बादशाह की फकीरी और मालिन के बैर Part - 6 | Hindi Cartoon Moral Story | Kabir Saheb 2d Animation
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- čas přidán 14. 06. 2024
- Dharti Upar Swarg, धरती ऊपर स्वर्ग,
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A. महल में जीना मेरे लिए अब नरक में जीने के समान हो गया है। में अब यहां और नही रह पाऊंगा।
बादशाह ने अपने साथ चद्दर के अलावा एक तकिया, एक बिछौना और एक पानी पीने का लोटा ले लिया।
रातों रात बादशाह ने नगर से कई कोस दूर का सफर तय कर दिया और पीछे मुड़कर भी नही देखा।
अगले दिन की सुबह हो चुकी थी। बादशाह को भूख सताने लगी। तभी देखा की एक मालिन बगीचे के बाहर बेर बेच रही रही हैं।
A. ए माई, बैर कैसे दिए?
M. भाई एक आने का एक सेर देती हैं।
A. माई मेरे पास आना नही है। लेकिन ये जूतियां है। इनकी कीमत ढाई लाख रुपए है। मुझे इसके बदले समान तोल कर बैर दे दे।
बादशाह ने उसे उठाने के लिए हाथ बढ़ाया और मालिन ने भी।
दोनो उस बैर के लिए झगड़ने लगे अपना अपना बताने लगे।
तभी वहां कबीर साहेब प्रकट हुए।
परमात्मा बादशाह को थप्पड़ मर कर वहां से अंतर्ध्यान हो गए।
बादशाह रोता हुआ वहां से चल पड़ा।
रास्ते में चलते हुए देखा की एक गरीब व्यक्ति एक पेड़ के नीचे तने से सिर लगाए हुए सो रहा है। बादशाह ने उसी वक्त सिराना और बिछौना फेंक दिया।
कुछ दूर और चलने पर देखा की एक साधु नदी से हाथो में जल भरकर पानी पी रहा था। बादशाह ने भी अपना लोटा फेंक दिया।
तभी झोपड़ी में सो रहे दो पति पत्नी कुछ बाते कर रहे थे, जो की बादशाह को आसानी से सुनाई दे रही थी।
M. भगवान की दया से अच्छी बरसात हो गई। अब बीजने के लिए काफी है।
W. हां जी, अपनी गाय के लिए भी अब अच्छा चारा हो जायेगा।
M. हा, भगवान ने मोज कर दी। ऐसी मोज तो बल्ख़ भुखारा के बादशाह के भी नही है।
A. कितने मूर्ख है ये दोनो, एक झोपड़ी में पड़े है और बादशाह को भी तुच्छ समझ रहे है।
अगले दिन सुबह बादशाह उठा ओर दोनो को जाकर समझाने लगा।
A. भाई, रांडी ढांडी ना तजे, ये नर कहिए काग।
बलख बुखारा जो त्याग दिया, थी कोई पिछली लाग।।
हे मूर्ख मानव तेरे से तो ये एक कानी स्त्री और गाय नही छोड़ी जा रही, भाई मुझ बलख बुखारे को देख जिसने सब कुछ त्याग दिया। भाई ये कोई पिछले जन्मों का ही गुण हैं।
यह कहकर बादशाह वहां से निकल गया।
आगे चलकर बादशाह एक साधु की कुटिया के पास पहुंचा।
सुनने में आया की यह साधु कई वर्षो से यहां साधना कर रहा है।
बादशाह उसके पास जाकर बैठ गया।
S. यहां मत ठहरो, यहां खाने पीने के लिए कुछ नहीं है। अपना कही और जाकर देख ले।
A. अरे नादान, मैं कोई तेरा मेहमान बनकर थोड़ी आया हूं? में जिसका मेहमान हूं वह मेरे रिजक की अपने आप व्यवस्था करेगा। कोई किसी का नही खाता। इंसान अपनी किस्मत साथ लेकर आता है।
अरे तू तो अच्छा मानव भी नही जान पड़ता और बनकर बैठा है साधु? परमार्थ के बिना इंसान इंसान नही, पशु के सामन है। और परमात्मा परमार्थ से ही मिलता है।
बादशाह कुछ दूरी पर जाकर बैठ गया।
तभी बादशाह के पास ऊपर से एक बड़ा थाल आया। बादशाह ने कपड़ा हटाकर देखा की उसमे कई प्रकार के पकवान और फल आदि थे।
कुछ देर बाद उस साधु के पास आया। उसमे केवल दो सुखी रोटी और एक लोटा पानी का आया जो की बिना ढके कपड़े से आया।
S. हे भगवान, ऐसा भेदभाव क्यों, में तो कई दिनों से आपकी साधना कर रहा हूं, और मुझे ऐसा सुख टूक? मेरे लिए भी वैसा ही भोजन भेजिए।
G. अरे मूर्ख, ये साधारण व्यक्ति नही था। इसने मेरे लिए बलख बुखारे का राज त्याग दिया। इतने शानो शौकत का जीवन त्यागा है। इसके लिए लिए मैं क्या नही कर सकता।
और तूने क्या किया, तूने अपने ही पेट को पालने वाला साधन छोड़ा है। तेरे पास न तो कोई मकान था, और न ही कोई पत्नी या बच्चे। तेरा वो घास खोदने का यंत्र अभी कही नही गया। जा और जाकर करले जो तू उससे कर सकता है तो। जो मिल रहा है उसी में भगवान की रजा मान और खुश रहा कर। बाहर कदम बढ़ाया तो कुछ नही मिलने वाला।
यदि भक्त में अभिमान है तो वह मेरे से दूर है, और यदि आधिनी है तो वह मेरे करीब है।
उधर बादशाह ने थाल वापस ढक दिया।
A. हे अल्लाह, अपने दास को सुखा टूक दीजिए। ये बला तो मैं त्याग कर आया हु। इससे तो वही विकार उत्पन्न होंगे। मुझे ये नही चाहिए।
में भी अब मेहनत कर के कमा कर खाऊंगा।
यह सुनकर साधु की गर्दन शर्म के मारे नीची हो गई।
