जय जोहर जय सेवा भाई मैं बस्तर छत्तीसगढ़ से हूँ हमारे गांडा जाति का गोंड जाति के सभी रिती-निती , वेष-भुषा, रहन-सहन, बात- बोली, सभी एक है और प्रमाणित गांडा जाति की शोध कर्ता माननीय श्री राजराम त्रिपाठी के अथक प्रयासों से (ST) का दर्जा मिला हुआ है फिर भी आज तक st सूची में शामिल होना चाहिए था अब तक क्यों नहीं हुआ है। लेट होने का पता करनी पडे़गी।।
जय बुढ़ादेव मै बस्तर (कोंडागांव) से हूँ! भाई बस्तर के गांडा जाति के लोग ही सबसे ज्यादा आदिवासी संस्कृति परम्पराएँ बिल्कुल हुबहू मिलती है! हमारे गांडा जाति के लोगों का इष्ट देव बुढ़ादेव हैं,,, हम लोग दुल्हा देव नही जय बुढ़ादेव बोलते हैं! तो बस्तरिया लोग अगर आगे आकर इस पर ज्यादा ध्यान देंगे तो एसटी मे शामिल होना और आसान हो सकता है! जय बुढ़ादेव की! जय भीम! जय जिम्मेदारीन याया की! जय बस्तर माटी की!
क्यों लेना चाहिए है आप को ST में , आप लोगों को हमारी आदिवासियो की संस्कृति और रीति रिवाज भाषा इतिहास आदि व आदिवासी समाज की संस्कृति वेशभूषा पूर्वजों के बारे में तो आपको कुछ भी पता ही नहीं है, खाली ST का प्रमाण पत्र लगा कर! आप लोग SC जाती में क्यों नहीं जाते!
@@user-wb3sn4iu8lहम ऑलरेडी एससी हैं1950 के पहले थे,,किन्तु कुछ राजनीतिक साजिश के कारण हमें अलग कर दिया गया,,हम जबरदस्ती नहीं कर रहे हैं जो हमें बाबा जी ने हमें अधिकार दिया था अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं,, क्योंकि हमारा मांग हक का है,,
डांडा जाति के आज किसी भी प्रकार की आदिवासी संस्कृति नहीं है पूरी तरह से हिंदू संस्कृति को अपना लिए इस प्रकार यदि सरकार ऐसे से जातियों को जनजाति की सूची में रखे जाएंगे आदिवासियों को भारी नुकसान होगा इस प्रकार की कूटनीति हर राज्य में हो रही है।
हमारे गांडा जाति के लोग गोंडी बोली मे बात भी करते हैं,, हमारे आदिवासी भाईयों के साथ हमारे यहाँ टुंडा, मुंडा और कुंडा, के सामाजिक व्यवस्था व रीति नीति के साथ सभी सामाजिक परम्पराओं का निर्वाहन किया जाता है!
@@girish_shori हमारे अंदकुरी गांडा समाज का अपना गचुकिली बोली है! परंतु गोंडी बोली को भी समझते बोलते हैं,, ये कह रहा हूँ,, भाई मैं! हमारी अपनी बोली (भाषा) तो है !ही!
जिनको (हमारी )आदिवासियों की वेशभूषा संस्कृति और हमारी भाषा नहीं मालूम उनको आदिवासी में कैसे शामिल कर कर सकती है यह तो गलत है, हमारे रीति रिवाज हमारे पूर्वजों कहां से आए यह क्या बस खाली ST का प्रमाण पत्र लगाकर इनका फायदा उठाएंगे l इनको पिछड़ा वर्ग में या SC में क्यो नहीं समिलित करते हो क्योंकि एसी SC जाती में इन लोगों को शर्म आती हैं!
जय जोहर जय सेवा भाई मैं बस्तर छत्तीसगढ़ से हूँ हमारे गांडा जाति का गोंड जाति के सभी रिती-निती , वेष-भुषा, रहन-सहन, बात- बोली, सभी एक है और प्रमाणित गांडा जाति की शोध कर्ता माननीय श्री राजराम त्रिपाठी के अथक प्रयासों से (ST) का दर्जा मिला हुआ है फिर भी आज तक st सूची में शामिल होना चाहिए था अब तक क्यों नहीं हुआ है। लेट होने का पता करनी पडे़गी।।
Shivraj Chauhan sahab,Ganda jati ko ST jati ka darja dilane ki prayas prasansaniya hai iskelie apko very very thank you
जय बुढ़ादेव मै बस्तर (कोंडागांव) से हूँ!
