भक्ति का ऐसा उदाहरण जिसके आगे भगवान् भी नतमस्तक हैं | Devi Chitralekhaji | Sankirtan Yatra
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- čas přidán 8. 09. 2024
- भक्ति का ऐसा उदाहरण जिसके आगे भगवान् भी नतमस्तक हैं | Devi Chitralekhaji | Sankirtan Yatra
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कृपा हे श्री राधेगोविन्द... 🙏☺️
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यूँ ना कहो के ये सिर्फ किस्मत की बात है , मेरी उंचाइयो में सिर्फ राधे कृष्ण का हाथ है!
Radhey radhey bahut hi sundar ❤❤❤❤❤❤❤❤
जय जय श्री गुरुदेव जी जय सीताराम जय सीताराम जय सीताराम जय सीताराम जय सीताराम जय सीताराम जय सीताराम जय सीताराम जय सीताराम जय जय श्री राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधेश्याम
Radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy radhy hare Krishna ❤😊🙏
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
हमारो धन राधा श्री राधा श्री राधा 🙏
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
Jai shree radhe krishna 🙏❤️🦚🍂🌼❤️
राधे राधे, आपकी भक्ति देख कर भक्ति में डूब जाता हूँ। राधे राधे
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯पवित्र गीता जी अध्याय 2 श्लोक 12 से स्पष्ट होता है कि गीता ज्ञान दाता भी जन्म-मृत्यु में है तो उनकी भक्ति से हमारा मोक्ष कैसे सम्भव है?
अविनाशी परमात्मा और मोक्ष मार्ग को समझने के लिए आज ही निःशुल्क मंगवायें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 के श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि मैं सभी लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूं। कौन है वह काल?
पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता किसी तत्वदर्शी संत की खोज करने को कहता है। आखिर कौन है वह तत्वदर्शी संत? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता खुद को काल कह रहा है और अर्जुन से कह रहा है कि सभी लोकों को खाने के लिए अब प्रकट हुआ हूं।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य
पढ़ें अद्भुत पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 7 के श्लोक 18 में गीता ज्ञान देने वाला भगवान अपनी भक्ति को अनुत्तम अर्थात घटिया क्यों कह रहा है ? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा।
क्या यही कारण है कि पवित्र गीता जी अध्याय 7 श्लोक 25 के अनुसार काल ने अव्यक्त रहने की प्रतिज्ञा की।
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
और जानें गूढ़ रहस्य।
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार जो व्यक्ति शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (पूजा) करते हैं वह न तो सुख प्राप्त करते हैं, न उनका कोई कार्य सिद्ध होता है तथा न ही परमगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए अर्जुन जो भक्ति करने तथा न करने योग्य पूजा विधि है, उनके लिए तो शास्त्र ही प्रमाण हैं। अन्य किसी व्यक्ति विशेष या संत ऋषि विशेष के द्वारा दिए भक्ति मार्ग को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो शास्त्र विरुद्ध हो। अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 15 श्लोक 4 के अनुसार वह लोक कौन सा है जहाँ गए हुए साधक लौटकर इस संसार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
फिर अविनाशी परमात्मा कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (अर्थात) भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है न सिद्धि होती है न ही परम गति को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है।
फिर मोक्षदायक भक्ति क्या है?
पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 15 श्लोक 16, 17 के अनुसार क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष और उत्तम पुरुष (परम अक्षर पुरुष) कौन हैं?
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक
@@yp6397 भगवान श्री कृष्ण ही सर्वोच्च ईश्वर है, श्री कृष्ण ही सनातन सत्य है, श्री कृष्ण ही हमारे प्राण है, श्री कृष्ण से ऊपर कोई सत्य नहीं है, श्री कृष्ण ही सबके आधार है।
हरे कृष्ण, हरे राम 🙏 जय श्री राधे
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe 🙏🙏🙏🙏
जय श्री राधारानी 🎉🎉🎉
Radha vallab shri hari vansh😢😢😢😢😢❤❤❤❤
Radhekrishna❤❤❤❤....
जय हो देवी चित्रलेखा जी की राधे राधे जय श्री कृष्णा
Jai shri krishna devi Chitrlekha ji🙏🙏God bless you beti ji app jaisi beti bgwan sub ko de🌹🌻
Jai shri chiterlekha
Jai shri mahakal Baba ki Jai shri Radhekrishna ji ki 🙏
Shri radha radha radha maharani shri rukmini maharani shri maharaja krishna
Jai shree radhe jab aap koi katha batati hai toh ankho se aanshu nikal aata hai🥺
Jai Radheshyam 🙏🏻 jai shree krishna 🙏🏻
So touching, so real. Radhey Radhey. ❤❤
Cant stop my tears.
