मक्का में जो हुआ वो अगर, अयोध्या में हो जाता फिर ? | Makkah Hajj 2024 Live

Sdílet
Vložit
  • čas přidán 22. 06. 2024
  • मक्का में जो हुआ वो अगर, अयोध्या में हो जाता फिर ? | Makkah Hajj 2024 Live
    makkah live today now
    makkah live today now 2024
    makkah live news
    makkah mein toofan
    #makka
    #mecca
    #top5
    #top10
    #factmantra
    today in this video see about makkah hajj 2024 live top trending topic in hindi also see makkah live today now and makkah live today now 2024 and makkah live news and makkah mein toofan fully explanation in hindi
    Social Network :-
    FB Page - / factmantraofficial
    Instagram :- / factmantraofficial
    For Any Copyright Concerns Contact Us at factmantra2020@gmail.com We will act upon your query immediately
    Copyright Disclaimer
    Disclaimer - Some contents are used for educational purpose under fair use. Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research.Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
    I am not owner of any content which i used in my video all resource like picture or video from google or any other helpful site which help us to explain our video nicely or deeply so i credit to my all work to google or any other sites . if i used any other's content then i will definitely credit to him thanks i hope all owner understand to me if i used some content in my videos
    Thank You

Komentáře • 24

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny +2

    गर्व है अपने उन पूर्वजों पर जिन्होंने तलवार के डर से भी सलवार नहीं पहनी, दया है अपने उन पूर्वजों पर जो मजबूर थे, डर कर सलवार पहननी पड़ी, शर्मिंदा हैं उन औलादों पर जो अपने पूर्वजों की चीख़ों को महसूस नहीं कर रहे। उनकी आत्मा कह रही होंगी कैसी औलाद हैं जो अपने पूर्वजों पर अत्याचार करने वालों का ही गुणगान कर रहे हैं। लानत है ऐसी औलाद पर । मजबूर हम थे, तुम तो मजबूर नहीं हो।

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny +2

    मेरे मुस्लिम भाइयों व बहनों, आप सभी आपके अपने व आपके पूर्वजों के धर्म सनातन में हम सभी भाई व बहनों की तरफ से घरवापसी हेतु सादर आमंत्रित हो।

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny +1

    जब कोई परिवार का सदस्य घर छोड़कर बाहर कमाने जाता है , तो पूरा परिवार बहुत खुश रहता है सोचता है हमारा सदस्य अच्छी कमाई करेगा। परिवार का पालन पोषण करेगा। लेकिन जब परिवार को मालूम पड़ता है ,कि हमारा सदस्य तो बाहर जाकर लुटेरों, बलात्कारियों, हत्यारों के चुंगल में फंस गया है, तो पूरा परिवार उसे वापस लाने के लिए तत्पर हो जाता है। इसी प्रकार जबतक हमें इस्लाम की सच्चाई मालूम नहीं थी. तबतक हमने अपने मुस्लिम भाइयों व बहनों को वही उस दलदल में रहने दिया , लेकिन अब हमें इस्लाम की पूरी सच्चाई मालूम पड़ गई है। इसलिए अब हम अपने भाइयों व बहनों को किसी भी हाल मैं उस दलदल में नहीं रहने देंगे। चाहे हमें उसके लिए कुछ भी करना पड़े.

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny +1

    मेरे मुस्लिम भाइयों व बहनों , जिन लुटेरों ने आपके प्यारे देश, सोने की चिड़िया कहे जाने वाले देश को लुटा। आज आप उन्हीं लोगों की विचारधारा को आगे बढ़ाने में लगे हुए हो। क्या आप लोगों को शर्म नहीं आती कि जिन लोगों ने हमारे घरों को लुटा। केवल लुटेरों ने हमारे धन को ही नहीं लुटा। उन्होंने हमारा मान, सम्मान ,मर्यादा, स्वाभिमान हमसे सबकुछ लूट लिया। आज हम उन्हीं लुटेरों का महिमामंडन सुबह से लेकर शाम तक करते रहते है। अपने मन को एकाग्र कर एक बार जरूर सोचना।

