क्या देश का संविधान केजरीवाल के लिए अलग है?
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- čas přidán 6. 05. 2024
- Will the country's Constitution be different for Kejriwal?
क्या देश का संविधान केजरीवाल के लिए अलग है?
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About Vijay Sardana:
➢Advocate, Supreme Court of India, Delhi High Court, National Green Tribunal and Tribunals
➢Independent Director on Corporate Boards & on Expert Committees Techno-legal, Techno-commercial & Techno-Economic Policy Expert
➢Agribusinesses Value Chain Investment Strategy & Trade Advisor
➢Research & Innovation Management Advisor
Alumni of PGDM (IIM, Ahmedabad), LLB, M.Sc. (Food Tech) (CFTRI), B.Sc. (Dairy Tech), IPR (WIPO); PGD in Arbitration, Intl. Trade Laws & Alt. Dispute Resolution (ILI, New Delhi), ESG (CFI, US); Intl. Trade Laws (UNCITRAL, Vienna), Contract Law (Yale, USA); Justice (Harvard), International Environmental Laws; Negotiation Strategy (Michigan), Bankruptcy Law (Moscow), Ph.D. (Circular Bio-economy) (in progress) (JGU)
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केजरीवाल को बेल नहीं मिलनी चाहिए।यह देश और समाज के लिए बहुत ही घातक होगा
मियां लार्ड बेल देने का मन बना चुका है
कोई क्या कर सकता है
✅️
जय श्री राम 💐🙏,कृपया मतदान अवश्य करे और सभी को प्रेरित करे धन्यवाद महोदय
Sir , agar kejerwal ko bail mil jati hai NiA case hone ke bavjood .To is hisab se amritpal ko bhi bail milni chahiye NIA ke against
सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति और संपति की जाँच अब जरूरी हो गई हैं।
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सही कहा आपने। सभी जज और सरकारी वकीलों सहित न्यायालय में कार्यरत कर्मचारियों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए।
SC लाखों केस pending है परन्तु केजरी के केस के सुनवाई के लिए तुरंत time. मिल जाता है। निर्लज्ज cm के लिए है। जय श्री राम।
Bilkul sahi kahaa hai aapne! Bahut sharm kee baat hogi agar is beimaan Makkar ko raahat milte hai! Ab baad baad mein jab uske saare gunaah siddh ho jaaenge, ye Makkaar kahega a ki main CM hoon, mere Binaa sarkar nahi chal sakeygi isliye mujhe saza nahi milne hogee!
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कोर्ट को देश के अन्य केसों की चिंता नही पर केजरी पर वोसेस प्यार ही
Nirlajj sirf kejriwal nahi SC sabse jyada nirlajj hai.
Aur fir kahte hain.... ham nyayadheesh hain. Waah re desh ke nyaytantra....sirf bade logo ke liye.....
क्या सुप्रीम कोर्ट के लिए निचली अदालतों की कार्रवाई और कथन कोई मायने नहीं रखता हर समय सुप्रीम कोर्ट के जज निचली अदालतों के जजों को धता साबित करने में क्यों लगे रहते हैं ये एक बहुत बड़ा सवाल है
सरदाना जी अगर सुप्रीम कोर्ट ने इस नटवरलाल को अंतरिम जमानत दे दी तो सुप्रीम कोर्ट की ये जानबूझ कर की गई बहुत बड़ी ग़लती होगी जो एक ग़लत परम्परा की शुरुआत होगी
जय श्री राम 💐🙏 ,कृपया मतदान अवश्य करे और सभी को प्रेरित करे धन्यवाद महोदय
ये जजों की भ्रष्ट सोच दिख रही है, ऐसे जजों की वजह से लालू यादव, तीस्ता सीतलवाड़, राहुल गांधी, सोनिया गांधी छुट्टा घूम रहे हैं ।
जय श्री राम 🙏,कृपया मतदान अवश्य करे और सभी को प्रेरित करे धन्यवाद महोदय
जेल के सभी कैदियों को भी वोट देने के लिए बैल मिलनी चाहिए।
विजय सरदाना साहब नमस्कार आप एक महान विशेषज्ञ
शराबघोटाले के मनीष सिसोदिया, क. कविता और अन्य जेल में बंदी बिजय नायर और अन्य को भी बेल मिलना चाहिए, क्योंकि घोटाले के सरगना मिल रहा है। लगता है न्यायव्यवस्था बदल रही है केजरीवाल के कारण ।
सुप्रीम कोठा अपनी विश्वसनीयता खो चुका है।
True
😂😂😂😂
चंदा बाई का कोठा काँगियों, आपियों और वामियों के सुरक्षित छिपने का स्थान है। यहाँ के कोठे में मुज़रे में कोई भी चमत्कार हो सकता है 😡😡
Right
100%
मुझे तो ऐसा लग रहा है, जैसे सर्वोच्च न्यायालय स्वतः केजरीवाल की वकील हो गयी है.
