Ravan Dahan Video Rawan Dahan Live Rawan Effigy Burn Kota Dusshera Mela Kota Dussehra Festival Fair

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  • čas přidán 22. 08. 2024
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    I created this video with the CZcams along the efforts, make by my son. He was with me. He makes some parts of it.
    Plz encourage him so he will do some good job for Kota (Hadoti) tourism and also for those people belongs to heritage and cultures industries earn to survive.

Komentáře • 16

  • @ashishchandaliya6040
    @ashishchandaliya6040 Před 5 lety +1

    Ap kha sa ho

  • @renumittal7936
    @renumittal7936 Před 6 lety +3

    good

  • @Contactfacebookwhatsaap-oo8zq

    ‭ I want to buy your channel, contact with me (मैं आपका चैनल खरीदना चाहता हूं, मेरे साथ संपर्क करें). If you want to sell. My Phone ‭89753 46237‬

  • @alkadeolase2180
    @alkadeolase2180 Před 7 lety +4

    shandaar ravan dahan

  • @ASHISHPAL-dh7dh
    @ASHISHPAL-dh7dh Před 7 lety +5

    full Moj masti

  • @selembara4771
    @selembara4771 Před 6 lety +3

    six

  • @rabarboymanishkushwah722
    @rabarboymanishkushwah722 Před 5 lety +1

    Axf

  • @mrtwentymisreeram2959
    @mrtwentymisreeram2959 Před 6 lety +3

    आखिर रावण का दहन क्यों ?
    आखिर रावण का दहन पर अरबों रूपयों की फिजूलखर्ची क्यों ?कार्यक्रम में रावण दहन के आयोजक जोर जोर से माइक पर भोंक रहे थे कि- रावण दहन बुराई पर अच्छाई की जीत है । असत्य पर सत्य की विजय है ।
    I was very glad to listen this..... पर कुछ सवाल रह गए
    प्रश्न - हे ब्राह्मण ! रावण कौन था ?
    ब्राह्मण - हे ! रावण लंकापति राजा था ।
    प्रश्न- राम कौन था ?
    ब्राह्मण - हे ! राम राजा दशरथ के पुत्र थे ।
    प्रश्न -आप लोगों द्वारा राजा रावण का दहन क्यों किया जाता है ?
    ब्राह्मण - रावण ने माता सीता का हरण किया था ।
    प्रश्न - रावण ने माता सीता का हरण क्यों किया था ?
    ब्राह्मण - लक्ष्मण ने रावण की बहिन की नाक काट कर उसका शरीर विकृत कर दिया था ।
    प्रश्न- आप राजा होते और कोई आपकी बहिन की नाक काट देता तो आप क्या करते ?
    ब्राह्मण - जो रावण ने किया वही हम करते ।
    प्रश्न - हे ब्राह्मण ! शिव के धनुष को सीता झाड़ू लगाते समय घर में एक कोने से उठाकर दूसरे कोने में रख थी और रावण उस शिव के धनुष को स्वयंवर के समय हिला भी नही पाया तो शक्तिशाली कौन सीता या रावण ।
    ब्राह्मण - शक्तिशाली सीता थी ।
    प्रश्न - हे ब्राह्मण ! जब शक्तिशाली सीता थी , तो सीता रावण का अपहरण करेगी या रावण सीता का अपहरण करेगा ।
    ब्राह्मण - पर हाे सकता है कि रावण ने काेई विशेष शक्ति प्रयाेग की हाे । प्रश्न - हे ब्राह्मण ! यदि रावण के पास कोई शक्ति होती , तो उसको रावण स्वयंवर में ही प्रयोग करता और सीता से स्वयंवर रचा लेता । उसको सीता का अपहरण करने की आवश्यकता ही नही होती ।
