पूर्ण ब्रह्म कबीर अविनाशी कबीर परमात्मा हर युग में आते हैं ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18 कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर प्रभु) ही है।🙏
જય વંદે છોડ કબીર સાહેબ જગતગુરુ
Sat guru maharaj ki jay
bahut acha bhai very. good
बहुत खूब ।।
Sat saheb ji
Path of knowledge to get.....
छान जीवन सत्य
कक्का केवल नाम है बबबा बर्म शरीर रारा सब में रम रहा बको नाम कबीर 🙏सत साहेब 🌹
Gorakhpur
Sahab kisi bhi charanon mein कोटि-कोटि pranam
Osm
सत साहेब जी, nice
Shatru charanon mein कोटि-कोटि pranam
Gaffarkhan from
Awesome 👍🏻
पूर्ण ब्रह्म कबीर अविनाशी
कबीर परमात्मा हर युग में आते हैं
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर प्रभु) ही है।🙏
Thrl"l
The background song is irritating