100℅ सही कहा है।
Devils advocate
ऐसा ही कुछ लगता है, ज़मानत मांगी नहीं तो देना क्यूँ चाहते है
No Sir. That is the sure way by the judges to see that no loopholes are left out.
No iterimbail
किसी भी सूरत मे बेल नही मिलना चाहिय। SC भी अब रसूखदार और आम आदमी मे फर्क करने लगा है और यह संविधान का अपमान है साथ ही इस महान देश का दुर्भाग्य है।
हमारे कोर्ट के जजॉन की आंखों पर पट्टी बांध गई है,जब अपराधी ने जमानत के लिए प्रार्थना ही नही की जा रही है तो क्यों सुप्रीम कोर्ट के जज उसी के वकील बन रहे है।
अगर सुप्रीमकोर्ट छूट देता हैं तो वो अपनी विश्वसनीयता खो देगा।
विश्वसनीयता गई तेल लेने
मालदार क्लाइंट है भाई
अजी ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा
Yes very true
Bilkul sahi
Kitne main deal hua??????
सुप्रीम कोर्ट से जनता का विश्वास उठ चुका है।
अगर केजरीवाल को जमानत मिलती है तो कोई भी नेता अपने पद से इस्तीफा नहीं देगा फिर नैतिकता गई भाड़ में
क्या न्यायालय सुनिश्चित करेगा की बाहर आने पर कट्टर साहब सिर्फ प्रचार करेंगे? सबूतों से छेड़छाड़ का क्या ??
CM को यह विशेषाधिकार, सिर्फ चुनाव प्रचार के लिए जमानत दुर्भाग्यपूर्ण
ऐसा लगता है कि डीप स्टेट की पकड़ सुप्रीम कोर्ट पर भी है।
well said but All are communist mindset.Sarkar apka hai par system hamara hai
Absolutely true.
It will be extremely shameful if the Supreme Court is lenient towards a man with so many extremely serious charges and massive evidence against him, and allows him out of prison. Granting him freedom, (even if it’s temporary), will be disastrous. Why? Because it will give him total freedom to tamper with and destroy vital evidence as he, (and his cronies) have been doing all along!
Vijay ji, as a leading lawyer, please do ALL IN YOUR POWER TO EXERCISE THE UTMOST PRESSURE TO STOP 🛑THIS HIGHLY UNSCRUPULOUS MAN FROM GETTING ANY FREEDOM!
But let’s hope that it’s only a small fraction that’s part of that terrible nexus if it exists at all!
Exactly bro 👈👍
You got the point
बिलकुल नहीं। एक बार बेल देदी तो केजरीवाल पर कोई अपराध साबित नहीं हो सकता. यह बहुत शातिर है.
This bail is highly illegal it should not be why judges are worried about election campaign will they like to vote person like kejriwal for Loksabha?