Radhe Radhe ❤❤. Jai shree krishna 🌺👣✨🌸🌸🌸🌸💮💮💮💮
Radhe Radhe Hare Krishna
Hey Sri Ji Kripa Karo
Hey Hari Kripa Karo
❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आह! कृष्णा आह!😢
Radhey Radhey Radhey Radhey Radhey Radhey
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯पवित्र गीता जी अध्याय 2 श्लोक 12 से स्पष्ट होता है कि गीता ज्ञान दाता भी जन्म-मृत्यु में है तो उनकी भक्ति से हमारा मोक्ष कैसे सम्भव है?
अविनाशी परमात्मा और मोक्ष मार्ग को समझने के लिए आज ही निःशुल्क मंगवायें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 के श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि मैं सभी लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूं। कौन है वह काल?
पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार जो व्यक्ति शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (पूजा) करते हैं वह न तो सुख प्राप्त करते हैं, न उनका कोई कार्य सिद्ध होता है तथा न ही परमगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए अर्जुन जो भक्ति करने तथा न करने योग्य पूजा विधि है, उनके लिए तो शास्त्र ही प्रमाण हैं। अन्य किसी व्यक्ति विशेष या संत ऋषि विशेष के द्वारा दिए भक्ति मार्ग को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो शास्त्र विरुद्ध हो। अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 15 श्लोक 4 के अनुसार वह लोक कौन सा है जहाँ गए हुए साधक लौटकर इस संसार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
फिर अविनाशी परमात्मा कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (अर्थात) भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है न सिद्धि होती है न ही परम गति को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है।
फिर मोक्षदायक भक्ति क्या है?
पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 15 श्लोक 16, 17 के अनुसार क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष और उत्तम पुरुष (परम अक्षर पुरुष) कौन हैं?
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तकगीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता किसी तत्वदर्शी संत की खोज करने को कहता है। आखिर कौन है वह तत्वदर्शी संत? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता खुद को काल कह रहा है और अर्जुन से कह रहा है कि सभी लोकों को खाने के लिए अब प्रकट हुआ हूं।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य
पढ़ें अद्भुत पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 7 के श्लोक 18 में गीता ज्ञान देने वाला भगवान अपनी भक्ति को अनुत्तम अर्थात घटिया क्यों कह रहा है ? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा।
क्या यही कारण है कि पवित्र गीता जी अध्याय 7 श्लोक 25 के अनुसार काल ने अव्यक्त रहने की प्रतिज्ञा की।
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
और जानें गूढ़ रहस्य।
@@yp6397 रामपाल कोई संत नहीं बल्कि कलियुगी राक्षस है,, श्री कृष्ण और भगवद गीता को बदनाम करने के लिए रामपाल गलत प्रचार कर रहा है कि श्री कृष्ण ईश्वर नहीं है, अरे श्री कृष्ण ही सर्वोच्च ईश्वर है ओर भगवद गीता का प्रत्येक श्लोक कहता है कि भगवान श्री कृष्ण ही सर्वोच्च ईश्वर सनातन सत्य है।
हरे कृष्ण, हरे राम 🙏
@@yp6397 Sri Krishna ki bhakti karo, Sri Krishna se prem karo 🙏
श्री राधे राधे दंडवत प्रणाम स्वीकार कीजिए
राधे राधे आप के चरणों में दास का कोटि-कोटि प्रणाम नमन वन्दन हरे कृष्ण
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
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गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
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🎯श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
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🎯श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 15 श्लोक 16, 17 के अनुसार क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष और उत्तम पुरुष (परम अक्षर पुरुष) कौन हैं?