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny +1

    जब हम कोई भी बुरा काम करते है , तो हम दिनभर उसी टेंशन में उलझे रहते है, जैसे सट्टा, जुवा, चोरी आदि। इन सब कामों में उलझा व्यक्ति को किसी अन्य काम में मन नहीं लगता है। उसका दिमाग केवल इन्हीं गलत कामों में भटकता रहता है। ठीक उसी प्रकार इस्लाम अपनाने वाला व्यक्ति भी दिनभर केवल इस्लाम में ही उलझा रहता है। उसे कभी भी शांति नहीं मिलती। लेकिन जैसे ही वह इस्लाम को छोड़ता है , वैसे ही उसे रिलैक्स महसूस होता है। ये आप एक्स मुस्लिम बनने वालों से पूछ सकते हो। क्योकि जब इस्लाम धर्म ही गलत नियमों पर बना है , तो इस्लाम से शांति कैसे मिलेगी।

  • @RakeshRaju-jl9qj
    @RakeshRaju-jl9qj Před 6 dny +1

    अब दुनिया मे बुहत हीं खतरनाक टाईम चाल रहा है और सारी दुनिया पर भरी है वो चहा सौदी अरब हो या कोई भी देश कोई भी मालूम नहीं की कब कहा हो जाए जय श्री राम भारत माता की जय जय हिन्द 🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

  • @chanchalbenpatel8023
    @chanchalbenpatel8023 Před 5 dny +1

    Jay SREE RAM Jay SREE RAM Jay SREE RAM Jay SREE RAM Jay SREE RAM Jay SREE RAM

  • @mahabirkurmi1410
    @mahabirkurmi1410 Před 4 dny

    100%.ok.bole.aap

  • @sumenkb9336
    @sumenkb9336 Před 6 dny +2

    🇳🇵🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @NarendraSaini-mz7jp
    @NarendraSaini-mz7jp Před 5 dny

    Makesbr mahadeb ki jy hind bharat ki jy

  • @mdriase12
    @mdriase12 Před 5 dny

    Jay Shri Ram Jay Hanuman Vande Mataram 🎉🎉❤❤

  • @atmaramhadap6867
    @atmaramhadap6867 Před 5 dny

    Jay shree ram jai hanuman

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny

    आक्रमणकारी जब अधिकतर देशों में लोगों को इस्लाम में कन्वर्ट करने के बाद जब अपने बच्चों के पास गए होंगे तो उन्होंने अपने बच्चो को बताया होगा कि अब आपको रोजी रोटी की चिंता नहीं करनी है. हमने गुलामों को तैयार कर लिया है , जो हर वर्ष हमारे देश मैं हज के लिए आएंगे। व अरबों रूपए देकर जायेंगे।

  • @user-gc6fh9un6m
    @user-gc6fh9un6m Před 6 dny

    Jai shree Ram

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny

    मेरे मुस्लिम भाइयों व बहनों , क्या आप आज ऐसी विचारधारा पर गर्व करते है , जो लूटपाट, बलात्कार, हत्या, महिलाओं का अपमान, वेश्यावृत्ती, गुलामी आदि को जायज ठहराती है। यदि आपका उत्तर हाँ है , तो आप लोगों को तुरंत ही ऐसी विचारधारा को छोड़ अपने पूर्वजों के धर्म सनातन में आ जाना चाहिए. यदि आपका उत्तर न है तो इसका मतलब है कि आपने कुरान व हदीसें ठीक से नहीं पढ़ी है।