यह सब बड़ा ही अजीब सा न्यायालय की कोशिश है जो वेसे ही किसी बाहरी दबाव से प्रभावित लगती है क्योंकि केस में जमानत का कोई जीकरा था ही नहीं और न जमानत माँगी थी उससे कई परोक्ष सवाल पैदा होते हैं. यह सब दुर्भाग्यपूर्ण घटना से जनता का न्याय में विश्वास डिगमगायेगा और न्याय व्यवस्था कमजोर होगी. केजरीवाल से इस्तीफ़े के लिए क्यों नहीं कहा कोर्ट ने?
लगता है , आप के नेता बारबार कहते हैं की संविधान बचाने के लिए लड़ रहे हैं चुनाव, तो लड़ाई सुप्रीम कोर्ट के जज कर रहे हैं , वाह रे देश का कानून और न्यायव्यवस्था !
केजरीवाल ने तो बेल मांगी ही नहीं थी, विश्वसनियता पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है
कदापि छूट नही देनी चाहिए नटवरलाल को।
बेल के लिए आवेदन न करने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट बेल पर विचार कर रहा है तब ऐसा लगता है कि कोर्ट बेल देने को लालायित है।
केजरीवाल को जमानत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट की व्यग्रता और आतुरता आश्चर्यजनक है, देश में आम और खास आदमी 😅के लिए अलग अलग कानून हैं।
क्या कोर्ट के जज ऐसे नेता को वोट देंगे ??? दिल्ली के हर विभाग में कुछ ना कुछ घोटाले हुए हैं । ख़ुद किसी भी विभाग को अपने हाथों में नहीं रखा है , नियत यहीं से संदेह जनक हो जाती है ।
Shame shame! Aisaa bilkul nahi hona chaahiye!
जय श्री राम 💐🙏,कृपया मतदान अवश्य करे और सभी को प्रेरित करे धन्यवाद महोदय
इसके जैसा शातिर दिमाग़ वाला आज तक कोई नहीं है ।
Is late means free of all charges. ?
Bhai isme dimaagh waali koi baat nhi h...baat ye h ki supreme court isko chhodne pe utaru ho gya h...aur ye natwarlal public money ka galat use kr ke poore system ka fayda utha rha h... aapke paas paisa hga to aap bhi sab kuchh khareed lenge... supreme court isko protect kr rha h varna ek hi faisle me sara khel khatam tha...
शातिर नहीं धूर्त है यह
सुप्रीम कोर्ट को बिना मांगे बेल ऑफर करना जजों की न्याय प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा है। वैसे भी जमानत के लिए राजनेताओं तथा आम आदमी के लिए क्या अलग कानून है।
न्यायाधीशों के न्याय पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगना चाहिए किंतु फिर भी जिस चीज की याचना ही नहीं की जा रही है उसे देने का प्रयास क्यों किया जा रहा है,?