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तकगीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता किसी तत्वदर्शी संत की खोज करने को कहता है। आखिर कौन है वह तत्वदर्शी संत? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
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🎯गीता अध्याय 7 के श्लोक 18 में गीता ज्ञान देने वाला भगवान अपनी भक्ति को अनुत्तम अर्थात घटिया क्यों कह रहा है ? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा।
क्या यही कारण है कि पवित्र गीता जी अध्याय 7 श्लोक 25 के अनुसार काल ने अव्यक्त रहने की प्रतिज्ञा की।
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
और जानें गूढ़ रहस्य।
@@yp6397 गधे रामपाल के चेले तुम क्यों भगवद गीता और भगवान श्री कृष्ण का गलत प्रचार क्यों कर रहे हो, रामपाल तुम्हें मूर्ख बना रहा है गधों सुधर जाओ।
सर्वोच्च ईश्वर भगवान श्री कृष्ण ही है संपूर्ण भगवद गीता में केवल श्री कृष्ण का ही गुणगान भरा हुआ है ओर तुम श्री कृष्ण को बदनाम कर रहे हो कि श्री कृष्ण सर्वोच्च नहीं है अरे मूर्खों कुछ तो शर्म करो अरे जो भगवान श्री कृष्ण को नहीं समझ पाया उसने भगवद गीता का एक अक्षर भी नहीं समझा।
हरे कृष्ण 🙏
Jai Shree Krishna radha radha radha radha
राधे राधे राधे राधे राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌹🙏 hi hare Krishna hare Krishna
Radhe Radhe Krishna krishna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
राधेराधे❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Radhe radhe❤❤❤
Radhe Radhe ❤️🙏❤️
Jai mare shama pyari ju mare pyari ju radhe radhe jai radhe govind pyari ju mare pyari didi ji kirpa bnaye rkhna 😭
Jai Shri radhe Krishna
radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe krishna 🎉🎉
শ্রী শ্রী রাধা ব্রজমোহন জয়তু নম নমঃ নমহস্তুতে। রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে রাধে শ্রীরাধা গোবিন্দ সরকার কি জয় 🙏❤️ ❤️🙏 🙏❤️🙏🙏 নিতাই গৌর হরিবোল ❤️❤️❤️❤️ জয় জয় শ্রী রাধেশ্যাম।।
कृपा, हे मेरे राधे गोविंद 😇🙏
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯पवित्र गीता जी अध्याय 2 श्लोक 12 से स्पष्ट होता है कि गीता ज्ञान दाता भी जन्म-मृत्यु में है तो उनकी भक्ति से हमारा मोक्ष कैसे सम्भव है?
अविनाशी परमात्मा और मोक्ष मार्ग को समझने के लिए आज ही निःशुल्क मंगवायें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 के श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि मैं सभी लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूं। कौन है वह काल?
पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार जो व्यक्ति शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (पूजा) करते हैं वह न तो सुख प्राप्त करते हैं, न उनका कोई कार्य सिद्ध होता है तथा न ही परमगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए अर्जुन जो भक्ति करने तथा न करने योग्य पूजा विधि है, उनके लिए तो शास्त्र ही प्रमाण हैं। अन्य किसी व्यक्ति विशेष या संत ऋषि विशेष के द्वारा दिए भक्ति मार्ग को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो शास्त्र विरुद्ध हो। अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 15 श्लोक 4 के अनुसार वह लोक कौन सा है जहाँ गए हुए साधक लौटकर इस संसार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
फिर अविनाशी परमात्मा कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (अर्थात) भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है न सिद्धि होती है न ही परम गति को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है।
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🎯क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा।
क्या यही कारण है कि पवित्र गीता जी अध्याय 7 श्लोक 25 के अनुसार काल ने अव्यक्त रहने की प्रतिज्ञा की।
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@@yp6397 सारे प्रश्न गलत ओर बकवास है तेरे सभी प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे धैर्य रखो, रामपाल तुम्हे मायाजाल में फंसा रहा है रामपाल तुम्हें मूर्ख बना रहा है।
Radhe Radhe hare Krishn jai shree radhekrishn 🦚💌
श्री राधे ❤️
जय गुरुदेव जी जय श्री कृष्ण जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय
Radhe Krishna
🙏💝 Radhe Radhe 💕💕💕
Jai shree Radhe Radhe ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai shree Radhe Rani ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Radhey radhey radhry🙏🙏🙏👌🌹🌹♥️
Radhe radhe radhe radhe❤❤❤❤
🌸Radha radha 🌸🙏
Hare Krishna ❤🙏🙏🙏
💝💝राधे 💖💖राधे🥀🥀राधे 💗💗राधे🌹🌹राधे 💘💘राधे🌻🌻राधे 🙏🙏
प्राणधन श्री राधे, परम उदार स्वामिनी जु
जय श्री राधे गोविंद 🙏
Wah wah wah wah wah wah wah wah wah wah wah ji speechless ji. Sarva mangalam bhave ji. Om shree Radhe Radhe ji
जय श्री सीताराम
Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radah Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radah Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha. radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha
Radhe Radhe Devi ji
JAI Ji SHREE RADHEEEEE RANI SARKAAR CHRAN ❤️❣️💚🙏 PRIT ANANYA BHAVBHRI PUKAAR PRABHU KO BHAAV SE ❤️🙏 SHREE SRKAARCHRN GURU JI CHRN ❤️🙏 VND n....