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny

    इस्लामी जिहाद (M. A. Khan) page no 17 जहां तक मुसलमानों और काफिरों के बीच संबंध की बात है, तो इस बारे में महान अल्लाह के शब्द ये हैं: “हम तुम्हें (काफिरों अर्थात गैरमुसलमानों को) अपनाने से अस्वीकार करते हैं। जब तक कि तुम केवल अल्लाह को ही न मानने लगो, हमारे मध्य शत्रुता व घृणा बनी ही रहेगी।' इसलिये शत्रुता है, और यह शत्रुता हृदय में बैठे भयानक विद्वेष का साक्षी है। और यह भयानक शत्रुता तभी रुकेगी, जब यदि काफिर इस्लाम के प्रभुत्व के समक्ष आत्मसमर्पण कर दें, अथवा यदि उसका रक्त बहाया जाना वर्जित किया गया हो, अथवा यदि उस समय में मुसलमान दुर्बल अथवा असमर्थ हों। किंतु यदि हृदय से (काफिरों के प्रति) घृणा का लोप हो जाता है, तो यह बड़ा कुफ्र है! सर्वसामर्थ्यवान अल्लाह द्वारा अपने रसूल को कहे गये ये शब्द सच्चे संबंध के बारे में अंतिम अभिवचन का वर्णन है: हे रसूल! काफिरों व मुनाफिकों से जंग करो और उनके प्रति कठोर व निष्ठर रहो । उनका ठिकाना जहन्नुम (नर्क) है, उनकी नियति बहुत बुरी है!” इस प्रकार काफिरों और मुसलमानों के बीच संबंध का मूलतत्व व आधार ऐसा है। काफिरों के विरुद्ध मुसलमानों की जंग, शत्रुता व घृणामूलक व्यवहार हमारे मजहब का आधार है. यही है इस्लाम की सच्चाई।

  • @ShilpiDevi-js8uu
    @ShilpiDevi-js8uu Před 6 dny +1

    Jay Shri Ram

  • @Sssameer9140
    @Sssameer9140 Před 4 dny

    Aisa kuchh nahin hai ekadam galat bol rahe ho tum koi bhi Dharm kisi Ko nahin sikhata Bura bolna Muslim aadami agar koi galat kam kar deta hai usko Kitna Jalil aur Badnaam Kiya jata hai aur fashi umra kaid ki saja Di jaati hai aur agar Hindu ne kuchh galat kam Kiya to uske mamle ko rafa dafa karke chhod diya jata hai ye to galat baat hai na jitna Hindu ka samaj ka hak hai utna hi Muslim samaj ka bhi hak hai donon samaj Ko barabari se dekhna chahie

  • @sanjayshukla7050
    @sanjayshukla7050 Před 5 dny

    मेरे मुस्लिम भाइयों व बहनों (परिवारजनों), मैं केवल आपका १ महीने का समय चाहता हूँ. उसमें आपको केवल इतना करना है कि आपको संकल्प लेना है १ माह तक मैं एक्स मुस्लिम बनकर रहूँगा. मुझे इस समय में इस्लाम से लेना देना नहीं रहेगा. इस दौरान मैं सभी धर्मों के लोगों को समान समझूंगा. इस्लाम के किसी भी नियम का पालन नहीं करूँगा. १ माह बीत जाने के बाद मैं देखूंगा कि एक्स मुस्लिम बनने से मुझे क्या फायदे हुए व क्या नुकसान हुए। यदि १ माह में संतुष्टि प्राप्त नहीं होती है तो आप उसे १ माह और बड़ा सकते है। यदि आपको फायदा नजर आये व आपको आपके अल्लाह कोई नुकसान नहीं पंहुचा पाए हो तो आप एक्स मुस्लिम परमानेंट बन सकते है या किसी अन्य धर्म को अपना सकते हो अन्यथा कलमा पढ़कर फिर से मुसलमान बन जाये. ऐसा करने पर आपको ये बातें गुप्त रखनी है। किसी अन्य को बताना नहीं है. क्या आप १ महीने के लिए इंसानियत के लिए ऐसा कर सकते हो ?