अपना तो न्यायिक व्यवस्था से विश्वास ही उठ जाएगा
धनवान, भ्रष्टाचारी,गद्दार, आतंकवादी के लिये अलग और सुविधासम्पन्न है हमारी कानून व्यवस्था।
तभी तो तीस्ता के लिये 3 घंटे में 2 बेंच गठित हुई थी ना. और हम जैसे साधारण लोगों के लिये सिर्फ़ तारीख पर तारीख
@@hemantldesai7166जय श्री राम 💐🙏,कृपया मतदान अवश्य करे और सभी को प्रेरित करे धन्यवाद महोदय
जजों की नियुक्ति पर बहुत बड़ा सवाल है
केजरीवाल के लिए कोई भी आधार नहीं बनता है , जैसा कि ई डी सबूत कोर्ट में पेश हुए हैं।
कोर्ट से जमानत मिलने पर अपराधियों के हौसले बुलंद होंगे, जमानत बिलकुल नहीं मिलनी चाहिए बल्कि कड़ी सजा होनी चाहिए
मुझे तो सुप्रीम कोट के फैसले से डर लगता हैं
केजरीवाल ने अर्जी लगायी थी कि गिरफ्तारी गलत है। सुनवाई वहीं तक सीमित रखनी चाहिए सुप्रीम कोर्ट को। सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वत:जमानत के लिए सुनवाई करना एक पक्षपात रवैया है और यह एक गलत आचरण होगा सुप्रीम कोर्ट का।
अब लग रहा है कि देश में मुख्यमंत्री के लिए अलग कानून बन जाएगा।अर्जी लगाए बिना ही सुप्रीम कोर्ट अंतरिम जमानत देने पर जोर देता है तो अनेक सवाल खड़े होते हैं ।यदि अति संपन्न मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारी होने के बावजूद जमानत दी जा सकती है ।कानून का मजाक होने जा रहा है ।
जमानत मांगी नहीं है लेकिन फिर जमानत देने या न देने पर विचार चल रहा है।
किसी ने सच ही कहा है कि , नीति और न्याय सब लक्ष्मी जी के खिलौने हैं।
डीप स्टेट की भयंकर पकड़ का विराट स्वरूप आज सुप्रेम कोर्ट में देखने को मिला
????
केजरीवाल के लिये देश का संविधान अलग नहीं है जज अलग हैं तीस्ता सीतलवाड़ इसका उदाहरण हैं..जय श्री राम ।
केजरीवाल एक सक्षम सीएम है जो करोड़ों रुपए अपनी पैरवी पर खर्च कर सकते हैं इसलिए कभी हाईकोर्ट में कभी सुप्रीम कोर्ट में हर दूसरे दिन उनका केस सुना जा रहा है।इसे महत्वपूर्ण केस कहा जाता है।
शायद ये जजेस केजरीवालके कट्टर मतदाता होंगे. सामान्य आदमीके लीये अलग न्याय और केजरीवालके लीये अलग ऐसी इनकी न्याय पधदति है.
It's time to review our judiciary system. Home department should take strong action against this attitude of SC where judges give special privileges to accused like kejriwal
सरदाना जी सुप्रीम कोर्ट ममता बनर्जी, गांधी परिवार और केजरीवाल पर हमेशा नर्म रुख अपनाती है और अब केजरीवाल को जमानत देने के मामले में तो सुप्रीम कोर्ट संविधान की धज्जियां उड़ानें को तत्पर दिखाई दे रही है इससे सुप्रीम कोर्ट भी शक के दायरे में आ गया है।
जय श्री राम 💐🙏,कृपया मतदान अवश्य करे और सभी को प्रेरित करे धन्यवाद महोदय
Right
ज़मानत की तो बात ही नहीं.........वर्च्युअली पेशी भी नहीं, उसकी तो कोर्ट पेशियां भी जेल में ही होना चाहिए। कभी कभी जज साहब को भी तो श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन का अवसर मिले
जब अन्तरिम बेल की याचना ही नहीं की गई है तो अन्तरिम बेल के लिए विचार क्यों किया जा रहा है। याचिका अवैध गिरफ्तारी के लिए की गई है उसी पर विचार करना चाहिए
How the judiciary is conducting itself in recent times is well known to the public at large .
कोर्ट केजरीवाल पर इतनी मेहरबान क्यों,,, हैं ,,, वो बेल नहीं मांग रहा हैं,, फिर भीं न्यायालय,,, हम बेल पर विचार कर सकते हैं,,,???? ये बात कुछ हजम नहीं हो रही है ???
Correct . Why SC is becoming partial for certain political people where common poor people of country are interested in justice.
In the Supreme Court he’s seeking interim bail. In the high court he challenged the arrest. SC should take cognisance of this too that how can one change the petition while challenging the decision of a HC to SC.