So touching 😢
🌸🌸 Radhe - Radhe.. 🙏🙇
Ganga sagar se bol Raha hu Radhe Radhe Radhe. Joy joy shree radhe Radha Radhe 🤷🏾♀️🤷🙅🙅🙅🙅🙅🙅🌵🌺
He. Narayan koti koti Vandan Sab par Aaisi kripa barsaye rakhna Radhey Radhe Shri Krishna
Joy Radha Madhav 🙏🙏🙏🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️ ap ko koti koti pranam ap ko deviji
Chiterlekha Zindabad,
Zindabad Paindabad.
Jai shree krishna
Radhe Radhe ❤
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Pranam Deviji.
Jay shree radhe krishna 🙏❤️🙏🙏🙏🌹❤️🌹❤️🙏❤️🌹🙏🌹🙏🌹❤️🙏
Radhey Krishna 😊😊❤💕🙏🙏🙏
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
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अविनाशी परमात्मा और मोक्ष मार्ग को समझने के लिए आज ही निःशुल्क मंगवायें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 के श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि मैं सभी लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूं। कौन है वह काल?
पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता किसी तत्वदर्शी संत की खोज करने को कहता है। आखिर कौन है वह तत्वदर्शी संत? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता खुद को काल कह रहा है और अर्जुन से कह रहा है कि सभी लोकों को खाने के लिए अब प्रकट हुआ हूं।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य
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🎯गीता अध्याय 7 के श्लोक 18 में गीता ज्ञान देने वाला भगवान अपनी भक्ति को अनुत्तम अर्थात घटिया क्यों कह रहा है ? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा।
क्या यही कारण है कि पवित्र गीता जी अध्याय 7 श्लोक 25 के अनुसार काल ने अव्यक्त रहने की प्रतिज्ञा की।
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
और जानें गूढ़ रहस्य।
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार जो व्यक्ति शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (पूजा) करते हैं वह न तो सुख प्राप्त करते हैं, न उनका कोई कार्य सिद्ध होता है तथा न ही परमगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए अर्जुन जो भक्ति करने तथा न करने योग्य पूजा विधि है, उनके लिए तो शास्त्र ही प्रमाण हैं। अन्य किसी व्यक्ति विशेष या संत ऋषि विशेष के द्वारा दिए भक्ति मार्ग को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो शास्त्र विरुद्ध हो। अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 15 श्लोक 4 के अनुसार वह लोक कौन सा है जहाँ गए हुए साधक लौटकर इस संसार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
फिर अविनाशी परमात्मा कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (अर्थात) भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है न सिद्धि होती है न ही परम गति को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है।
फिर मोक्षदायक भक्ति क्या है?
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🎯श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 15 श्लोक 16, 17 के अनुसार क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष और उत्तम पुरुष (परम अक्षर पुरुष) कौन हैं?
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक
@@yp6397 ये गलत प्रचार बंद करो क्योंकि सभी को पता है भगवद गीता में भगवान श्री कृष्ण को ही सर्वोच्च, सनातन, शाश्वत सत्य बताया गया है, श्री कृष्ण ही सबके आधार है, श्री कृष्ण ही हमारे प्राण है।
हरे कृष्ण, हरे राम 🙏
Jay shree radhe ❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤❤❤
Jai shree radhey jai shree radhey jai shree radhey
Hare Krishna hare Krishna Krishna hare hare ram hare ram ram
Sabhi apno ka aaj se char maas ka chaturmaas vrat pravesh hota hai.....
Radhe radhe JSK
🙏 राधे राधे🙏
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯पवित्र गीता जी अध्याय 2 श्लोक 12 से स्पष्ट होता है कि गीता ज्ञान दाता भी जन्म-मृत्यु में है तो उनकी भक्ति से हमारा मोक्ष कैसे सम्भव है?
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गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार जो व्यक्ति शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (पूजा) करते हैं वह न तो सुख प्राप्त करते हैं, न उनका कोई कार्य सिद्ध होता है तथा न ही परमगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए अर्जुन जो भक्ति करने तथा न करने योग्य पूजा विधि है, उनके लिए तो शास्त्र ही प्रमाण हैं। अन्य किसी व्यक्ति विशेष या संत ऋषि विशेष के द्वारा दिए भक्ति मार्ग को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो शास्त्र विरुद्ध हो। अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 15 श्लोक 4 के अनुसार वह लोक कौन सा है जहाँ गए हुए साधक लौटकर इस संसार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है?
