सलाम उन विद्ववान रणनीतिज्ञों को,जिन्होंने विपक्षी राजनैतिक दलों के गठबंधन का पूरा नाम इस तरह रखा "INDIA" की प्रिय गूंज निकली? और खेल हो गया,घमंडी गठबंधन, घमंडिया और आख़िर में इन्डी गठबंधन, लेकिन गुस्सा था?शांत होने का नाम ही नहीं लेता? थी भी ऐसे ही बात? वह सारे Make in INDIA,चलो इन्डिया, उठो INDIA, बैठो INDIA और विदेशों में रह रहे भारतीयों को, विदेशीयों को भारत भ्रमण के लिए तैयार करने वाली योजना का नाम "चलो INDIA" आदि आदि सारी योजनाओं को लपेट कर रखने बंद करने पर मजबूर हो ना पड़ा? मोदी जी,का गुस्सा वाजिब है? उनके दसयों वन लाइनर INDIA जोड़ों और हैड लाईन बना लो? और झुंझलाहट में, लगभग150 सांसद को निलंबित कर INDIAN PENAL CODE से INDIA हटाया? दिल है शांत होने को तैयार नहीं? INDIA को पूरी तरह समाप्त कैसे करें? अपने लीगल एडवाइज़रों को और पूछा INDIA को कैसे समाप्त करें? सबने, गुस्सा और हताशा को पहचान कहा 400 सांसद जिता कर लाएं और संविधान बदल दें? देश का नाम बदल दें! और अहंकार में बोल दिया,अब की 400 पार? इस साज़िश को पहचान, राहुल गांधी और INDIA गठबंधन ने संविधान उठाया और दलितों,पिच्छडो, किसानों, युवाओं व अल्पसंख्यकों के बीच चले गए?और नतीजा 400 वाले शोर को देश ने, भाजपा को 240 पर ला पटका? उ०प्र०तो हारे ही और तो और " अयोध्या " जहां चारों शंकराचार्यों के विरोध कर आधे -अधूरे राम मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा के बावजूद " अयोध्या" में भी आपकी मनमानी के ख़िलाफ़ Mandate दिया? लेकिन झुंझलाहट और गुस्सा बढता जाता है? आने वाली,23 जौलाई 2024 से संसद का सत्र की ख़बर है। बजट सत्र से लगभग 13 दिन पूर्व " आपातकाल को संविधान का हत्या दिवस" मनाने वाला अध्यादेश लाकर ग़ज़ट कराना, कैबिनेट में प्रस्ताव आया या आया अभी सवालों के घेरे में हैं? अभी लगभग 20 दिन पूर्व,आपने महामहिम राष्ट्रपति के मुंह से " आपातकाल"की निन्दा कराई? लोकसभा में स्पीकर महोदय, ने (गुस्से को शांत करने हेतु) आपातकाल के ख़िलाफ़ निन्दा प्रस्ताव पारित कराया? गुस्सा शांत नहीं हो रहा? हुक्म हुआ और आपातकाल पर न्या अध्यादेश जारी और ग़ज़ट हो गया? अभी एक महीने से कुछ ज़्यादा दिन पहले ही प्रधानमंत्री जी,स्पीकर साहब और मंत्रीयों ने "संविधान की शपथ" ली देश ने देखा! अगर आपातकाल में संविधान की हत्या हो चुकी थी ?तो संविधान का पुर्नजन्म कब हुआ?क्या मृत(पवित्र)संविधान की शपथ ले रहे थे? भारतीय संविधान कब, भाजपा की भाषा में " प्राण प्रतिष्ठा" की गई? स्व.मोरारजी भाई सरकार और (जनसंघ घटक वाली)जनता पार्टी?बीच की कांग्रेस सरकारों को छोड़ दें।1989 भाजपा समर्थित वी.पी. सरकार और इन सब से अधिक अटल जी की N.D.A.सरकारो और सब से उपर 2014 से 2024 तक की मोदी सरकार क्या सो रही थी? या आपातकाल का चैप्टर भारतीय राजनीति के इतिहास में न्या पता चला है? गुस्सा और झुंझलाहट? हमारा प्रधानमंत्री और भाजपा से विनम्र अनुरोध है गुस्सा थूकें और कुंठा -हताशा से बाहर निकलें। जनादेश को समझें, जनादेश आप को निर्देशित कर रहा है आप सरकार चलाएं लेकिन विनम्रता के साथ और विपक्ष के जनादेश है संसद में,मज़बूती से अपना पक्ष रखें।
हत्या हमेशा दिमाग में घूमती रहती हैं, गोधरा कांड, हरेन पंड्या हो या जसटीस लोया, 700 किसानों और मणिपुर की सेंकड़ों हत्याएं , हाथरस की घटनाएं ये सारे उदाहरण जिनके आसपास घूमती रही है उनको हत्या दिवस ही याद आता है।
Well said absolutely hit the nail on the head 👌👌👌
Very good discussion
सलाम उन विद्ववान रणनीतिज्ञों को,जिन्होंने विपक्षी राजनैतिक दलों के गठबंधन का पूरा नाम इस तरह रखा
"INDIA" की प्रिय गूंज निकली?
और खेल हो गया,घमंडी गठबंधन, घमंडिया और आख़िर में इन्डी गठबंधन, लेकिन गुस्सा था?शांत होने का नाम ही नहीं लेता?
थी भी ऐसे ही बात? वह सारे Make in INDIA,चलो इन्डिया, उठो INDIA, बैठो INDIA और विदेशों में रह रहे भारतीयों को, विदेशीयों को भारत भ्रमण के लिए तैयार करने वाली योजना का नाम "चलो INDIA" आदि आदि सारी योजनाओं को लपेट कर रखने बंद करने पर मजबूर हो ना पड़ा?