जब उसने एप्लीकेशन ही उसने अवध गिरफ्तारी की लगाई है तो अंतरिम बेल पर सुनवाई क्यों?😢😢
बजाय वेल के सुप्रीम कोर्ट को केजरीवाल को ये फटकार लगानी चाहिए थी की उसने अब तक स्टीफा क्यों नहीं दिया है?
Yes
ये सुप्रिम कोर्ट के अधिकार के बाहर है
बेल नहीं मिलना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट पक्षपाती है।
अब जेल मे बंद अन्य नेताओं को भी तुरंत बेल एप्लीकेशन डाल देना चाहिए, देखते है सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला लेता है।
बिल्कुल नहीं मिलनी चाहिए। परन्तु सुप्रीम कोर्ट के जजों पर कोई भरोसा नहीं। आजकल मोदी सरकार से संबंधित मामलों में वे जज कम और राजनीतिक ज्यादा दिख रहे है
चंदा बाई का कोठा काँगियों, आपियों और वामियों के सुरक्षित छिपने का स्थान है। यहाँ के कोठे में मुज़रे में कोई भी चमत्कार हो सकता है 😡😡
नही नही कतई नहीं मिलनी चाहिए । कोर्ट को चाहिए की नागरिकों का भरोसा बनाए रखे ।
अगर सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति के लिए अलग (विशेष) कानून हो सकता है, तो नेताओं के लिए अलग कानून क्यों नहीं हो सकता है ?
हद हो गई ऐसा लगता है देश की न्यायिक वयवस्था शायद केवल केजरीवाल के लिए ही बची है
खुब दबा कर भ्रष्टाचार करो ओर ले दे कर छुट जाओ ,, केजरीवाल इस का उदाहरण हैं, , जय हिन्द
ये तो देखने वाली बात है कि अदालत कानून के हिसाब से चलेगी या कुछ व्यक्तियों के निजी विचारों से।
सुप्रीम कोर्ट नहीं सुप्रीम कोठा़ है अजीत भारती के शब्दों में
न्यायालय पर भरोसा नहीं है , शायद न्यायालय भी बिका हुआ है ॥
सुप्रीम कोर्ट को ऐसा नही करना चाहिए । ऐसा करना यह दर्शाएगा कि सबके लिए बराबर नही है
सुप्रीम कोर्ट को आम अपराधी और विशेष अपराधी में भेदभाव नहीं करना चाहिए,मुख्य मंत्री ने अपराध किया है तो वही होना चाहिए जैसा अन्य अपराधियों के साथ हुआ है।
ऐसा लगता है, कानून खास के अलग और आम के लिए अलग लगता है
सीधे सुप्रीम कोर्ट से संभाल किया जाए
केजरीवाल भी तो आम आदमी है, उससे बड़ा आम आदमी कौन है l supreme Court पर भी पब्लिक का विश्वास कम हो जायेगा l
चुनाव के लिए बेल नहीं मिलनी चाहिये।
सर्वोच्च न्यायालय की शाख़ गिरती जा रही है शायद इतने सालों में न्यायालय यहाँ तक आ जाएगा ?
सुप्रीम कोर्ट से यदि अपराधियों के "अपराध" को न देख कर, उसके मौलिक अधिकार , उसके कर्तव्यों के आधार पर जमानत मिल जाता है, तो यह कानून के सामान्य विवेक पर प्रश्नचिन्ह लगेगा।
अगर केजरीवाल को इन्टरिम जमानत मिल गई, तो वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ अवश्य करेगा। अतः उसको जमानत न दी जाए।
Ed को मजबूती से अपना पक्ष रखना चाहिए। बिना कोर्ट के दबाव में आये। इस प्रकार से जमानत देने का अर्थ आम जनता में गलत जाएगा। आप पार्टी तो इसको अपनी विजय बताएगी और यह मसला चुनाव को प्रभावित करेगा।
कोई जज अंदर हो तो क्या कोर्ट जेल से चलेगा
माननीय के कथनानुसार तो बेल मिलनीं हीं चाहिए तो फिर हेमंत सोरेन को भी बेल दे दो
डीप स्टेट का एक मजबूत खम्भा है माइलार्ड समूह।
अगर केजरीवाल को जमानत मिलती है तो कोई भी नेता अपने पद से इस्तीफा नहीं देगा फिर नैतिकता गई भाड़ में सुप्रीम कोठा अपनी विश्वसनीयता खो चुका है।
जॉर्ज फर्नांडिस जेल में रहकर कहीं चुनाव लड़े थे और जीते थे
माननीय सुप्रीम कोर्ट....भी जनता के हितो की रक्षा के लिए है । किसी पार्टी या व्यक्ति या जज के लिए नही
अब मन में प्रश्न आता है कौन संविधान का बचाव कर रहां है और कौन संविधान को खतरा पैदा कर रहां है ...