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गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
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🎯श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (अर्थात) भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है न सिद्धि होती है न ही परम गति को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है।
फिर मोक्षदायक भक्ति क्या है?
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🎯श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 15 श्लोक 16, 17 के अनुसार क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष और उत्तम पुरुष (परम अक्षर पुरुष) कौन हैं?
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और जानें गूढ़ रहस्य।
@@yp6397 भगवान श्री कृष्ण ही सनातन सत्य है, भगवद गीता के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ही सर्वोच्च ईश्वर है, श्री कृष्ण ही हमारे प्राण है, श्री कृष्ण ही हमारी आत्मा है, श्री कृष्ण सबके आधार है।
हरे कृष्ण, हरे राम 🙏 जय श्री राधे
Adbhut Maa❤ devi
सच है जी केशव के लिए जीवन ही प्यासी हे अर ये चाहिए की ऐसे ही प्यास रहे बास😭❤️
कृपा, हे मेरे राधे गोविंद 🙏
Devi ji ap ko koti koti pranam ji Jay shri radhe radhe ji 🌹🌹🙏🙏
Dekhyo chahat kamal nayan ko
Nisdin bhai udasi
Hari-darshan ki pyasi ❤😢
JAI JAI SHRI RADHE ❤️🌈❣️🤗🙂
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
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🎯पवित्र गीता जी अध्याय 2 श्लोक 12 से स्पष्ट होता है कि गीता ज्ञान दाता भी जन्म-मृत्यु में है तो उनकी भक्ति से हमारा मोक्ष कैसे सम्भव है?
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@@yp6397 भगवान श्री कृष्ण ही सर्वोच्च ईश्वर है, सनातन सत्य है, सबके हृदय में निवास करते हैं, सबके आधार है, सबके स्वामी है, श्री कृष्ण से ऊपर कोई नहीं है, भगवद गीता के अनुसार श्री कृष्ण ही अंतिम सत्य है।
हरे कृष्ण, हरे राम 🙏 जय श्री राधे
हे मेरे शाम प्रीतम 💞💞💞💞💞💞💞
Pronam mataji 🙏
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🎯गीता अध्याय 7 के श्लोक 18 में गीता ज्ञान देने वाला भगवान अपनी भक्ति को अनुत्तम अर्थात घटिया क्यों कह रहा है ? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा।
क्या यही कारण है कि पवित्र गीता जी अध्याय 7 श्लोक 25 के अनुसार काल ने अव्यक्त रहने की प्रतिज्ञा की।
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और जानें गूढ़ रहस्य।
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार जो व्यक्ति शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (पूजा) करते हैं वह न तो सुख प्राप्त करते हैं, न उनका कोई कार्य सिद्ध होता है तथा न ही परमगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए अर्जुन जो भक्ति करने तथा न करने योग्य पूजा विधि है, उनके लिए तो शास्त्र ही प्रमाण हैं। अन्य किसी व्यक्ति विशेष या संत ऋषि विशेष के द्वारा दिए भक्ति मार्ग को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो शास्त्र विरुद्ध हो। अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 15 श्लोक 4 के अनुसार वह लोक कौन सा है जहाँ गए हुए साधक लौटकर इस संसार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है?
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गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
फिर अविनाशी परमात्मा कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (अर्थात) भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है न सिद्धि होती है न ही परम गति को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है।
फिर मोक्षदायक भक्ति क्या है?
पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 15 श्लोक 16, 17 के अनुसार क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष और उत्तम पुरुष (परम अक्षर पुरुष) कौन हैं?
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@@yp6397 भगवान श्री कृष्ण ही सर्वोच्च ईश्वर है, श्री कृष्ण ही सनातन सत्य है, सबके हृदय में निवास करते हैं, सबके आधार है, हम सबके प्राण है, श्री कृष्ण से ऊपर कोई नहीं है, श्री कृष्ण ही परम सत्य है।
हरे कृष्ण, हरे राम 🙏 जय श्री राधे
Hare Krishna🌹😍😍✨🌿
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
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🎯पवित्र गीता जी अध्याय 2 श्लोक 12 से स्पष्ट होता है कि गीता ज्ञान दाता भी जन्म-मृत्यु में है तो उनकी भक्ति से हमारा मोक्ष कैसे सम्भव है?