    Very Important Question... Have to be Forced to think
    प्रश्न - हे ब्राह्मण ! रावण को छः मेंसे दो श्राप थे जो ब्राह्मण देवताओं द्वारा ही दिए गए थे कि यदि रावण किसी पराई स्त्री को छू लेगा तो उसके दसों सिर नष्ट -भष्ट हो जायेंगे और यदि पराई स्त्री से जबरदस्ती करेगा तो उसका शरीर नष्ट हो जायेगा । हे ब्राह्मण अब आप ही बताइये कि रावण ने सीता का हरण किया या सीता रावण के साथ ख़ुशी से गई थी ।
    प्रश्न - हे ब्राह्मण ! इसका दोषी कौन है, रावण या सीता या दाेनाें ।
    प्रश्न - हे ब्राह्मण ! इसकी दोषी सीता है तो रावण का दहन क्यों ? अब हमारी सोच से लगता है कि ,, उस समय जो भी श्राप/वरदान देने की बातें झूठी और बेवकूफी हैं । Otherwise जिन किताबों में यह सब लिखा गया था वह किताबें गलत और गुमराह करती है । 99% लोगों के दिल, दिमाग और आत्मा में एक Wrong Number घर कर गया है , कि उस समय सतयुग था आजकल कलयुग है .....तब आप ही बतायेंगे कि दाेनाें कालों में क्या अन्तर था, क्या फ़र्क है । किसमें फायदा है । After all, why waste of billions of rupees on Ravana's combustion..........?????जीव हत्या ,अनैतिक क्रोध, लोभ, आलस, अभिमान, वासना, ईर्ष्या एवं लालच अहंकारी मिथ्या बोलने वाली जीभ, निर्दोष का रक्त पात, शातिर षड्यंत्रों कुमार्ग, कपटपूर्ण, बंधुओं के बीच वैमनस्य, व्यभिचारिता, परस्त्रीगमन, अस्वच्छता, कामुकता, मूर्ति-पूजा, जादू-टोना, घृणा, मतभेद, यंत्रानुकरण, क्रोध, कलह, राजद्रोह, मतान्तर, इर्ष्या, हत्याएं, नशाखोरी, रंगरेलियां एवं इसी "प्रकार के और भी पाप" है । यह सब पाप है और सभी लोग मानते है , यही सोचते है कि कलयुग में यही होता है .... सही है हम भी मानते है, पर ....यह कैसे मान लें कि उस समय सतयुग था आजकल कलयुग है .....तब आप ही बतायेंगे कि दाेनाें कालों में क्या अन्तर था, क्या फ़र्क है । उपर्युक्तानुसार जो पाप आजकल हो रहे है , ये पाप उस युग में क्या नहीं होते थे ,....100% होते थे , हुए है पर इन मेंसे कुछ पाप ही वर्णित है, कई पापों को जानबूझकर उन किताबों में वर्णित नहीं है । आखिर क्यों उन बेवकूफ लोगों ने, उन फर्जी किताबों में ,,, इन्सानीयत का नाश, इन्सानीयत को खतरे में डालने के उद्देश्यों से ऐसा क्यों किया ; Why....???? यदि यह कलयुग है तो हमें इसी युग के अनुसार ही जीने दे, क्योंकि हमारे लिए यही सही है और हमारे पाप- पुण्य , कर्म-धर्म, सब कुछ इसी युग में निश्चित है और यही हमें मनज़ूर है ॥॥ जिस किसी को भी इस युग से परेशानी है तो वह अपने सतयुग में, द्वापरयुग में चले जाएं अन्यथा इसी युग को सर्वस्व मानकर इस युग के कल्याण कार्य मे सहयोगी बनें । अगले पिछले युगों की गलत जानकारी देकर इस युग के लोगों को बेवकूफ ना बनाएं,, भ्रमित ना करें । अन्यथा हम आपके इस अधर्म ,,Wrong Number, कुकर्म से हमारे इस प्यारे युग की रक्षा के लिए बहुत कुछ करेंगें ॥॥ After All Being HUMAN,,, Never RELIGIOUS

  • @HemantKumar-gp9dy
    @HemantKumar-gp9dy Před 7 lety +3

    ghuhlk

  • @user-mc9jl9re2r
    @user-mc9jl9re2r Před 7 lety +1