#CHACHRI

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  • čas přidán 6. 09. 2024
  • नंदा अष्टमी के अवसर पर बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लॉक के लीती गांव में इस बार आठूं पर्व आयोजित किया गया| कुछ चुनिंदा लोग नंगे पैर 3 दिन की कठिन पैदल यात्रा कर कुंड जाते हैं सफ़र के दौरान पाठ पूजा करते हुए श्रद्धालु ऊँची पहाड़ी पर कुंड स्नान कर वापसी आते समय ब्रह्मकमल पुष्प लेके आते हैं, ढोल दमऊ भंकौर की देवीय वाद्य यंत्र के साथ गांव के सभी श्रद्धालू पुष्प को रिगाल में बांधकर लहराते हुए मंदिर पहुचते हैं। 3 दिन तक विशेष पूजा पाठ होती है साथ ही आखिरी दिन माँ नंदा की विदाई भी होती है कहते है माँ नंदा उस दिन अपने ससुराल कैलाश पर्वत चली जाती हैं।
    उत्तराखंड संस्कृति चाचरी का गायन भी इस दौरान होता है गांव और आस पास के क्षेत्रों के लोग मेले में पहुचकर पाठ पूजा के बाद चाचरी गाते हैं इसी दौरान की यह वीडियो आप तक पहुंचाने का प्रयास है उम्मीद है आपको पसन्द आयेगा |
    आप भी हमे उत्तराखंड संस्कृति की वीडियो भेज सकते हैं - 8901048986 Whatapp

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