सबसे पहला और महत्वपूर्ण काम सबूतों को नष्ट
करने का ही किया जाएगा।
जज साहब को मिठाई का डब्बा पहुंच चुका है
बिल्कुल बेल नहीं मिलनी चाहिए नटवर को
यदि केजरीवाल को जमानत दे दी गई तो कानून की कमजोरी सिद्ध होगी। और न्यायाधीशों पर अनुचित प्रभाव माना जायेगा।
कोर्ट की अवमानना की सजा एक रुपये है। कोई एक रुपये में अवमानना करना चाहे तो एक रुपया जमा कराने का क्या प्रावधान। क्या ऐसा संभव है कि एकरुपया पहले जमा करा कर बाद में कभी भी अवमानना की जा सके । इस भाव में तो कोई भी ये काम कर सकेगा।
सुप्रीम कोर्ट ऐसे दुराचारी, घोटालेबाज़, नौटंकीबाज़ का ही तो हिमायती है! ऐसे बहुत सरे उदाहरण है जिसमे इसी सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी है और मुझे इस दोगलेपन के निर्णय का पूरा भरोसा है सुप्रीम कोर्ट से !
अरविन्द के लिए संविधान अलग हो ना हो लेकिन उसके लिए सुप्रीम कोर्ट तो अलग है ही। सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रकरण में फैसला सुरक्षित कर के रख लिया है। अरविन्द ने जमानत नहीं मांगी है। सुप्रीम कोर्ट अरविन्द को अंतरिम जमानत गिफ्ट करना चाहता है। तो क्या जमानत मुफ्त में मिल जाएगी? अभी सौदेबाजी होगी फिर फैसला घोषित होगा। ये परिवारवादी सुप्रीम कोर्ट कितना गिरेगा? गहराइयां कम पड़ जाएंगी।
बेल नहीं देनी चाहिए न्यायालय ने
स. न्यायालय का बर्ताव ऐसा है के कल वो केजरीवाल को मुख्य न्यायाधीश बनने का न्योता भी दे सकते है।
जय श्री राम 💐🙏,कृपया मतदान अवश्य करे और सभी को प्रेरित करे धन्यवाद महोदय
Supreme court निहायत ही घटिया निर्णय करने वाली है अगर वह bail देती है!
ये हमारा दुर्भाग्य है कि हम न्याय संस्था परसे विश्वास खोने लगे हैं।
Why court is treating Kejriwal as a special accused? Every citizen is same under law. Election is not a reason for bail. Voting is the fundamental right not political speech for parties. It means all accused who are in jail should be released for voting
I fail to understand one thing about the observations of the court on Kejriwal's character and then holding out possibilities of bail on the basis of democratic rights of individuals. Remember, the SC judges had noted that Kejriwal had operated in Delhi goverment for his own selfish rights and not as a political leader of Delhi. So what is being suggested now? That he be allowed to go out and do political prachar with the purpose of winning and then continuing to be selfish and loot the state for his own selfish interests?
Also, the entire racket of imprisoned politicians campaigning from prison became a trend in India after the imprisonment of the famous lady bandit, Phoolan Devi.