भाई बस्तर के गांडा जाति के लोग ही सबसे ज्यादा आदिवासी संस्कृति परम्पराएँ बिल्कुल हुबहू मिलती है! हमारे गांडा जाति के लोगों का इष्ट देव बुढ़ादेव हैं,,, हम लोग दुल्हा देव नही जय बुढ़ादेव बोलते हैं! तो बस्तरिया लोग अगर आगे आकर इस पर ज्यादा ध्यान देंगे तो एसटी मे शामिल होना और आसान हो सकता है!
जय बुढ़ादेव की!
जय भीम!
जय जिम्मेदारीन याया की!
जय बस्तर माटी की!
पर हमारे रायगढ़ क्षेत्र के सम्मानीय जन प्रयास कर रहे हैं,, बहुत ही सराहनीय प्रयास है!
Jai budha dev
Hum sab apke sath h..
सर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश और उड़ीसा तीनो राज्यो में गाड़ा जनजाति को आदिवासी मे लाना चाहिए।
जय दूल्हा देव हम आपके साथ है सर
बिल्कुल सर जी मैं भी गाड़ा जाति से हुं!
हमें जरूर st me lena चाहिए,,
क्यों लेना चाहिए है आप को ST में , आप लोगों को हमारी आदिवासियो की संस्कृति और रीति रिवाज भाषा इतिहास आदि व आदिवासी समाज की संस्कृति वेशभूषा पूर्वजों के बारे में तो आपको कुछ भी पता ही नहीं है, खाली ST का प्रमाण पत्र लगा कर! आप लोग SC जाती में क्यों नहीं जाते!
@@user-wb3sn4iu8lहम ऑलरेडी एससी हैं1950 के पहले थे,,किन्तु कुछ राजनीतिक साजिश के कारण हमें अलग कर दिया गया,,हम जबरदस्ती नहीं कर रहे हैं जो हमें बाबा जी ने हमें अधिकार दिया था अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं,, क्योंकि हमारा मांग हक का है,,
@@user-wb3sn4iu8l ganda jati ka pujapat mai mul yogdan hai hamare yaha
बेहतरीन प्रयास सर
नो देना भाई आशीष जय जोहार
डांडा जाति के आज किसी भी प्रकार की आदिवासी संस्कृति नहीं है पूरी तरह से हिंदू संस्कृति को अपना लिए इस प्रकार यदि सरकार ऐसे से जातियों को जनजाति की सूची में रखे जाएंगे आदिवासियों को भारी नुकसान होगा इस प्रकार की कूटनीति हर राज्य में हो रही है।
Hamare yahan Ganda se jyada gond log Hindujm ko follow kar rahe hai, manniya Vishnu dev sai ji kanvar community se hai also followed to Hindujm,
हम आपके साथ है
Very good sir hum apke saath hai
हमारे गांडा जाति के लोग गोंडी बोली मे बात भी करते हैं,, हमारे आदिवासी भाईयों के साथ हमारे यहाँ टुंडा, मुंडा और कुंडा, के सामाजिक व्यवस्था व रीति नीति के साथ सभी सामाजिक परम्पराओं का निर्वाहन किया जाता है!
हमारी खुद की भाषा है अंदकूरी भाषा
@@girish_shori हमारे अंदकुरी गांडा समाज का अपना गचुकिली बोली है! परंतु गोंडी बोली को भी समझते बोलते हैं,, ये कह रहा हूँ,, भाई मैं! हमारी अपनी बोली (भाषा) तो है !ही!
@@dhanirammarkam4512हमारे अंदकुरी गाड़ा समाज की ओर से कोई प्रयास नहीं है आदिवासी में जाने के लिए बहुत ही दुःख की बात है।
Ham sab apke sath hai
𝑱𝒂𝒓𝒖𝒓 𝒔𝒊𝒓 𝒋𝒊....𝒔𝒕 𝒎𝒆
Bhai app ko pranam
Bhut sundar jai bhim
😀
Please sir Hamra ODISHA bahut problems hai
जिनको (हमारी )आदिवासियों की वेशभूषा संस्कृति और हमारी भाषा नहीं मालूम उनको आदिवासी में कैसे शामिल कर कर सकती है यह तो गलत है, हमारे रीति रिवाज हमारे पूर्वजों कहां से आए यह क्या बस खाली ST का प्रमाण पत्र लगाकर इनका फायदा उठाएंगे l इनको पिछड़ा वर्ग में या SC में क्यो नहीं समिलित करते हो क्योंकि एसी SC जाती में इन लोगों को शर्म आती हैं!
बिल्कुल आप सही कह रहे हैं,, भाई आप!
नमस्ते महोदय ❤ हम लोग कल 12 /03/2024 को गरियाबंद जिला में सभा होने जा रही है कृपया जो आ सकते है वो आ जाए❤
Apka thanks appka no. Sand kare......
SC से ST मे क्यों आना चाहते हो ? चौहान Gen मे आते हैं, इसकी मांग क्यों नही करते हो?