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🎯गीता अध्याय 15 श्लोक 4 के अनुसार वह लोक कौन सा है जहाँ गए हुए साधक लौटकर इस संसार में नहीं आते अर्थात उनका पूर्ण मोक्ष हो जाता है?
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गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
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और जानें गूढ़ रहस्य।
@@yp6397 भगवद गीता के अध्याय 7 के श्लोक 7 में श्री कृष्ण कहते हैं कि मुझसे श्रेष्ठ सत्य नहीं है जिस प्रकार मोती धागे में गुंथे रहते हैं उसी प्रकार सब कुछ मुझ पर ही आश्रित है इसलिए भगवान श्री कृष्ण ही सनातन सत्य है।
अर्जुन , असित, देवल, व्यास, नारद, सभी के द्वारा श्री कृष्ण को ही सनातन सत्य प्रमाणित किया गया है।
हरे कृष्ण, हरे राम 🙏
Kripa Hey Shree RadheGovind 🕉️🐄🌼🙏🙏🙏🙏💝
Jay radhe jay radhe radhe shri radhe🥰🥰🥰🥰🥰
❤️ radhe radhe ❤️ kripa hey shree radhe govind ❤️🧿🙏
देवी जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
Radhe Radhe didi ji ,,🙏🏾🙏🏾,aap bhada saral ho didi ji ❤️❤️
Radhe krishna kbhi hme bhi darsan dena meri radhe krishna😊😊🙏🙏🙌🙌
Om shri guruve namah🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🌺🙏🌺jay shri radhe govind🌺🙏🌺
Jai Shree Radhe Krishna ji ki ❤❤❤❤❤❤❤❤
Radhe Radhe 🙏
चित्रलेखा दीदी के चरणो मे कोटि-कोटि प्रणाम
क्या गीतानुसार भगवान श्रीकृष्ण वस्ताव में सर्वोच्च परमात्मा हैं ?
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🎯पवित्र गीता जी अध्याय 2 श्लोक 12 से स्पष्ट होता है कि गीता ज्ञान दाता भी जन्म-मृत्यु में है तो उनकी भक्ति से हमारा मोक्ष कैसे सम्भव है?
अविनाशी परमात्मा और मोक्ष मार्ग को समझने के लिए आज ही निःशुल्क मंगवायें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 के श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि मैं सभी लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूं। कौन है वह काल?
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गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता किसी तत्वदर्शी संत की खोज करने को कहता है। आखिर कौन है वह तत्वदर्शी संत? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
🎯गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में गीता ज्ञान दाता खुद को काल कह रहा है और अर्जुन से कह रहा है कि सभी लोकों को खाने के लिए अब प्रकट हुआ हूं।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य
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🎯गीता अध्याय 7 के श्लोक 18 में गीता ज्ञान देने वाला भगवान अपनी भक्ति को अनुत्तम अर्थात घटिया क्यों कह रहा है ? जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
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गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार जो व्यक्ति शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण (पूजा) करते हैं वह न तो सुख प्राप्त करते हैं, न उनका कोई कार्य सिद्ध होता है तथा न ही परमगति को प्राप्त होते हैं। इसलिए अर्जुन जो भक्ति करने तथा न करने योग्य पूजा विधि है, उनके लिए तो शास्त्र ही प्रमाण हैं। अन्य किसी व्यक्ति विशेष या संत ऋषि विशेष के द्वारा दिए भक्ति मार्ग को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो शास्त्र विरुद्ध हो। अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
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गीता जी का ज्ञान देने वाला भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा अध्याय 2 श्लोक 12 में कहता है कि मेरा तो जन्म-मृत्यु होती है।
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Radhey Radhey devi ji🌹🌹🌹🙏🙏....
🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹❤️❤️❤️❤️❤️Kay shree radheKrishna 🙏🙏🌹🌹❤️❤️❤️❤️❤️
Aap ki waani Manter mugad kar deti hae, jai shri Krishna ❤
Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Rqdha Radha Radha Radha Radha Radha Radha
श्री राधे श्री राधे श्री राधे श्री राधे 🌹🌹🌹🙏🙏🙏🏵️🏵️🏵️🌸🌸🌸🌺🌺🌺
Radhya radhya
राधे राधे जि ❤️❤️🙏🙏
जय श्री राधे राधे हरै कृष्णा ⚘⚘⚘👏👏👏👏👏
Kripa kijiye shri ladliju 🙏🏽🥺❣️🌼