगर संविधान में पांचवी सूची लागू है तो उसे सूची के अनुसार आदिवासियों को उनका हक और अधिकार सरकार मत छीन और उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया जाए अगर वहां जीवन भर जंगल में रहे हैं आज भी वह जंगल में ही रहेंगे मैं उत्तर प्रदेश का आदिवासी हूं तिवारी जी आपकी पत्रकारिता हमें बहुत अच्छी लगती है मैं आपकी हर वीडियो और आदिवासियों की परिस्थितियों को देखता रहता हूं बड़ी दया लगती है आंखों में आंसू बहने लगते हैं आगे चलकर आदिवासियों का क्या हाल होगा इस धरती पर वह रह पाएंगे कि नहीं यह बड़ी विडंबना है और बड़ी सोचने की बात है
कितना बड़ी दुख की बात है आम जनता को नक्सली साबित करने में लगी है
In garib aadiwasiyo ka dard sunkar bahut dukh hota hai sir . inke saath insaaf kaise hoga sir
Video ke liye dil se thanks🙏
Mai bolata hu Q...? Kab...? Aur kaise...?
और हाँ जंगल के "मोर का नाच" मैने देखा है।
और अब हाथी के सर पर नाचता शेर देखोगे।
जय गोंडवाना।
The government must give all facilities as rural equality to urban they should be a part of development❤❤❤
Sahi bola bhie ,,,
❤ love you vikash sar
बहुत बढ़िया प्रयास है आपका तिवारी जी।
ये लोग नक्सलियों और पुलिस दोनो से परेशान किए गए लोग और राजनेता इन पर राजनीति करते है 😢
जौहर सर आपको सलाम
आदिवासी समाज खत्म करने लगी है सरकार वह के मुख्यमंत्री शर्म नहीं आती हैं इन भोले भाले गरीब परिवार को देखते हुए
Laajwab patrakar aur shandar reporting
तिवारी जी आपने बहुत अच्छा इंटरव्यू लिया, और लोगों की व्यथा और प्रशासन का अत्याचार सुनकर बहुत दुःख हुआ। लेकिन ग्रामीणों को एक सवाल करना चाहिए था कि नक्सलियों को चावल या भोजन की व्यवस्था करते है, या करना पड़ता है तो ये लोग अपनी खुशी से चावल देते हैं या नक्सलियों से डर कर देते है? क्यूंकि नक्सली अक्सर कहते हैं कि जनता उनको खुशी से मदद करती है। ये सवाल आपको करना चाहिए ताकि नक्सलियों को भी पता चले कि लोग डरकर साथ दे रहे है।
वह सर आप क्या रिपोर्टिंग करते है दिल तड़प रहा है आपकी बातें सुन कर बस्तर में क्या नहीं हो रहा है
Tiwari ji ko sadar sewa johar nirbhik patrakar
हम तो दूर है वरना वहां की पदाधिकारी वह नेताओं से जरूर पूछते कि उन गरीबों का ऐसे भविष्य खराब करके क्या लाभ मिलता है
जय श्री राम रानू भाई
बरोजगरी है तिवारी जी सरकार व शिक्षा नेता जी को वोट चाहिए पैसा चाहिए
Bahut abhar bhaiya
Good quality journalism!
Bahut sahi khabar Diya sar aapane aapka sach bolane ki aadat ko pranam karta hun
जय जोहार विडीयो बहुत अच्छा लगा धन्यवाद