मोदी जी,का गुस्सा वाजिब है? उनके दसयों वन लाइनर
INDIA जोड़ों और हैड लाईन बना लो?
और झुंझलाहट में, लगभग150 सांसद को निलंबित कर INDIAN PENAL CODE से INDIA हटाया?
दिल है शांत होने को तैयार नहीं?
INDIA को पूरी तरह समाप्त कैसे करें?
अपने लीगल एडवाइज़रों को और पूछा INDIA को कैसे समाप्त करें? सबने, गुस्सा और हताशा को पहचान कहा 400 सांसद जिता कर लाएं और संविधान बदल दें? देश का नाम बदल दें!
और अहंकार में बोल दिया,अब की 400 पार?
इस साज़िश को पहचान, राहुल गांधी और INDIA गठबंधन ने संविधान उठाया और दलितों,पिच्छडो, किसानों, युवाओं व अल्पसंख्यकों के बीच चले गए?और नतीजा 400 वाले शोर को देश ने, भाजपा को 240 पर ला पटका?
उ०प्र०तो हारे ही और तो और " अयोध्या " जहां चारों शंकराचार्यों के विरोध कर आधे -अधूरे राम मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा के बावजूद " अयोध्या" में भी आपकी मनमानी के ख़िलाफ़ Mandate दिया?
लेकिन झुंझलाहट और गुस्सा बढता जाता है?
आने वाली,23 जौलाई 2024 से संसद का सत्र की ख़बर है।
बजट सत्र से लगभग 13 दिन पूर्व " आपातकाल को संविधान का हत्या दिवस" मनाने वाला अध्यादेश लाकर ग़ज़ट कराना, कैबिनेट में प्रस्ताव आया या आया अभी सवालों के घेरे में हैं?
अभी लगभग 20 दिन पूर्व,आपने महामहिम राष्ट्रपति के मुंह से " आपातकाल"की निन्दा कराई? लोकसभा में स्पीकर महोदय, ने (गुस्से को शांत करने हेतु) आपातकाल के ख़िलाफ़ निन्दा प्रस्ताव पारित कराया?
गुस्सा शांत नहीं हो रहा? हुक्म हुआ और आपातकाल पर न्या अध्यादेश जारी और ग़ज़ट हो गया?
अभी एक महीने से कुछ ज़्यादा दिन पहले ही प्रधानमंत्री जी,स्पीकर साहब और मंत्रीयों ने "संविधान की शपथ" ली देश ने देखा! अगर आपातकाल में संविधान की हत्या हो चुकी थी ?तो संविधान का पुर्नजन्म कब हुआ?क्या मृत(पवित्र)संविधान की शपथ ले रहे थे?
भारतीय संविधान कब, भाजपा की भाषा में " प्राण प्रतिष्ठा" की गई?
स्व.मोरारजी भाई सरकार और (जनसंघ घटक वाली)जनता पार्टी?बीच की कांग्रेस सरकारों को छोड़ दें।1989 भाजपा समर्थित वी.पी. सरकार और इन सब से अधिक अटल जी की N.D.A.सरकारो और सब से उपर 2014 से 2024 तक की मोदी सरकार क्या सो रही थी? या आपातकाल का चैप्टर भारतीय राजनीति के इतिहास में न्या पता चला है? गुस्सा और झुंझलाहट?
हमारा प्रधानमंत्री और भाजपा से विनम्र अनुरोध है गुस्सा थूकें और कुंठा -हताशा से बाहर निकलें।
जनादेश को समझें, जनादेश आप को निर्देशित कर रहा है आप सरकार चलाएं लेकिन विनम्रता के साथ और विपक्ष के जनादेश है संसद में,मज़बूती से अपना पक्ष रखें।
Rahul ne INDIA naam rakha tha
👍
हत्या हमेशा दिमाग में घूमती रहती हैं, गोधरा कांड, हरेन पंड्या हो या जसटीस लोया, 700 किसानों और मणिपुर की सेंकड़ों हत्याएं , हाथरस की घटनाएं ये सारे उदाहरण जिनके आसपास घूमती रही है उनको हत्या दिवस ही याद आता है।
They really want to change sambidhaan really. So doing this
Ekdin bhi nahi,
EMERGENCY KA SAMAY AAJ KE AGHOSHIT DICTATORSHIP KE SAMAY , SE BAHUT BEHTAR THAA,
God bless Rahul
Hatyara to hatyara diwas manayega hee.
25 July ko Rojgar diwash manaya jayega..
NAFFRAT KE DUNIYAN KO CHHOR KE PYAT KI DUNIYAN MEIM KHUSH REHENA YAR.
Iam enjoying your coments
इमरजेंसी का समर्थन कोन कर रहा था उस समय?
2024 mein Samvedhan bachao ka BJP ke khilaf opposition ne phailaya uske bad BJP ko Samvidhan Hathya ka khayal aaya
Ek insaan ho pada likhna ho wo jahil kahlata hai aur padha likha insaan jab jihalat kibat kare woh maha jahil hota hai
Modi ji's birthday may be celebrated as "gadfon se prerna " diwas..
Hatya is part of profession a Kashai/ Bucher . " Budah mare ya Jawan Kashai ko Hataya se matlab" . Alakh Niranjan
SP KI BIVI KO CHEDNE WALA BHI "VAJEEFA" LE RAHA HAI.. BHAI FIR TO EMARGENCY ACCHI THI 😜😜🤣🤣