सबसे ज़्यादा सुनी जाने वाली आरतियां | सम्पूर्ण आरती संग्रह | Om Jai Lakshmi Ramna | Jai Santoshi Mata

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  • čas přidán 30. 03. 2024
  • सबसे ज़्यादा सुनी जाने वाली आरतियां | सम्पूर्ण आरती संग्रह | Om Jai Lakshmi Ramna | Jai Santoshi Mata
    ॐ जय लक्ष्मी रमना, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा
    सत्य नारायण स्वामी, जन पातक हरणा, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    रतन जड़ित सिंहासन अद्भुत छवि राजे
    नारद करत निरंतर, घंटा ध्वनि बाजे, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    प्रगट भए कलि कारण, द्विज को दरश दियो
    बूढो ब्राह्मण बनकर कंचन महल कियो, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    दुर्बल भील कराल जिन पर कृपा करी
    चंद्रचूड़ एक राजा जिनकी विपति हरी, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    वैश्य मनोरथ पायो श्रद्धा तज दिनी
    सो फल भोग्यो प्रभुजी, फिर स्तुति किन्ही, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    भाव भक्ति के कारण, छिन-छिन रूप धरयो
    श्रद्धा धारण किन्ही तिनको काज सरयो, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    ग्वाल बाल संग राजा वन में भक्ति करी
    मन वांछित फल दीन्हो, दीन दयाल हरी, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    चढ़त प्रसाद सवायो कदली फल मेवा
    धूप दीप तुलसी से राजी सत्यदेव, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    श्री सत्यनारायण जी की आरती जो कोई नर गावे
    तन मन सुख सम्पति, मन वांक्षित फल पावे, ॐ जय लक्ष्मी रमना...
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ।
    अपने सेवक जन की,
    सुख सम्पति दाता ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    सुन्दर चीर सुनहरी,
    मां धारण कीन्हो ।
    हीरा पन्ना दमके,
    तन श्रृंगार लीन्हो ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    गेरू लाल छटा छबि,
    बदन कमल सोहे ।
    मंद हंसत करुणामयी,
    त्रिभुवन जन मोहे ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    स्वर्ण सिंहासन बैठी,
    चंवर दुरे प्यारे ।
    धूप, दीप, मधु, मेवा,
    भोज धरे न्यारे ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    गुड़ अरु चना परम प्रिय,
    तामें संतोष कियो ।
    संतोषी कहलाई,
    भक्तन वैभव दियो ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    शुक्रवार प्रिय मानत,
    आज दिवस सोही ।
    भक्त मंडली छाई,
    कथा सुनत मोही ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    मंदिर जग मग ज्योति,
    मंगल ध्वनि छाई ।
    विनय करें हम सेवक,
    चरनन सिर नाई ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    भक्ति भावमय पूजा,
    अंगीकृत कीजै ।
    जो मन बसे हमारे,
    इच्छित फल दीजै ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    दुखी दारिद्री रोगी,
    संकट मुक्त किए ।
    बहु धन धान्य भरे घर,
    सुख सौभाग्य दिए ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    ध्यान धरे जो तेरा,
    वांछित फल पायो ।
    पूजा कथा श्रवण कर,
    घर आनन्द आयो ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    चरण गहे की लज्जा,
    रखियो जगदम्बे ।
    संकट तू ही निवारे,
    दयामयी अम्बे ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ॥
    सन्तोषी माता की आरती,
    जो कोई जन गावे ।
    रिद्धि सिद्धि सुख सम्पति,
    जी भर के पावे ॥
    जय सन्तोषी माता,
    मैया जय सन्तोषी माता ।
    अपने सेवक जन की,
    सुख सम्पति दाता ॥
  • Hudba

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