Voting is not Fundamental right but privilege.
@@cod_mw5675 ok , is campaigning for the party is fundamental right? Or more important then voting
@@anilchopra9844 campaigning is neither privilege nor Fundamental right or legal right
स्वतः संज्ञान लेने में माहिर सुप्रीम कोर्ट आज की डेट में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में है
केजरीवाल को जमानत तो नही देनी चाहिये बल्कि इस्तीफा न देने के लिये सजा देनी चाहिये.
If bail granted , SC will establish a bad jurisprudence.
जिसके अहसान से जज बने हैं उस बकील की बात माननी पड़ेगी
ये न्यायालय इस धुर्त नटवरलाल के पीछे पड़कर अपना और जनता का समय और दिमाग खराब क्यों कर रहे हैं
कोटा को भी शराब का हिस्सा पहुंच गया हे शायद।
केजरीवाल को कोई interim बेल नहीं मिलनी चाहिए
सुप्रीम कोर्ट को हो क्या गया है विचित्र क्रिया हो रही है जो समझ से परे है। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट की विश्वसनीयता जनमानस में घटी है तो उसका कारण खुद उसके फैसले है। सिब्बल और सिंघवी जैसे वकील हर गलत को सही साबित कर सकते हैं। सीधे इन जैसे वकीलों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए
हमारा सुप्रीम कोर्ट बहुत दयालू हो गया है l केजरीवाल को अंतरिम राहत देने में इतना रूचिकर क्यों है पहले भी बिना बात के तीस्ता सीतलवाड़ पवन खेडा लालू यादव अयोग्य सांसद राहुल गांधी की सजा पर रोक क्यों लगा रखी है l
रोक हटेगी नहीं l 😮😅😅
सटीक, अर्थपूर्ण एवं न्याय प्रविष्ट विवेचन,धन्यवाद
आप सही कह रहे हैं । सबूतों को नष्ट किया जा सकता है ।
मोबाइल का पासवर्ड न दिये जाने की बात ED द्वारा सुप्रीम कोर्ट के सामने पुनः रखी जानी चाहिये थी ।
जूजो को इस लूट के पैसे में से कुछ मिल गया लगता है।
Sir,
मेरे दिमाग में विचार आया कि अब कोर्ट को भी कम्प्यूटरिकृत कर देना चाहिए। जिसमें अपराधी के बचाव और विपक्ष के विचार को पहले से लिखे कानूनी वाद के हिसाब से यह या नो पर टिक करना चाहिए। फार्म पूरा भर जाने पर कम्प्यूटर न्याय कर देगा कि कितनी सजा होनी चाहिए या अपराधी को बरी कर देना चाहिए। सुप्रीमों की जरूरत ही नहीं होगी।
Yah kam AI (Artificial intelligence) kar sakta hai. Yesha hua to judges ka kya kam?
माननीय केजरीवाल दिल्ली की जनता द्वारा चुने हुए विधायक हैंl दिल्ली की जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री नहीं चुना है Iकानून सबके लिए बराबर होना चाहिएI चाहे वह किसी भी बड़े से बड़े पद पर क्यों ना हो Iसुप्रीम कोर्ट का निर्णय इसी आधार पर होना चाहिए
75 साल से जनता यही देखती आई है की यह गरीब और अमीर का कानून अलग है
विजय जी अगर केजरीवाल को अंतरिम बेल मिलती है तो इस देश का दुर्भाग्य होगा और हर एक कैदी रहेगा मैं बोल देना है चुनाव प्रचार करना है यह है एक गलत 1:21 परंपरा बन जाएगी mananiy Jal Sanjiv Khanna Ji maniye jaj Dipankar Datta ji को जनता की भावना की समझना चाहिए
हर विद्यार्थियों के लिए भी exam महत्तवपूर्ण है तो क्या अपराधी विद्यार्थियों को भी यह सुविधा मिलेगी