S. मुझे क्षमा करो भगवान, आज के बाद में आपकी रजा में ही प्रसन्न रहूंगा।
Sat sahib❤
Sat saheb ji ❤❤❤
अनन्त कोटि ब्रह्ममण्ड का ,एक रति नही भार ।
सतगुरु पुरुष कबीर है ,कुल के सृजनहार ।।
Sat sahib 🙏🏻🌸
TRUE guru santrampal ji Maharaj 🙏
Jay ho bandi chhod ki
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
Nice post
सत साहेब जी❤❤❤❤
Sat,sahib,ji,❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
अनमोल वचन
जय हो प्रभु सत साहेब सत राम पाल जी महाराज जगत गुरु आदि गुरु बंदी छोड़ प्रम पिता परमात्मा सत पुरुष कबीर भगवान सचिदानंद घण व्रह्म शशिधर हरि आदि व्रह्म परम अक्षर व्रह्म आदि नारायण आदि पुरुष आदि देव सतलोक भगवान आत्मा पिता के चरणों में सादा प्रणाम जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷💮💮💮💮👑🌹🌼🌺🌻🌸🏵️💐🌺🌼🌹👑🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🪷 ॐ 🪷 कलीयम् 🪷 हरियम् 🪷🌺 श्रीयम् 🌺🪷 सोउहं 🪷💮 ॐ 💮🪷💮 आदि राम 💮🪷💮 सतलोक प्रदान करणा हे ईश्वर कबीर भगवान दाया करणा हे ईश्वर कबीर भगवान दाया करणा हे दाता ।
परमात्मा कहते हैं
100 छल छीर्द में करूँ
अपने जन के काज
Jay Ho Bandi chhod ki 🙏
❤sat.saheb.jibonodi.chhoro.santh.rampal.ji.maharaj.ke.jey.ho
Suprim God Kabir bhgwan ki koti koti dandwat pranam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
संत साहेब जी
Sat saheb
Sat saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹❤️❤️♥️❤️❤️❤️
Sat sahebji
सत साहेब जी
Sat Saheb Ji
Sat saheb ji
बंदी छोड़ सत गुरुरामपाल जी महाराज जी की जय हो।
Jay ho Bandi chhod ki
Sat Saheb ji next part ❤
सत साहेब जी 🙏
Sant Rampal ji Maharaj is superim god 👏👏👏👏
सत साहेब ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😊😊
Jay ho Bandi chhod ke
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj
The God Of Complete Salvation 💯🙏🏻
गुरु बिन माला फेरते गुरु बिन देते दान गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।
True knowledge
🙏Sat saheb ji🙏
Sat saheb ji 🙏🙏🙏🙏
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Satsahebjimaiynisha
#आध्यात्मिक_प्रदर्शनी
आध्यात्मिक प्रदर्शनी में भाग लेने से व्यक्ति को मानसिक शांति, परमात्म ज्ञान और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। यह उनके जीवन को नई दिशा और उद्देश्य प्रदान करती है।
Spiritual Exhibition Satlok Ashram
[23/06, 6:47 pm] Santosh Dasi Khurja: #Selfless_Service
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
Followers Of Sant Rampal Ji
[23/06, 6:48 pm] Santosh Dasi Khurja: #Selfless_Service
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के भक्तों ने किया रक्तदान।
Followers Of Sant Rampal Ji
Sat Saheb ji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
कबीर, वेद मेरा भेद है । मैं ना मिलू वेदन के मांय । जो वेदन से में मिलूं , वो वेद जानते नाहीं ॥
येह देही नहीं सस्ती सोंगी जो मिल जाई येह देही रत्न अमोलक इसकी कीमित ना कोई
Nice
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Sat saheb ji bhagwan❤❤❤❤❤❤
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Sat sabhi ji
Sat Saheb ji🙏🙏🙏🙏🙏🙏
sat saheb ji
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Please part-7
Kabir is god
Sat saheb ji❤🙏🙏
साहिब जी सत साहेब सत साहेब
Part 7 kab aayega ji 😊😊😊😊
Sat Saheb ji
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कबीर साहेब अविनाशी हैं। सशरीर प्रकट होते हैं, सशरीर चले जाते हैं - प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2, मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3
गरीब, पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर |
अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर ||
627 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर 20-22 जून 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित हैं।
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता किसी तत्वदर्शी संत की खोज करने को कहता है। आखिर कौन है वह तत्वदर्शी संत? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
Sat saheb ji
Sat saheb
Sat saheb ji ❤️❤️❤️❤️
Sat saheb ji ❤❤